Wednesday, December 22, 2010

आतंकवादी मुंबई में घुस आए

केंद्र ने मंगलवार को मुंबई पुलिस को क्रिसमस और नए साल पर संभावित आतंकवादी ह मले होने की आशंका के मद्देनजर खास अलर्ट भेजा है। यह अलर्ट आईबी की इस सूचना के बाद जारी किया गया कि लश्कर के कुछ आतंकवादी मुंबई में घुस आए हैं और वे अगले दस दिनों में मुंबई में हमला या ब्लास्ट कर सकते हैं। इसी तरह का अलर्ट अहमदाबाद पुलिस को भी जारी किया गया है। केंद सरकार ने मुंबई पुलिस को सूचित किया है कि इस बार हमले किसी चर्च के पास हो सकते हैं, इसलिए केंद के ताजा इनपुट के बाद मुंबई के सभी प्रमुख चर्च के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुंबई पुलिस हेर्डक्वाटर को उड़ाने की आशंका का भी अलर्ट जारी किया गया है। यहां बताना जरूरी है कि डेविड हेडली ने एफबीआई को दिए बयान में इस बात का खुलासा किया था कि 26/11 को लश्कर आतंकवादी रात के बजाए यदि दिन में मुंबई आते, तो उन्हें पुलिस हेडक्वार्टर के अंदर भी घुसकर फिदायीन हमले करने का निर्देश था। आईबी की ताजा टिप के बाद मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ताज और ट्राइडेंट होटल के बाहर भी गश्त तेज कर दी गई है, क्योंकि ताजा सूचना में इन होटलों पर फिर आतंकवादी हमले की आशंका व्यक्त की गई है। यों तो क्रिसमस और नए साल पर मुंबई में किसी आतंकवादी हमले की आशंका से जुड़ा अलर्ट हर साल केंद द्वारा जारी किया जाता है, लेकिन इस बार मुंबई पुलिस इस अलर्ट को इसलिए गंभीरता से ले रही है, क्योंकि पिछले पखवाड़े ही मुंबई क्राइम ब्रांच ने आईएसआई एजेंट जफूर मोजावाला को मझगांव से गिरफ्तार किया था। उसने मुंबई में कई जगहों की रेकी की थी। पिछले महीने महाराष्ट्र एटीएस ने भी मुंबई से सटे ठाणे में लश्कर के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। एटीएस का दावा था कि ये दोनों मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर फिदायीन हमला करने वाले थे।

Tuesday, December 21, 2010

नवनिर्माण सेना के अध्य़क्ष राज ठाकरे सोमवार को अचानक बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में अवतरित

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्य़क्ष राज ठाकरे सोमवार को अचानक बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में अवतरित हुए। उन्हें देखकर बीजेपी के पदाधिकारियों में सनसनी फैल गई। दोपहर करीब डेढ़ बजे वे पहुंचे तब बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सुधीर मुनगंटीवार, महासचिव विनोद तावडे, रघुनाथ कुलकर्णी और प्रवक्ता माधव भंडारी कार्यालय में थे। आने का मकसद बताते हुए राज ने कहा 'सामने एलआईसी के कार्लय का उद्घाटन करने आया था। पुराने दिन याद आ गए इसलिए चाय पीने चला आया।' फिर चाय के साथ गपशप का दौर चला। राज ने कहा प्रमोदजी थे तब मैं गपशप करने यहां आता करता था। माधव भंडारी ने बताया कि बाकी बातें इधर उधर की हुईं। आधे घंटे बाद राज चले गए। विनोद तावडे ने बताया कि बीजेपी राजनीतिक अस्पृश्यता में यकीन नहीं करती। अत: राज ने जब बीजेपी ऑफिस में आकर चाय पीने की इच्छा जताई तो हमने उनका स्वागत किया। हम सभी का स्वागत करते हैं और सभी से मिलने जाते भी है। हाल ही में छगन भुजबल आए थे, विलासराव भी आए थे। आने वालों का स्वागत करना शिष्टाचार है। राज ने नागपुर अधिवेशन के बारे में चर्चा की। राजनीतिक चर्चा कतई नहीं हुई, उनके और हमारे विचारों में अंतर है, मेल नहीं। उन्होंने भले राजनीतिक चर्चा नहीं की हो, राजनीतिक खेमे में उनकी भेंट चर्चा का विषय बनी। शिवसेना एवं बीजेपी के रिश्तों में पहले से तनाव व्याप्त है। जलगांव की विधानपरिषद सीट से बीजेपी के नेता एकनाथ खडसे के बेटे की हार के बाद युति में और तनातनी चल रही है। राज ठाकरे के कार्यक्रम के बाद शिवसेना के सांसद संजय राऊत और अन्य नेता यह पूछने के लिए एलआईसी के कार्यालय गए थे कि मनसे की यूनियन को जगह कैसे दी गई? पर शिवसेना के नेताओं ने बीजेपी कार्यालय की ओर रूख नहीं किया। शिवसेना से सतत तनावपूर्ण रिश्तों के कारण यह कयास लगता रहा है कि बीजेपी अब मनसे से गठबंधन करने के बारे में गंभीरता से विचार कर रही हैं। इस खबर का वह कई बार खंडन भी कर चुकी हैं। पर यह चर्चा ठंडी नहीं हुई है। सोमवार को राज की सरप्राइज भेंट ने इस कयास को और हवा दी है।

Monday, December 13, 2010

सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से मुलाकात

जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से मुलाकात कर उनसे
देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने के लिए अपनी अग्रणी भूमिका निभाने का अनुरोध किया। ठाकरे से मुलाकात के बाद स्वामी ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि यहां भ्रष्टाचार के खिलाफ एक रैली का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान में भाग लेने के लिये विभिन्न दलों के साथ ही उन पार्टियों को भी शामिल करने की कोशिशें की जा रही हैं जो संप्रग का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन में घोटाले की संयुक्त संसदीय दल से जांच कराने से महज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान होगा, जिसके चलते वह इस्तीफा दे सकते हैं।

Tuesday, November 30, 2010

विक्रोली रेलवे फाटक पर रोड ओवर ब्रिज बनाने की गतिविधि तेज


कई हादसों में हुई मौतों के बाद विक्रोली रेलवे फाटक पर रोड ओवर ब्रिज बनाने की गतिविधि तेज हो गई है। गुरुवार को बीएमसी और रेल अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। पर इससे पहले ब्रिज बनाने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। विक्रोली रेलवे फाटक पर ब्रिज बनाने की पहल सालों पहले की गई थी, मगर बाबुओं के टेबल पर फाइलें घूमती रही, ब्रिज बना नहीं। मुंबई महानगर विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने एमयूटीपी योजना के अंतर्गत रोड ओवर ब्रिज बनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया था। उसके लिए प्राधिकरण ने सलाहकार भी नियुक्त कर दिया था, पर 2008 तक ब्रिज का कोई अता-पता ही नहीं चला। इधर, रेलवे फाटक पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रही, जिससे लोग मरते रहे, घायल होते रहे। मगर बाबुओं के ब्रिज फाइलों में घूमती रही और जब मुंबई महानगर विकास प्राधिकरण ब्रिज बनाने में नाकाम रहा, तब उसने 2008-09 में ब्रिज बनाने की जिम्मेदारी मुंबई महानगर पालिका के कंघे पर डाल दी। कर्मचारियों और अधिकारियों की कमी से जूझ रहे बीएमसी के ब्रिज विभाग ने ब्रिज बनाने की रूपरेखा तय की। ब्रिज की कुल लंबाई लगभग 390 मीटर निश्चित की गई जिसमें से करीब 64 मीटर रेल महकमा बनाएगा। यह वह हिस्सा होगा, जो रेल पटरियों के ऊपर से गुजरेगा। रोड ओवर ब्रिज की चौड़ाई करीब 60 फिट होगी। बीएमसी ने सन 2009 में उस ब्रिज की कुल लागत 15 करोड़ लगाई थी। विक्रोली का रोड ओवर ब्रिज रेलवे स्टेशन के पश्चिम में लालबहादुर शास्त्री मार्ग से पूर्व में ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे के करीब तक जाएगा। ब्रिज बनाने के दरमियान 34 दुकानों के साथ-साथ एक मंदिर प्रभावित हो रहा था। इससे पुनर्वास को लेकर ब्रिज का मामला लटका पड़ा था। उधर, रेलवे महकमा भी ब्रिज को लेकर किसी तरह की दिलचस्पी नहीं दिखा रहा था। जैसे तैसे दिन बीतते गए। विक्रोली रेल फाटक पर ब्रिज बनाने के बाबत महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के स्थानीय विधायक मंगेश सांगले ने पहल की। विक्रोली निवासियों ने बीएमसी कमिश्नर स्वाधीन क्षत्रिय से मुलाकात की। पिछले दिनों हुए हादसे के बाद एक बार फिर से धूल खा रही फाइलें साफ की जा रही हैं और बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इस बाबत बीएमसी कमिश्नर स्वाधीन क्षत्रिय ने बताया कि रेलवे ने ब्रिज बनाने के लिए हरी झंडी दे दी है। गुरुवार को होने वाली बैठक में इस बाबत कई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।

Monday, November 22, 2010

आंदोलन कई मायनों में खुद यात्रियों को काफी परेशानी दे गया।

कहने को भले से ही रविवार को विक्रोली स्टेशन पर किया गया आंदोलन स्वत: प्रेरित रहा हो और इसकी भूमिका में रेल प्रशासन की इस स्टेशन के प्रति उपेक्षा रही हो, मगर इसका दूसरा सच यह भी है कि यह आंदोलन कई मायनों में खुद यात्रियों को काफी परेशानी दे गया। चूंकि रविवार बाकी दिनों से इतर अपने नाते-रिश्तेदारों के यहां अपने परिवार के साथ घूमने फिरने का दिन था, सो सभी लोग जब अपने घरों के बाहर अपने परिवार के साथ निकले थे तो उन्होंने सोचा नहीं था कि उनकी आज की यात्रा आंदोलन में चौपट हो जाएगी। एम. व्यंकटेशन जैसे ही कल्याण जाने के लिए अपना कूपन पंच कर 10 साल के बेटे के साथ प्लेटफॉर्म नं. 1 पर बढ़ीं तो उन्हें नारेबाजी की आवाज सुनाई दी। इससे पहले वो कुछ समझ पातीं, उन्होंने देखा कि दूसरे प्लेटफॉर्म पर कई लोग मोटरमैन की केबिन के ऊपर चढ़ गए हैं। रेल प्रशासन मुर्दाबाद के नारों और भीड़ के मनोविज्ञान ने श्रीमती व्यंकटेशन के शक को बहुत जल्द ही यकीन में बदल दिया। पहले तो एक घंटे तक उन्होंने इंतजार किया, फिर कोई रास्ता न सूझा तो उन्होंने टिकट खिड़की पर अपना कूपन (टिकट) रद्द कर पैसा वापस लेने का फैसला किया। उन्हें यहां भी निराशा ही हाथ लगी जब उन्हें टका सा जवाब मिला कि कूपन के पैसे वापस नहीं किए जाते। इस संवाददाता के माध्यम से उन्होंने रेलवे से सवाल पूछा कि ऐसी सूरत में रेलवे टिकट के रिफंड की व्यवस्था क्यों नहीं करती। दरअसल, ऐसे आंदोलनों का असली साइड इफेक्ट ऐसा ही होता है। रविवार की अपराह्न जब लोगों को समझा-बुझाकर आंदोलन खत्म कराया गया तो इसका असर रेल सेवाओं पर पड़ा। लोकल ट्रेनों के ऑपरेशन में बंचिंग की समस्या आ गई और एक के पीछे एक लोकल की सर्पाकार लंबी लाइन लग गई। शाम सवा चार बजे विक्रोली से छूटी लोकल सीएसटी 6.30 बजे पहुंची। इस दरमियान हर स्टेशनों के बाहर लोगों का जमावड़ा लग गया। रिक्शा और टैक्सी वालों की बादशाहत दिखने लगी। बेस्ट की बसों पर ऐक्स्ट्रा बोझ आ गया। कईयों ने मीलों पटरियों पर ही अपना रास्ता पूरा किया। सबसे ज्यादा मुसीबत गर्भवती महिलाओं को हुई जिन्हें भीड़ से बचने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। ट्रेन में फंसी ऐसी महिलाओं की मानों सांस ही अटक गई थी। आंदोलन का स्पॉट बने विक्रोली पर महिला यात्रियों को भारी भीड़ के बीच ईस्ट से वेस्ट आने और वेस्ट से ईस्ट जाने में मानो अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ा। हमारा सिस्टम ऐसे क्राइसिस मैनेजमेंट से निबटने का आदी नहीं है, सो रविवार को भीड़ का 'जंगलराज' देखा गया। ऐसे आंदोलन में नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यही सिलसिला रविवार को भी देखा गया। घाटकोपर से मनसे विधायक राम कदम तो ट्रैक के बीचोबीच बैठकर अपने समर्थकों के साथ नारेबाजी करने लगे। खबर लगते एनसीपी के स्थानीय सांसद संजय दीना पाटील पहुंचे तो स्थानीय नगरसेवक ताउजी गोरुले भी अपने दल-बल के साथ आंदोलनकारियों का नेतृत्व करते दिखे। हाल ही में मध्य रेल के एनआरयूसीसी मेंबर चुने गए रेल कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता कहते हैं कि विक्रोली के इस जनांदोलन को एक 'वेक-कप कॉल' के तौर पर लिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि अभी हाल में संपन्न जेडआरयूसीसी की मीटिंग में मैनें इस स्टेशन की बदहाली का मुद्दा उठाया था जिस पर ध्यान देते हुए जीएम ने इस स्टेशन पर विशेष नजर रखने का आश्वासन दिया था। रेलवे बोर्ड को जनता की परेशानियों को पहुंचाने वाले श्री गुप्ता का सुझाव था कि अब वक्त आ गया है कि रेलवे वादे करना बंद करे और काम करना चालू करे। वादे बंद करने और काम चालू करने का ही नारा इससे पहले घंटो विक्रोली स्टेशन पर लगाया गया था।

Friday, November 19, 2010

निर्णय से एनसीपी के सदस्यों को बहुत आश्चर्य

मुंबई कांग्रेस के मंत्रियों की सूची हैरान करने वाली कतई नहीं है पर एनसीपी के विभागों के बंटवारे में रोचक बदलाव किए गए हैं। उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार को होम नहीं, फाइनैंस- प्लानिंग और ऊर्जा विभाग दिया गया है। इस निर्णय से एनसीपी के सदस्यों को बहुत आश्चर्य हुआ है। फाइनैंस और ऊर्जा दोनों विभाग ऐसे हैं जिनके लिए पूरा वक्त चाहिए। सवाल यह उठाया जा रहा है कि दादा दोनों विभागों और पार्टी के काम के साथ न्याय कैसे कर पाएंगे? चर्चा थी कि आर आर पाटील उर्फ आबा से होम छीन लिया जाएगा पर वे उस्ताद निकले। होम पर नजर गड़ाकर बैठे जयंत पाटील और छगन भुजबल को आबा ने मात दे दी है। भुजबल को लोक निर्माण के अलावा सिर्फ पर्यटन थमा दिया गया है। जयंतराव को फायनान्स वापस मिलने की उम्मीद थी पर उन्हें ग्रामीण विकास ही दिया गया है। दादा के निकटस्थ सुनिल तटकरे को ऊर्जा और जलसंवर्धन मिलने की चर्चा थी। उन्हें भी निराश होना पड़ा है। दादा ने ऊर्जा नहीं छोड़ा सिर्फ जलसंवर्धन ही तटकरे को दिया। गत सरकार में उनके पास फाइनैंस था। विदर्भ के हाई प्रोफाईल एनसीपी नेता अनिल देशमुख के पास खाद्य एवं नागरी आपूर्ति का भार कायम रखा गया है। नवी मुंबई के गणेश नाईक का रूतबा कायम है। उनके पास एक्साईज और अपरंपरागत ऊर्जा कायम रखा गया है। मेडिकल एज्युकेशन और फलोत्पादन का भार आदिवासी नेता विजय गावित को दिया गया है। कुल मिलाकर एनसीपी के 'दादा' मंत्रियों को काफी नाउम्मीद कर दिया गया है। लंबे समय से सरकार में शामिल होने के लिए बेताब वरिष्ठ नेता विजय सिंह मोहिते पाटील को इस बार भी हाशिये पर ही धकेला गया है। एनसीपी के प्रदेशाध्यक्ष मधुकर पिचड़ भी मंत्री बनने की उम्मीद लगाए हुए थे। पर शरद पवार ने महाराष्ट्र की उनकी टीम-20 में कोई बदलाव नहीं किया।

Wednesday, November 17, 2010

आदर्श घोटाले में लिप्त अफसरों को दंडित किया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार ने मंगलवार को यहां बताया कि 26 नवंबर 2008 में आतंकवादी हमले के बाद राजनीतिज्ञों को दंड दिया गया पर अफसरों को सजा नहीं दी गई। इस बार सरकार यह गलती नहीं दोहराएंगी। आदर्श घोटाले में लिप्त अफसरों को दंडित किया जाएगा। मंत्रालय में उन्होंने पत्रकारों को बताया कि यह आम धारणा बनती जा रही हैं कि अफसरों का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। राजनीतिज्ञों में भी यह भावना बढ़ी हैं कि अफसरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करना आवश्यक हो गया है। वे इस भावना को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे। उनकी नई सरकार इस दिशा में उचित कदम उठाएगी। उल्लेखनीय है कि आदर्श घोटाले में लगभग एक दर्जन सीनियर सचिवों का रोल होने की चर्चा है। इनके रिश्तेदारों को आदर्श में फ्लैट आबंटित हुए है। इस बीच पवार ने बताया कि एनसीपी के मंत्रियों की सूची तैयार है। कांग्रेस का फैसला हो जाने पर एनसीपी की सूची भी घोषित की जाएगी। उन्होंने बताया कि बुधवार को ईद की छुट्टी है अत: मंत्रियों की शपथ का समारोह गुरुवार को होने की संभावना है। उनके विभागों के बारे में निर्णय बाद में होगा। सूत्रों ने बताया कि एनसीपी में विभागों में भारी फेरबदल किए जाने वाले हैं। दादा को हाईप्रोफाइल होम मिलने की चर्चा है। बहरहाल मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण मंगलवार को मंत्रालय में दो बैठकें करने वाले थे। एक बैठक महाराष्ट्र में बे वक्त हुई बारिश के कारण फसलों के नुकसान का जायजा लेने के लिए थी। पर वे रात तक मुंबई नहीं आये। दादा उनका इंतजार करते रहे। दूसरी बैठक ईद के मद्दे नजर कानून एवं व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के लिए थी।

Thursday, November 11, 2010

शिवसेना और बीजेपी ने बुधवार को सुरेश कलमाड़ी से पुणे के सांसद पद से इस्तीफा देने की मांग की। उ

शिवसेना और बीजेपी ने बुधवार को सुरेश कलमाड़ी से पुणे के सांसद पद से इस्तीफा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में कथित भ्रष्टाचार में शामिल होने के मामले में कांगेस संसदीय दल के सचिव के पद से हटाए जाने के बाद उन्हें सांसद बने रहने का कोई 'नैतिक अधिकार' नहीं है। पुणे में बीजेपी शहरी इकाई के प्रमुख गिरिश बापत ने कहा, 'नैतिक तौर पर कलमाड़ी को पुणे के लोगों का प्रतिनिधि बने रहने का कोई हक नहीं है। उन्होंने न केवल शहर को, बल्कि पूरे देश को शर्मिंदा किया है।' नई दिल्ली में अक्टूबर में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर आयोजन समिति के अध्यक्ष कलमाड़ी से दूरी बनाते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को उन्हें संसदीय दल के सचिव पद से हटा दिया था। शिवसेना के प्रवक्ता नीलम गोरहे ने कहा, 'कलमाड़ी को पद से हटाने से पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें प्रथमदृष्टया दोषी पाया है।

Saturday, October 30, 2010

कांग्रेस प्रेजिडेंट सोनिया गांधी उनसे खासी नाराज

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की कुर्सी खतरे में दिख रही है। आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाले में उनकी संलिप्तता को देखते हुए कांग्रेस प्रेजिडेंट सोनिया गांधी उनसे खासी नाराज हैं। सोनिया ने इस मुद्दे पर बात करने के लिए चव्हाण को दिल्ली तलब किया है। हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक, चव्हाण से इस्तीफा मांगा जा सकता है। गौरतलब है कि आदर्श हाउसिंग घोटले को सबसे पहले हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने उजागर किया था। हाउसिंग सोसायटी को लेकर सीएम चव्हाण ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी, उसमें उनके जवाब से आलाकमान नाखुश है। इसके बाद ही उन्हें दिल्ली तलब किया गया है। इस बीच चव्हाण दिल्ली पहुंच चुके हैं। उन्होंने सबसे पहले रक्षा मंत्री ए.के. एंटोनी मुलाकात की। अब उन्हें कांग्रेस प्रेजिडेंट सोनिया गांधी से मिलना है। ऐसा माना जा रहा है कि सोनिया चव्हाण से इस्तीफा भी मांग सकती हैं। गौरतलब है कि चव्हाण 2000 में जब महाराष्ट्र के रेवन्यू मिनिस्टर थे, तो उन्होंने आदर्श हाउसिंग सोसायटी के मेंबरों के साथ मिलकर काम किया था और अपने संबंधियों को इसमें फायदा पहुंचा था। उनके इस काम कांग्रेस मुश्किल में फंस गई है। खबर है कि 2 जून 2000 को सोसायटी के प्रमोटर्स के साथ चव्हाण की मीटिंग के बाद यह तय हुआ था कि सोसायटी में सिविल मेंबर्स को भी शामिल किया जाएगा। इसके बाद चव्हाण की सास भगवती मनोहरलाल शर्मा सोसायटी की मेंबर बनीं। आदर्श सोसायटी के प्रमोटर्स ने उस वक्त चव्हाण के नीचे काम करने वाले प्रिसिंपल रेवन्यू सेक्रेटरी जोसी शंकरन के बेटे को भी फ्लैट दिया था। इस घोटाले के उजागर होने के बाद चव्हाण खासे दबाव में हैं। पार्टी में उनके विरोधियों को मौका मिल गया है।

Thursday, October 21, 2010

कार्रवाई मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों के खिलाफ क्यों नहीं की जाती ?

मुंबई में दादर स्थित शिवाजी पार्क में दशहरा की रैली में शोर-शराबे के कारण पुलिस द्वारा शिव सैनिकों के खिलाफ ध्वनि प्रदूषण के मानदंडों के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किए जाने पर प्रतिक्रिया जताते हुए शिवसेना ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाई मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकरों के खिलाफ क्यों नहीं की जाती ? शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय में कहा गया है भिंडी बाजार और बेहरामपदा इलाके में स्थित मस्जिदों के ऊपर लगे लाउडस्पीकरों से निकलने वाली अजान की ध्वनि के कारण बच्चों की पढ़ाई और नींद में खलल पड़ता है। इसलिए उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। कोर्ट ने शिवसेना को इस शर्त के साथ शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति दी थी कि वहां उनकी वजह से आवाज़ की तीव्रता 50 डेसीबल को पार नहीं करने पाये। गौरतलब है कि यह इलाका अब ध्वनि निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। दादर पुलिस ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को मुंबई हाई कोर्ट के आदेश के उल्लंघन के आरोप में अभियुक्त बनाया है। इस पर सामना के संपादकीय में कहा गया है, 'हम भी कानून को जानते हैं और किसी को भी हमें कानून बताने की जरूरत नहीं है। कानून को हमारी भावना का सम्मान करना चाहिए तभी हम कानून का सम्मान करेंगे।' शिवसेना ने न केवल निर्धारित 50 डेसीबल की सीमा का उल्लंघन किया बल्कि शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने खुले तौर पर कोर्ट के आदेश की यह कहकर आलोचना की कोई भी शिवसेना की दहाड़ को नहीं रोक सकता।

Friday, October 15, 2010

यूपीए की अध्यक्ष ने कहा, 'हमें अहिंसा, त्याग और भाईचारे के गांधी जी के सिद्धांतों पर चलते रहना होगा।


कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को ऐसी ताकतों से सावधान रहने को कहा , जो मजहब और भाषा के नाम भड़काऊ बातों के माध्यम से लोगों में दरार पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। महाराष्ट्र के वर्धा जिले में 'सद्भावना रैली' को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, उनसे सावधान रहने की जरूरत है जो हमें भाषा और मजहब के नाम पर बांटने की कोशिश रहे हैं। यह रैली कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई द्वारा आयोजित 'ग्राम से सेवाग्राम' फ्लैग मार्च के समापन समारोह का हिस्सा थी। सोनिया ने कहा, 'कुछ कहने से पहले मैं आप सभी को हुई असुविधा के लिए माफी मांगना चाहूंगी। एयरक्राफ्ट में तकनीकी खराबी आ जाने की वजह से मैं रैली स्थल पर देर से पहुंची।' उन्होंने कहा, 'यह महात्मा गांधी और विनोबा भावे की पवित्र भूमि है। मैं इस पवित्र भूमि को प्रणाम करती हूं। एक कमजोर समाज विकास के रास्ते पर पिछड़ जाता है। हमें अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाना होगा, साथ ही सामाजिक प्रतिबद्धताओं को भी ध्यान में रखना होगा।' यूपीए की अध्यक्ष ने कहा, 'हमें अहिंसा, त्याग और भाईचारे के गांधी जी के सिद्धांतों पर चलते रहना होगा। हमारे महान नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने देश की आजादी के लिए खून बहाया है।' सोनिया ने कहा, 'मेरे दिवंगत पति राजीव गांधी ने 21वीं सदी के मजबूत भारत का सपना देखा था। यह आपके सामने है। हमारे लिए राजनीति हमेशा से कमजोर तबकों की सेवा का जरिया रही है। कांग्रेस की अगुवाई में चल रही सरकार किसानों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के विकास पर ध्यान दे रही है। साथ ही हम स्वास्थ्य, शिक्षा और नई पीढ़ी को रोजगार मुहैया कराने की दिशा में प्रयासरत हैं।' उन्होंने कहा, 'संसद द्वारा पास किया गया शिक्षा का अधिकार अधिनियम गरीब से गरीब बच्चे को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। हम खाद्य सुरक्षा बिल लाने की तैयार कर रहे हैं जो लोगों को भोजन की गारंटी देगा, खासकर उन्हें जो गरीब हैं। ' पार्टी की स्थापना के 125 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में हो रहे कार्यक्रमों के हिस्से के तौर पर आयोजित इस रैली को सफल बनाने के मकसद से पार्टी ने बड़े पैमाने पर इंतजाम किए थे।

Monday, October 11, 2010

शिव सेना ने शनिवार को कहा कि उन दोनों को दिमाग के किसी अस्पताल में अपनी जांच करानी चाहिए।

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के हाल ही में आए विवादास्पद बयानों पर शिव सेना ने शनिवार को कहा कि उन दोनों को दिमाग के किसी अस्पताल में अपनी जांच करानी चाहिए। पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में शिव सेना ने कहा कि हाल ही में दोनों युवा नेताओं ने जिस तरह के बयान दिए हैं, उन्हें देखते हुए वे राष्ट्र की एकता के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। पार्टी का कहना है कि दोनों नेताओं को सरकारी खर्च पर शासकीय मनोरोग चिकित्सालयों में जांच कराने की आवश्यकता है। संपादकीय में राहुल गांधी से शुरुआत की गई है। इसमें कहा गया है कि राहुल ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है और उन्हें तुरंत उनकी मातृ भूमि (इटली) भेज देना चाहिए। पार्टी की सलाह है कि राहुल को अपनी खराब सोच और प्रतिबंधित 'स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया' (सिमी) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) में कोई खास फर्क न होने की बात कहने के लिए अपने दिमाग की जांच करानी चाहिए।

शिवसैनिकों ने करीना कपूर को साड़ी भेजी


बॉलिवुड ऐक्ट्रिस करीना कपूर और शिवसेना के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। जुबानी जंग को आगे बढ़ाते हुए शिवसैनिकों ने करीना कपूर को साड़ी भेजी है ताकि वह अपनी 'खुली पीठ' ढक सकें। करीना ने इसपर कोई कॉमेंट करने से मना कर दिया है। गौरतलब है कि कुर्बान फिल्म के पोस्टरों में खुली पीठ की वजह से शिवसेना ने करीना को निशाना बनाया था। शिवसैनिकों ने इन पोस्टरों पर अपना गुस्सा निकाला था और कुछ को साड़ी भी पहनाई थी। मुम्बई में पार्टी के नेता जितेंद्र जनावले ने कहा था कि हम जल्द करीना के घर जाकर उन्हें साड़ी भेंट करेंगे। इसके बाद करीना ने जवाबी हमला करते हुए कहा था कि उन्हें अभी तक साड़ी नहीं मिली है और उन्होंने जोर देकर कहा है कि अगर वे साड़ी भेजना चाहते हैं तो थोड़ा कायदे की और अच्छी भेजें।

Saturday, October 2, 2010

आज भी सत्य अहिंसा बेस्ट सेलिंग में हैं।

गांधी जी की हत्या के 62 साल बाद भी उनकी जीवनी 'बेस्ट सेलर' है। जिस समय देश हिंसा, भ्रष्टाचार और छल कपट के कारण त्राहिमाम कर रहा था उस समय गांधी जी की जीवनी ने सत्य अहिंसा का संदेश दिया। चकित करने वाली मगर खुशी की बात यह है कि आज भी सत्य अहिंसा बेस्ट सेलिंग में हैं। तभी तो गत वर्ष गांधी जी की जीवनी की 2 लाख 57 हजार प्रतियां बिकीं और इस साल अप्रैल से सितंबर 2010 के बीच जीवनी की करीब 1 लाख 40 हजार प्रतियां बिक चुकी हैं। इस जीवनी का 12 भारतीय और 6 विदेशी भाषाओं में अनुवाद किया गया है। सभी भाषाओं में गांधी जी की जीवनी की मांग दिनों दिन बढ़ रही है। अनुमान है कि मार्च 2011 तक इस पुस्तक की 3 लाख 50 प्रतियां बिक जाएंगी। 1084 में गांधी फिल्म के प्रदर्शन के बाद से इस पुस्तक की मांग बढ़ी और इसके बाद ही गांधी बुक सेंटर की स्थापना की गई। आज इस सेंटर में गांधी जी पर विभिन्न भाषाओं में 250 पुस्तकें उपलब्ध हैं। बीच गांधी जी विषयक पुस्तकों की मांग घटने लगी थी, मगर फिल्म 'लगे रहो मुन्ना भाई' के प्रदर्शन के बाद फिर से गांधी जी की जीवनी और उनसे संबंधित किताबों की मांग में जोरदार वृद्धि हुई।

Thursday, September 30, 2010

सभी समुदाय के लोगों और राजनीतिक दलों के नेताओं से शांति और सद्भाव के लिए संयुक्त बैठकें की जा रही हैं।

30 सितंबर को आने वाले बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि के फैसले के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार ने एक तरफ सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की है, वहीं दूसरी तरफ सभी समुदाय के लोगों और राजनीतिक दलों के नेताओं से शांति और सद्भाव के लिए संयुक्त बैठकें की जा रही हैं। गृह मंत्री आरआर पाटील ने प्रेस को बताया कि गणपति के लिए बुलाई गई केंद्रीय सुरक्षा बलों की आठ बटालियनों को फिलहाल रोका गया है और मुंबई की कानून-व्यवस्था के लिए तैनात की गई हैं। पुलिस की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। सभी समुदाय के लोगों और राजनीतिक दलों नेताओं से शांति और सद्भाव के लिए चर्चा की जा रही है। सभी ने शहर में हर कीमत पर शांति बनाए रखने का वादा किया है। पाटील ने कहा कि अयोध्या पर फैसला एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है और यदि किसी पक्ष को यह मंजूर नहीं तो सुप्रीम कोर्ट में कानून के दरवाजे खुले हैं। 30 सितंबर को आने वाला फैसला अंतिम नहीं है। इसलिए इस पर आंदोलित होने की जरूरत नहीं है। मुंबई पुलिस ने सुरक्षा के लिए मूल रूप से धार्मिक स्थलों को वरीयता में रखा है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक हम सिर्फ बड़े धार्मिक स्थलों पर ही नहीं, छोटे-छोटे धार्मिक स्थलों पर भी पुलिसकर्मी तैनात करेंगे, ताकि किसी अप्रिय घटना को होने से पहले ही वहीं रोका जा सके। सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और उन पुलिसकर्मियों को भी बंदोबस्त पर बुलाया गया है, जिनका काम अब तक सिर्फ डिटेक्शन तक सीमित था। मीडिया को कोई गलत जानकारी न मिले, इसलिए फैसला किया गया है कि 30 सितंबर से मीडिया को एक आईपीएस रैंक का ऑफिसर हर दो-दो घंटों में संबोधित करेगा। मीडिया से भी अनुरोध किया गया है कि किसी खबर को चलाने से पहले वह पुलिस से कन्फर्म जरूर कर ले। मंगलवार से ही मुंबई में जगह-जगह नाकेबंदी शुरू कर दी गई। ज्यादातर होटलों व लॉजों की भी तलाशी ली जा रही है। यही नहीं, मुंबई में बाहर गांव से आनेवाली ट्रेनों के यात्रियों के सामानों की चेकिंग करने का भी फैसला किया गया है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक अलग-अलग रीजन को मॉनिटर करने का जिम्मा आईजी रैंक के अधिकारियों को सौंपे जाने पर विचार चल रहा है। सुरक्षा को लेकर पुलिस आयुक्त संजीव दयाल पिछले कुछ दिनों में अपने अधिकारियों के साथ कई दर्जन मीटिंग कर चुके हैं।

Saturday, September 18, 2010

केवल 3 प्रतिशत एक्टिव होकर पुलिस को सूचना देने की जिम्मेदारी निभाते हैं।

79 प्रतिशत मुंबईकर किसी भी आतंकवादी हादसे की आशंका को लेकर अलर्ट रहते हैं, लेकिन इनमें से केवल 3 प्रतिशत एक्टिव होकर पुलिस को सूचना देने की जिम्मेदारी निभाते हैं। यह बात एक सर्वे में सामने आई है। प्रोटेक्शन सेल के डीआईजी नवल बजाज ने शुक्रवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी। मुंबई पुलिस ने दस दिन पहले 'जागृत मुंबईकर' अभियान की शुरूआत की थी। श्री बजाज के मुताबिक शुरूआत में हमने गणेश मंडलों में 30 हजार और मुस्लिम इलाकों में 15 हजार पोस्टर लगाए। शहर में पांच हजार बैनर भी लगाए गए। अभियान की दूसरी कड़ी में पुलिस प्राइवेट सिक्युरिटी गार्ड्स, टैक्सीवालों और कोस्टल एरिया को ध्यान में रखकर अपना अभियान चलाएगी-खासतौर से टैक्सीवालों को जागरूक करने पर पुलिस का विशेष ध्यान है। यहां महत्वपूर्ण है कि 26/11 को समुद्र के रास्ते मुंबई आए आतंकवादियों ने बाद में अलग-अलग स्थानों पर जाने के लिए टैक्सियां की थीं। कुछ साल पहले गेट वे आफ इंडिया व मुंबा देवी के पास फटे बम भी टैक्सी में रखकर लाए गए थे। पुलिस का लक्ष्य है कि टैक्सीवालों को इस तरह जागरूक किया जाए कि सीट पर सामान रखने की जगह होने पर भी यदि कोई यात्री डिक्की या सीट के नीचे सामान रख रहा है, तो शक होने पर वह फौरन पुलिस को सूचित करे। इसी तरह एसी प्राइवेट टैक्सियों के अंदर वह मॉनिटर पर विज्ञापन के जरिए लोगों को जागरूक करेगी। पुलिस की योजना है कि वह हर 10 दिन में मुंबईकर को जागरूक करनेवाली 1 मिनट की डॉक्यूमेंटरी फिल्म की सीडी रिलीज करे। शुक्रवार को जिस फिल्म की सीडी दिखाई गई, उसका निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया है। पुलिस अपने इस प्रचार में बड़ी-बड़ी हस्तियों को शामिल करने की कोशिश कर रही है। इन हस्तियों में सचिन तेंडुलकर का भी नाम है।

Tuesday, September 14, 2010

राज ठाकरे ने सलमान खान का बचाव किया।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने मुंबई आतंकवादी हमले पर एक पाकिस्तानी चैनल को
दिए अपने विवादास्पद बयान को लेकर चौतरफा आलोचनाओं से घिरे बॉलिवुड स्टार सलमान खान का बचाव किया। उन्होंने कहा कि उनके बयान को मीडिया ने तोड़ मरोड़ कर पेश किया। राज ने कहा, ' मैं समझता हूं कि उनके बयान को मीडिया ने तोड़ मरोड़कर पेश किया। उसी इंटरव्यू में सलमान ने मुंबई हमलों पर पाकिस्तान पर प्रश्न उठाया, लेकिन मीडिया ने उस पर चुप्पी साधे रखी। ' राज ठाकरे ने तीन हफ्ते पहले दिए बयान को ईद और गणेश चतुर्थी के मौके पर प्रसारित किए जाने पर भी संदेह जताया। इससे पहले मुंबई अटैक पर अपने विवादित इंटरव्यू के लिए बॉलिवुड ऐक्टर सलमान खान ने बिना किसी किंतु-परंतु के माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी चैनल को यह इंटरव्यू मैंने तीन सप्ताह पहले दिया था। ईद के मौके पर इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। इसके बावजूद मेरे बयान से किसी को दुख पहुंचा है तो मैं माफी मांगता हूं।

Friday, September 10, 2010

बाजारों व दुकानों में गणेश भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी है।

गोविंदा की टोलियां मटकियों को फोड़कर लौट चुकी हैं। श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के बाद अब पूरे शहर पर श्री गणेश और उनके उत्सव का जुनून धीरे-धीरे चरम पर पहुंच रहा है। जो लोग अपने घरों में यह उत्सव मनाते हैं वे अब पूजा सामग्रियों को खरीदने लगे हैं। श्री मूतिर् का चुनाव कर लिया गया है। बस अब इंतजार है तो गणेश चतुर्थी के दिन का। बड़े और सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल पिछले एक-डेढ़ महीने से मंडप उभारने और सजावट करने में दिन-रात जुटे हुए हैं। बाजारों में गणेशोत्सव की सजावट से जुड़ी सामग्रियां बिकने के लिए गणेश भक्तों के इंतजार में हैं। पुलिस विभाग भी हर तरह की सुरक्षा को लेकर अपनी तैयारियों में व्यस्त है। सभी पुलिस कमिर्यों की छुट्टियों को घोषित-अघोषित तौर पर रद्द कर दिया गया है। श्री गणेश के आगमन के पूर्व घरों में रंग-रोगन और सफाई के काम अपने अंतिम चरण में हैं। जिनके मूल गांव में यह उत्सव मनाया जाता है वे या तो गांव के लिए निकल चुके हैं या फिर तैयारी में हैं। बाजारों व दुकानों में गणेश भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी है।

Friday, September 3, 2010

मुंबई में 'गोविंदा' बने कई लोग घायल

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर दही की मटकी फोड़ने की रस्म पूरी करने के दौरान गुरुवार को समूचे
मुंबई में 'गोविंदा' बने कई लोग घायल हो गए। ये हादसे 'दही हांडी' तक पहुंचने के लिए मानव-मीनार बनाने के दौरान हुए। बृहन मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया, 'हमने अब तक 170 जख्मी गोविंदाओं को सरकारी अस्पतालों में भिजवाया। इनमें से 152 को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। 18लोग अब भी अस्पतालों में हैं। उनमें से कुछ की हालत गंभीर है।' उन्होंने बताया, 'हमें अब भी और लोगों के घायल होने की सूचना फोन पर मिल रही है।' गौरतलब है कि दही हांडी समारोह इस वर्ष चरम पर पहुंच गया, क्योंकि कई स्थानों पर मटकी फोड़ने का इनाम 25 लाख रुपये रखा गया था।

20 साल विधायक, सात साल नगरसेवक और पांच साल राज्य मंत्री रह चुके राज पुरोहित मुंबई के ऋणी हैं।

20 साल विधायक, सात साल नगरसेवक और पांच साल राज्य मंत्री रह चुके राज पुरोहित मुंबई के ऋणी हैं। बताते हैं 'इस महानगर ने मुझे बहुत कुछ दिया हैं। मैं चाहता हूं कि यह शहर रहने लायक बने।' मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम की घोषणा होने के बाद एनबीटी से बातचीत में पुरोहित ने बताया कि मुंबई अनाथ हो गई है। केन्द्र और महाराष्ट्र सरकार ने उसे दुधारू गाय बना दिया है। मुंबई का सिर्फ दोहन किया जाता है, दिया कुछ नहीं जाता। मुंबईकरों की नागरिक सुविधाओं एवं हक के लिए वे संघर्ष करेंगे। पुरोहित ने बताया कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है। उसकी संस्कृति, मराठी भाषा, वैभव, स्थानीय मूल्य आदि का सम्मान बरकरार रखकर वे उस मेहनतकश वर्ग के अधिकार की रक्षा करने के लिए लड़ेगे, जो रोजी-रोटी कमाने यहां आया है। इसके लिए जरूरी है यह देखना कि राजनीतिक हितों के लिए महानगर का माहौल न बिगड़े। जहां तक संगठन का सवाल है, मुंबई में उसका विस्तार करने के लिए प्रयास तो वे करेंगे ही, आगामी बीएमसी के चुनाव में बीजेपी की ताकत बढ़ाने का दायित्व भी उन पर है। पुरोहित मुंबई के व्यापारियों के प्रश्नों को आवाज देते रहे हैं। उनके लिए वे लड़ाई जारी रखेंगे। मसलन टैक्स, कानून एवं व्यवस्था , सुरक्षा आदि समस्याओं और मुंबई की पानी, सफाई, हाऊसिंग, ट्रैफिक, राहगीरों के प्रश्नों को प्रशासन के दरवाजे तक ले जाने के लिए कानून के दायरे में रहकर वे आंदोलन करेंगे। पुरोहित का कार्यकाल तीन साल का है। अत: बीएमसी के आगामी चुनाव के दौरान बीजेपी की कमान उनके पास ही होगी। उस हैसियत में बीजेपी की साझीदार पार्टी-शिवसेना से सौहार्द्र बनाए रखने की जिम्मेदारी का एहसास उन्हें है। इस चुनौती का सामना करने के लिए पुरोहित ने खुद को तैयार कर लिया है।

Monday, August 30, 2010

बेस्ट की बसों से यात्रा करना अब महंगा हो सकता है।

बेस्ट की बसों से यात्रा करना अब महंगा हो सकता है। सोमवार को बेस्ट समिति किराया बढ़ाने के प्रस्
ताव को मंजूरी दे सकती है। किराया बढ़ाने का प्रस्ताव बेस्ट समिति के पास 2 जुलाई से पड़ा है। पिछली बार जब समिति के समक्ष किराया बढ़ाने का प्रस्ताव लाया गया तब प्रस्ताव का विरोध करते हुए विपक्ष ने वॉक आउट कर दिया था। शिवसेना-बीजेपी की बहुमत वाली समिति ने किराया बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन किया मगर विपक्षी सदस्यों के वॉक आउट करने के बाद सत्तापक्ष के सदस्य मझधार में फंस गए थे। तब समिति ने निर्णय लिया कि वे मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण से मुलाकात कर बेस्ट को रियायत देने की मांग करेंगे। इसी बीच मुख्यमंत्री ने साफ किया कि बीएमसी चाहे तो बेस्ट को रियायत दे सकती है क्योंकि बेस्ट बीएमसी का ही एक उपक्रम है। ऐसे में अलग-थलग पड़ी बेस्ट समिति के पास प्रस्ताव मंजूर करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा। अब तो बस इतना हो सकता है कि समिति दो रुपया न्यूनतम किराया बढ़ाने की बजाय एक दूसरा किराया बढ़ाए।

Wednesday, August 25, 2010

मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) फर्मों से मराठी फॉन्ट के साथ सॉफ्टवेयर विकसित करने की अपील की

मराठी को विश्व स्तर का दर्जा दिलाने के उद्देश्य के तहत मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) फर्मों से मराठी फॉन्ट के साथ सॉफ्टवेयर विकसित करने की अपील की है। सीएम चव्हाण ने आईटी पुरस्कार के समारोह में कहा कि मराठी महाराष्ट्र की स्थानीय भाषा है। वे इसे वैश्विक पहचान दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए आईटी कंपनियां मराठी फॉन्ट के साथ सॉफ्टवेयर विकसित करें ताकि इसे वैश्विक स्तर पर स्वीकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि मराठी को आधिकारिक भाषा के तौर पर सभी सरकारी और अर्ध सरकारी संगठनों में इस्तेमाल किया जाता है। श्री चव्हाण ने कहा कि हमारे अधिकांश कार्यालय आईटी सुविधा संपन्न हैं। राज्य अपने सभी विभागों का ई-प्रशासन प्रणाली के माध्यम से दक्षतापूर्वक प्रबंधन करने में सक्षम है। हम सरकारी सेवाओं के सुव्यवस्थित कार्यान्वयन के लिए तकनीकी का इस्तेमाल कर लोगों तक पहुंच बनाना चाहते हैं।

Monday, August 16, 2010

यह कदम देश को बर्बाद कर देगा।


जम्मू कश्मीर को स्वायत्तता देने के प्रस्ताव का कड़ा विरोध करते हुए शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि यह कदम देश को बर्बाद कर देगा। ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' में कहा है, कश्मीर को स्वायत्तता? यह हद है। स्वायत्तता का दर्जा राज्य को नहीं दिया जाना चाहिए अन्यथा यह देश बर्बाद हो जाएगा। उन्होंने कांग्रेस की इस विचार के लिए कड़ी आलोचना की और उससे सत्ता छोड़ देने की मांग की। ठाकरे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस बयान पर टिप्पणी कर रहे थे कि केंद्र संविधान के दायरे में जम्मू कश्मीर को स्वायत्तता देने पर विचार करने को तैयार है। शिवसेना प्रमुख ने कहा, प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की कश्मीर को स्वायत्तता देने और शेख अब्दुल्ला को उसका प्रधानमंत्री बनाने की घोषणा का पूरे देश और सभी सांसदों ने विरोध किया था और उन्हें अपना कदम वापस लेना पड़ा था। उन्होंने कहा, अब्दुल्ला के वंशज फारूक और उमर स्वायत्ता के दर्जे के पक्ष में हैं। लेकिन ऐसा नहीं होगा। यदि ऐसा हुआ तो देश इसके खिलाफ उठ खड़ा हो जाएगा।

Thursday, August 12, 2010

सुपरहिट ऐक्ट्रेस साधना इस वक्त अपने बंगले को लेकर परेशान

पिछली पीढ़ी की सुपरहिट ऐक्ट्रेस साधना इस वक्त अपने बंगले को लेकर परेशान हैं। 60 और 70 के दशक में अपनी यूनीक हेयर स्टाइल और शोख अदाओं से करोड़ों दिलों पर राज करने वाली साधना 69 साल की उम्र में चैन से जीना चाहती हैं। पर पता चला है कि उन्हें एक बिल्डर यूसुफ लकड़ावाला से धमकी मिल रही है। साधना ने आरोप लगाया है कि उन्हें लकड़ावाला सांताक्रूज की वह इमारत खाली करने के लिए कह रहा है, जहां वह पिछले 50 सालों से रह रही हैं। यह इमारत रामकृष्ण मिशन रोड पर है। इस दो मंजिला इमारत के ग्राउंड प्लोर पर साधना अपनी भतीजी और सरवेंट के साथ रहती हैं।
फर्स्ट प्लोर पर ऐक्ट्रेस बेबी नाज रहती हैं। सेकेंड फ्लोर पर लकड़ावाला की सास का परिवार रहता है। यह इमारत सिंगर आशा भोंसले की है और तीनों परिवार किराएदार हैं। साधना ने आरोप लगाया है कि लकड़ावाला कई बार उनसे यह घर खाली करने को कह चुका है और धमकी भी दे चुका है। वह इस इमारत को रीडेवलप करना चाहता है। कल साधना ने डीसीपी जोन नौ के एमएम प्रसन्ना से मिलकर अपनी लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इसमें साधना ने लिखा है: कुछ दिनों से मेरे घर में पानी की सप्लाई ठीक से नहीं हो रही थी। सोमवार को मैंने अपनी सेक्रटरी प्लोरा को छत पर यह जांचने के लिए भेजा कि वह देखे कि टंकी ठीक है या नहीं। लेकिन लकड़वाला के परिवार वालों ने उसे छत पर नहीं जाने दिया और उसके साथ बदतमीजी भी की। इस पर साधना ने यूसुफ लकड़ावाला से बात की तो लकड़ावाला उस पर फट पड़ा। उसने यहां तक कहा कि 'चार गुंडे मंगवा कर मरवा दूंगा, लाश भी नहीं मिलेगी।' डीसीपी प्रसन्ना ने साधना को आश्वासन दिया है कि वह व्यक्तिगत रूप से मामले की जांच करेंगे और गलती हुई तो लकड़ावाला के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। उधर, लकड़ावाला का कहना है कि पहले कभी कुछ गलतफहमी जरूर हुई थी पर उसे हमने मिल बैठकर सुलझा लिया था। मेरा यहां कोई रीडेवलेप का प्लान नहीं है, लेकिन साधना जी को भी यह सोचना चाहिए वह भी यहां किराएदार हैं न कि मालिक और दूसरे किरादारों की सुविधा का भी ध्यान रखना चाहिए।

Friday, August 6, 2010

पनवेल और विरार साइड में दो नई टाउनशिप बनाई जाएंगी।

महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि पब्लिक ट्रांस्पोर्ट की विभिन्न योजनाएं पूरी होने पर पनवेल और विरार साइड में दो नई टाउनशिप बनाई जाएंगी। मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने सह्यादि अतिथिगृह में सिटीजन एक्शन ग्रुप के सदस्यों के साथ बैठक में यह बात कही। श्री चव्हाण ने कहा कि अगले पांच सालों में मेट्रो रेल, मोनो रेल, सी लिंक, ईस्टर्न फ्री वे और वाशी-पनवेल एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने पर दो नए शहर बसाए जाएंगे।

Monday, August 2, 2010

डिमांड में रहा माटुंगा स्थित रुइया कॉलेज और कल्याण का बिड़ला कॉलेज।

शुक्रवार को वेबसाइट पर मची अफरातफरी के बाद आखिरकार शनिवार को मुंबई एमएमआर रीजन के कॉलेजों ने अपनी बाइफोकल लिस्ट जारी कर दी। ऑनलाइन एडमिशन की इस कवायद में सबसे ज्यादा डिमांड में रहा माटुंगा स्थित रुइया कॉलेज और कल्याण का बिड़ला कॉलेज। इलेक्ट्रॉनिक्स में जहां रुइया का कट ऑफ 97.6 प्रतिशत रहा, वहीं बिड़ला कॉलेज में कंप्यूटर साइंस का कट ऑफ भी यही रहा। गौरतलब है, छात्रों के बीच इन दोनों विषयों की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है। इलेक्ट्रॉनिक्स में साठ्ये और रुपारेल इनसे बस कुछ ही पीछे रहे जहां क्रमश: 96.4 और 96 प्रतिशत पर आखिरी स्टूडेंट को एडमिशन मिला। ज्ञान साधना कॉलेज, ठाणे में कंप्यूटर साइंस का कट ऑफ सबसे कम-85 प्रतिशत रहा। मुंबई एमएमआर रीजन में बाईफोकल (वोकेशनल) वर्ग की कुल 12,530 सीटें उपलब्ध थीं जिनमें से 4,724 विभिन्न कोटे (माइनॉरिटी, मैनेजमेंट और पहले से टेक्निकल विषय लेकर पढ़े छात्रों के लिए) के लिए कॉलेजों ने अपने पास रिजर्व रखी थीं। शेष 7906 सीटें ऑनलाइन एडमिशन के लिए उपलब्ध थीं। पहली लिस्ट में 99 प्रतिशत यानी 7,860 सीटें भरी जा चुकी हैं। बची हुई 46 सीटों के लिए दूसरी लिस्ट 5 अगस्त को जारी की जाएगी। बाइफोकल की मैनेजमेंट कोटे की बची सीटें भी इसी दिन अलॉट होंगी।

Thursday, July 29, 2010

( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी

50 हजार लोगों को मुंबई के फुटपाथों पर स्टॉल लगाने की इजाजत देने की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी है। नगर विकास राज्य मंत्री भास्कर जाधव ने विधान सभा में स्पष्ट किया कि हॉकरों का मामला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है। कोर्ट का निर्णय आने और नई हॉकर्स नीति बनने के बाद ही सरकार इस पर कोई विचार कर सकती है। फुटपाथों पर पहले से ही चलने की जगह नहीं है, ऐसे में और लोगों को फुटपाथ पर बैठाना संभव नहीं है। हॉकर्स जोन के बनने पर ही यह संभव होगा। MNS के प्रवीण दरेकर ने एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कहा कि 50 हजार बेरोजगार युवकों को काम धंधे से लगाने के लिए मुंबै बैंक 5,000 करोड़ रुपये देने की इच्छुक है। शर्त ये है कि महाराष्ट्र सरकार और मुंबई महानगर पालिका युवकों को रोजगार के लिए जगह उपलब्ध कराएं। बंद झुणका-भाकर पर निर्णय शीघ्र: 'झुणका भाकर योजना' के तहत शुरू किए गए जो केंद्र बंद पड़े हैं, उनके संबंध में सरकार एक माह में कोई निर्णय करेगी। विधान परिषद के उपसभापति वसंत डावखरे के निर्देश पर नागरिक आपूर्ति मंत्री अनिल देशमुख ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार एक माह में निर्णय करेगी।

( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी

50 हजार लोगों को मुंबई के फुटपाथों पर स्टॉल लगाने की इजाजत देने की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी है। नगर विकास राज्य मंत्री भास्कर जाधव ने विधान सभा में स्पष्ट किया कि हॉकरों का मामला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है। कोर्ट का निर्णय आने और नई हॉकर्स नीति बनने के बाद ही सरकार इस पर कोई विचार कर सकती है। फुटपाथों पर पहले से ही चलने की जगह नहीं है, ऐसे में और लोगों को फुटपाथ पर बैठाना संभव नहीं है। हॉकर्स जोन के बनने पर ही यह संभव होगा। MNS के प्रवीण दरेकर ने एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कहा कि 50 हजार बेरोजगार युवकों को काम धंधे से लगाने के लिए मुंबै बैंक 5,000 करोड़ रुपये देने की इच्छुक है। शर्त ये है कि महाराष्ट्र सरकार और मुंबई महानगर पालिका युवकों को रोजगार के लिए जगह उपलब्ध कराएं। बंद झुणका-भाकर पर निर्णय शीघ्र: 'झुणका भाकर योजना' के तहत शुरू किए गए जो केंद्र बंद पड़े हैं, उनके संबंध में सरकार एक माह में कोई निर्णय करेगी। विधान परिषद के उपसभापति वसंत डावखरे के निर्देश पर नागरिक आपूर्ति मंत्री अनिल देशमुख ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार एक माह में निर्णय करेगी।

( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी

50 हजार लोगों को मुंबई के फुटपाथों पर स्टॉल लगाने की इजाजत देने की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी है। नगर विकास राज्य मंत्री भास्कर जाधव ने विधान सभा में स्पष्ट किया कि हॉकरों का मामला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है। कोर्ट का निर्णय आने और नई हॉकर्स नीति बनने के बाद ही सरकार इस पर कोई विचार कर सकती है। फुटपाथों पर पहले से ही चलने की जगह नहीं है, ऐसे में और लोगों को फुटपाथ पर बैठाना संभव नहीं है। हॉकर्स जोन के बनने पर ही यह संभव होगा। MNS के प्रवीण दरेकर ने एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कहा कि 50 हजार बेरोजगार युवकों को काम धंधे से लगाने के लिए मुंबै बैंक 5,000 करोड़ रुपये देने की इच्छुक है। शर्त ये है कि महाराष्ट्र सरकार और मुंबई महानगर पालिका युवकों को रोजगार के लिए जगह उपलब्ध कराएं। बंद झुणका-भाकर पर निर्णय शीघ्र: 'झुणका भाकर योजना' के तहत शुरू किए गए जो केंद्र बंद पड़े हैं, उनके संबंध में सरकार एक माह में कोई निर्णय करेगी। विधान परिषद के उपसभापति वसंत डावखरे के निर्देश पर नागरिक आपूर्ति मंत्री अनिल देशमुख ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार एक माह में निर्णय करेगी।

( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी

50 हजार लोगों को मुंबई के फुटपाथों पर स्टॉल लगाने की इजाजत देने की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ( MNS) की मांग महाराष्ट्र सरकार ने ठुकरा दी है। नगर विकास राज्य मंत्री भास्कर जाधव ने विधान सभा में स्पष्ट किया कि हॉकरों का मामला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है। कोर्ट का निर्णय आने और नई हॉकर्स नीति बनने के बाद ही सरकार इस पर कोई विचार कर सकती है। फुटपाथों पर पहले से ही चलने की जगह नहीं है, ऐसे में और लोगों को फुटपाथ पर बैठाना संभव नहीं है। हॉकर्स जोन के बनने पर ही यह संभव होगा। MNS के प्रवीण दरेकर ने एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कहा कि 50 हजार बेरोजगार युवकों को काम धंधे से लगाने के लिए मुंबै बैंक 5,000 करोड़ रुपये देने की इच्छुक है। शर्त ये है कि महाराष्ट्र सरकार और मुंबई महानगर पालिका युवकों को रोजगार के लिए जगह उपलब्ध कराएं। बंद झुणका-भाकर पर निर्णय शीघ्र: 'झुणका भाकर योजना' के तहत शुरू किए गए जो केंद्र बंद पड़े हैं, उनके संबंध में सरकार एक माह में कोई निर्णय करेगी। विधान परिषद के उपसभापति वसंत डावखरे के निर्देश पर नागरिक आपूर्ति मंत्री अनिल देशमुख ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार एक माह में निर्णय करेगी।

Monday, July 26, 2010

तेज बरसात से मुंबईकरों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया

पिछले दो दिनों से महानगर में जारी तेज बरसात से मुंबईकरों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। एक ओर लोकल ट्रेनों की सेवाओं पर असर पड़ा, तो दूसरी ओर बेस्ट की बसों को अपना मार्ग बदलना पड़ा। कस्तूरबा अस्पताल की बिल्डिंग का प्लास्टर गिरने से दो नर्सें घायल हो गईं। हवाई सेवाओं पर भी तेज बारिश का असर पड़ा। इस दौरान महानगर में कई जगहों पर दीवारें और पेड़ गिरने की खबरें हैं। विक्रोली में रेलवे कलवर्ट के जाम होने से आम आदमी को परेशानी झेलनी पड़ी। शनिवार को सबसे ज्यादा बारिश पूर्व उपनगर दर्ज की गई। देवनार में सबसे ज्यादा 120 एमएम और कुर्ला में 114 एमएम और मुलुंड में 104 एमएम बारिश दर्ज की गई। शहर विभाग में धारावी में 95 एमएम और वडाला में 89 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई जबकि पश्चिम उपनगर में कुल मिलाकर औसतन 65 एमएम बारिश हुई। सबसे ज्यादा बारिश बांदा में हुई जहां कुल 104 एमएम और बीकेसी में 83 एमएम बारिश दर्ज की गई। पानी निकासी के लिए 40 मोटर पंप चलाने पड़े। भगवती अस्पताल में दुर्घटना: आमतौर पर किसी तरह के हादसे होने पर लोगों को अस्पताल में उपचार के लिए लाया जाता है मगर शनिवार को तो भगवती अस्पताल के उस इमारत का प्लास्टर गिर पड़ा जिसे महज छह महीने पहले की काम किया गया था। इस घटना में 35 वर्षीय योजना कदम और 48 साल की मिनल नाईक घायल हो गई। मुलुंड में बिल्डिंग के दिवार गिरने का मामला सामने आया। दादर पूर्व में एक निर्माणधीन बिल्डिंग का कुछ हिस्सा गिर पड़ा। पानी जाम: तेज बरसात के कारण महानगर के अनेक इलाकों में पानी भर गया। हिंद माता, सायन रोड नंबर 24, कुर्ला स्टेशन रोड, पाइप रोड, आकाश गली, काजूपाड़ा, एलबीएस मार्ग व अन्य इलाकों में पानी भर गया। चेम्बूर में ठक्कर बप्पा कॉलोनी, कस्तूरबा सोसायटी में पानी भर गया। पानी निकासी के लिए महानगर के कुल 195 मोटर पंपों में से 30 पंप चलाने पड़े। लोकल गाडि़यां: तेज बारिश के कारण लोकल गाडि़यों पर भी असर पड़ा। हालांकि, रेल अधिकारियों दावा करते रहे कि उनकी गाडि़यां सही समय पर चलती रही कोई परेशानी नहीं हुई। पश्चिम रेल में कांदिवली और बोरिवली स्टेशनों के बीच पाइंट फेल हो गया जिससे एक आधे घंटे के लिए वह उस रूट का बंद भी करना पड़ा। इसका असल लोकल गाडि़यों पर पड़ा। हार्बर में चुना भट्टी रेल स्टेशन पर पानी भरने से लोकल सेवाओं पर असर पड़ा। मेन लाइन में विक्रोली रेल स्टेशन पर पानी भरने की समस्या जरूरी हुई। बसों के बदले गए रूट: तेज बरसात के कारण पानी भर जाने से हिंदमाता से गुजरने वाली बेस्ट की बसो का आवागमन दो बार रोकना पड़ा। सायन के रोड नंबर 24 पर पानी भर जाने से यातायात पर असर पड़ा। रेलवे कलवर्ट जाम, घरों में घुसा पानी: विक्रोली रेलवे स्टेशन पर रेलवे कलवर्ट जाम पड़ने से पश्चिम की ओर जमा पानी पूर्व की ओर निकासी नहीं हो पा रहा था जिससे स्टेशन के आसपास के इलाकों में चार फुट तक पानी भर गया। रेलवे स्टेशन के करीब बसी चालियों के 15 घरों में पानी घुस गया। भाडुंप एस वार्ड के सब-इंजिनियर सुनील सिंह व उनके सहयोगी मोटर पंप लगाकर पानी की निकासी का काम करते रहे। देर शाम एक तरफ पानी की निकासी होती रही, तो दूसरी ओर जाम कलवर्ट को साफ करने के लिए उसकी खोजबीन जारी रहा।

Thursday, July 22, 2010

साइन बोर्ड एक महीने के अंदर मराठी में

शिवसेना के एक विधायक ने मंगलवार को विधान परिषद में मांग की कि राज्य में सभी बैंकों को अपने साइन बोर्ड एक महीने के अंदर मराठी में लिखना चाहिए। दिवाकर राउते ने सदन में कहा, 'सभी बैंकों के नाम एक महीने के अंदर मराठी भाषा में लिखे जाने चाहिए। उनके नाम मराठी भाषा में अनूदित होने चाहिए, अन्यथा शिवसेना इसके खिलाफ प्रदर्शन करेगी।' वह राज्य सरकार द्वारा हाल में स्थापित मराठी विभाग पर चर्चा में भाग ले रहे थे। उन्होंने मांग की कि हाउसिंग निकाय म्हाडा द्वारा जारी फार्म भी मराठी भाषा में उपलब्ध किए जाने चाहिए।

Friday, July 16, 2010

मुंबई के आईवीएफ क्लिनिकों से कहा है कि वे उनके वाणिज्य दूतावासों से संपर्क किए बिना उनके नागरिकों को किराये की कोख की सुविधा न दें।

मुंबई समेत देश भर में धड़ल्ले से सरोगेसी का धंधा जोरों पर है, लेकिन न तो सरकार और न ही न्यायपालिका इस पर कोई लगाम कस सकी। जन्मे शिशु की नागरिकता को लेकर कई बार संबंधित देशों ने बवाल मचाया, कई बार एथिक्स पर भी सवाल उठे, लेकिन करोड़ों के चोखे धंधे पर जरा भी आंच न आई। हमने भले ही कोई कदम नहीं उठाया, लेकिन आठ यूरोपीय देशों ने शहर के इस तेजी से बढ़ते बिजनेस को रोकने की पहल की है। उन्होंने मुंबई के आईवीएफ क्लिनिकों से कहा है कि वे उनके वाणिज्य दूतावासों से संपर्क किए बिना उनके नागरिकों को किराये की कोख की सुविधा न दें। क्लिनिकों से कहा गया है कि वे इलाज से पहले विदेशी नागरिकों से अपने वाणिज्य दूतावासों से संपर्क करने को कहें। जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड, चेक गणराज्य, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम और स्पेन ने मुंबई में दस से अधिक आईवीएफ केंद्रों को अधिसूचित किया है कि वे उनके देशों के नागरिकों को सरोगेसी इलाज की सुविधा न दें। वाणिज्य दूतावासों ने कहा है कि उनके देश में किराये पर कोख लेना अवैध है। मामला कितना गंभीर है, यह इस बात से ही समझा जा सकता है कि भारत में किराये की कोख का बाजार 1000 से लेकर 5000 करोड़ रुपये के बीच है। कई बार महिलाओं को परिवार या पति द्वारा मजबूर किए जाने के मामले भी सामने आए हैं। कुछ लाखों रुपयों के लालच में कई महिलाएं एक से अधिक बार भी कोख किराए पर देती पाई गई हैं। इसके अलावा, कई बार सरोगेट मदर को वायदे से कम रकम दिए जाने जैसे धोखाधड़ी के मामले भी सामने आए। जिन क्लिनिकों को वाणिज्य दूतावासों का पत्र मिला है उनमें अधिकांश ने इस कदम का स्वागत किया है। प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. अंजलि मालपानी का कहना है, 'किराये की कोख को लेकर कई नैतिक मुद्दे अभी तक स्पष्ट नहीं हैं। लेकिन हमने एहतियात लेना शुरू कर दिया है कि नये शिशुओं को उनके देशों में समस्या का सामना न करना पड़े और डॉक्टरों को इस पहलू से वाकिफ होना चाहिए।' लीलावती और हीरानंदानी अस्पतालों के डॉक्टरों ने भी इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा यह पत्र हमारे भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है। सरोगेसी के कानूनी विशेषज्ञ अमित खरकानिस के अनुसार भारत में इस बारे में एक ठोस कानून की तात्कालिक आवश्यकता है और केंद्र को युद्धस्तर पर इस मुद्दे को उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'आठ देशों द्वारा लिया गया निर्णय पूरी तरह शिशुओं के भविष्य के हित में है। भारत को भी सरोगेसी को इंडस्ट्री के रूप में अनुमति नहीं देनी चाहिए। लिहाजा नियमन की तात्कालिक जरूरत है।'

Tuesday, July 13, 2010

राज्य सरकार का प्रतिष्ठित राज कपूर सम्मान अभिनेता शाहरुख खान को दिए जाने की खबर गलत

मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार का प्रतिष्ठित राज कपूर सम्मान अभिनेता शाहरुख खान को दिए जाने की खबर गलत है। ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। विधानसभा में सोमवार को बीजेपी सदस्य देवेंद्र फडणवीस ने सम्मान का मुद्दा उठाया था। उनका तर्क था कि शाहरुख भले ही अच्छे अभिनेता हों, मगर ये सम्मान मराठी कलाकारों को दिया जाना चाहिए। उन्होंने दलील दी कि 'जोगवा' जैसे मराठी फिल्म को पांच-पांच राष्ट्रीय अवॉर्ड मिले हैं। वहीं, 'मी शिवाजी राजे बोलतोय' और 'नटरंग' जैसी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए साफ किया कि सरकार वैसे भी इन पुरस्कारों का फैसला नहीं करती। इसके लिए अलग से समिति है, जो सम्मान के बारे में प्रस्ताव सरकार को भेजती है। फिलहाल, सरकार को ऐसा कोई प्रस्ताव मिला ही नहीं है। कुछ चैनलों ने शाहरुख को सम्मान दिए जाने की खबर चलाई, मगर इसमें सत्यता नहीं है। महाराष्ट्र सरकार हर साल हिन्दी सिनेमा में श्रेष्ठ योगदान के लिए राज कपूर सम्मान और मराठी सिनेमा में श्रेष्ठ योगदान के लिए वी. शांताराम सम्मान फिल्मी दुनिया की हस्तियों को प्रदान करती है।

Saturday, July 10, 2010

सुप्रीम कोर्ट ने इस किताब पर बैन लगाने की महाराष्ट्र सरकार की अर्जी को ठुकरा

विवादास्पद किताब हिंदू किंग इन मुस्लिम इंडिया के प्रकाशन और प्रसार से संबंधित सारी रुकावटें शुक्रवार को दूर हो गईं जब सुप्रीम कोर्ट ने इस किताब पर बैन लगाने की महाराष्ट्र सरकार की अर्जी को ठुकरा दिया। सुप्रीम कोर्ट ने बंबई हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा जिसमें उसने अमेरिकी लेखक जेम्स लेन की पुस्तक पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया था। राज्य सरकार ने इस किताब पर यह कहते हुए बैन लगा दिया था कि इसमें ऐसी सामग्री थी जिससे सामाजिक वैरभाव भड़क सकता है। जस्टिस डीके जैन और जस्टिस एचएल दत्तू की पीठ ने हाई कोर्ट से सहमति जताई कि महाराष्ट्र सरकार ने पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने के दौरान अनिवार्य प्रक्रिया का पालन नहीं किया। राज्य सरकार ने तब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था जब हाई कोर्ट ने अधिवक्ता संघराज रूपावटे, डाक्युमेंटरी निर्माता आनंद पटवर्द्धन और सामाजिक कार्यकर्ता कुंडा प्रमिला की ओर से दायर याचिका पर पुस्तक पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था।

Monday, July 5, 2010

भारत बंद के असर से दिल्ली का हाल बेहाल

भारत बंद के असर से दिल्ली का हाल बेहाल हो रहा है। रात भर की बारिश के बाद सुबह से लेफ्ट पार
्टियों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के जगह जगह प्रदर्शन से जाम लग गए हैं। कई जगहें मेट्रो तक रोक दी गई है और बीजेपी-लेफ्ट पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं समेत 1000 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। राजनाथ सिंह, शरद यादव और गडकरी को पुलिस ने चांदनी चौक इलाके से हिरासत में लिया। अक्षरधाम पर बीजेपी के 200 कार्यकर्ता गिरफ्तार कर लिए गए हैं। आईटीओ पर तगड़े जाम के कारण रूट बदल दिए गए हैं। शाहदरा में दो लोकल ट्रेंनें कार्यकर्ताओं ने रोक दी हैं। कई वरिष्ठ नेताओं जैसे अरुण जेटली, चंद्रबाबू नायडू और मुख्तार अब्बास नकवी को पुलिस ने देश के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार कर लिया है। लेफ्ट पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने आईटीओ पर प्रदर्शन कर जाम लगा दिया है जिसके चलते पुलिस से उनकी अनबन भी हो गई है। पटेल नगर मेट्रो स्टेशन पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ताला लगा दिया है। राजीव चौक और करोल बाग पर कुछ देर के लिए मेट्रो रोकी गई।

Saturday, July 3, 2010

अरुण गवली को हफ्तावसूली के एक केस में जमानत

विशेष मकोका अदालत ने शुक्रवार को अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली को हफ्तावसूली के एक केस में जमानत दे दी। उसे इस केस में सन् 2008 में गिरफ्तार किया गया था। मकोका कोर्ट से इस केस में जमानत मिलने के बावजूद गवली अभी भी जेल में बंद रहेगा, क्योंकि उस पर एक पार्षद के मर्डर में भी मुकदमा चल रहा है।

खार पुलिस स्टेशन के सामने अपना बयान दर्ज करवाया

मॉडल विवेका बाबाजी की मां ने शुक्रवार शाम को खार पुलिस स्टेशन के सामने अपना बयान दर्ज करवाया है। विवेका ने पिछले हफ्ते खुदकुशी कर ली थी। मां के मुताबिक उन्हें गौतम वोरा के बारे में पता था और यह भी जानकारी थी कि वह विवेका के साथ शादी करने की सोच रहा है। मां ने पुलिस से कहा कि उन्हें यह नहीं पता था कि विवेका ने अतीत में भी खुदकुशी की कोशिश की थी। पुलिस का कहना है कि मां के बयान में गौतम के खिलाफ शिकायत जैसा कुछ नहीं है।

Monday, June 28, 2010

मुलाकात में कोई राजनीति नहीं

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने एमएनएस के अध्यक्ष राज ठाकरे के साथ हुई अपनी बैठक को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि इस मुलाकात में कोई राजनीति नहीं है। चव्हाण ने कहा कि हाई कोर्ट द्वारा बेहतरीन पांच योजना को खारिज किए जाने के बाद उत्पन्न स्थिति से कानूनी तौर पर निपटने के बारे में विभिन्न राजनीतिक दलों की अपनी राय है। मैंने सभी की राय सुनने का निर्णय किया है। इसमें कोई राजनीति नहीं है। कांगेस सांसद संजय निरूपम ने कहा कि उन्हें बैठक में कुछ भी गलत नजर नहीं आता। यह लाखों छात्रों की शैक्षणिक जीवन से जुड़ा मामला है। राज ठाकरे ने शनिवार को मुख्यमंत्री के निवास 'वर्षा' पर चव्हाण के साथ बैठक हुई थी। एमएनएस प्रमुख ने दसवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले लाखों छात्रों का भविष्य हाई कोर्ट के निर्णय के कारण अधर में लटक गया है। हाई कोर्ट ने 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए सरकार बेहतरीन पांच प्रणाली योजना को पक्षपातपूर्ण करार देते हुए खारिज कर दिया है।

Thursday, June 24, 2010

बिहार में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में कांग्रेस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी

बिहार में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में कांग्रेस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले बिहार के लाखों लोगों को रिझाने और कांग्रेस की ओर मोड़ने की मुहिम के तहत महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मुंबई में बाकायदा एक विशेष कमिटी बनाई है। इस चुनाव कमिटी का गठन गांधी भवन, नरीमन पॉइंट स्थित पार्टी कार्यालय में महाराष्ट्र कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल द्वारा आयोजित बैठक में किया गया, जिसमें मूलत: बिहार के रहने वाले कांग्रेसियों ने भारी संख्या में भाग लिया। अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष हुसैन दलवई तथा उपाध्यक्ष फारूक आजम ने मतदाताओं में विश्वास जगाने के लिए महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक को बिहार के चुनाव का प्रभारी बनाने की सोनिया गांधी की पहल का स्वागत किया। माणिकराव ठाकरे ने किसान सेल के उपाध्यक्ष एवं बिहार प्रवासी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बलवंत शास्त्री के सुझाव को स्वीकार करते हुए घोषणा की कि महाराष्ट्र से कम से कम पांच लोगों को बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट देने का पार्टी हाईकमान से आग्रह करेंगे। महाराष्ट्र कांग्रेस महासचिव महादेव शेलार को विशेष चुनाव कमिटी का संयोजक बनाया गया है जबकि इसके सात सदस्य होंगे फारूक आजम, मौलाना बुनई नईम हसनी, डॉ. बलवंत शास्त्री, रेणु राय, अली खान, अब्दुल वहीद मुखिया और सुशांत पाठक। इन्हें महाराष्ट्र के बिहारी बहुल जिलों का दौरा कर कांग्रेस के पक्ष में जनमत तैयार की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

Tuesday, June 22, 2010

बीजेपी ने शिवसेना के प्रति कड़ा रुख अपनाने का निर्णय

औरंगाबाद मनपा में शिवसेना द्वारा बीजेपी सदस्यों के साथ मारपीट की घटना के बाद से युति में भारी तनाव व्याप्त है। इस सिलसिले में बीजेपी ने शिवसेना के प्रति कड़ा रुख अपनाने का निर्णय किया है। बीजेपी ने अगले दो-तीन दिनों में राज्य कार्यकारिणी की बैठक करके शिवसेना को विधिवत चेतावनी देने का मन बना लिया है। इस बार शिवसेना को स्पष्ट रूप से यह कह दिया जाएगा कि मारपीट और दंगल करना हो तो युति बरकरार रखने में बीजेपी को रुचि नहीं है। इससे पहले भी कई मौकों पर शिवसेना से नाता तोड़ने की कगार पर बीजेपी पहुंची थी, पर हर बार इसके राजनीतिक फायदे-नुकसान की याद दिलाने पर वह नरमाने पर मजबूर होती रही है। इस बार बीजेपी के शीर्ष नेताओं का रवैया अलग है। इसके पीछे गणित यह है कि फिलहाल कोई चुनाव नहीं है अत: बीजेपी कड़ा रुख अपना सकती है। एकनाथ खडसे ने इस बयान के साथ बीजेपी का रुख साफ कर दिया है कि 'वह अब मार नहीं खाएगी'। पिछले शनिवार को औरंगाबाद मनपा की स्थायी समिति के अध्यक्ष पद को लेकर हुए बवाल के दौरान शिवसेना के सदस्यों ने बीजेपी के जिलाध्यक्ष बसराव मंगरूले को पीटा। कांग्रेस और निर्दलियों की मदद से बीजेपी के राजू शिंदे स्थायी समिति के अध्यक्ष चुने गये। इसके विरोध में शिवसेना ने बवाल मचाया था। बीजेपी द्वारा निर्देश के बावजूद राजू शिंदे ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। अत: शिवसेना तमतमा गई है। अब यह कह कर बीजेपी शिंदे का बचाव करने वाली है कि उसकी स्थानीय इकाई इस मसले पर निर्णय करेगी। पार्टी ने बहुत पहले यह निर्णय किया है कि स्थानीय मामलों के निर्णय स्थानीय इकाई ही करेगी। बीजेपी द्वारा शिवसेना को यह संकेत दिया जाएगा कि शिवसेना की दादागिरी उसे निर्णय बदलने पर मजबूर नहीं कर सकती, वह चाहे तो औरंगाबाद में बीजेपी से युति तोड़ दे। इसका मतलब होगा कि शिंदे इस्तीफा नहीं देंगे।

Thursday, June 17, 2010

6 जून को कुर्ला से 8 साल की नुसरत खुर्शीद आलम शेख गायब

6 जून को कुर्ला से 8 साल की नुसरत खुर्शीद आलम शेख गायब हो गई थी। 11 दिन बाद भी उसे ढूंढ पाने में नाकाम रही पुलिस के पास अपने बचाव के लिए शायद कई बहाने हों, लेकिन विभाग के खाते में नाकामियों की (महज गुमशुदा बच्चियों के मामले में) एंट्री इतनी ज्यादा है कि आम आदमी की रूह कांप जाए। एनबीटी द्वारा मुंबई पुलिस से हासिल जानकारी के मुताबिक, शहर में हर साल करीब 1,800 लड़कियां (18 वर्ष से कम) गुम हो जाती हैं। इनमें से 15-20 प्रतिशत को पुलिस कभी ढूंढ नहीं पाती (देखें टेबल)। गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद बच्चियों के मां-बाप हर रोज पुलिस स्टेशन का चक्कर लगाते हैं, इस आस में कि शायद उनकी लाड़ली का कोई सुराग पुलिस को मिला हो...और महीनों चक्कर लगाकर वे समझ जाते हैं कि अब पुलिस नहीं, उनके जिगर के टुकड़े को भगवान ही ढूंढ सकता है। एनबीटी को मिली जानकारी के अनुसार, इन बच्चियों में से अधिकतर देह व्यापार गिरोह के हत्थे चढ़ जाती हैं तो कुछ ऑर्गन ट्रांसप्लांट का अवैध कारोबार करनेवालों के हाथों। छोटी बच्चियों को भिखारी गिरोह भी बरगलाकर ले जाते हैं। लड़कियों के बैकग्राउंड की पड़ताल किए जाने पर पता चला है कि इनमें से अधिकतर स्लम्स से हैं खासकर ऐसे परिवारों से जो बाहर से आकर यहां बसे हैं। लापता लड़कियों में से कुछ मां-बाप से लड़कर तो कुछ विकट परिस्थितियों से घबराकर घर से चली गईं। वहीं कुछ को पहचानवालों-कम-दलालों ने लालच देकर उठा लिया गया। एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम ब्रांच) देवेन भारती का तर्क है कि कुछ अपने बॉयफ्रेंड्स के साथ भाग जाती हैं तो कुछ को नौकरी का लालच देकर भगाया जाता है। और नेहरूनगर की नुसरत जैसी कमउम्र लड़कियां? भारती इन केसों को 'रेयर' करार देते हैं। भारती ने स्वीकारा कि इनमें से अधिकतर भिक्षावृत्ति और देह व्यापार के धंधे में पहुंचा दी जाती हैं। बकौल भारती 'कई लड़कियां हमने रेड लाइट एरिया से ट्रेस की हैं। अंगों के अवैध कारोबार में भी इनके इस्तेमाल की जानकारी मिली है, लेकिन ऐसा वयस्कों के साथ ज्यादा होता है।' रेड लाइट एरिया से छुड़वाई गई लड़कियों के लिए काम करनेवाले एनजीओ 'प्रेरणा' की प्रमुख प्रीति पाटकर कहती हैं, 'जो आंकड़े पुलिस के पास हैं, वे हकीकत से काफी कम हैं। मुंबई, पुणे और ठाणे को छोड़ दें, तो बाकी शहरों में पुलिस वही टका सा जवाब देती है-'बॉयफ्रेंड के साथ भाग गई होगी।' यानी मामला गंभीर है। और पुलिस के पास इन बच्चियों को खोजने के अलावा भी कई काम हैं। तो क्या इन बच्चियों और उनके घरवालों की सिसकियां कोई नहीं सुनेगा?

Tuesday, June 15, 2010

'साहेब' मराठी हृदयसम्राट

मनसे प्रमुख राज ठाकरे के 43वें जन्मदिन पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने बीएमसी की इमारत के आकार वाला केक उन्हें भेंट दिया और आगामी चुनाव के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। जन्मदिन की बधाईयां देने के लिए राज के समर्थकों ने पूरी मुंबई में मौके की जगहों पर बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए हैं जिन पर उनके लिए 'साहेब' लिखा गया है। महाराष्ट्र में यह संबोधन सामान्यत: बाल ठाकरे और शरद पवार के लिए इस्तेमाल होता है। हर लिहाज से बाल ठाकरे के वारिस लगने वाले राज को उनके समर्थक अब साहेब बनाने में जुट गये हैं। मराठी हृदयसम्राट तो उन्हें पहले ही बता दिया गया है। मनसे के कार्यालय में महाराजा की कुर्सी जैसी एक कुर्सी है, जिस पर राज बैठते नहीं है पर वह वहां है। यह कुर्सी बाल ठाकरे की कुर्सी जैसी दिखती है। बहरहाल मनसे कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज को जो केक भेंट दिया उस पर पार्टी का झंडा लगा हुआ था। वह बीएमसी के अगले वर्ष होने वाले चुनाव के मद्देनजर दिया गया। दो साल बाद होने वाले इस चुनाव में शिवसेना-बीजेपी का शासन उलटने की राज की मंशा को इस केक में विंबिंत किया गया है। वह महाराष्ट्र नवनिर्माण चित्रपट सेना की ओर से दिया गया। इसके अध्यक्ष अमेय खोपकर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि मनसे बीएमसी के चुनाव जीते और हमारी इच्छा है कि पार्टी के अधिक से अधिक पार्षद चुनकर आयें।' मध्य मुंबई में शिवाजी पार्क क्षेत्र स्थित राज के आवास पर कई पार्टी कार्यकर्ता उन्हें जन्मदिन की शुभकामना देने पहुंचे। सफेद कुर्ते पजामे में मौजूद मनसे नेता ने सभी का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर राज ने पार्टी नेता अरविंद गावडे की पहल पर निर्मित तीन एंबुलेंसों और आहार वितरित करने वाले वाहनों को हरी झंडी दिखायी। कार्यक्रम में मनसे नेता शिशिर शिंदे, बाला नांदगांवकर और राम कदम भी मौजूद थे।

Wednesday, June 9, 2010

34 वर्षीय सुष्मिता ने अकरम के साथ अपने रोमांस और शादी की योजना संबंधी अफवाहों को खारिज कर दिया

बॉलिवुड ऐक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम के साथ अपने संबंधों को
लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तानी क्रिकेटर से शादी करने नहीं जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि पूर्व मिस यूनिवर्स और अकरम के बीच करीब दो साल पहले एक टेलिविजन चैनल पर रिऐलिटी शो की मेजबानी करने के बाद नजदीकियां बढ़ गई हैं। अकरम कोलकाता नाइटराइडर्स के गेंदबाजी कोच हैं और अभी भारत में ही हैं। हालांकि, पिछले साल अक्टूबर में अकरम की पत्नी हुमा की मृत्यु हो जाने के बाद यह भी खबरें उड़ीं कि उनका रोमांस और मजबूत हो गया है और दोनों शादी कर सकते हैं। हाल में दोनों को कथित तौर पर एक साथ देखा गया था और उन्होंने एक साथ शाम बिताई थी। 34 वर्षीय सुष्मिता ने अकरम के साथ अपने रोमांस और शादी की योजना संबंधी अफवाहों को खारिज कर दिया है। एक प्रचार कार्यक्रम में हिस्सा लेने आईं सुष्मिता ने यहां कहा, 'यह सच नहीं है। मैं शादी करने नहीं जा रही हूं। वसीम बेहद अच्छे इंसान हैं। भगवान उनका भला करे।' सुष्मिता अपने काम से ज्यादा अपने निजी जीवन की वजह से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचती रही हैं। लेकिन उन्होंने हाल में ही कहा था कि वह अकेली हैं। उन्होंने उन खबरों का खंडन किया था कि वह 'दूल्हा मिल गया' फिल्म के निर्देशक मुदस्सर अजीज के साथ संबंध विच्छेद के बाद अपने पूर्व प्रेमी मानव मेनन के पास लौट गई हैं।

Sunday, June 6, 2010

दसवीं कक्षा के छात्रों को 8 जून को परीक्षा के नतीजे

दसवीं कक्षा के छात्रों को 8 जून को परीक्षा के नतीजे बताने के लिये मुंबई विभागीय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) इस साल विशेष पहल करने जा रही है। यह पार्टी मुंबई के सभी 36 विधानसभा क्षेत्रों में 36 साइबर सेवा मुफ्त में मुहैया कराने जा रही है जहां दसवीं कक्षा के छात्र मार्च में लिए गए परीक्षा के नतीजे जान सकते हैं। इस सुविधा को मुहैया कराने वाले मुंबई एनसीपी के अध्यक्ष नरेंद्र वर्मा ने बताया कि अब तक 28 से 30 साइबर सेंटर वालों से उनकी बातचीत हो चुकी है और एक-दो दिनों में सभी 36 केंद्रों पर यह सुविधा मुहैया करा दी जाएगी। जिस दिन दसवीं कक्षा के नतीजे निकलेंगे उस दिन सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक छात्र एनसीपी द्वारा मुहैया कराए गये साइबर सेंटर पर नतीजे देख सकते हैं। छात्रों की मदद के लिए प्रत्येक साइबर सेंटर पर एनसीपी के तालुका अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारी उपलब्ध होंगे। साथ ही एक एसईओ भी होगा जो छात्रों को साइबर सेंटर से दिए गए सीट पर हस्ताक्षर करने के साथ साथ स्टैंप व मुहर लगाएंगे जिससे छात्रों को 11वीं कक्षा में प्रवेश लेने के लिए दरबदर भटकना नहीं पड़े।

Thursday, June 3, 2010

अब उपयोगकर्ता को एक हजार रुपये की जगह पांच हजार रुपये चुकाने पड़ेंगे।

भाईंदर की जैसलपार्क चौपाटी पर अब किसी प्रकार का धार्मिक, सांस्कृतिक व अन्य आयोज न करना पहले से पांच गुना महंगा पड़ेगा। इसके लिए अब उपयोगकर्ता को एक हजार रुपये की जगह पांच हजार रुपये चुकाने पड़ेंगे। इसके अलावा डिपॉजिट मनी भी पांच हजार रुपये से बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दी गई है। यह फैसला मीरा-भाईंदर मनपा की स्थायी समिति की बैठक में लिया गया है। हालांकि, समिति के सदस्य तथा बीजेपी नगरसेवक मदन सिंह ने फैसले पर विरोध जताते हुए कहा कि किराया बढ़ने से उक्त क्षेत्र में होने वाले धार्मिक, सांस्कृतिक आयोजनों में कमी आएगी। इसके अलावा किराया वसूली का अधिकार मनपा प्रशासन को नहीं, बल्कि जिलाधिकारी को है। ऐसे में, यह वसूली अवैध मानी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि किराया बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव मनपा प्रशासन द्वारा रखा गया, जिसे बीजेपी, शिवसेना के विरोध के बावजूद सत्ताधारी कांग्रेस, एनसीपी व एमएनएस ने बहुमत के आधार पर पारित करा दिया। सिंह ने विरोध जताते हुए प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है। उनकी दलील है कि पहले ही तमाम नये कर थोपे गये हैं, साथ ही कई करों में वृद्धि भी की गई है। उनके मुताबिक नागरिक टैक्स देते हैं, तो उन्हें सुविधाएं देना मनपा प्रशासन की जिम्मेदारी है। शिवसेना के प्रवीण पाटील एवं बीजेपी की वर्षा भानुशाली ने भी सिंह का समर्थन किया है।

Tuesday, June 1, 2010

फिर से बहुजन विकास आघाड़ी

वसई-विरार महानगरपालिका के पहले चुनाव में वोटरों ने एक बार फिर से बहुजन विकास आघाड़ी के प्रति अपना विश्वास जताते हुए मनपा की कमान उसे सौंप दी है। पिछले विधानसभा चुनाव में बविआ के उम्मीदवार के खिलाफ सभी विरोधी दलों ने साझा उम्मीदवार मैदान में उतार कर उसे करारी मात दी थी और इसे ठाकुर साम्राज्य के पतन की शुरुआत बताया था। मगर इस हार के बावजूद बविआ के मुखिया हितेंद्र ठाकुर हताश नहीं हुए। उन्होंने तब कहा था कि जल्दी ही यहां के वोटरों को यह अहसास हो जाएगा कि उन्होंने गलत फैसला किया है। मनपा के चुनाव परिणाम ने उनके इस विश्वास को सही साबित कर दिया है। असल में विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद नये विधायक विवेक पंडित के कारनामों ने वसई को भले ही देश भर में चर्चित कर दिया हो, मगर स्थानीय लोगों में इससे नाराजगी ही पैदा हुयी। 53 गावों को मनपा से अलग कराने की अपनी मांग पर जोर डालने के लिए उनके द्वारा किये गये आंदोलन की वजह से गांव के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। वैसे भी विधानसभा चुनाव के जन आंदोलन समिति का जिस तरह गठन हुआ था, वह अधिक समय तक चलने वाला नहीं था, क्योंकि इसके घटकों कहीं कोई मेल नहीं था। विस चुनाव के तुरंत बाद ही इस गठबंधन में बिखराव आने लगा था। मनपा चुनाव में यह खुल कर सामने आ गया। इस चुनाव में एक ही वार्ड बविआ के खिलाफ जहां जआंस का प्रत्याशी खड़ा था, वहीं उसके घटक दल का उम्मीदवार भी मैदान में था। जैसे एक वार्ड अगर जआंस का उम्मीदवार है तो, वहीं से शिवसेना का, या बीजेपी का, या कांग्रेस का, या मनसे का उम्मीदवार भी मैदान में था। जबकि विस चुनाव में ये सभी दल जआंस के साथ थे। इस बिखराव का फायदा भी बविआ को मिला। इस चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए द वॉयस आफ पिपल्स के अध्यक्ष मेल्विन सिक्वेरा ने कहा कि वसई का बहुत बड़ा क्षेत्र गांवों में बसता है। वहां से काफी लोग नौकरी करने मुंबई आते हैं और इसके लिए उन्हें पहले बस का लंबा सफर तय कर वसई रोड स्टेशन आना पड़ता है। कई इलाके ऐसे हैं जहां दिन में एक बार बस आती है और एक बार ही वापस आती है। विवेक पंडित के आंदोलन की वजह से इन बसों का आना-जाना ठप हो गया, जिसकी वजह से लोग अपने काम पर नहीं जा सके। ऐसा एक नहीं, दो-तीन बार हुआ। इससे उन गांवों के लोग भी परेशान हुए जिन्होंने उन्हें वोट दे कर विधानसभा में भेजा था।

Thursday, May 27, 2010

देश में अब तक का यह सबसे बड़ा जमीन सौदा

देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी लोढ़ा ग्रुप ने एमएमआरडीए से वडाला में 4,050 करोड़ रुपये में 22.5 एकड़ जमीन का सौदा किया है। देश में अब तक का यह सबसे बड़ा जमीन सौदा है। भारतीय इतिहास में अब तक की यह सबसे बड़ी डील करके रियलिटी क्षेत्र में डील के मामले में भी लोढ़ा ग्रुप देश की नंबर वन कंपनी बन गई है। लोढ़ा ग्रुप इस प्लॉट पर वर्ल्ड क्लास 'आइकॉनिक ' का निर्माण करेगा। एमएमआरडीए ने वड़ाला ट्रक टर्मिनल के पास इस प्लॉट के लिए बोली आमंत्रित की थी। इसके लिए लोढ़ा ग्रुप ने सबसे ज्यादा 81 हजार 818 रुपये प्रति वर्ग मीटर की बोली लगाई। इस प्लॉट के लिए एमएमआरडीए ने न्यूनतम रिजर्व प्राइस 1,980 करोड़ रुपये रखी थी। इस प्लॉट के लिए लोढ़ा ग्रुप के अलावा चार अन्य कंपनियों ने भी आवेदन भरे थे। लोढ़ा ग्रुप ने 4050 करोड़ सनटेक रियल्टी की बोली 3500, इंडियाबुल्स की 3350 और दोस्ती ग्रुप की बोली 2300 करोड़ रुपये थी। लोढ़ा ग्रुप इस प्लॉट पर रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स बनाएगा। लोढ़ा समूह के एमडी अभिषेक लोढ़ा ने बताया कि एमएमआरडीए के साथ इस डील की हमें खुशी है। एमएमआरडीए ने जिस तरह से बांद्रा - कुर्ला कॉम्प्लेक्स को शानदार तरीके से विकसित किया है। उसी तरह से वडाला इलाके का विकास भी होगा। कुछ ही दिनों में वडाला मेट्रो रेल और मॉनो रेल से जुड़ने वाला है। साथ ही हार्बर रेल सेवा भी यहां मिलती है। आनेवाले कुछ ही समय में वडाला मुंबई का सबसे वेल कनेक्टेड़ सेंटर होगा।

Wednesday, May 26, 2010

एक मई 2005 के पूर्व दायर सभी राजनीतिक मामले वापस

गृह राज्यमंत्री रमेश बागवे के विवाद ने अनपेक्षित नतीजा दिया है। उनके खिलाफ दायर 19 मामले वापस लेने का रास्ता साफ करने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक मई 2005 के पूर्व दायर सभी राजनीतिक मामले वापस ले लिए है। अब सिर्फ वही मामले लंबित रहेंगे जिसमें जान माल की हानि हुई है। जो मामले खारिज हुए हैं वे आंदोलन, प्रदर्शन, मोर्चा आदि स्वरूप के है। बागवे के खिलाफ मामले दायर होने के कारण उनका पासपोर्ट रिन्यू नहीं हुआ था। इसी बात पर बखेड़ा खड़ा हुआ था। कांग्रेस एनसीपी सरकार के लिए यह बात प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई थी। इधर बागवे विवाद ने पुलिस बनाम राजनेता के बीच छिड़ी जंग का स्वरूप धारण कर लिया था। इसलिए गृहमंत्री आर.आर. पाटिल बेचैन थे। मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने उन्हें बागवे इश्यू का सम्मानजनक हल निकालने का आदेश दिया था। इससे पहले कि वह और तूल पकड़े पाटिल ने सभी मामले खारिज करने का निर्णय कर लिया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि राजनीतिक दलों द्वारा जनता के प्रश्नों के लिए आंदोलन किये जाते हैं, इस संदर्भ में दायर हजारों मामले अदालत में लंबित है। इन मामलों की समीक्षा करने के बाद सरकार ने मई 2005 से पहले के केस वापस लेने का निर्णय किया है। जहां तक जानमाल के नुकसान से जुड़े केस हैं, आर.आर. ने बताया कि कलेक्टरों से ऐसे मामले में नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए कहा जाएगा । यदि संबंधित आरोपी उसकी भरपाई करने के लिए तैयार हो तो एक समिति उसके केस वापस लेने के बारे में निर्णय करेगी। समिति में कलेक्टर, सरकारी वकील और जिला पुलिस अधीक्षक का समावेश होगा।

Friday, May 21, 2010

जैसे ही आर्थिक मंदी के बादल छंटने की आहट दिखाई दी, बिल्डरों ने अपने रेट बढ़ाने शुरू कर दिए

जैसे ही आर्थिक मंदी के बादल छंटने की आहट दिखाई दी, बिल्डरों ने अपने रेट बढ़ाने शुरू कर दिए हैं जिसका नतीजा यह देखने में आ रहा है कि पोटैंशियल कस्टमर फ्लैट खरीदारी के अपने फाइनल फैसले से बिदकते जा रहे हैं। रीयल इस्टेट से जुड़े सूत्रों के अनुसार, सेल या बुकिंग में गिरावट करीब-करीब 45 से 50 प्रतिशत तक हो गई है। इसके पीछे वजह यह बताई जा रही है कि बीते सालों में अपना हाथ जला चुके खरीदार अब भी आशंकित हैं कि कहीं ज्यादा कीमतों पर ली गई प्रॉपर्टी बाद में करेक्शन का शिकार न बन जाए। जानकारों के अनुसार, बिल्डरों द्वारा अपनी कीमतें बढ़ा दिए जाने के कारण सबसे बड़ा और तुरत परिणाम यह सामने आया है कि बिल्डरों के यहां आने वाली इन्क्वायरी के कॉल काफी हद तक कम हो गए हैं। हां, हाल के दिनों में जिन बिल्डरों ने छोटे प्रोजेक्टों को लांच किया है, उनके यहां जरूर खरीदार पहुंच रहे हैं। सबर्ब में एक बिल्डर के यहां बुकिंग कराने पहुंचे एक कस्टमर ने बताया कि मैंने जब 6-7 हफ्ते पहले कॉल किया था तो यहां के प्रोजेक्ट की कीमत 5,600 रुपए प्रति स्क्वायर फुट बताई गई थी। अब उसी प्रोजेक्ट का रेट 5,850 रुपया बताया जा रहा है। अचानक बढ़े इस दाम के बाबत एक बिल्डर का कहना है कि बीते महीनों में स्टील और सीमेंट की कीमतें जिस तरह से बढ़ी थी उसे देखकर हमारे पास प्रॉपर्टी के रेट बढ़ाने के अलावा और कोई चारा नहीं था। जबकि एक दूसरे डिवेलपर प्रॉपर्टी के रेट को भ्रष्टाचार के मुद्दे से जोड़कर देखते हैं। उनका कहना है कि यह मुद्दा इतना बड़ा है कि अगर इसे कंट्रोल किया जाए या इसका कोई साफ सुथरा सिस्टम बना दिया जाए तो न सिर्फ भ्रष्टाचार की गंगोत्री बंद हो जाएगी, बल्कि प्रॉपर्टी के रेट भी कम होने के अवसर पैदा हो जाएंगे। वे थोड़ा और मुखर होकर नाम न बताने का आग्रह करते हुए कहते हैं कि विंडो-दर-विंडो हमें सरकारी बाबुओं को इतने पैसे खिलाने होते हैं कि हमारा सारा बजट गड़बड़ा जाता है। पैसे खिलाने का यह सिस्टम इतना फल-फूल चुका है कि अब तो हमारे जैसे बिल्डर एनओसी पास करवाने के लिए भी अपना बजट अलग से बनाने लगे हैं। वे कहते हैं कि हम पिछले कई सालों से सरकार से इस झंझट को खत्म करने की मांग करते आ रहे हैं, मगर सच कहूं तो बिल्डर और सरकार दोनों ने अभी तक इस बारे में कोई ध्यान नहीं दिया है। प्रॉपर्टी के रेट के बढ़ते ट्रेंड पर मुंबई प्रॉपर्टी एक्सचेंज के संदीप साध कहते हैं कि यह बड़ी ही विचित्र स्थिति है, क्योंकि दक्षिण मुंबई में जहां नए प्रोजेक्ट आना करीब-करीब बंद हो गए हैं, वहां खरीदारों ने रीसेल के फ्लैटों को ऊंची कीमतों के कारण खरीदना बंद कर दिया है।

Tuesday, May 18, 2010

तापमान से हरी सब्जियां भी महंगी

दिनों-दिन बढ़ते तापमान से हरी सब्जियां भी महंगी होती जा रही हैं। थोक मंडी में तो कुछ सब्जियों के भाव दुगुने हो गये हैं। वहीं, शहर भर में फैले खुदरा सब्जी विक्रेता थोक मंडी में हुई मूल्यवृद्धि का फायदा उठाते हुये मनमानी कीमत पर सब्जियों को खुले बाजार में बेच रहे हैं। वाशी थोक मंडी से प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक थोक मंडी में रोज औसतन 570 से 580 ट्रक-टेंपो में भरकर सब्जियां आती थीं। पर राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी से यह औसत घटकर 470 से 480 ट्रक-टेंपो तक रह गया है। 42 डिग्री से 47 डिग्री तक की भीषण गमीर् और बेमौस बरसात से सब्जियों के उत्पादन पर विपरीत असर पड़ा है। भीषण गर्मी से करीब 30 फीसदी तक सब्जियां या तो खराब हो जाती हैं या बिकने के पहले ही सड़ जाती हैं। गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले 3 से 5 रुपये प्रति किलो बिकनेवाला टमाटर दुगुने भाव से 6 से 10 रु. प्रति किलो बिक रहा है। खुले बाजार में यही टमाटर 14 से 18 रु. प्रति किलो दर से बेचा जा रहा है। हरी मिर्ची अन्य राज्यों से तथा विदेशों से भी भारी मांग के चलते दुगुने से भी अधिक भाव से बेची जा रही है। सादी मिर्ची 16 से 20 रु. से बढ़कर 23 से 45 रु. प्रति किलो थोक भाव से तथा 55 से 60 रु. प्रति किलो खुदरा व्यापारियों द्वारा बेची जा रही है। वहीं तीखी मिर्ची 80 रु. प्रति किलो खुले मार्केट में बिक रही है। इसी प्रकार 20 से 25 रु. प्रति किलो बिकने वाली फरसबी अब 42 से 52 रु. प्रति किलो थोक भाव से बिक रही है। सर्वाधिक लोकप्रिय फ्लावर यानी फूलगोभी 30 से 40 रु. दर से बिक रही है।

Monday, May 17, 2010

बड़े भाई के विरुद्ध शांतिनगर पुलिस ने मामला दर्ज

मायके आयी अपनी सगी बहन का अश्लील फोटो निकालकर उसे ब्लैकमेल करने वाले भाई के विरुद्ध शांतिनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने यह मामला न्यायालय के आदेश पर दर्ज किया है। शांतिनगर की रहने वाली सबा अतीक मोमिन (26) दिसंबर 2009 में ईदगाह रोड स्थित अपने मायके गयी थी। जहां उसके बड़े सगे भाई मुवशीर मुजीद सैय्यद ने उसे नशीली दवा पिलाकर उसके मित्र परवेज के साथ उसका अश्लील फोटो निकाल लिया था। उस अश्लील फोटो के जरिए जब वह उसे परेशान करने लगा तो उसके परेशानी से तंग आकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। न्यायालय के आदेश पर बहन को कलंकित करने वाले सगे बड़े भाई के विरुद्ध शांतिनगर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

Wednesday, May 12, 2010

पानी समस्या : राज ठाकरे

महानगर की पानी समस्या को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मंगलवार को बीएमसी कमिश्नर स्वाधीन क्षत्रिय से मुलाकात की। इस समस्या से लोगों को कैसे राहत दिलाई जा सकती है इसके नुस्खे कमिश्नर को बताए। वाटर हार्वेस्टिंग को सख्ती से लागू करने तथा पानी चोरी व लीकेज जैसी समस्याओं को हल कर पानी की समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। राज ने सुझाव दिया कि वाटर हार्वेस्टिंग कितने बिल्डिंगों में अपनायी गयी है इसकी विस्तार से जानकारी मंगाई जाये। बीएमसी व प्राइवेट कुओं से प्रतिदिन हजारों लीटर पानी की बिक्री पर उंगली उठाई। ठाकरे ने कमिश्नर से कहा कि जिन कुओं पर इस तरह का कारोबार चल रहा है उस पर तत्काल रोक लगाये। उन कुओं को बीएमसी अधिग्रहण करे और उसे अपने कब्जे में ले। जिन क्षेत्रों में पानी की ज्यादा समस्या है उन क्षेत्रों में टैंकर से पानी पहुंचाने के लिए बीएमसी और भी जोर लगाए। बीएमसी कमिश्नर ने पत्रकारों को बताया कि ठाकरे द्वारा उठाये गए प्रश्नों पर पहले से ही अमल किया जा रहा है। हां, वाटर हार्वेस्टिंग के नियम कानून को और भी सख्ती से लागू किये जाएंगे और पानी लीकेज रोकने के लिए कई तरह के महत्वपूर्ण कदम उठाये गये हैं। सभी प्रभाग में विशेष ठेकेदार नियुक्ति किये गये हैं। जहां से भी पानी चोरी की शिकायतें आ रही वहां पर हमारे इंजीनियर व जल विभाग के कर्मचारी जाकर कार्रवाई कर ही रहे हैं और जिन क्षेत्रों में ज्यादा पानी की कमी है, वहां पर टैंकर से पानी पहुंचाया ही जा रहा है।

Monday, May 10, 2010

सागर नाईक को महापौर

रविवार को हुए मेयर और उपमहापौर चुनाव में सागर नाईक को महापौर और भरत नखाते को उपमहापौर पद के लिए चुन लिया गया। नवी मुंबई मनपा में लगातार पूर्ण बहुमत प्राप्त करने वाली एनसीपी को इस चुनाव में अपने प्रत्याशियों को जिताने में कोई परेशानी नहीं हुई। कुल 89 नगरसेवकों वाली इस मनपा में सागर नाईक को महापौर पद के लिए 57 मत मिले। उनके प्रतिद्वंद्वी शिवसेना-बीजेपी के जगदीश गवते को मात्र 17 मत ही मिल सके। इसी प्रकार भरत नखाते को भी उपमहापौर पद के लिए 57 मत तथा उनके प्रतिद्वंद्वी शिवसेना-बीजेपी के सतीश रमाणे को 17 मत मिले। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने तटस्थ भूमिका निभाई। ज्ञात हो कि इस चुनाव में एनसीपी के 55 नगरसेवक चुने गए हैं, जबकि बहुमत के लिए 45 का आंकड़ा ही आवश्यक था। महापौर चुने गए सागर नाईक स्थानीय दिग्गज गणेश नाईक के छोटे भाई ज्ञानेश्वर नाईक के बेटे हैं। नवी मुंबई मनपा के अब तक के 15 सालों के इतिहास में गणेश नाईक के परिवार से महापौर पद पर चुने गए सागर नाईक दस में से पांचवे महापौर हैं। सबसे पहले महापौर के रूप में गणेश नाईक के बड़े बेटे संजीव नाईक तीन बार चुने गए थे। चौथी बार गणेश नाईक के छोटे भाई तुकाराम नाईक चुने गए थे।

Friday, May 7, 2010

लोकशक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में बलात्कार

धार्मिक यात्रा पर दिल्ली से मुम्बई आई एक युवती के साथ दो लोगों ने बांद्रा टर्मिनस पर खड़ी लोकशक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में बलात्कार किया। पीड़ित युवती के बयान के आधार पर जीआरपी ने शब्बीर हुसैन और इमरान खान को गिरफ्तार कर लोकल कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद दोनों को 17 अप्रैल तक कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 19 साल की यह युवती हाजी अली के दर्शन करने के इरादे से शुक्रवार को मुम्बई आई थी। दरगाह से लौटने के बाद उसने अपने दोस्त के बगैर अकेले ही शनिवार की सुबह दिल्ली लौटने का फैसला किया। जब वह बांद्रा टर्मिनस पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी तब दोनों आरोपी उसके पास आए और उससे दोस्ती कर ली। दोनों ने उसे नाश्ता कराने के बाद टर्मिनस पर खड़ी लोकशक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में ले गए, जहां बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बाद युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस की टीम युवती के साथ टर्मिनस पहुंची और दोनों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। शब्बीर और इमरान बांद्रा पाइपलाइन स्लम के रहने वाले हैं।

लोकशक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में बलात्कार

धार्मिक यात्रा पर दिल्ली से मुम्बई आई एक युवती के साथ दो लोगों ने बांद्रा टर्मिनस पर खड़ी लोकशक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में बलात्कार किया। पीड़ित युवती के बयान के आधार पर जीआरपी ने शब्बीर हुसैन और इमरान खान को गिरफ्तार कर लोकल कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद दोनों को 17 अप्रैल तक कोर्ट ने पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 19 साल की यह युवती हाजी अली के दर्शन करने के इरादे से शुक्रवार को मुम्बई आई थी। दरगाह से लौटने के बाद उसने अपने दोस्त के बगैर अकेले ही शनिवार की सुबह दिल्ली लौटने का फैसला किया। जब वह बांद्रा टर्मिनस पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी तब दोनों आरोपी उसके पास आए और उससे दोस्ती कर ली। दोनों ने उसे नाश्ता कराने के बाद टर्मिनस पर खड़ी लोकशक्ति एक्सप्रेस के खाली डिब्बे में ले गए, जहां बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। घटना के बाद युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस की टीम युवती के साथ टर्मिनस पहुंची और दोनों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। शब्बीर और इमरान बांद्रा पाइपलाइन स्लम के रहने वाले हैं।

Monday, May 3, 2010

राज ठाकरे की एमएनएस सचिन तेंडुलकर के साथ मराठी मानुस को लुभाने की कोशिश

महाराष्ट्र की स्थापना के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में समारोहों के आयोजन का सिलसिला शनिवार
को शुरू हो गया। इस मौके का फायदा उठाने की जुगत में राज्य की कांग्रेस की अगुआई वाली सरकार, शिवसेना और एमएनएस लग गए हैं। शिवसेना ने इस अवसर पर लता मंगेशकर के एक संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया है, तो राज ठाकरे की एमएनएस सचिन तेंडुलकर के साथ मराठी मानुस को लुभाने की कोशिश कर रही है। एमएनएस इसके साथ ही मराठी फूड फेस्टिवल में भाग लेने की अपील भी मुंबई के लोगों से कर रही है। कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने राज्य में पानी-बिजली संकट के बावजूद इस मौके पर शानदार शो का आयोजन किया है।

Thursday, April 29, 2010

उन लोगों को नहीं छोड़ेंगे जो महाराष्ट्र को विभाजित करना चाहते हैं बाल ठाकरे

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने मुंबई के महाराष्ट्र से अलग होने की कगार पर होने का दावा करते हुए शुक्रवार को कहा कि ऐसे किसी भी प्रयास के विरोध में होने वाले संघर्ष में वह निजी तौर पर शामिल होंगे। पार्टी के मुखपत्र सामना में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा- उन लोगों को नहीं छोड़ेंगे जो महाराष्ट्र को विभाजित करना चाहते हैं। हम शेर की तरह उन पर टूट पड़ेंगे। ठाकरे ने अलग विदर्भ के गठन के लिए आंदोलन पर भी कड़ा विरोध जताया।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्यवश विदर्भ राज्य अस्तित्व में आ भी गया, तो मैं आपको लिख कर दे सकता हूं कि इस पर शासन करने वाले मराठी नहीं होंगे। ठाकरे ने कांगेस नेता राहुल गांधी को 'इटैलियन पुत्र' करार देते हुए फरवरी में मुंबई यात्रा के दौरान लोकल ट्रेन में उनकी यात्रा को हास्यास्पद बताया।

Sunday, April 25, 2010

अनजान ब्लड डोनर से ब्लड लेने के बाद ही उन्हें यह बीमारी हुई

बॉलिवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने कहा है कि वह लिवर सिरॉसिस से पीड़ित हैं, जबकि वह शराब नहीं पीते हैं। उन्होंने कहा है कि वह इस बीमारी से पीड़ित हैं, जो आमतौर पर शराब पीने वाले लोगों को होती है। अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा है कि 28 साल पहले 'कुली' फिल्म की शूटिंग के दौरान लगी चोट के बाद पर हुई सर्जरी के दौरान एक अनजान ब्लड डोनर से ब्लड लेने के बाद ही उन्हें यह बीमारी हुई थी। अमिताभ (67) लिखते हैं कि किस तरह से मैं तकनीकी रूप से या मेडिकल साइंस की भाषा में किसी चूक की वजह से रोगी बन गया। गौरतलब है कि 2 अगस्त 1982 को 'कुली' फिल्म की शूटिंग के दौरान अन्य कलाकार पुनीत इस्सर के साथ लड़ाई के दृश्य को फिल्माते समय अमिताभ की आंत में गंभीर चोट लगी थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया और उनका ऑपरेशन किया गया। वह कई महीनों तक गंभीर रूप से बीमार रहे थे। अमिताभ ने लिखा है कि ब्लड ऐंटीजेन हेपेटाइटिस से संक्रमित था। यह मेरे शरीर में प्रवेश कर गया और इसने मेरे लिवर पर हमला कर दिया। आठ साल पहले एक एमआरआई प्रक्रिया के दौरान पता चला कि इससे मेरे लिवर का 25 फीसदी हिस्सा नष्ट हो गया है। अमिताभ कहते हैं कि मैं इस बात से हैरत में हूं कि मैं लिवर की बीमारी से पीड़ित हूं, जबकि मैं शराब को हाथ तक नहीं लगाता। अमिताभ कभी भी इस बीमारी से पूरी तरह से नहीं उबर सके और उन्हें लगातार निगरानी रखनी पड़ी है।

Thursday, April 15, 2010

शोरूम का पूरा स्टाक गायब है तथा दोनों आरोपी भी फरार

मुम्बई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सेल्समैन बनकर मशहूर शोरूमों में से डिजाइनर कपड़े चुराने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी लूटे गए सामान को अपने खुद के शोरूम के जरिए बेच देते थे और लाखों रुपए का लाभ कमाते थे। तीनों आरोपियों का नाम दाउद खान उर्फ विकास (27), घेवरचंद मेघवाल उर्फ रोहित माली (28) और विक्रम सिंह (28) को गिरफ्तार किया है। मामला उस समय प्रकाश में आया, जब दुल्हन के डिजाइनर कपड़ों का कारोबार करने वाले ओमप्रकाश पंचारिया ने 29 मार्च को भांडुप पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने अपने यहां बतौर सेल्समैन काम करने वाले विकास और रोहित पर चीटिंग का आरोप लगाया। शिकायतकर्ता के मुताबिक उसने विकास और रोहित के बिजनेस प्लान पर यकीन कर भांडुप के गाडव नाका इलाके में अपना शोरूम खोल लिया और इसे संभालने की पूरी जिम्मेदारी दोनों को दे दी। नए शोरूम का नाम दुल्हन था। क्राइम ब्रांच की युनिट 8 के सीनियर पीआई श्रीरंग नाडगौडा ने बताया कि विकास और रोहित ने कुछ सप्ताह तक शोरूम को अच्छे तरीके से चलाया तथा अच्छी बिक्री दिखाई। हालांकि, 29 मार्च को शिकायतकर्ता को पता चला कि शोरूम का पूरा स्टाक गायब है तथा दोनों आरोपी भी फरार है। यहां तक कि विकास और रोहित के सेलफोन भी बंद थे। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों आरोपी शिकायतकर्ता के लिए फर्जी नाम से काम कर रहे थे। पुलिस ने सघन जांच और करीब 100 लोगों से पूछताछ के बाद दोनों को दक्षिण मुम्बई के वी. पी. रोड से पकड़ा। पीआई वस्त विनायक ने बताया कि चुराया गया अधिकांश माल आरोपियों के पास से जब्त कर लिया गया। दोनों के सहयोगी विक्रम ने शोरूम से स्टाक को दूसरे स्थान पर ले जाने का काम किया था। उसे भी बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने जांच के दौरान कबूला कि वे पुणे में डिजाइनर कपड़ों का शोरूम खोलना चाहते थे, इसलिए वे चोरी के जरिए डिजाइनर कपड़े एकत्रित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने मीरा रोड, भाईंदर और नालासोपारा में स्थित शोरूमों से कपड़े सेल्समैन बनकर चुराए थे।

लेबोरेटरी कर्मचारियों की कमी के चलते ठीक तरीके से काम नहीं कर पा रही

साध्वी प्रज्ञा सिंह, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइसेंज में हुए अमेरिकी लड़की का बलात्कार, नूरिया हवेली वाला प्रकरण और अंधेरी के हालिया शूटआउट के मामलों में सबसे कॉमन कलीना फरेंसिक लेबोरेटरी है। यहीं इन हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच हुई लेकिन खुद महाराष्ट्र की एक मात्र फॉरेंसिक लेबोरेटरी कर्मचारियों की कमी के चलते ठीक तरीके से काम नहीं कर पा रही है। हाल ही में एफसीएल कलीना की तरफ से होम मिनिस्टरी में अस्थायी पदों पर नियुक्ति करने के लिए आवेदन किया गया था जिसे मंत्रालय की तरफ से बिना कोई वजह बताए निरस्त कर दिया गया। लेबोरेटरी से जुड़े एक आला अधिकारी की माने तो वर्तमान में डीएनए, नाकोर् और बैलिस्टिक जांच के विभिन्न मामलों में कार्रवाई इसलिए नहीं पूरी हो पा रही है क्योंकि तकरीबन 68 जांच कर्ताओं की लैब में कमी है। जनवरी महीने में लेबोरेटरी की तरफ से 30 पदों को अस्थायी तौर पर भरने की मांग की गई थी लेकिन मंत्रालय ने बिना कोई वजह बताए उक्त अजीर् को खारिज कर दिया। संबंधित लेबोरटरी से जुड़े एक अन्य अधिकारी की माने तो मंत्रालय की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है कि महाराष्ट्र राज्य सेवा आयोग जल्द ही इन सभी 68 पदों को भरने के लिए अखबारों में विज्ञापन देगी लेकिन कब और कहां इस बात की जानकारी किसी को नहीं है? वैसे एफएसएल कलीना पिछले कई सालों से कर्मचारियों की कमी होने की शिकायत करता रहा है? इसी वजह से साल 2008 में संबंधित लेबोरेटरी ने गोवा के मशहूर बीच पर मृत पाई गई ब्रिटिश युवती स्कारलेट किलिंग के मामले की जांच करने से मना कर दिया था। जिसके बाद इस मामले को हैदराबाद फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया था। एफएसएल कलीना के सूत्रों की माने तो उनके पास डीएनए और बैलिस्टिक जांच से संबंधित सभी उपकरण है लेकिन संबंधित अधिकारी के ने होने की वजह से जांच ठंडे बस्ते में पड़ी रहती है। वहीं दूसरी तरफ करप्शन के मामलों में एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा फॉरवर्ड किए गए मामले भारी तादाद में अनसुलझे पड़े हैं। एसीबी के एक अधिकारी की माने तो घूसखोरी के मामलों में रिकार्ड किए गए जिन टेपों के आधार पर एसीबी पड़ताल करती है उनकी मैचिंग रिपोर्ट आने में कम से कम दो साल का वक्त लगता है। इन मामलों में बिना रिपोर्ट के आए एसीबी या पुलिस चार्जशीट तक दाखिल नहीं कर सकती। वर्तमान में एफएसएल कलीना में ही घूसखोरी के तकरीबन 100 मामले विचाराधीन हैं।

Tuesday, April 13, 2010

म्हैस्कर के खिलाफ कोई सुबूत नहीं

महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को बम्बई हाई कोर्ट से कहा कि पुलिस को सूचना का अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता सतीश शेट्टी हत्याकांड में आईआरबी इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स के अध्यक्ष वीरेंद्र म्हैस्कर के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिला है। सतीश के भाई संदीप शेट्टी ने पूर्व में आरोप लगाया था कि एक घोटाला उजागर करने के बाद म्हैस्कर ने उनके भाई को धमकी दी थी। संदीप के वकील ने कहा कि मामले की जांच गलत दिशा में जा रही है और पुलिस म्हैस्कर को गिरफ्तार नहीं करना चाहती। हाई कोर्ट ने पुणे के नजदीक तालेगांव में इस साल जनवरी में हुई शेट्टी की हत्या के मामले का स्वत: संज्ञान लिया था। शेट्टी ने सूचना का अधिकार कानून के तहत दी गई अजिर्यों के जरिए जमीन से सम्बन्धित कई घोटालों का पर्दाफाश किया था। पुणे पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया था। सरकार ने पिछले हफ्ते इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया था।

Wednesday, April 7, 2010

साल 2006 के मालेगांव विस्फोट के मामले में दाखिल याचिका खारिज

बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को साल 2006 के मालेगांव विस्फोट के मामले में तीन आरोपियों द्वारा दाखिल याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें विशेष जांच दल से ताजा जांच की मांग की गई थी। जज डी. बी. भोसले और जज ए. आर. जोशी की खंडपीठ ने कहा कि याचिकाकर्ता निचली अदालत में याचिका दाखिल कर सकते हैं। मालेगांव में आठ सितंबर 2006 को हुए चार विस्फोटों में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। तीन आरोपियों नूरउलहुदा समसुदोहा, शब्बीर अहमद मसिउल्ला और मोहम्मद जाहिद ने याचिका दाखिल की थी। याचिका में आरोप है कि अबरार अहमद नामक शख्स द्वारा दाखिल हलफनामे में संकेत है कि याचिकाकर्ताओं को फंसाया गया है। इसमें यह आरोप भी लगाया गया है कि अबरार का हलफनामा दिखाता है कि 2006 के मालेगांव विस्फोटों और 2008 में इसी कस्बे में हुए विस्फोटों में कोई कड़ी जुड़ी है। 2008 के मामले में हिंदू संगठन अभिनव भारत के सदस्य आरोपी हैं। हालांकि, याचिकाकर्ताओं के वकील अमीन सोलकर ने कहा कि यही समूह 2006 के हमलों में भी शामिल हो सकता है और इसलिए एसआईटी को मामलों में जांच करनी चाहिए। हालांकि, अदालत ने कहा कि वह अबरार के शपथपत्र की सच्चाई की पुष्टि नहीं कर सकती और याचिकाकर्ता इस संबंध में निचली अदालत में मुकदमा शुरू होने पर वहां गुहार लगा सकते हैं। उच्चतम न्यायालय ने 2006 के मामले में मुकदमे पर रोक लगा दी थी। दरअसल आरोपियों ने महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी थी।

Tuesday, April 6, 2010

संजय गांधी नेशनल पार्क से बाघों के एक जोड़े को गोद लेने की इच्छा

वन्यप्राणियों के संरक्षण का समर्थन करते हुए शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शहर के संजय गांधी नेशनल पार्क से बाघों के एक जोड़े को गोद लेने की इच्छा व्यक्त की है। पार्क के निदेशक पी. एन. मुंडे ने बताया कि शिवसेना नेता ने पार्क प्रशासन को इस आशय का एक पत्र लिखा है। पत्र में उद्धव ने पूछा है कि वह पार्क में वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए क्या कर सकते हैं। मुंडे ने बताया कि पार्क प्रशासन उद्धव को अनुमति देने से पहले वन्यजीवन मुख्यालय से अंतिम अनुमोदन का इंतजार कर रहा है। बाघों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए खुद भी एक वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर रहे उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह बाघों के संरक्षण के लिए एक राज्यव्यापी आंदोलन चलाना चाहते हैं। गौरतलब है कि बाघ शिवसेना का चुनाव चिन्ह भी है। महाराष्ट्र के दोनों बाघ अभयारण्यों-मेलघाट और टडोबा अंधारी में हाल के समय में बाघों के शिकार में काफी वृद्धि हुई है और बाघों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहे हैं।

संजय गांधी नेशनल पार्क से बाघों के एक जोड़े को गोद लेने की इच्छा

वन्यप्राणियों के संरक्षण का समर्थन करते हुए शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शहर के संजय गांधी नेशनल पार्क से बाघों के एक जोड़े को गोद लेने की इच्छा व्यक्त की है। पार्क के निदेशक पी. एन. मुंडे ने बताया कि शिवसेना नेता ने पार्क प्रशासन को इस आशय का एक पत्र लिखा है। पत्र में उद्धव ने पूछा है कि वह पार्क में वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए क्या कर सकते हैं। मुंडे ने बताया कि पार्क प्रशासन उद्धव को अनुमति देने से पहले वन्यजीवन मुख्यालय से अंतिम अनुमोदन का इंतजार कर रहा है। बाघों की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए खुद भी एक वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर रहे उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह बाघों के संरक्षण के लिए एक राज्यव्यापी आंदोलन चलाना चाहते हैं। गौरतलब है कि बाघ शिवसेना का चुनाव चिन्ह भी है। महाराष्ट्र के दोनों बाघ अभयारण्यों-मेलघाट और टडोबा अंधारी में हाल के समय में बाघों के शिकार में काफी वृद्धि हुई है और बाघों के प्राकृतिक आवास नष्ट हो रहे हैं।

Wednesday, March 31, 2010

जिन्ना की महानगर में स्थित संपत्ति जिन्ना हाउस को लेकर कानूनी विवाद में एक नया मोड़

पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की महानगर में स्थित संपत्ति जिन्ना हाउस को लेकर चल रहे कानूनी विवाद में एक नया मोड़ आ गया है तथा हाल में एक ऐसी वसीयत की प्रति मिली है, जिसमें उन्होंने संपत्ति का उत्तराधिकार अपनी बहन को सौंपा है। एक अधिकारी ने कहा कि वसीयत में इस बात का जिक्र है कि नेता ने संपत्ति का उत्तराधिकार अपनी बहन फातिमा जिन्ना को सौंपा था। दक्षिणी मुम्बई के संभ्रात माउंट प्लीसेंट रोड पर स्थित जिन्ना हाउस पर जिन्ना की पुत्री दीना वाडिया ने दावा किया है। मुम्बई में संरक्षक कार्यालय के प्रभारी दिनेश सिंह ने बताया, 'भारत में शत्रु संपत्ति के संरक्षक के रिकार्ड में 30 मई 1939 की तारीख वाली वसीयत तथा बंबई हाई कोर्ट के कानूनी प्रमाणपत्र की प्रति मिली है।' सिंह ने कहा कि हाई कोर्ट ने 1962 में वसीयत को वास्तविक और फातिमा के पक्ष में लागू होने के लिए कानूनी रूप से प्रमाणित किया था। उन्होंने कहा कि हमने प्रति को विदेश मंत्रालय के पास भेज दिया है। ब्रिटिश नागरिक और उद्योगपति नुस्ली वाडिया की मां दीना (90) ने अपैल 2007 में हाई कोर्ट की शरण ली थी और जिन्ना हाउस पर अपना दावा करते हुए कहा था कि उनके पिता ने कोई वसीयत नहीं छोड़ी थी। दीना के अनुसार उनके पिता खोजा मुस्लिम थे। यह संप्रदाय हिन्दू कानूनों का पालन करता है न कि शरीयत का। लिहाजा हिन्दू उत्तराधिकार कानून लागू करना चाहिए, जो पुत्री को संपत्ति का उत्तराधिकारी मानता है। इस मामले में इस्लामी कानून लागू नहीं किया जाना चाहिए जिसमें मृतक के भाई बहनों को भी संपत्ति का उत्तराधिकारी माना जाता है। केन्द्र सरकार के अनुसार 1949 के बंबई निष्क्रमण (इवेक्यूई) कानून के तहत जिन्ना हाउस को निष्क्रमित संपत्ति घोषित कर दिया गया और सरकार के पास इसका स्वामित्व आ गया।

Monday, March 29, 2010

26 वर्षीय हिन्दीभाषी प्रत्याशी का नाम शामिल

नगर पालिका चुनाव में मराठी हितों की बात करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने दो चरणों में 51 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। एमएनएस ने पहली सूची में 36 तथा दूसरी सूची में 15 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं। एमएनएस की दूसरी सूची में ऐरोली वॉर्ड नं. 10 से विवेक रमेश सिंह नामक 26 वर्षीय हिन्दीभाषी प्रत्याशी का नाम शामिल है। विवेक सिंह पिछले दो सालों से एमएनएस के सक्रिय कार्यकर्ता है तथा ऐरोली का शाखा अध्यक्ष हैं। पालिका के कुल 89 प्रभागों में से अभी तक एमएनएस ने 51 प्रत्याशियों को खड़ा किया है। बचे हुए 38 प्रभागों में एमएनएस कितने प्रत्याशी खड़े करती है, इसका बेसब्री से सभी दल इंतजार कर रहे हैं। ऐरोली क्षेत्र में हिन्दीभाषी प्रत्याशी को खड़ा करके एमएनएस ने अपने हिन्दी भाषा-भाषी विरोध की धार को कम करने व निरपेक्ष होने का प्रयास किया है। देखना है कि हिन्दीभाषी मतदाता एमएनएस के हिन्दी प्रत्याशी को कितना समर्थन देते हैं। इसी के साथ एमएनएस के मराठी समर्थक भी एक हिन्दी भाषी प्रत्याशी को मत देते हैं या नहीं, इसका भी बेसब्री से इंतजार सभी को है।

इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए 1 करोड़ 30 लाख रुपये मूल्य के हीरे लूट

जूलरी के एक मैनेजर से रविवार को इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए 4 अज्ञात लोगों ने बंदूक का भय दिखाकर 1 करोड़ 30 लाख रुपये मूल्य के हीरे लूट लिए। पुलिस ने बताया कि दीपक लालवानी अपनी कार चला रहे थे तभी डिंडोशी इलाके में इनकम टैक्स अधिकारी बनकर आए इन लोगों ने उन्हें रोका। पुलिस ने बताया कि बंदूक का भय दिखाकर चारों लालवानी को अपने वाहन में ले गए और उन्हें समता लगर इलाके में उतर जाने को कहा। उन्होंने बताया कि इसके बाद वे हीरे लेकर भाग गए। डिंडोशी थाने में एक शिकायत दर्ज कर ली गई है।

Friday, March 26, 2010

कभी कांग्रेस नेताओं की 'आंखों का तारा' हुआ करते थे, मगर अब उन्हीं नेताओं की आंखों को चुभने लगे

महानायक अमिताभ बच्चन कभी कांग्रेस नेताओं की 'आंखों का तारा' हुआ करते थे, मगर अब उन्हीं नेताओं की आंखों को चुभने लगे हैं। बांद्रा और वरली को जोड़ने वाले ऐतिहासिक सी लिंक के दूसरे फेज के उद्घाटन समारोह में उनकी उपस्थिति को कांग्रेसियों को मुद्दा बनाकर बवाल खड़ा कर दिया है, जबकि इस सी लिंक का नाम है 'राजीव गांधी सागरी सेतु' और राजीव के बालसखा अमिताभ कभी उनके सबसे घनिष्ट फैमिली फ्रेंड हुआ करते थे। सी लिंक का निर्माण जिस विभाग ने कराया है, वह चूंकि एनसीपी के पास है इसलिए मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के खिलाफ सक्रिय लॉबी ने बिग बी के नाम पर फटी पर्ची का फटाफट फायदा उठाया और मोदी सरकार के नए ब्रैंड एम्बेसडर को तरजीह दिए जाने की शिकायत 10 जनपथ तक पहुंचा दी। चव्हाण बैकफुट पर आ गए और फोन पर बार-बार हाईकमान को अपनी सफाई पेश करते नजर आए।

Tuesday, March 23, 2010

कुरैशी गे बनकर ग्राहकों को अपने घर बुलाया था।

इरफान कुरैशी उर्फ आदिल नाम के समलैंगिक के मर्डर में पुलिस ने एक नया खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक कुरैशी गे बनकर ग्राहकों को अपने घर बुलाया था। गौरतलब है कि 15 फरवरी को वाकोला स्थित घर में कुरैशी का मर्डर हो गया था। सीनियर इंस्पेक्टर विनायक सावदे और ज्योत्सना रासम की टीम ने मर्डर केस में मंगलवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके नाम हैं, अबरार पठान, शेरू खान, सलीम शेख व सोहेल कलवता। क्राइम ब्रांच चीफ राकेश मारिया के अनुसार आदिल मुम्बई के होटल हयात में काम करता था। उसकी तनख्वाह 40 हजार रुपये प्रतिमाह थी। वह मुम्बई से पहले बहरीन में भी काम कर चुका था। उसने बहरीन में शादी भी की थी, पर बाद में पत्नी को तलाक भी दे दिया था। मुंबई के फाइव स्टार होटल में काम करने के बाद आदिल पुरुष ग्राहकों को अपने घर में सेक्स के लिए बुलाता था। सेक्स के बाद वह ग्राहकों से पैसा लेता नहीं था, बल्कि उन्हें बाकायदा खुद रुपए देता था। ग्राहकों को बुलाने के लिए वह महिलाओं की ड्रेस व बाल पहनकर सड़कों पर खड़ा हो जाता था। मर्डर के बाद पुलिस को उसके घर से महिलाओं की बिग व कपड़े भी मिले हैं। क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों में से एक अबरार का सेक्स के लिए आदिल के घर नियमित आना जाना था। इसी दौरान आदिल ने एक बार यूं ही गप मार दी कि उसके एकाउंट में उसके होटल की तरफ से 60 लाख रुपये डाले जाने हैं। अबरार को इन्हीं 60 लाख रुपये का लालच आ गया और फिर उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर आदिल का 15 फरवरी को मर्डर कर दिया। बाद में कातिल आदिल का लैपटॉप, कैमरे के अलावा उसके पर्स से क्रेडिट कार्ड भी ले गए। क्रेडिट कार्ड से आरोपियों ने अपनी अपनी बाइक में पेट्रोल भरवाया। साथ ही गोरेगांव के एक मॉल में 23 हजार रुपये का सामान भी खरीदा। उन्हें आदिल के एकाउंट में फिर भी 60 लाख रुपये नहीं मिले।

Monday, March 22, 2010

विधायकों के पेट में भी चूहे दौड़ रहे

महाराष्ट्र विधान मंडल के बजट सत्र के पहले ही दिन विधायकों का खाना खराब हो गया। अब तक कैंटीन के सस्ते खाने का जायका लेने वाले कई विधायकों को खाना तो दूर नाश्ता भी नसीब नहीं हुआ। नतीजा यह हुआ कि कैंटीन की नई व्यवस्था से नाराज नेताओं ने सरकार से कहा 'भूखे भजन न होए गोपाला'। विधान भवन परिसर में सत्र के दौरान हमेशा गुलजार रहने वाले कैंटीन में इस बार सब कुछ बदल गया है। कैंटीन का ठेका इस बार निजी ठेकेदार डॉक्टर्स हॉस्पिलिटी को दिया गया है। सरकार ने निजीकरण के तहत कैंटीन का ठेका सेना के एक्स सविर्स मैन की आरक्षित श्रेणी के तहत कर्नल सूद को गत माह दिया है। सरकारी सब्सिडी समाप्त होने से दाम तो दुगने हुए ही व्यवस्था पहले ही दिन चौपट हो गई।
सरकारी सब्सिडी के तहत मिलने वाली चार रुपये की चाय अब 8 रुपये, 8 रुपये की कॉफी 12 रुपये, शीरा 10 का 22, दाल 12 की जगह 25, वेज थाली 22 रुपए से बढ़ कर 65 रुपये और नॉन वेज थाली 30 की जगह 90 रुपए हो गई है। एसी कैंटीन में पहली खेप में जमकर खाना खाने के बाद कुछ विधायक महोदय डकार भी नहीं ले पाए थे कि बिल देख कर उनको अपच हो गया। बीजेपी विधायक गोपाल शेट्टी, सरदार तारा सिंह और योगेश सागर जब राज्यपाल का अभिभाषण समाप्त होने के बाद कैंटीन पहुंचे तो खाने के लिए लगभग कुछ नहीं था। अन्य विधायकों के पेट में भी चूहे दौड़ रहे थे। कैंटीन मैनेजर से शिकायत के बाद तुरंत पकोड़े तले गए तब कहीं विधायकों को कुछ खाने को मिला, लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरे की तरह था। विधायकों ने इसकी शिकायत सरकार से की है। जाहिर है कि शिकायत में दाम की नहीं खाने की कमी और क्वालिटी खराब होने की शिकायत मुख्य थी। कैंटीन मैनेजर महेश ठाकुर के अनुसार सेशन का पहला दिन होने से विधायकों से साथ-साथ काफी लोगों के आ जाने से व्यवस्था भंग हो गई। उन्होंने कहा कि हमने यह सोचा नहीं था कि इतने लोग आ जाएंगे। कैंटीन सिर्फ विधायकों के लिए है। उनके साथ अन्य लोगों के आ जाने से अंदाजा बिगड़ गया, लेकिन आगे से अब ऐसा नहीं होगा। दाम बढ़ने के सम्बंध में उन्होंने कहा कि सब्सिडी न होने से खाद्य सामग्री बाजार रेट पर दी जा रही है।

Saturday, March 20, 2010

'भूखे भजन न होए गोपाला'।

महाराष्ट्र विधान मंडल के बजट सत्र के पहले ही दिन विधायकों का खाना खराब हो गया। अब तक कैंटीन के सस्ते खाने का जायका लेने वाले कई विधायकों को खाना तो दूर नाश्ता भी नसीब नहीं हुआ। नतीजा यह हुआ कि कैंटीन की नई व्यवस्था से नाराज नेताओं ने सरकार से कहा 'भूखे भजन न होए गोपाला'। विधान भवन परिसर में सत्र के दौरान हमेशा गुलजार रहने वाले कैंटीन में इस बार सब कुछ बदल गया है। कैंटीन का ठेका इस बार निजी ठेकेदार डॉक्टर्स हॉस्पिलिटी को दिया गया है। सरकार ने निजीकरण के तहत कैंटीन का ठेका सेना के एक्स सविर्स मैन की आरक्षित श्रेणी के तहत कर्नल सूद को गत माह दिया है। सरकारी सब्सिडी समाप्त होने से दाम तो दुगने हुए ही व्यवस्था पहले ही दिन चौपट हो गई।
सरकारी सब्सिडी के तहत मिलने वाली चार रुपये की चाय अब 8 रुपये, 8 रुपये की कॉफी 12 रुपये, शीरा 10 का 22, दाल 12 की जगह 25, वेज थाली 22 रुपए से बढ़ कर 65 रुपये और नॉन वेज थाली 30 की जगह 90 रुपए हो गई है। एसी कैंटीन में पहली खेप में जमकर खाना खाने के बाद कुछ विधायक महोदय डकार भी नहीं ले पाए थे कि बिल देख कर उनको अपच हो गया। बीजेपी विधायक गोपाल शेट्टी, सरदार तारा सिंह और योगेश सागर जब राज्यपाल का अभिभाषण समाप्त होने के बाद कैंटीन पहुंचे तो खाने के लिए लगभग कुछ नहीं था। अन्य विधायकों के पेट में भी चूहे दौड़ रहे थे। कैंटीन मैनेजर से शिकायत के बाद तुरंत पकोड़े तले गए तब कहीं विधायकों को कुछ खाने को मिला, लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरे की तरह था। विधायकों ने इसकी शिकायत सरकार से की है। जाहिर है कि शिकायत में दाम की नहीं खाने की कमी और क्वालिटी खराब होने की शिकायत मुख्य थी। कैंटीन मैनेजर महेश ठाकुर के अनुसार सेशन का पहला दिन होने से विधायकों से साथ-साथ काफी लोगों के आ जाने से व्यवस्था भंग हो गई। उन्होंने कहा कि हमने यह सोचा नहीं था कि इतने लोग आ जाएंगे। कैंटीन सिर्फ विधायकों के लिए है। उनके साथ अन्य लोगों के आ जाने से अंदाजा बिगड़ गया, लेकिन आगे से अब ऐसा नहीं होगा। दाम बढ़ने के सम्बंध में उन्होंने कहा कि सब्सिडी न होने से खाद्य सामग्री बाजार रेट पर दी जा रही है।

Friday, March 12, 2010

मुम्बईकरों को वाटर माफिया से निबटने के लिए टोल फ्री नंबर लांच

महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री नारायण राणे के बेटे तथा स्वाभिमान संगठन के अध्यक्ष नितेश राणे ने पानी की किल्लत से जूझ रहे मुम्बईकरों को वाटर माफिया से निबटने के लिए टोल फ्री नंबर लांच किया है। यह प्रयास शहर में पानी की समस्या से राहत पाने तथा इसका दुरुपयोग रोकने के लिए किया गया है। इस बाबत नितेश का कहना है कि शहर भर में पानी की सप्लाई करने वाले प्राइवेट वाटर टैंकर वालों द्वारा दिए जाने वाले पानी के लिए अत्यधिक राशि वसूली जाती है। बीएमसी के वाटर टैंकर की कीमतें जहां 160 से 200 रुपए हैं, वहीं प्राइवेट टैंकरों की कीमत 1200 से लेकर 4000 रुपए तक हैं। नितेश के मुताबिक यह आम आदमी का शोषण नहीं, तो और क्या है! स्वाभिमान संगठन ने इस मुद्दे को उठाते हुए वाटर टैंकर सप्लायर्स एसोसिएशन से पानी टैंकरों की कीमतें घटाने का अनुरोध किया है। इस संबंध में संगठन की ओर से एसोसिएशन को पत्र भी जारी किया गया है, जिसमें मुम्बईकरों की चार मांगों को प्रमुखता दी गई है। इसके अलावा नागरिकों की मदद के लिए टोल फ्री नंबर '1800-200-9837' जारी किए जाएंगे, ताकि गमिर्यों में आम आदमी को पानी के लिए मुश्किलों का सामना कम करना पड़े। नितेश ने बताया कि इससे वाटर माफिया की नकेल कसने में मदद मिलेगी तथा मुम्बईकर पानी की समस्याओं से संबंधित प्रशासन को रूबरू भी करा सकेंगे। उनके मुताबिक यदि आम आदमी वाटर माफिया या पानी चोरी व बर्बादी के लिए जिम्मेदार मशीनरी के खिलाफ सजग हो जाएगा, तो आधे से ज्यादा समस्या स्वत: हल हो जाएगी और इसके लिए उक्त टोल फ्री नंबर की मदद उपलब्ध रहेगी।

Monday, March 8, 2010

पहले मुम्बईकरों की प्यास बुझाओ फिर उद्यानों को सुन्दर बनाओ।

आर्थिक मंदी से जूझ रही बीएमसी के पिटारे से पवई पार्क के सौंदर्यीकरण का भूत फिर से निकल पड़ा है। एक बार फिर से लोगों को पानी पिलाने का पैसा पार्कों के सौंदर्यीकरण पर खर्च करने के लिए मुम्बई महानगरपालिका ने अपनी तिजोरी पर लगे ताले खोल दिए हैं। बीएमसी की इस हरकत पर लगाम लगाने के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने कमर कस ली है। उनका कहना है पहले मुम्बईकरों की प्यास बुझाओ फिर उद्यानों को सुन्दर बनाओ। पवई झील से सटकर ही करीब 27 एकड़ के भूखंड पर पवई उद्यान है जिसका नाम डॉ. बाबा साहेब आम्बेडकर दिया गया है। इस उद्यान के सौंदयीर्करण पर इससे पहले भी बीएमसी ने खूब हाथ पैर चलाए थे। 21 नवम्बर, 2006 को टेंडर भी मंगाए थे। बीएमसी ने पार्क पर 33 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बनाई थी लेकिन ठेकेदारों ने उस काम को 65 करोड़ रुपए में करने का टेंडर भरा जिसे प्रशासन ने अस्वीकार कर दिया। 2 जनवरी, 2007 के दिन फिर से टेंडर मंगाए गए। इस बार वही काम 43.83 करोड़ रुपए में करने के लिए ठेकेदार तैयार हो गए परंतु प्रशासन ने ठेकेदार मे बीपीएल-बीबीसी जॉइन्ट वेंचर से बातचीत कर उसे 38.31 करोड़ रुपए में काम करने के लिए मना लिया। एक साल बीतने के बाद भी सौंदर्यीकरण का रुका पड़ा रहा। शिकायत मिलने के बाद स्थायी समिति ने उद्यान का दौरा किया। काम नहीं करने के लिए सदस्यों ने ठेकेदार पर जमकर भड़ास उतारी और बीएमसी ने उस ठेकेदार से काम छीन लिया। इसके पश्चात सौंदर्यीकरण का काम ठप पड़ा रहा। तीन साल बाद बीएमसी प्रशासन के सिर पर फिर से उसी उद्यान के सौंदर्यीकरण का भूत सवार हो गया है। बताया जा रहा है कि चंद नेताओं व ठेकेदारों के दबाव के सामने प्रशासन नतमस्तक हो गया हैं। उनके दबाव के चलते ही सौंदर्यीकरण के लिए टेंडर मंगाए गए वरना आर्थिक मंदी से जूझ रही बीएमसी को इस समय इस काम को हाथ में लेने की जरूरत ही नहीं थी। अब वही काम बीएमसी लगभग 20 करोड़ रुपए में करा रही हैं जबकि 2007 में इसी काम के लिए 38.31 करोड़ रुपए खर्च कर रही थी।

हत्या से पहले उसका रेप किया गया


पूर्वोत्तर मुंबई स्थित पुलिस आवासीय कॉलोनी में 9 साल की एक मासूम बच्ची का रेप और फिर हत्या का मामला सामने आया है। रविवार को पुलिस क्वॉर्टर के एक इमारत नंबर 109 की छत से उस बच्ची का शव बरामद किया गया। एसीपी रितेश कुमार ने बताया, 'शव परीक्षण से पता चला है कि बच्ची की हत्या से पहले उसका रेप किया गया था।' उन्होंने बताया कि वह बिल्डिंग नेहरू नगर पुलिस स्टेशन से बस 10 मीटर ही दूर है और वहां सीनियर इंस्पेक्टर प्रकाश काले रहते हैं। यहां एक महीने में होनेवाली यह इस तरह की दूसरी घटना है। पुलिस को शक है कि इन दोनों घटनाओं को किसी एक ही आदमी ने अंजाम दिया है। इन दोनों घटनाओं की छानबीन के लिए 5 पुलिस अधिकारियों की टीम बनाई गई है।
उसी इमारत में रहने वाले सब-इंस्पेक्टर का बेटा गद्दे सुखाने के लिए जब छत पर पहुंचा तो उसने देखा कि उस बच्ची का शव वहां वॉटर टैंक पड़ा हुआ है। उसी ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। संयोग से रविवार 1 बजे कुर्ला रेलवे स्टेशन के पास झोपड़पट्टी निवासी रमेश जायसवाल अपनी बच्ची अंजली जायसवाल के लापता होने की खबर दर्ज करने पहुंचा। बच्ची घर से शनिवार शाम 7.30 बजे से लापता थी। जब पुलिस ने उस बच्ची का शव दिखलाया तो पता चला यह शव उनकी ही बेटी का है। उन्होंने बताया, 'मेरी बेटी काफी देर से अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिए शाम को निकली थी। जब वह देर रात तक घर वापस नहीं पहुंची तब हमने उसे हर जगह ढूंढना शुरू किया और आखिरकार हमने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।'

Thursday, March 4, 2010

क्या वे एक प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की वजह से हुए नुकसान का हर्जाना भरेंगे।

न्यायपालिका ने बंद के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान के लिए राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराने की पहल की है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने पूर्व शिवसेना एमएलए सीताराम दलवी से कहा है कि वह अपनी पार्टी के नेताओं से पूछकर बताएं कि क्या वे एक प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की वजह से हुए नुकसान का हर्जाना भरेंगे। गौरतलब है कि पिछले साल जनवरी में शिवसेना के लगभग 500 कार्यकर्ताओं ने एक होटेल में तोड़फोड़ की थी। इसके लिए कलेक्टर ने दलवी को सात लाख रुपये जमा करने का आदेश दिया था। अदालत ने कहा, आजकल राजनीतिक दल सड़क पर उतरकर लोगों पर हमले कर रहे हैं, पब्लिक और प्राइवेट प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस सबके लिए इन दलों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। हालांकि, दलवी के वकील का कहना था कि उनके क्लाइंट को बेवजह फंसाया जा रहा है, जबकि बाकी लोगों को छोड़ दिया गया।

Saturday, February 27, 2010

वित्त मंत्री ने बजट में टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत दी

वित्त मंत्री ने बजट में टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत दी है। टैक्स स्लैब में बदलाव का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि इससे 60 % टैक्स पेयर्स को राहत मिलेगी। अब वित्त मंत्री के नए ऐलान के अनुसार , अब 1 लाख 60 हजार रुपये से ज्यादा और 5 लाख रुपये तक की आमदनी पर 10 परसेंट टैक्स लगेगा। 5 लाख रुपये से 8 लाख रुपये तक की आमदनी पर 20 परसेंट टैक्स लगेगा और 8 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी पर 30 परसेंट टैक्स लगेगा। अब तक इंडिविजुअल को 1 लाख 60 हजार रुपये तक की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं लगता है। 1 लाख 60 हजार रुपये से ज्यादा और 3 लाख रुपये तक की आमदनी पर 10 परसेंट टैक्स लगता है। 3 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक की आमदनी पर 20 परसेंट टैक्स लगता है और 5 लाख रुपये से ज्यादा की आमदनी पर 30 परसेंट टैक्स लगता है। नए टैक्स स्लैब से 3 लाख रुपये तक की सालाना आमदनी वालों को तो कोई फायदा नहीं होगा लेकिन इससे अधिक आमदनी वालों को काफी फायदा होगा। इतना ही नहीं , इनकम टैक्स की धारा 80 सी के तहत 1 लाख रुपये के निवेश पर अब तक टैक्स छूट है। अब वित्त मंत्री ने कहा है कि यदि कोई व्यक्ति इस निवेश के अलावा साल में 20 हजार रुपये का लॉन्ग टर्म इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड खरीदता है तो उसे इस खरीद पर टैक्स छूट मिलेगी। बजट में इनकम टैक्स के नए स्लैब इस प्रकार रखे गए हैं आम इंडिविजुअल टैक्सपेयर 1,60,000 रुपये तक : शून्य 1,60,001 रुपये से 5 लाख रुपये : 10 प्रतिशत 5,00,001 रुपये से 8,00,000 रुपये : 20 प्रतिशत 8,00,001 रुपये से अधिक : 30 प्रतिशत महिला टैक्सपेयर 1,90,000 रुपये तक : शून्य 1,90,001 रुपये से 5 लाख रुपये : 10 प्रतिशत 8,00,001 रुपये से अधिक : 30 प्रतिशत सीनियर सिटिजन 2,40,000 रुपये तक : शून्य 2,40,001 रुपये से 5 लाख रुपये : 10 प्रतिशत 8,00,001 रुपये से अधिक : 30 प्रतिशत

Tuesday, February 23, 2010

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे जमानत पर रिहा

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे ने 2008 के एक दंगा मामले में सोमवार को जलगांव की एक स्थानीय अदालत में समर्पण कर दिया। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी), चोपरा क्षेत्र ने राज ठाकरे को सात हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी। वह अपने वकील सयाजी नांगरे के साथ थे। एमएनएस प्रमुख को उनकी पार्टी द्वारा उत्तर भारतीयों के खिलाफ छेड़ी गई हिंसक मुहिम के मामले में 21 अक्टूबर 2008 को रत्नागिरी में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद मुंबई और राज्य के कई हिस्सों में दंगा भड़क गया। राज ठाकरे और उनके समर्थकों के खिलाफ बहुत से मामले दर्ज किए गए। चोपरा अदालत में चल रहे मामले में राज ठाकरे पर धारा 143, 109, 338 और 427 के तहत आरोप दर्ज हैं। राज ठाकरे को इन सभी मामलों में जमानत मिल गई।

Thursday, February 18, 2010

पवार ठाकरे से मिलने उनके घर 'मातोश्री' गए थे।

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने अगले महीने शुरू हो रहे आईपीएल-3 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को नहीं खेलने देने की चेतावनी मंगलवार रात वापस ले ली। ठाकरे ने एक बयान में कहा कि देश के स्वाभिमान के हक में बोलना एक अपराध हो गया है। ऐसे में हमें ऑस्ट्रेलिया और आईपीएल-3 का विरोध क्यों करना चाहिए? उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीयों ने हमसे यह पाबंदी हटाने का आग्रह किया था। गौरतलब है कि इसके पहले आईपीएल में ऑस्ट्रेलियाई प्लेयरों को मुंबई में न खेलने देने की शिवसेना की धमकी के मद्देनजर एनसीपी चीफ और केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने बाल ठाकरे से मुलाकात की थी। पवार ठाकरे से मिलने उनके घर 'मातोश्री' गए थे। पवार के साथ बीसीसीआई प्रेजिडेंट शंशाक मनोहर भी थे।
उस समय यह बात सामने आई थी कि शिवसेना सुप्रीमो ने पवार को भरोसा दिलाया था कि वह ऑस्ट्रेलियाई प्लेयरों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और आईपीएल मैचों में बाधा नहीं डालेंगे। उल्लेखनीय है कि आईपीएल में इस बार ऑस्ट्रेलिया के 20 क्रिकेटर हिस्सा ले रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने शिवसेना की धमकी के मद्देनजर उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी।

Sunday, February 14, 2010

शाहरुख का विरोध शिवसेना का एक सिर्फ स्टंट है।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के चीफ राज ठाकरे शाहरुख खान और शिवसेना पर जमकर बरसे। शाहरुख खान के आईपीएल-3 में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के मुद्दे पर मुंबई में गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज ठाकरे ने कहा- शाहरुख चाहते तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अपनी टीम में ले सकते थे। माई नेम इज़ खान के खिलाफ किए जा रहे शिवेसेना के विरोध पर राज ने शिवसेना पर भी निशाना साधा। राज ने कहा कि टाइम्स ऑफ इंडिया के अमन की आशा प्रोग्राम में पाकिस्तानी कलाकार मुंबई आकर परफॉर्म कर रहे हैं शिवसेना ने उसके खिलाफ कुछ क्यों नहीं बोला। शिवसेना ने पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध क्यों नहीं किया। गौरतलब है कि मुंबई में हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया के कैम्पेन अमन की आशा के एक कार्यक्रम में पाक कलाकार जिया मोइनुद्दीन ने हिस्सा लिया था। अमिताभ बच्चन भी इस प्रोग्राम का हिस्सा थे और उन्होंने पाक कलाकार के साथ मंच पर अपने पिता श्री हरिवंश राय बच्चन की कविता पढ़कर सुनाई थी। राज ठाकरे ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि शिवसेना ने मुद्दे पर कुछ नहीं बोला और शाहरुख का विरोध शिवसेना का एक सिर्फ स्टंट है। यह सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने लायक मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा- शाहरुख मेरा करीबी नहीं हैं और अमिताभ से भी मेरी कोई दुश्मन नहीं है । लेकिन अगर पाक खिलाड़ियों के बारे मे शाहरुख बोला, तो माफी की मांग और पाक कलाकारों के साथ अमिताभ बैठे तो उसका कोई जिक्र नहीं, ये कैसा आंदोलन है। माई नेम इज़ खान पर राज ठाकरे ने कहा कि एमएनएस शाहरुख की फिल्म का विरोध नहीं करेगी।