Saturday, August 30, 2014

मुंबई से कोंकण क्षेत्र में जाने वाले नागरिकों की जबरदस्त भीड़

मुंबई से कोंकण क्षेत्र में जाने वाले नागरिकों की जबरदस्त भीड़ को देखते हुए कोंकण रेलवे 214 विशेष रेलगाड़ियां चला रही है। पिछले साल के गणेशोत्सव की अपेक्षा यह सेवा करीब 20 फीसदी अधिक है। कोंकण रेलवे 130 विशेष आरक्षित व 46 प्रीमियम आरक्षित गाड़ियां भी चला रही है, जिसमें 20 डबल-डेकर गाड़ियां भी शामिल हैं। इस साल की अतिरिक्त सेवाओं में अचानक यात्रा का प्लान बनाने वाले यात्रियों के लिए कोंकण रेलवे द्वारा 38 अनारक्षित (अन-रिजर्व्ड) गाड़ियां भी चला रहा है। ये अनारक्षित रेलगाड़ियां सावंतवाडी-दादर व रत्नागिरी-एलटीटी (कुर्ला टर्मिनस) के बीच चलाई जा रही हैं।
इतनी बड़ी संख्या में ट्रेन चलाए जाने के साथ ही इनमें यात्रा करने वाले सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोंकण रेलवे ने RPF के साथ ही RPSF की कंपनी भी तैनात की है। इनकी सहायता के लिए स्थानीय स्तरों पर होमगार्ड व पुलिसबल को तैयार रहने के लिए उनके वरिष्ठ अधिकारियों से निवेदन किया जा चुका है। खेड, चिपलूण, रत्नागिरी, कणकवली आदि स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
कोंकण रेलवे द्वारा यात्रा के दौरान यात्रियों के बीमार पड़ने की स्थिति में कोंकण रेल रूट के खेड, चिपलूण, रत्नागिरी, कणकवली, कुडाल आदि स्टेशनों पर आपातकालीन मेडिकल सुविधा देने के लिए मेडिकल किट के साथ प्रशिक्षित कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए रत्नागिरी स्टेशन पर एक विशेष फॉर्मा काउंटर खोला गया है। यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए सभी स्टेशनों पर मौजूद फूडस्टॉल चालकों को अतिरिक्त मात्रा में खाद्यपदार्थ अपने-अपने काउंटरों पर तैयार रखने के निर्देश दे दिए गए हैं।

Thursday, August 28, 2014

गणपति बप्पा के स्वागत - सड़कों के गड्ढे भरने की बात

बीएमसी बाबुओं ने गणपति बप्पा के स्वागत की पूरी तैयारी का दावा किया है। सड़कों के गड्ढे भरने की बात कर रहे हैं। उनकी मानें तो मुंबई की सड़कों में 923 गड्ढे ही रह गए हैं, जिनकी भराई करने की कोशिश जारी है।
बीएमसी के अडिशनल कमिश्नर एस.वी.आर. श्रीनिवास ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये दावे किए। श्रीनिवास के अनुसार, पिछले साल गणेश उत्सव के दौरान 29,800 गड्ढे थे, लेकिन इस साल सिर्फ 10,384 गड्ढे ही हुए| इनमें 9,461 गड्ढे भर दिए गए हैं| उत्सव की तैयारियों पर बीएमसी इस वर्ष 13 से 15 करोड़ रुपये खर्च कर रही है| करीब आठ हजार कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा| समुद्र में 400 लाइफ गार्डस तैनात किए जाएंगे| श्रीनिवास के अनुसार, 67 प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा, 71 कंट्रोल रूम, 55 एंबुलेंस, निर्माल्य कलश के लिए 172 डंपर, 55 बोट्स, 80 मोबाईल टॉयलेट वैन आदि की व्यवस्था गणेश भक्तों के लिए की जाएगी| गणपति विसर्जन स्थलों पर 100 डॉक्टर्स तैनात किए जाएंगे| पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए छोटे गणेश मूर्तियों के विसर्जन के लिए 26 कृतिम तालाब और बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए 71 बड़े विसर्जन घाटों का निर्माण किया गया है|

Monday, August 25, 2014

राज ठाकरे चुनाव नहीं लड़ेंगे।

एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने संकेत दिया है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। रविवार को नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए राज ने कहा कि मैंने चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन चुनाव लड़ना ठाकरे परिवार के खून में नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं सिर्फ एक चुनाव क्षेत्र तक सीमित होकर रहना नहीं चाहता। पूरा महाराष्ट्र ही मेरा चुनाव क्षेत्र है।'
राज ठाकरे एमएनएस से चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों के इंटरव्यू लेने के लिए नागपुर गए थे। इंटरव्यू लेने के बाद राज ने पत्रकारों से कहा, 'अभी मैं विचार-विमर्श कर रहा हूं कि क्या करना चाहिए।' उन्होंने कहा कि इससे पहले ठाकरे परिवार में किसी ने चुनाव नहीं लड़ा।
इसी साल 31 मई को राज ठाकरे ने मुंबई के सोमैया ग्रउंड में एमएनएस के सम्मेलन में भाषण देते हुए चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। मगर, अब बदले हुए हालात में एमएनएस की राजनीतिक स्थिति को देखकर लगता है कि राज ठाकरे चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। हालांकि राज ठाकरे ने चुनाव की तारीखें जल्द घोषित करने की मांग चुनाव आयोग से की है।

Friday, August 22, 2014

ऑरिजनल डॉक्युमेंट्स और केस डायरियों का पता नहीं

साल 2002 के हिट ऐंड रन केस में बॉलिवुड ऐक्टर सलमान खान के खिलाफ नए सिरे से चलाए जा रहे मुकदमे में और देरी हो सकती है। इस केस के ज्यादातर गवाहों के मूल बयानों के साथ-साथ केस डायरियां भी गायब हैं। पुलिस ने कोर्ट को यह जानकारी दी है।
पुलिस ने गुरुवार को कोर्ट को पहली बार केस डायरी गायब होने की जानकारी दी। इससे पहले पुलिस ने कहा था कि गवाहों के 63 मूल बयानों में से सिर्फ 7 का पता लगाया जा सका है। हालांकि, फोटोकॉपी मौजूद है।
जज डी डब्ल्यू देशपांडे ने इस मामले में अब रिटायर हो चुके तत्कालीन जांच अधिकारी किशन शेंगल को भी 12 सितंबर को खुद कोर्ट में पेश होने और गायब दस्तावेजों पर प्रकाश डालने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने पुलिस को भी निर्देश दिया कि वह 12 सितंबर की अगली सुनवाई तक डॉक्युमेंट्स का पता लगाए। इससे पहले कल गायब बयानों की वजहसे एक महीने के बाद इस केस में सुनवाई हुई थी।
 
सलमान के वकील श्रीकांत शिवाडे ने दावा किया कि कानून के मुताबिक, मुकदमा आगे बढ़ाने के लिए कोर्ट के समक्ष ऑरिजनल डॉक्युमेंट्स को पेश करना जरूरी है, जबकि अभियोजन पक्ष ने दलील दी है कि मुंबई की अदालतों में चल रहे ट्रेंड के मुताबिक केस फोटोकॉपी से भी चल सकता है।
जज डी डब्ल्यू देशपांडे ने पुलिस से कहा कि वह अगली सुनवाई के दौरान अपने रुख के बारे में बताए। कोर्ट उसके बाद इस बात की जांच करेगी कि अभियोजन पक्ष और बचाव पक्ष के पास कौन से डॉक्युमेंट्स हैं और क्या उनके आधार पर मुकदमे पर आगे बढ़ना सही होगा।
पुलिस के मुताबिक, ऑरिजनल डॉक्युमेंट्स मैजिस्ट्रेट कोर्ट में रखे गए थे, जहां शुरू से मुकदमा चल रहा था। हालांकि गैर-इरादतन हत्या का आरोप इस मामले में जुड़ जाने के बाद, जब मामले को हाल ही में मैजिस्ट्रेट कोर्ट से सेशन कोर्ट में ट्रांसफर किया गया तो ऑरिजनल डॉक्युमेंट्स और केस डायरियों का पता नहीं लगाया जा सका।
शिवाडे ने कहा कि यह मामला बहुत संवेदनशील और एक गंभीर अपराध से जुड़ा है इसलिए वह चाहते हैं कि कानून के अनुसार ऑरिजनल डॉक्युमेंट्स कोर्ट के समक्ष पेश किए जाएं, सिर्फ कॉपी काफी नहीं होंगी।
कोर्ट ने 25 जुलाई को बांद्रा पुलिस को गुरुवार की सुनवाई में केस डायरियां पेश करने का निर्देश दिया था लेकिन पुलिस ने केस डायरियां गायब हो जाने की जानकारी दी। सेशन कोर्ट में इस मामले की सुनवाई नए सिरे से हो रही है। पिछले साल 5 दिसंबर को सेशन कोर्ट ने इस आधार पर नए सिरे से सुनवाई का आदेश दिया था कि गैर इरादतन हत्या के संगीन आरोपों के संदर्भ में गवाहों से पूछताछ नहीं की गई थी।
ऐक्टर के खिलाफ यह आरोप सुनवाई के दौरान मैजिस्ट्रेट कोर्ट ने लगाया था। 28 सितंबर 2002 को ऐक्टर सलमान की कार ने एक बेकरी के बाहर पटरी पर सो रहे कुछ लोगों पर अपनी कार चढ़ा दी थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और चार अन्य घायल हो गए थे।

Wednesday, August 20, 2014

बीएमसी महज 10 प्रतिशत रकम खर्च कर सकी

बीएमसी ने विकास कार्य के लिए चालू साल में 8,111 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, पर छह महीने बीतने के बाद भी महज 10 प्रतिशत रकम खर्च कर सकी है। आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव है और चुनाव आचार संहिता लग जाने के बाद बकाया रकम खर्च नहीं की जा सकेगी। कई काम अभी भी लटके पड़े हैं।
बीएमसी का सालना बजट करीब 31,400 हजार करोड़ रुपये है। साल 2014-15 का बजट खर्च न करने के पीछे बीएमसी बाबू हवाला देते हैं कि बजट लागू होने के बाद टेंडर प्रक्रिया में समय लगता है। जब तक टेंडर प्रक्रिया पूरी होती है तब तक बारिश शुरू हो जाती है। इससे छह महीने में मामूली रकम खर्च हो पाती है। आने वाले दिनों में बकाया राशि खर्च की जाएगी। हालांकि, प्रशासन खुद स्वीकार करता है कि इस साल विधानसभा चुनाव है इसलिए फंड कम खर्च होगा।

Monday, August 18, 2014

विधायक कृष्णा हेगड़े प्रतिष्ठान की दही हंडी

गोकुलाष्टमी मुंबई में लेकर आई, गोविंदाओं की मस्ती, गोविंदा आला की आवाजें और मस्ती में झूमते गोविंदा पथकों की टोलियां। जहां एक तरफ शहर में हर जगह दही हंडियां टंगी नजर आई, वहीं उन्हें फोड़ने के लिए जूझते गोविंदाओं की दीवानगी भी दिल कश रही। आगामी चुनावों को देखते हुए राजनीतिक दल भी गोविंदा महोत्सव के आयोजन में कोई कमी नहीं रखना चाहते थे। हालांकि मटकी फोड़ने के प्रयास में मुंबई में 84 गोविंदा घायल हुए। इनमें से 12 अस्पताल में भर्ती हैं जबकि एक की हालत गंभीर है।
सोमवार को मुंबई से दही हंडी फोड़ने ठाणे शहर में आए एक 46 वर्षीय गोविंदा की मौत हो गई है। इसके अलावा करीब 15 गोविंदा जख्मी हुए हैं। जख्मी गोविंदा को ठाणे शहर के विभिन्न हॉस्पिटलों में भर्ती कराया गया है। बताया गया है की मुंबई के लाल बाग स्थित साईं सदन गोविंदा मंडल ठाणे में मटकी फोड़ने आया था।

पुलिस के अनुसार इस मंडल का सदस्य राजेंद्र आंबेकर अपने साथियों के साथ नाश्ता कर रहा था। उसी समय उसे चक्कर आया और बेहोश होकर गिर पड़ा। साथियों द्वारा आंबेकर को तुरंत ठाणे सिविल हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया।
समाचार लिखे जाने तक डॉक्टरों ने राजेंद्र आम्बेकर की मौत के कारणों का खुलासा नहीं किया था। सिविल हॉस्पिटल के चीफ सर्जन डॉ. कुलकर्णी ने बताया है कि मौत के सही कारण का पता पोस्टमॉर्टम के बाद ही चलेगा। अन्य जख्मी गोविंदाओं में सभी की हालत सामान्य बताई गई थी।
संघर्ष के अध्यक्ष, ठाणे के विधायक और मंत्री जितेंद्र आव्हाड की तरफ से शहर के पांचपाखाडी परिसर में लगाई गई दही हंडी मुंबई तथा ठाणे के तमाम गोविंदा मंडलों के आकर्षण का केंद्र रही। इस बार जितेंद्र आव्हाड खुद गोविंदा के बीच शामिल हुए और मानव पिरामिड के चौथे थर पर चढ़े। इस मंडल द्वारा बांधी गई दही हंडी को मुंबई में जोगेश्वरी के जय जवान गोविंदा मंडल के सदस्यों ने 9 मानवीय पिरामिड बनाकर फोड़ा।
विले पार्ले ईस्ट के भोगले चौक में विधायक कृष्णा हेगड़े प्रतिष्ठान की दही हंडी में पूर्व खिलाड़ी करसन घावरी, विनोद कांबली, दिलीप वेंगसरकर समेत विवादित खिलाड़ी श्रीसंथ भी मौजूद रहे। लोगों की मांग पर कांबली ने सिंघम रिटर्न फिल्म के गाने आता माझी सटकली पर गोविंदा के बीच जाकर डांस किया। मराठी गीत दाजी बा फेम वैशाली सावंत के गानों पर लोग झूमते नजर आए।
इस दही हंडी के लिए लगभग 150 गोविंदा पथक मंडलों ने नामांकन करवाया था। मानव पिरामिड की ऊंचाई और इसमें घायल होने वाले गोविंदाओं पर हुए विवाद ने बाद इस समारोह से बारह वर्ष के बच्चों को दूर रखा गया, साथ ही, मानव पिरामिड की ऊंचाई भी छह टियर से अधिक ना रखने का नियम तय किया गया।
दही हंडी में पहुंचे विनोद कांबली ने गोविंदा पथकों से पर्याप्त सावधानी रखने की अपील की। उन्होंने कहा,' खेल में चोट तो लगती ही है, लेकिन, जिस तरह हम क्रिकेटर पैड, हैलमेट के साथ मैदान पर उतरते है, उसी तरह गोविंदाओं को भी सावधानी बरतनी चाहिए।' कांबली ने दही हंडी को अपने बचपन की खास यादों से जुड़ा त्यौहार बताया।
कल्याण, डोंबिवली, उल्हासनगर, अंबरनाथ, बदलापुर, कर्जत तक दही हंडी की धूम रही। इनमें कल्याण की दही हंडी सबसे भारी रही, जहां आवाज प्रतिष्ठान द्वारा 25 लाख की दही हंडी टांगने के बाद सैकड़ों गोविंदाओं की टोलियां उसे फोड़ने की कोशिश में देर रात तक लगी रहीं। मिली जानकारी के अनुसार आवाज प्रतिष्ठान के प्रमुख और कल्याण डोंबिवली के कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सचिन पोटे ने कल्याण पश्चिम के मैक्सी गार्डन पर बहुत बड़ी दही हंडी का कार्यक्रम रखा था।
पुणे के मालिण गांव के लिए आवाज प्रतिष्ठान के तरफ से 51 हजार रुपए भी दिया गया। रात 10 बजे तक 157 गोविंदा पथक ने सलामी दी, पिछले कई वर्षों से सचिन पोटे दही हंडी आयोजन कर रहे हैं। इस दही हंडी को कांग्रेस पार्टी की दही हंडी भी कहा जाता है। डोंबिवली के विधायक रविंद्र चव्हाण ने भी डोंबिवली में दही हंडी का आयोजन किया। उल्हासनगर के अनिल मित्र मंडल ने भी दही हंडी कार्यक्रम आयोजित किया, जिसके आयोजक उल्हासनगर के पूर्व उपमहापौर विनोद ठाकुर थे।

Saturday, August 16, 2014

पाकिस्तान छोड़कर हिंदुस्तान आने के अपने फैसले पर फख्र

नई पीढ़ी के लोगों को भले ही आजादी विरासत में मिली है, लेकिन जिन लोगों ने अपनी जान पर खेलकर आजादी पाई है उनकी आंखों आज भले ही बूढ़ी हो गई हैं पर उनमें आजादी के अनमोल होने का अहसास आज भी चमकता है। आजादी का अहसास 68 साल पहले के तमाम दुखों को पल भर में काफूर कर देता है। आजादी के ऐसे ही चश्मदीद हैं उल्हासनगर में रहने वाले 82 बरस के प्रताप राय आहूजा और 78 बरस की उनकी पत्नी अंजना आहूजा। आजादी की 68वीं सालगिरह पर जब उनकी मुलाकात हुई तो नेहरु से लेकर नरेंद्र मोदी तक हिंदुस्तान की तरक्की पर इस बुजुर्ग दंपति को पाकिस्तान छोड़कर हिंदुस्तान आने के अपने फैसले पर फख्र होता है।
प्रताप आहूजा कहते हैं जब पाकिस्तान से हिंदुस्तान आया था तब बच्चा था। जो उम्र खेलने की होती है उस उम्र में कत्लेआम देखा। खुन्नस, खुराफात और खूरेंजी देखी। अपना सब कुछ छोड़कर शरणार्थी होने का मतलब क्या होता है इसका अहसास बचपन में ही हो गया। आहूजा बताते है कि उनके पिता पुलिस में थे, बावजूद इसके 1947 की तंग माहौल में पाकिस्तान से निकलकर हिंदुस्तान पहुंचना किसी डरावने सपने की तरह था। आंखों से नींद गायब थी, बस एक ही आस थी कि जल्दी से जल्दी हिंदुस्तान पहुंचे। सांस में सांस तब आई जब हमे लेकर करांची से निकला पानी का जहाज गुजरात के ओखा बंदरगाह पर रुका। घर, ज्यादाद, संपत्ति सब कुछ पीछे छूट गया था। सबके हाथ खाली थे। दो वक्त के खाने की जुगाड़ ही सबसे बड़ी प्राथमिकता थी। इसी जुगाड़ सरकार द्वारा उल्हासनगर में बनाए गए शरणार्थी शिविर में पूरी हुई।
आज इतना असरा गुजर गया, कभी पीछे मुड़ के देखने की न जरूरत पड़ी न फुर्सत ही मिली, लेकिन हिंदुस्तान और पाकिस्तान दोनों मुल्कों की तरक्की देखकर आज लगता है कि उस समय हमारे बुजुर्गों ने पाकिस्तान छोड़ने का जो फैसला लिया था वह सही था।

Thursday, August 14, 2014

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 अगस्त को उरण आ रहे हैं

उरण स्थित देश के सबसे बड़े पोर्ट JNPT द्वारा 277 हेक्टेयर में प्रस्तावित देश के पहले SEZ (स्पेशल इकोनामिक जोन या विशेष आर्थिक क्षेत्र) के निर्माण हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 अगस्त को यहां आ रहे हैं। उनके आगमन से पूर्व सुरक्षा घेरे को मजबूत करने के लिए नवी मुंबई पुलिस कोई भी खतरा नहीं ले रही है।
पीएम मोदी की सुरक्षा हेतु पोर्ट प्रशासन द्वारा उरण और जेएनपीटी क्षेत्र की जिस मुख्या सड़क से पीएम मोदीजी का काफिला गुजरेगा उस सड़क पर मौजूद सभी अवैध टपरियों व कई होटेलों तथा ढाबों के विस्तारित निर्माण को बुलडोजर से तोड़कर गिरा दिया गया है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद था।
स्थानीय नागरिकों द्वारा अपनी रोजी रोटी के लिए खड़ी की गई इन टपरियों को तोड़कर हटा दिए जाने से स्थानीय नागरिकों में तीव्र आक्रोश फैल गया है। हटाई गई कुल टपरियों की संख्या करीब 350 हैं। जो टपरियां हटाई गई हैं, उनमें JNPT के बल्क गेट से करल फाटा तक व गणेश बेन्जोप्लास्ट से IOC तक की सभी किस्म की टपरियां शामिल हैं।
इस बाबत पोर्ट प्रशासन का कहना है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे उच्च पदस्थ अधिकारियों के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है।

Wednesday, August 13, 2014

ऑटो और टैक्सी का न्यूनतम किराया 2 रुपये बढ़ाने को मंजूरी

बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को ऑटो और टैक्सी का न्यूनतम किराया 2 रुपये बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। इनके न्यूनतम किराये क्रमश: 15 और 19 रुपये से बढ़कर 17 और 21 रुपये हो जाएंगे। हाई कोर्ट ने किराये की नई दर को मंजूरी देते हुए कहा है कि इसे वही ऑटो-टैक्सी वाले लागू कर सकेंगे, जिनके वाहन में कैलिबरेटेड मीटर होगा। इसका मतलब यह है कि ऑटो-टैक्सी में लगे मीटर में नया मिनिमम किराया दिखने पर ही यात्री उसे चुकाएंगे। इसके लिए ऑटो-टैक्सियों को वर्कशॉप ले जाकर मीटर की चिप बदलवानी पड़ेगी।
कोर्ट ने मौजूदा मीटरों में बदलाव लाने के लिए या कैलिबरेट करने के लिए 45 दिनों का समय दिया है। जानकारों का कहना है कि इस बदलाव के लिए कम से कम 7 दिन तो लग जाएंगे। वैसे जिस ऑटो या टैक्सी में कैलिबरेटेड मीटर होगा, वह नया किराया मंगलवार आधी रात से ही वसूल कर सकेंगे।

Tuesday, August 12, 2014

सांसद संजय राऊत ने स्वतंत्रवीर सावरकर को 'भारत रत्न' देने की मांग की

'भारत रत्न' पुरस्कारों को लेकर राजनीति तेज हो गई है। शिवसेना प्रवक्ता व सांसद संजय राऊत ने स्वतंत्रवीर सावरकर को 'भारत रत्न' देने की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, रिजर्व बैंक को भारत रत्न के पांच पदक तैयार रखने का आदेश दिया गया है।
चर्चा है कि सुभाषचंद्र बोस, पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी, बीएसपी के संस्थापक कांशीराम के नाम इस बार भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा हो सकती है। इसी में स्वर जोड़ते हुए शिवसेना प्रवक्ता राऊत ने कहा कि सावरकर को भी भारत रत्न मिलता तो अच्छा होता।
राजनीति गंदी हो गई: शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री हर्षवर्द्धन पाटील पर स्याही फेंके जाने की निंदा की है। संपादकीय में कहा गया, 'यह घटना महाराष्ट्र की संस्कृति और प्रतिष्ठा के अनुरूप नहीं है।'

Monday, August 11, 2014

वाशी के खाड़ी पुल पर आए दिन हो रही आत्महत्या

वाशी के खाड़ी पुल पर आए दिन हो रही आत्महत्याओं को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने एनजीओ की सहायता से जीवन जीने को उत्साहित करने वाले व ऐंटि सुइसाइड बैनर लगाने की योजना बनाई है। हाल ही में नवी मुंबई (ट्रैफिक) पुलिस उपायुक्त पद से ट्रांसफर हुए विजय पाटील द्वारा इसकी योजना बनाई गई है और इसके लिए किसी बड़े एनजीओ से प्रायोजित करने की तैयारी है।
खबर लिखे जाने तक किसी भी एनजीओ का चुनाव नहीं किया जा सका है। समुद्री खाड़ी पर बने इस पुल से बीते 12 महीने में 14 लोगों द्वारा छलांग लगाई जा चुकी है। नवी मुंबई, ठाणे व मुंबई के पूर्वी उपनगरों में रहने वाले जीवन से निराश लोगों में आत्महत्या करने का विचार आने पर वे अक्सर इस वाशी पुल तक आ जाते हैं और नीचे गहरे पानी में छलांग लगा देते हैं। बार-बार घटने वाली इन घटनाओं के चलते ही वाशी पुलिस की तरफ से यहां नियमित गश्त लगाते हुए पहरा दिया जाता है। 

Friday, August 8, 2014

अब शंकरनारायणन

मिजोरम के राज्यपाल पद से कमला बेनिवाल की बरखास्तगी का संदेश बहुत साफ है। इसे कांग्रेस नियुक्त बाकी राज्यपालों के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है। इसमें महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकरनारायणन भी शामिल हैं।
देश वैसे ही बहुत कठोर है- गवर्नर पद से इस्तीफा दो, या फिर बरखास्तगी की जलालत झेलो। संकेत तो यही हैं, कांग्रेस के नेता रहे राज्यपाल मोदी-सरकार के निशाने पर हैं। वैसे, तो इस वर्ग में दस राज्यपाल आते हैं, मगर तीन ऐसे हैं जिन पर तुरंत गाज गिर सकती है। पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटील (राज्यपाल-पंजाब), पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (राज्यपाल-गोवा) और केरल में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहे के. शंकरनारायणन (राज्यपाल-महाराष्ट्र) के पद खतरे में बताए जा रहे हैं।

वैसे, नगालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री एस सी जमीर (राज्यपाल-ओडिशा), राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया (राज्यपाल- हरियाणा), पूर्व केंद्रीय मंत्री मार्गरेट अल्वा (राज्यपाल-राजस्थान) और मध्य प्रदेश की पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उर्मिला सिंह (राज्यपाल- हिमाचल प्रदेश) और लंबे समय तक मुंबई से विधायक रहे सैयद अहमद (राज्यपाल-झारखंड) इसी श्रंखला में आते है।
अगर राज्यपालों की बारी-बारी छंटाई हुई, तो हो सकता है कि इन्हें कुछ समय मिल जाए। जहां तक महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले पूर्व सांसद श्रीनिवास पाटील (राज्यपाल-सिक्किम) और शिक्षाविद डी.वाय. पाटील (राज्यपाल-बिहार) का सवाल है, ये दोनों एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की सिफारिश पर राज्यपाल बनाए गए हैं। हाल में नरेंद्र मोदी और पवार की मुलाकात और बेहतर होते संबंधों के बल पर दोनों बने रह जाएं, तो आश्चर्य नहीं करना चाहिए।
बहरहाल, महाराष्ट्र के राजभवन में चर्चा है कि यहां के राज्यपाल शंकरनारायणन ने खुला बयान देकर अपना केस बिगाड़ लिया। उन्होंने बाकायदा मलयालम अखबारों को बताया कि केंद्रीय गृह सचिव ने उन्हें फोन करके इस्तीफा देने को कहा है। इसी रौ में 'महामहिम' राज्यपाल' यह भी बता गए कि उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से आया यह प्रस्ताव ठुकरा दिया है। वे इस्तीफा नहीं देंगे।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि 'प्रॉपर चैनल' से अगर प्रस्ताव आया तो वे इस पर विचार करेंगे। इसके बाद से ही यह चर्चा का विषय है कि 'प्रॉपर चैनल' से उनका मतलब क्या है? गृह मंत्री राजनाथ सिंह उनसे अनुरोध करें या फिर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनसे बात करें! खैर, कमला बेनिवाल के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। पहले गुजरात से मिजोरम ट्रांसफर। इसके बाद सीधे घर वापसी। सरकारिया कमिशन ने राज्यपाल पद की गरिमा बनाए रखने के लिए उनकी नियुक्ति और कार्यकाल को लेकर स्पष्ट सुझाव दिए हैं। मगर इसका पालन केंद्र सरकारों के लिए प्राथमिकता का विषय नहीं रहा है।
कर्नाटक के राज्यपाल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री हंजराज भारद्वाज और असम के राज्यपाल रहे ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री जेबी पटनायक ही ऐसे राजनेता हैं, जिन्होंने सरकार बदलते ही इस्तीफा दे दिया था। वरना मोदी सरकार आने के बाद राज्यपाल पद त्यागने वाले सरकारी बाबू ही रहे हैं। एम.के. नारायणन (पश्चिम बंगाल), शेखर दत्ता (छत्तीसगढ़), बी.एल. जोशी (उत्तर प्रदेश), वीबी पुरुषोत्तमन (मिजोरम)और पूर्व वायुसेना अधिकारी भारतवीर वांछू (गोवा) इनमें शामिल हैं।
 अ

Wednesday, August 6, 2014

तानसा झील भी सोमवार की सुबह 11 बजे लबालब

मुंबईकरों की प्यास बुझाने वाली तानसा झील भी सोमवार की सुबह 11 बजे लबालब होकर बहने लगी। इससे पहले अपर वैतरणा 18 जुलाई को और तुलसी 28 जुलाई को लबालब हो गई हुई थी। उसके दो दिन बाद मोडक सागर भी 30 जुलाई को ओरवफ्लो हो गया। मुंबई के सभी 7 जलाशयों में जल संचय करने की कुल झमता करीब 14.50 लाख मिलियन लीटर है। इन सभी जलाशयों में सोमवार की सुबह तक 10.02 लाख मिलियर लीटर पानी जमा हो गया है। कल्याण-डोंबिवली को पानी सप्लाई करने वाला बारवी जलाशय भी सोमवार को दोपहर 3 बजे लबालब हो गया। 

Monday, August 4, 2014

गणेशोत्सव, कृष्णा जन्माष्टमी तथा नवरात्री के मद्देनजर शहर में होने वाले शोरशराबे को 65 डेसिबल तक प्रतिबंधित करने की योजना

त्योहारों के दौरान लाऊड स्पीकर और डीजे से होने वाले कान फाडू शोर शराबे को लेकर ठाणे पुलिस ने इस बार कड़ा रुख अख्तियार किया है। पुलिस ने आने वाले गणेशोत्सव, कृष्णा जन्माष्टमी तथा नवरात्री के मद्देनजर शहर में होने वाले शोरशराबे को 65 डेसिबल तक प्रतिबंधित करने की योजना बनाई है।
पुलिस की तरफ से तमाम मंडलधारकों तथा डीजे को निर्देश दिया गया है कि वे लाउडस्पीकर तथा डीजे की आवाज को 65 डेसिबल तक सीमित रखें। यदि इससे ज्यादा आवाज हुई, तो आदेश का उल्लंघन करने वाले मंडल तथा डीजे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
मनपा अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारी, विभिन्न मंडलों के प्रतिनिधि तथा डीजे धारकों के साथ हुई एक मीटिंग में ठाणे पुलिस के जॉइंट कमिश्नर वी. वी. लक्ष्मीनारायण ने यह निर्देश दिया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र में 75, व्यावसायिक परिसर में 65 तथा निवासी परिसर में 55 डेसिबल से अधिक आवाज को ध्वनि-प्रदूषण माना गया है। लेकिन ठाणे शहर में त्योहारों के अवसर पर 100 डेसिबल से अधिक का शोरशराबा आम है।
ठाणे पुलिस की तरफ से पिछली बार ध्वनि प्रदूषण करने वाले मंडलों के खिलाफ मामला तो दर्ज किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे आयोजकों ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। मगर नए जॉइंट कमिश्नर लक्ष्मीनारायण ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए सभी डीजेधारकों को निर्देश दिया है कि वे अपनी मशीन में किसी मैकेनिजम का उपयोग कर आवाज को 65 डेसिबल तक सीमित करें, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहें। उन्होंने आवाज को नियंत्रित करने के कई तरीके मीटिंग के दौरान लोगों को बताए।
लक्ष्मीनारायण के आदेश के मुताबिक कानून का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ पुलिस द्वारा 'ऑन द स्पॉट' कार्रवाई की जाएगी और डीजे तथा लाऊड स्पीकर जब्त कर तुरंत संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज होगा। ठाणे पुलिस के इस आदेश के बाद त्योहार के आयोजकों तथा डीजे मालिकों में खलबली मच गई है। ठाणे पुलिस की तरफ से आवाज को नियंत्रित करने के सिलसिले में शीघ्र ही मुंबई पुलिस से बातचीत कर मुंबई शहर में भी डीजे के आवाज को 65 डेसिबल तक प्रतिबंधित करने की बात बताई गई है।