Wednesday, December 22, 2010

आतंकवादी मुंबई में घुस आए

केंद्र ने मंगलवार को मुंबई पुलिस को क्रिसमस और नए साल पर संभावित आतंकवादी ह मले होने की आशंका के मद्देनजर खास अलर्ट भेजा है। यह अलर्ट आईबी की इस सूचना के बाद जारी किया गया कि लश्कर के कुछ आतंकवादी मुंबई में घुस आए हैं और वे अगले दस दिनों में मुंबई में हमला या ब्लास्ट कर सकते हैं। इसी तरह का अलर्ट अहमदाबाद पुलिस को भी जारी किया गया है। केंद सरकार ने मुंबई पुलिस को सूचित किया है कि इस बार हमले किसी चर्च के पास हो सकते हैं, इसलिए केंद के ताजा इनपुट के बाद मुंबई के सभी प्रमुख चर्च के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुंबई पुलिस हेर्डक्वाटर को उड़ाने की आशंका का भी अलर्ट जारी किया गया है। यहां बताना जरूरी है कि डेविड हेडली ने एफबीआई को दिए बयान में इस बात का खुलासा किया था कि 26/11 को लश्कर आतंकवादी रात के बजाए यदि दिन में मुंबई आते, तो उन्हें पुलिस हेडक्वार्टर के अंदर भी घुसकर फिदायीन हमले करने का निर्देश था। आईबी की ताजा टिप के बाद मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ताज और ट्राइडेंट होटल के बाहर भी गश्त तेज कर दी गई है, क्योंकि ताजा सूचना में इन होटलों पर फिर आतंकवादी हमले की आशंका व्यक्त की गई है। यों तो क्रिसमस और नए साल पर मुंबई में किसी आतंकवादी हमले की आशंका से जुड़ा अलर्ट हर साल केंद द्वारा जारी किया जाता है, लेकिन इस बार मुंबई पुलिस इस अलर्ट को इसलिए गंभीरता से ले रही है, क्योंकि पिछले पखवाड़े ही मुंबई क्राइम ब्रांच ने आईएसआई एजेंट जफूर मोजावाला को मझगांव से गिरफ्तार किया था। उसने मुंबई में कई जगहों की रेकी की थी। पिछले महीने महाराष्ट्र एटीएस ने भी मुंबई से सटे ठाणे में लश्कर के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। एटीएस का दावा था कि ये दोनों मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर फिदायीन हमला करने वाले थे।

Tuesday, December 21, 2010

नवनिर्माण सेना के अध्य़क्ष राज ठाकरे सोमवार को अचानक बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में अवतरित

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्य़क्ष राज ठाकरे सोमवार को अचानक बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में अवतरित हुए। उन्हें देखकर बीजेपी के पदाधिकारियों में सनसनी फैल गई। दोपहर करीब डेढ़ बजे वे पहुंचे तब बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सुधीर मुनगंटीवार, महासचिव विनोद तावडे, रघुनाथ कुलकर्णी और प्रवक्ता माधव भंडारी कार्यालय में थे। आने का मकसद बताते हुए राज ने कहा 'सामने एलआईसी के कार्लय का उद्घाटन करने आया था। पुराने दिन याद आ गए इसलिए चाय पीने चला आया।' फिर चाय के साथ गपशप का दौर चला। राज ने कहा प्रमोदजी थे तब मैं गपशप करने यहां आता करता था। माधव भंडारी ने बताया कि बाकी बातें इधर उधर की हुईं। आधे घंटे बाद राज चले गए। विनोद तावडे ने बताया कि बीजेपी राजनीतिक अस्पृश्यता में यकीन नहीं करती। अत: राज ने जब बीजेपी ऑफिस में आकर चाय पीने की इच्छा जताई तो हमने उनका स्वागत किया। हम सभी का स्वागत करते हैं और सभी से मिलने जाते भी है। हाल ही में छगन भुजबल आए थे, विलासराव भी आए थे। आने वालों का स्वागत करना शिष्टाचार है। राज ने नागपुर अधिवेशन के बारे में चर्चा की। राजनीतिक चर्चा कतई नहीं हुई, उनके और हमारे विचारों में अंतर है, मेल नहीं। उन्होंने भले राजनीतिक चर्चा नहीं की हो, राजनीतिक खेमे में उनकी भेंट चर्चा का विषय बनी। शिवसेना एवं बीजेपी के रिश्तों में पहले से तनाव व्याप्त है। जलगांव की विधानपरिषद सीट से बीजेपी के नेता एकनाथ खडसे के बेटे की हार के बाद युति में और तनातनी चल रही है। राज ठाकरे के कार्यक्रम के बाद शिवसेना के सांसद संजय राऊत और अन्य नेता यह पूछने के लिए एलआईसी के कार्यालय गए थे कि मनसे की यूनियन को जगह कैसे दी गई? पर शिवसेना के नेताओं ने बीजेपी कार्यालय की ओर रूख नहीं किया। शिवसेना से सतत तनावपूर्ण रिश्तों के कारण यह कयास लगता रहा है कि बीजेपी अब मनसे से गठबंधन करने के बारे में गंभीरता से विचार कर रही हैं। इस खबर का वह कई बार खंडन भी कर चुकी हैं। पर यह चर्चा ठंडी नहीं हुई है। सोमवार को राज की सरप्राइज भेंट ने इस कयास को और हवा दी है।

Monday, December 13, 2010

सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से मुलाकात

जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे से मुलाकात कर उनसे
देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने के लिए अपनी अग्रणी भूमिका निभाने का अनुरोध किया। ठाकरे से मुलाकात के बाद स्वामी ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि यहां भ्रष्टाचार के खिलाफ एक रैली का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान में भाग लेने के लिये विभिन्न दलों के साथ ही उन पार्टियों को भी शामिल करने की कोशिशें की जा रही हैं जो संप्रग का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन में घोटाले की संयुक्त संसदीय दल से जांच कराने से महज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अपमान होगा, जिसके चलते वह इस्तीफा दे सकते हैं।