Thursday, March 4, 2010

क्या वे एक प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की वजह से हुए नुकसान का हर्जाना भरेंगे।

न्यायपालिका ने बंद के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान के लिए राजनीतिक दलों को जिम्मेदार ठहराने की पहल की है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने पूर्व शिवसेना एमएलए सीताराम दलवी से कहा है कि वह अपनी पार्टी के नेताओं से पूछकर बताएं कि क्या वे एक प्रदर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं की वजह से हुए नुकसान का हर्जाना भरेंगे। गौरतलब है कि पिछले साल जनवरी में शिवसेना के लगभग 500 कार्यकर्ताओं ने एक होटेल में तोड़फोड़ की थी। इसके लिए कलेक्टर ने दलवी को सात लाख रुपये जमा करने का आदेश दिया था। अदालत ने कहा, आजकल राजनीतिक दल सड़क पर उतरकर लोगों पर हमले कर रहे हैं, पब्लिक और प्राइवेट प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस सबके लिए इन दलों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। हालांकि, दलवी के वकील का कहना था कि उनके क्लाइंट को बेवजह फंसाया जा रहा है, जबकि बाकी लोगों को छोड़ दिया गया।

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