Thursday, March 19, 2015

चौपाटी अब चौपाटी नहीं 'स्वराज भूमि

मुंबई में आने वाले किसी भी नए व्यक्ति के लिए चौपाटी पर चाट खाना इस मायानगरी में आने और होने का सबसे पहला एहसास दिलाता है लेकिन अब इसे चौपाटी नहीं 'स्वराज भूमि' कहा जाएगा। बुधवार को बीजेपी नीत महाराष्ट्र सरकार ने शहर में गिरगांव चौपाटी का नाम बदलने का फैसला किया है। जहां स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक का अंतिम संस्कार किया गया था अब इस गिरगांव चौपाटी को 'स्वराज भूमि' नाम दिया जाएगा।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि 'मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इस आशय का मुंबई नगर निगम का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया।' भाजपा ने पिछले साल मांग की थी कि गिरगाम चौपाटी के पास छोटे से बागीचे का नाम 'स्वराज भूमि' किया जाय। यह मांग लोकमान्य तिलक गौरव समिति काफी समय से करती आ रही थी।
समिति की मांग का समर्थन करते हुए तत्कालीन बीजेपी राज्य इकाई के अध्यक्ष फडणवीस ने कहा था, 'लोकमान्य तिलक महान स्वतंत्रता सेनानी, विचारक, सामाजिक सुधाकर थे जिनके 'स्वतंतत्रता मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है ' के उद्घोष ने राष्ट्र में अलख जगायी और भारत में अंग्रेजों की हुकूमत के खिलाफ आजादी से पूर्व के आंदोलन को गति दी।'वहां बगीचे में समुद्र के किनारे तिलक की विशाल मूर्ति लगी है। समिति वहीं एक विशाल 'स्वराज स्तम्भ' लगाने की मांग करती रही है। उसका कहना है कि राज्य में पूर्ववर्ती सरकारों ने उसकी मांग पर ध्यान नहीं दिया।

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