अन्न व औषधि प्रशासन मंत्री गिरीश बापट ने सोमवार को विधानसभा में
बताया कि केंद्र सरकार की मदद से राज्य सरकार पहले चरण में 300 जेनेरिक (सस्ती) दवा की दुकाने
खोलेगी। साथ ही बापट ने कहा कि पुणे में फर्जी मेडिकल स्टोर के नाम पर दवा कंपनी
के जिस मेडिकल रिप्रजेंटेटीव (एमआर) ने दवा बेची थी, उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस प्रकरण में कुल 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें 4 गिरफ्तार हो चुके हैं।
प्रश्नकाल में योगेश टिलेकर, जगदीश मुलीक व अन्य सदस्यों ने
पुणे में फर्जी मेडिकल स्टोर के नाम पर फर्जी बिल तैयार कर किडनी की दवा बेचे जाने
का मामला उठाया था। सदस्यों के उठाए सवाल का जवाब हुए मंत्री बापट ने कहा कि इस
संबंध में 4 लोगों को गिरफ्तार करने के अलावा
दवाई बेचने वाले मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद कर दिया। इसकी सूचना सरकार ने ऑल
इंडिया मेडिकल काउंसिल दी है। उन्होंने कहा कि एमआर को मिलने वाली दवाएं बाजार में
नहीं बेची जा सकती।
राज्य के लोगों को सस्ती दवाएं
उपलब्ध कराने के लिए 300 जेनेरिक
दवाओं की दुकाने खोली जाएंगी। दवाई पर लिखी कीमत से ज्यादा कीमत वसूलने पर दवा
बेचने वालों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई होगी। मेडिकल असोसिएशन वालों ने एक
संगठन बनाया है जो 18 दवाएं
सस्ती कीमतों पर मुहैया कराते हैं। भविष्य में बाजार में बेची जाने वाली जेनेरिक
दवाओं की फेहरिस्त में और दवाओं को शामिल किया जाएगा।