Monday, December 31, 2012
नव वर्ष 2013 की शुभकामनायें
2012 को अलविदा -- तथा नव वर्ष 2013 की शुभकामनायें । इसी उम्मीद के साथ कि नव वर्ष महिला उत्पीड़न मुक्त हो ।
Thursday, December 20, 2012
फर्जी शिकायत के आधारपर चुनाव अधिकारी ने नोटिस जारी किया
भिवंडी के तहसीलदार ने पिछले 10-15 वर्षों सेएक ही पते पर रहकर मतदान करने वाले पद्मानगर इलाके के1300 लोगों को नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा है किउनका नाम मतदाता सूची से क्यों न हटा दिया जाए।तहसीलदार की इस नोटिस से पद्मानगर इलाके में हड़कंपमचा हुआ है। पद्मानगर इलाके में रहने वाले तकरीबन 1300लोगों को चुनाव निर्णय अधिकारी व तहसीलदार द्वारा नोटिसभेजकर मतदाता सूची से उनका नाम हटाने के लिए जवाबमांगा गया है। बताया जाता है कि फर्जी शिकायत के आधारपर चुनाव अधिकारी ने नोटिस जारी किया है।
मनपा में एनसीपी के गटनेता नगरसेवक संतोष शेट्टी ने बतायाकि चुनाव अधिकारी ने उन 1300 लोगों से तमाम तरह के प्रमाण - पत्र पेश करने का निर्देश दिया है , जिसकेकारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि शहर के सिर्फ एक ही वार्ड में इतनीभारी संख्या में रहने वाले लोगों के साथ यह कार्रवाई की जा रही है , जो इन लोगों के साथ अन्याय है। पद्मानगरइलाके के रहने वाले उक्त 1300 लोगों ने नगरसेवक संतोष शेट्टी के नेतृत्व में तहसीलदार सुनील शिंदे से मिलकरजांच की मांग की है। तहसीलदार शिंदे ने जांच कराने का आश्वासन देते हुए फर्जी ढंग से मतदाता सूची से नामहटाने को काफी गंभीरता से लिया है।
मनपा में एनसीपी के गटनेता नगरसेवक संतोष शेट्टी ने बतायाकि चुनाव अधिकारी ने उन 1300 लोगों से तमाम तरह के प्रमाण - पत्र पेश करने का निर्देश दिया है , जिसकेकारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि शहर के सिर्फ एक ही वार्ड में इतनीभारी संख्या में रहने वाले लोगों के साथ यह कार्रवाई की जा रही है , जो इन लोगों के साथ अन्याय है। पद्मानगरइलाके के रहने वाले उक्त 1300 लोगों ने नगरसेवक संतोष शेट्टी के नेतृत्व में तहसीलदार सुनील शिंदे से मिलकरजांच की मांग की है। तहसीलदार शिंदे ने जांच कराने का आश्वासन देते हुए फर्जी ढंग से मतदाता सूची से नामहटाने को काफी गंभीरता से लिया है।
23 दिसंबर का दिन नवी मुंबई केलिए खास
रविवार ,23 दिसंबर का दिन नवी मुंबई केलिए खास है , क्योंकि इस दिन यहां महापौर मैराथनआयोजित है। नवी मुंबई मेयर मैराथन का यह दूसरा साल है।नवी मुंबई मनपा प्रशासन मैराथन के लिए व्यापक तैयारी मेंजुटी है। साथ ही , नवी मुंबई और आसपास के हजारों धावकभी मैराथन में शामिल होने के लिए अपने तईं तैयारियों मेंजुट गए हैं।
मनपा अधिकारी गुरव के अनुसार मैराथन की शुरुआतरविवार की सुबह सात बजे पामबीच रोड के मोराज सर्कल सेहोगी। यह बेलापुर किला के सिग्नल तक जाकर यू - टर्न लेते हुए वापस मोराज सर्कल लौटेगी। मैराथन की कुलदौड़ ( मोराज सर्कल से बेलापुर किला और वापस मोराज सर्कल ) 15 किलोमीटर लंबी होगी। रूट और दौड़ कीपूरी जानकारी मैराथन शुरू होने से पहले ही सभी धावकों को दे दी जाएगी और जिन्हें इसकी जानकारी नहींहोगी , उन्हें दौड़ शुरू होने के ठीक पहले बता दिया जाएगा।
मनपा अधिकारी गुरव के अनुसार मैराथन की शुरुआतरविवार की सुबह सात बजे पामबीच रोड के मोराज सर्कल सेहोगी। यह बेलापुर किला के सिग्नल तक जाकर यू - टर्न लेते हुए वापस मोराज सर्कल लौटेगी। मैराथन की कुलदौड़ ( मोराज सर्कल से बेलापुर किला और वापस मोराज सर्कल ) 15 किलोमीटर लंबी होगी। रूट और दौड़ कीपूरी जानकारी मैराथन शुरू होने से पहले ही सभी धावकों को दे दी जाएगी और जिन्हें इसकी जानकारी नहींहोगी , उन्हें दौड़ शुरू होने के ठीक पहले बता दिया जाएगा।
Sunday, December 16, 2012
अफजल गुरू को फांसी नहीं दी जानी चाहिए।
भारिपा बहुजन महासंघ
(बीबीएम) के नेता प्रकाश आंबेडकर ने रविवार को कहा कि संसद पर हमले के दोषी अफजल
गुरू को फांसी नहीं दी जानी चाहिए।
आंबेडकर ने कहा, 'दक्षिणपंथी राजनीतिक दल ऐसी मांग कर रहे हैं, वे अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहते हैं। उनके दिमाग में कोई राष्ट्रीय हित नहीं है।' संविधान रचियता डॉक्टर बीआर आंबेडकर के पौत्र ने कहा कि अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने से कश्मीरी अलगाववादी एक हो जाएंगे।
उन्होंने अफजल गुरू के मामले में स्थिति यथावत बनाए रखने की मांग करते हुए कहा, 'अधिकतर कश्मीरी भारतीय संघ का हिस्सा रहना चाहते हैं। अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने से उन्हें संदेह होगा कि वे धर्मनिरपेक्ष भारत का हिस्सा बन पाएंगे या नहीं।'
आंबेडकर ने कहा, 'दक्षिणपंथी राजनीतिक दल ऐसी मांग कर रहे हैं, वे अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहते हैं। उनके दिमाग में कोई राष्ट्रीय हित नहीं है।' संविधान रचियता डॉक्टर बीआर आंबेडकर के पौत्र ने कहा कि अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने से कश्मीरी अलगाववादी एक हो जाएंगे।
उन्होंने अफजल गुरू के मामले में स्थिति यथावत बनाए रखने की मांग करते हुए कहा, 'अधिकतर कश्मीरी भारतीय संघ का हिस्सा रहना चाहते हैं। अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने से उन्हें संदेह होगा कि वे धर्मनिरपेक्ष भारत का हिस्सा बन पाएंगे या नहीं।'
Wednesday, December 5, 2012
भारत रत्न डॉ बाबा साहेब आंबेडकर के 56 वेमहापरिनिर्वाण दिवस
भारत रत्न डॉ बाबा साहेब आंबेडकर के 56 वेमहापरिनिर्वाण दिवस की तैयारी बीएमसी , पुलिस , बेस्टसहित गैरसरकारी संगठनों ने पूरी कर ली है। 5 दिसंबर कीसाम 8 बजे से 7 दिसंबर की सुबह 9 बजे तक ट्रैफिक में भारीबदलाव किया गया है। वहीं , बेस्ट प्रशासन ने अतिरिक्त बसेचलाने का निर्णय लिया है। दैनिक पास जारी करने के बेस्ट नेपहचान पत्र में राहत दी है। चैत्यभूमि पर आने वालों को पीनेका पानी , शौचालय इत्यादि की व्यवस्था की है। चैत्यभूमिऔर शिवाजी पार्क पर विशेष नियंत्रण कक्ष बना गया है।अनुयायियों की सुविधा हेतु एक लाख 30 हजार वर्ग फुट मेंमंडप बनाया गया है।
Monday, November 26, 2012
सीनियर पुलिस ऑफिसर्स के खिलाफ सख्त ऐक्शन
फेसबुक पर ठाकरे विरोधी कॉमेंट करने पर 2 लड़कियों को अरेस्ट करने के मामले में सरकार ने लापरवाही बरतने पर सीनियर पुलिस ऑफिसर्स के खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया है। सरकार ने ठाणे रूरल के एसपी रविन्द्र सेनगांवकर को सस्पेंड करने का फैसला लिया है। उधर बॉम्बे हाई कोर्ट ने इन दोनों लड़कियों को 15-15 हजार रुपये की जमानत पर रिहा करने वाले फर्स्ट क्लास जूडिशल मैजिस्ट्रेट रामचंद्र बागडे का ट्रांसफर कर दिया है।
21 साल की शाहीन डाढा ने 18 नवंबर को शिवसेना चीफ बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार वाले दिन फेसबुक पर एक स्टेटस अपडेट किया था। इस अपडेट को उनकी दोस्त रेणू ने लाइक करके शेयर किया था। हालांकि शाहीन ने अपनी पोस्ट में ठाकरे का जिक्र नहीं किया था, लेकिन स्थानीय शिवसेना चीफ ने उसके खिलाफ लोगों की भावनाएं भड़काने की शिकायत दर्ज करा दी। यही नहीं, शाहीन के चाचा के क्लिनिक में कुछ गुंडों ने तोड़फोड़ भी की। पुलिस ने भी इस मामले में दोनों लड़कियों को अरेस्ट कर लिया था, जिसके बाद देश भर में 'फ्रीडम ऑफ स्पीच' के मुद्दे पर नई बहस छिड़ गई थी।
चारों तरफ हो रहे विरोध के बाद महाराष्ट्र के सीएम पृथ्वीराज चव्हान और गृह मंत्री आर.आर. पाटिल ने ऐक्शन लेने का वादा किया था। इसके लिए आईजी रैंक के एक ऑफिसर को मामले की जांच सौंपी गई थी। जांच में पाया गया कि सीनियर पुलिस ऑफिसर्स ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अगर उन्होंने वक्त पर सही फैसला लिया होता, तो हालात इतने खराब नहीं होते।
21 साल की शाहीन डाढा ने 18 नवंबर को शिवसेना चीफ बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार वाले दिन फेसबुक पर एक स्टेटस अपडेट किया था। इस अपडेट को उनकी दोस्त रेणू ने लाइक करके शेयर किया था। हालांकि शाहीन ने अपनी पोस्ट में ठाकरे का जिक्र नहीं किया था, लेकिन स्थानीय शिवसेना चीफ ने उसके खिलाफ लोगों की भावनाएं भड़काने की शिकायत दर्ज करा दी। यही नहीं, शाहीन के चाचा के क्लिनिक में कुछ गुंडों ने तोड़फोड़ भी की। पुलिस ने भी इस मामले में दोनों लड़कियों को अरेस्ट कर लिया था, जिसके बाद देश भर में 'फ्रीडम ऑफ स्पीच' के मुद्दे पर नई बहस छिड़ गई थी।
चारों तरफ हो रहे विरोध के बाद महाराष्ट्र के सीएम पृथ्वीराज चव्हान और गृह मंत्री आर.आर. पाटिल ने ऐक्शन लेने का वादा किया था। इसके लिए आईजी रैंक के एक ऑफिसर को मामले की जांच सौंपी गई थी। जांच में पाया गया कि सीनियर पुलिस ऑफिसर्स ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। अगर उन्होंने वक्त पर सही फैसला लिया होता, तो हालात इतने खराब नहीं होते।
Tuesday, November 20, 2012
अजमल आमिर कसाब के शव को यरवदा जेल में दफना दिया गया
आतंकी अजमल आमिर कसाब के शव को यरवदा जेल में दफना
दिया गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया कि कसाब के शव
को पाकिस्तान को न सौंपकर जेल के अंदर ही दफन कर दिया गया। इससे पहले कयास लग रहे
थे कि कसाब के शरीर को या तो पाकिस्तान के हवाले किया जाएगा, या
ओसामा-बिन-लादेन की ही तरह पर समंदर में दफन किया जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने जानकारी दी कि कसाब को यरवदा जेल के अंदर ही दफनाया गया है। इस बात के लिए खास इंतजाम किए गए हैं कि कसाब की कब्र की कोई पहचान न हो। मुंबई हमले के दौरान मार गिराए गए कसाब के साथियों के शवों को भी गुमनाम जगह पर दफन किया गया था। उस वक्त समस्या यह थी कि पाकिस्तान ने शव लिए नहीं और भारत में मुस्लिम धर्म गुरुओं ने अपील की थी आतंकियों को यहां न दफनाया जाए। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने सुबह बताया था कि पाकिस्तान को इस बारे में एक लेटर भी भेजा गया था, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया।
कुछ लोग मांग कर रहे थे कि कसाब के शरीर को भारत में दफनाने के बजाए समंदर में दफन कर दिया जाए। आशंका थी कि अगर कसाब को भारत में दफन किया जाता है, तो कट्टरपंथी और राष्ट्र विरोधी लोग उसे हीरो बना सकते हैं। इसी तरह की आशंका के डर से अमेरिका ने 9/11 के गुनहगार ओसामा बिना लादेन को मार गिराने के बाद उसकी डेड बॉडी को समंदर में दफन कर दिया था। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कसाब के शरीर को जेल में दफनाने का फैसला किया, ताकि वहां कोई पहुंच न सके।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने जानकारी दी कि कसाब को यरवदा जेल के अंदर ही दफनाया गया है। इस बात के लिए खास इंतजाम किए गए हैं कि कसाब की कब्र की कोई पहचान न हो। मुंबई हमले के दौरान मार गिराए गए कसाब के साथियों के शवों को भी गुमनाम जगह पर दफन किया गया था। उस वक्त समस्या यह थी कि पाकिस्तान ने शव लिए नहीं और भारत में मुस्लिम धर्म गुरुओं ने अपील की थी आतंकियों को यहां न दफनाया जाए। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने सुबह बताया था कि पाकिस्तान को इस बारे में एक लेटर भी भेजा गया था, लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया।
कुछ लोग मांग कर रहे थे कि कसाब के शरीर को भारत में दफनाने के बजाए समंदर में दफन कर दिया जाए। आशंका थी कि अगर कसाब को भारत में दफन किया जाता है, तो कट्टरपंथी और राष्ट्र विरोधी लोग उसे हीरो बना सकते हैं। इसी तरह की आशंका के डर से अमेरिका ने 9/11 के गुनहगार ओसामा बिना लादेन को मार गिराने के बाद उसकी डेड बॉडी को समंदर में दफन कर दिया था। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कसाब के शरीर को जेल में दफनाने का फैसला किया, ताकि वहां कोई पहुंच न सके।
Sunday, November 18, 2012
पुत्र उद्धव ठाकरे भावुक होकर रो पड़े
बालासाहेब की
अंत्ययात्रा निकली तो पुत्र उद्धव ठाकरे भावुक होकर रो पड़े। उद्धव के पुत्र
आदित्य भी भावनाओं के आवेग के सामने बेबस नजर आए। जल्द ही दोनों ने अपने आप को
संभाला और लाखों लोगों की अंतिम विदाई स्वीकारने की औपचारिकता में डूब गए।
'मातोश्री' बंगले से जब बालासाहेब के पार्थिव शरीर को लेकर विशाल खुला ट्रक निकला, तो दोनों पिता-पुत्र इसके दोनों तरफ हाथ जोड़े नजर आए। इस बार पूरा परिवार उनके साथ नजर आया। बालासाहेब ठाकरे के मंझले पुत्र जयदेव साथ थे। उम्र में उद्धव से बड़े हैं जयदेव। जयदेव और उसके कुछ वर्षों बाद उनकी पत्नी स्मिता को बालासाहेब के रहते ही बारी-बारी घर छोड़ना पड़ा था। जयदेव का बड़ा बेटा भी था, जो अभी भी 'मातोश्री' में ठाकरे परिवार के साथ रह रहा है। जयदेव एनसीपी और स्मिता कांग्रेस में जाने की धमकी सार्वजनिक तौर पर दे चुके थे। दुख और अवसाद की घड़ी में पूरा परिवार साथ था। एक अर्से बाद लोग सार्वजनिक तौर पर ठाकरे परिवार को साथ देख रहे थे।
फूलों से विशेष रूप से सजाए ट्रक के आगे बालासाहेब का बड़ा सा फोटो। ट्रक के ऊपर एक युवा शिवसेना का 'ट्रेडमार्क' परंपरागत वाद्य तुतारी बजाते हुए और दूसरा भगवा ध्वज लहराते हुए। ट्रक पर कंधे तक की ऊंचाई पर रखा तिरंगे में लिपटा 'साहेब' का पार्थिव शरीर। ट्रेलर ट्रक के दो हिस्से थे, अगले हिस्से में परिवार के लोग थे। जबकि दूसरे हिस्से में शिवसेना, बीजेपी और रिपब्लिकन पार्टी के तमाम बड़े नेता।
'मातोश्री' बंगले से जब बालासाहेब के पार्थिव शरीर को लेकर विशाल खुला ट्रक निकला, तो दोनों पिता-पुत्र इसके दोनों तरफ हाथ जोड़े नजर आए। इस बार पूरा परिवार उनके साथ नजर आया। बालासाहेब ठाकरे के मंझले पुत्र जयदेव साथ थे। उम्र में उद्धव से बड़े हैं जयदेव। जयदेव और उसके कुछ वर्षों बाद उनकी पत्नी स्मिता को बालासाहेब के रहते ही बारी-बारी घर छोड़ना पड़ा था। जयदेव का बड़ा बेटा भी था, जो अभी भी 'मातोश्री' में ठाकरे परिवार के साथ रह रहा है। जयदेव एनसीपी और स्मिता कांग्रेस में जाने की धमकी सार्वजनिक तौर पर दे चुके थे। दुख और अवसाद की घड़ी में पूरा परिवार साथ था। एक अर्से बाद लोग सार्वजनिक तौर पर ठाकरे परिवार को साथ देख रहे थे।
फूलों से विशेष रूप से सजाए ट्रक के आगे बालासाहेब का बड़ा सा फोटो। ट्रक के ऊपर एक युवा शिवसेना का 'ट्रेडमार्क' परंपरागत वाद्य तुतारी बजाते हुए और दूसरा भगवा ध्वज लहराते हुए। ट्रक पर कंधे तक की ऊंचाई पर रखा तिरंगे में लिपटा 'साहेब' का पार्थिव शरीर। ट्रेलर ट्रक के दो हिस्से थे, अगले हिस्से में परिवार के लोग थे। जबकि दूसरे हिस्से में शिवसेना, बीजेपी और रिपब्लिकन पार्टी के तमाम बड़े नेता।
मौत ही उसकी जिंदगी का पैमाना होती है।
अपने जीवन काल में ही
किवदंती बन चुके बालासाहेब ठाकरे की मौत ने उनके कद को अतुलनीय रूप से ऊंचा कर
दिया और साबित कर दिखाया कि किसी की मौत ही उसकी जिंदगी का पैमाना होती है।
शाम 6 बजे राजकीय सम्मान के साथ मातमी बिगुल बजने और चंद मिनटों बाद मंत्रोच्चार के बीच जब उनका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन होने लगा तो ऐसा लगा कि बगल में हरहराता कर हिलोरें मारता समंदर भी शांत होकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दे रहा हो। बगल में ही ढल रहे सूरज ने भी मानो अपनी गति रोक ली थी और सिंदूरी शाम बाला साहेब की चिताग्नि से और भी दैदीप्यमान हो चली थी
शाम 6 बजे राजकीय सम्मान के साथ मातमी बिगुल बजने और चंद मिनटों बाद मंत्रोच्चार के बीच जब उनका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन होने लगा तो ऐसा लगा कि बगल में हरहराता कर हिलोरें मारता समंदर भी शांत होकर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दे रहा हो। बगल में ही ढल रहे सूरज ने भी मानो अपनी गति रोक ली थी और सिंदूरी शाम बाला साहेब की चिताग्नि से और भी दैदीप्यमान हो चली थी
Thursday, November 15, 2012
शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे की हालत अभी भी स्थिर
शिवसेना सुप्रीमो बाल
ठाकरे की हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है। गुरुवार रात 11 बजे बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी रश्मि
और बेटे आदित्य के साथ मातोश्री के बाहर आए और समर्थकों से मराठी में कहा,
'यह आपकी दुआओं का असर है कि बाला साहेब की हालत स्थिर बनी हुई
है। आगे भी उन्हें आपकी दुआओं की जरूरत है।'
शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे की हालत को लेकर उनके करीबियों के बयान हैं कि ठाकरे की हालत में अब सुधार हो रहा है लेकिन, निश्चित तौर पर, राज्य में सबकुछ ठीकठाक नहीं है। ठाकरे की नाजुक हालत के मद्देनजर किसी भी 'अनिष्ट' की आशंका के मद्देनजर मुंबई में हालात सामान्य नहीं हैं और चारों ओर कर्फ्यू का सा माहौल है
शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे की हालत को लेकर उनके करीबियों के बयान हैं कि ठाकरे की हालत में अब सुधार हो रहा है लेकिन, निश्चित तौर पर, राज्य में सबकुछ ठीकठाक नहीं है। ठाकरे की नाजुक हालत के मद्देनजर किसी भी 'अनिष्ट' की आशंका के मद्देनजर मुंबई में हालात सामान्य नहीं हैं और चारों ओर कर्फ्यू का सा माहौल है
Sunday, November 11, 2012
कुछ दिनों से बीमार चल रहे शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे
पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के
स्वास्थ्य पर डॉक्टरों का एक दल लगातार नजर रख रहा है। ठाकरे के करीबी एक सूत्र ने
बताया कि डॉक्टरों का एक दल और कुछ चिकित्सा कर्मी ठाकरे के निवास 'मातोश्री' में मौजूद हैं
और शिवसेना प्रमुख के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रख रहे हैं।
उन्होंने बताया 'करीब छह नर्स हर पल ठाकरे के स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही हैं। शिवसेना प्रमुख का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।' महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने लोगों से अपील की है कि वे बाल ठाकरे के स्वास्थ्य के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें। राज ठाकरे कल अपने बीमार चाचा को देखने गए थे। उन्होंने कहा था 'चिंता की कोई बात नहीं है। बाल ठाकरे ने मुझसे मातोश्री आने को कहा था।' राज ठाकरे के अलावा, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी अपने पति के साथ ठाकरे का स्वास्थ्य का हालचाल जानने के लिए उनके आवास गई थीं।
उन्होंने बताया 'करीब छह नर्स हर पल ठाकरे के स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही हैं। शिवसेना प्रमुख का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।' महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने लोगों से अपील की है कि वे बाल ठाकरे के स्वास्थ्य के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें। राज ठाकरे कल अपने बीमार चाचा को देखने गए थे। उन्होंने कहा था 'चिंता की कोई बात नहीं है। बाल ठाकरे ने मुझसे मातोश्री आने को कहा था।' राज ठाकरे के अलावा, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी अपने पति के साथ ठाकरे का स्वास्थ्य का हालचाल जानने के लिए उनके आवास गई थीं।
Tuesday, November 6, 2012
कुप्रबंधनके लिए बीएमसी की नाकामी को दोष
मुंबई को पानी आपूर्ति करने वाली बीएमसी काकरीब 700 एमएलडी पानी लीकेज के चलते जाया हो जाताहै। इस लीकेज का लगभग 20 फीसदी पानी टैंकर माफियों कोबीएमसी अधिकारियों के सहयोग से पहुंचाया जाता है। यहआरोप लगाए हैं ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ)नामक संस्था ने। संस्था ने एक रिसर्च रिपोर्ट जारी कर कहा हैकि बीएमसी का जितना पानी सिर्फ लीकेज और चोरी मेंबर्बाद हो जाता है, उससे कहीं कम पुणे महानगरपालिका केलोगों के लिए आपूर्ति की जाती है। पुणे को प्रतिदिन 650एमएलडी पानी आपूर्ति होती है।
ओआरएफ के रिसर्चर धवल देसाई ने कहा कि बीएमसी की मांग व आपूर्ति में इस वक्त 700 एमएलडी की कमीहै। 2021 तक मुंबई की मांग तकरीबन 5000 एमएलडी पानी की होगी। देसाई ने पानी आपूर्ति के इस कुप्रबंधनके लिए बीएमसी की नाकामी को दोष दिया है। सोमवार को ओआरएफ की ओर से 'क्या मंुबई के पास पर्याप्तपानी है' के विषय पर सेमिनार हुआ। मुंबई के पानी आपूर्ति पर रिसर्च करने वाले देसाई ने लीकेज और पाइपफूटने, फ्लो मीटर्स, प्रबंधन में बदलाव, पानी की रीसाइकलिंग, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग और लोगों को जागरूक करनेजैसी मूलभूत चीजों पर जोर देने की मांग प्रशासन से की है।
ओआरएफ के रिसर्चर धवल देसाई ने कहा कि बीएमसी की मांग व आपूर्ति में इस वक्त 700 एमएलडी की कमीहै। 2021 तक मुंबई की मांग तकरीबन 5000 एमएलडी पानी की होगी। देसाई ने पानी आपूर्ति के इस कुप्रबंधनके लिए बीएमसी की नाकामी को दोष दिया है। सोमवार को ओआरएफ की ओर से 'क्या मंुबई के पास पर्याप्तपानी है' के विषय पर सेमिनार हुआ। मुंबई के पानी आपूर्ति पर रिसर्च करने वाले देसाई ने लीकेज और पाइपफूटने, फ्लो मीटर्स, प्रबंधन में बदलाव, पानी की रीसाइकलिंग, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग और लोगों को जागरूक करनेजैसी मूलभूत चीजों पर जोर देने की मांग प्रशासन से की है।
Wednesday, October 31, 2012
मराठा आरक्षण
आरपीआई नेता रामदास आठवले के मंच से महाराष्ट्रके वरिष्ठ मंत्री पतंगराव कदम और विपक्ष के नेता विनोदतावडे ने ' मराठा आरक्षण ' के पक्ष में एकसाथ ' हुंकार 'भरकर राजनीतिक गलियारों को आश्चर्य में डाल दिया है। 'अखिल भारतीय मराठा महासंघ ' और ' छावा ' जैसे आक्रामकमराठा संगठनों ने मंगलवार को दलित नेता आठवले के नेतृत्वमें आरक्षण के लिए लड़ने की घोषणा कर दी। इस अप्रत्याशितसमर्थन से उत्साहित आठवले ने राज्य में 35 से 40 प्रतिशतजनसंख्या रखने वाले और राजनीतिक तौर पर सशक्त मराठासमुदाय के लिए उग्र आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है।
महाराष्ट्र के राजनीतिक और सामाजिक गणित में उलटफेर करने की क्षमता रखने वाली ' मराठा - दलित एकता 'का अनोखा सिंहनाद मंगलवार को प्रभादेवी स्थित ' रवींद्र नाट्यमंदिर ' सभागार में देखने को मिला। ' अखिलभारतीय मराठा महासंघ ' के अध्यक्ष शशिकांत पवार व सुरेश पाटील , माथाडी नेता बाबूराव रामिष्टे , ' मराठामहासंघ ' के दिलीप जगताप , ' छावा ' के गंगाधर कलकुटे , ' मराठा आरक्षण संघर्ष समिति ' के सुरेशदादापाटील , वरिष्ठ पत्रकार अभिजीत राणे जैसे मराठा दिग्गजों ने एक सुर से दलित नेता आठवले की अगुवाई साथमिलकर संघर्ष करने की घोषणा मंच से की।
महाराष्ट्र के राजनीतिक और सामाजिक गणित में उलटफेर करने की क्षमता रखने वाली ' मराठा - दलित एकता 'का अनोखा सिंहनाद मंगलवार को प्रभादेवी स्थित ' रवींद्र नाट्यमंदिर ' सभागार में देखने को मिला। ' अखिलभारतीय मराठा महासंघ ' के अध्यक्ष शशिकांत पवार व सुरेश पाटील , माथाडी नेता बाबूराव रामिष्टे , ' मराठामहासंघ ' के दिलीप जगताप , ' छावा ' के गंगाधर कलकुटे , ' मराठा आरक्षण संघर्ष समिति ' के सुरेशदादापाटील , वरिष्ठ पत्रकार अभिजीत राणे जैसे मराठा दिग्गजों ने एक सुर से दलित नेता आठवले की अगुवाई साथमिलकर संघर्ष करने की घोषणा मंच से की।
Sunday, October 21, 2012
महज 4 फैक्ट्री इंस्पेक्टर हैं, जिन पर 2500 कंपनियों के इंस्पेक्शन की जिम्मेदारी है
क्या सरकार कंपनियों में हो रहे हादसे को रोकने के लिए गंभीर है? यह सवाल खड़ा उठ रहा है डोंबिवली के आरती इंडस्ट्रीज में हुए हादसे
के बाद। कंपनियों के सर्वेक्षण के लिए सरकार ने 625
कंपनियों के पीछे महज एक फैक्ट्री इंस्पेक्टर रखा है।
कल्याण में महाराष्ट्र सेफ्टी ऐंड हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिस के पास महज 4 फैक्ट्री इंस्पेक्टर हैं, जिन पर 2500 कंपनियों के इंस्पेक्शन की जिम्मेदारी है। वहीं, डोंबिवली में विक्रम कांतवर नामक जांच अधिकारी के पास 625 कंपनियों के इंस्पेक्शन की जिम्मेदारी है, जिसमें 85 प्रतिशत कंपनियां केमिकल से जुड़ी हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि उनके डिपार्टमेंट ने सरकार से कई बार स्टाफ को बढ़ाने की मांग की, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। एक कंपनी के इंस्पेक्शन के लिए अधिकारी को पूरा दिन लग जाता है। इसके अलावा उन्हें कंपनी से संबंधित कोर्ट केस का काम रहता है। ऐसे में, इंस्पेक्शन कर घटना से पहले हादसा टाल सकना किसी सपने से कम नहीं!
कल्याण में महाराष्ट्र सेफ्टी ऐंड हेल्थ डिपार्टमेंट के ऑफिस के पास महज 4 फैक्ट्री इंस्पेक्टर हैं, जिन पर 2500 कंपनियों के इंस्पेक्शन की जिम्मेदारी है। वहीं, डोंबिवली में विक्रम कांतवर नामक जांच अधिकारी के पास 625 कंपनियों के इंस्पेक्शन की जिम्मेदारी है, जिसमें 85 प्रतिशत कंपनियां केमिकल से जुड़ी हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि उनके डिपार्टमेंट ने सरकार से कई बार स्टाफ को बढ़ाने की मांग की, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। एक कंपनी के इंस्पेक्शन के लिए अधिकारी को पूरा दिन लग जाता है। इसके अलावा उन्हें कंपनी से संबंधित कोर्ट केस का काम रहता है। ऐसे में, इंस्पेक्शन कर घटना से पहले हादसा टाल सकना किसी सपने से कम नहीं!
Friday, October 12, 2012
उनके लिए कोई न कोई मकान-प्लॉट तो ढूंढ ही निकालेंगे।
हर तरह से काबिल होने के बावजूद अपनी मनपसंद जगह परआमिर खान को बंगला नहीं मिल पा रहा है। जानकार इसेरीयल एस्टेट के काले धंधे से जोड़कर देख रहे हैं और उनकाकहना है कि अगर आमिर ने अपने 'परफेक्शनिस्ट' के सिद्धांतोंसे समझौता किया होता तो वह अब तक नई इमारत में शिफ्टहो चुके होते। आज रीयल एस्टेट संबंधी हर लेन-देन में 'कैश'का 50 फीसदी इस्तेमाल
किया जाता है। साथ ही कई दफाप्रॉपर्टी के टाइटल में भी दिक्कत होती है। आमिर को यह बातबखूबी मालूम है और वह इस तरह कोई झमेला मोल लेनानहीं चाहते हैं।
कई फिल्म स्टारों को फ्लैट और प्लॉट दिला चुके एक ब्रोकर ने बताया, 'कोई जरूरी नहीं कि आमिर को प्लॉट हीमिले, अगर कोई पुराना बंगला या इमारत मिल जाती है तो भी वह खरीदने को तैयार हैं और फिर उसका अपनेहिसाब से रीडिवेलपमेंट कराकर उसमें अपना काम-काज शिफ्ट करना चाहते हैं। इसमें पैसा मुद्दा नहीं है, मुद्दा हैतो सही ट्रांजैक्शन का। उन्होंने कहा कि आमिर की सख्त हिदायत है कि उन्हें प्लॉट का टाइटल एकदम क्लियरचाहिए। उनके लिए प्लॉट ढूंढ रहे इस ब्रोकर ने कहा, 'हमने हिम्मत नहीं हारी है। उनके लिए कोई न कोई मकान-प्लॉट तो ढूंढ ही निकालेंगे।
पिछले कुछ सालों में सफलता की सीढ़ियां चढ़े आमिर खान का बिजनेस और इसका मॉडल दोनों बढ़ा है औरइसकी डिमांड को पूरा करने के लिए उन्होंने बांद्रा में ही एक बंगला बनाने का फैसला किया, जहां से वह अपनीफिल्मों और प्रॉडक्शन का काम-काज संभाल सकें। ब्रोकर के मुताबिक, 'उनकी चाहत है कि उन्हें कोई प्लॉट पेरीक्रॉस रोड स्थित सचिन तेंडुलकर के घर के आस-पास ही मिले, लेकिन जिस तरह से सचिन बिना ओसी केपजेशन के पचड़े में पड़ गए थे, वैसा कोई बवाल उनके साथ ना हो।
गौरतलब है कि आमिर खान फिलहाल बांद्रा के यूनियन पार्क के मरीना अपार्टमेंट में रहते हैं। सूत्र बताते हैं कियह अपार्टमेंट भी कम बड़ा नहीं है, लेकिन आमिर अपने प्रॉडक्शन हाउस के लिए अब एक अलग से डेडीकेटेडबंगला या इमारत चाहते हैं।
कई फिल्म स्टारों को फ्लैट और प्लॉट दिला चुके एक ब्रोकर ने बताया, 'कोई जरूरी नहीं कि आमिर को प्लॉट हीमिले, अगर कोई पुराना बंगला या इमारत मिल जाती है तो भी वह खरीदने को तैयार हैं और फिर उसका अपनेहिसाब से रीडिवेलपमेंट कराकर उसमें अपना काम-काज शिफ्ट करना चाहते हैं। इसमें पैसा मुद्दा नहीं है, मुद्दा हैतो सही ट्रांजैक्शन का। उन्होंने कहा कि आमिर की सख्त हिदायत है कि उन्हें प्लॉट का टाइटल एकदम क्लियरचाहिए। उनके लिए प्लॉट ढूंढ रहे इस ब्रोकर ने कहा, 'हमने हिम्मत नहीं हारी है। उनके लिए कोई न कोई मकान-प्लॉट तो ढूंढ ही निकालेंगे।
पिछले कुछ सालों में सफलता की सीढ़ियां चढ़े आमिर खान का बिजनेस और इसका मॉडल दोनों बढ़ा है औरइसकी डिमांड को पूरा करने के लिए उन्होंने बांद्रा में ही एक बंगला बनाने का फैसला किया, जहां से वह अपनीफिल्मों और प्रॉडक्शन का काम-काज संभाल सकें। ब्रोकर के मुताबिक, 'उनकी चाहत है कि उन्हें कोई प्लॉट पेरीक्रॉस रोड स्थित सचिन तेंडुलकर के घर के आस-पास ही मिले, लेकिन जिस तरह से सचिन बिना ओसी केपजेशन के पचड़े में पड़ गए थे, वैसा कोई बवाल उनके साथ ना हो।
गौरतलब है कि आमिर खान फिलहाल बांद्रा के यूनियन पार्क के मरीना अपार्टमेंट में रहते हैं। सूत्र बताते हैं कियह अपार्टमेंट भी कम बड़ा नहीं है, लेकिन आमिर अपने प्रॉडक्शन हाउस के लिए अब एक अलग से डेडीकेटेडबंगला या इमारत चाहते हैं।
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