Sunday, November 18, 2012

पुत्र उद्धव ठाकरे भावुक होकर रो पड़े


बालासाहेब की अंत्ययात्रा निकली तो पुत्र उद्धव ठाकरे भावुक होकर रो पड़े। उद्धव के पुत्र आदित्य भी भावनाओं के आवेग के सामने बेबस नजर आए। जल्द ही दोनों ने अपने आप को संभाला और लाखों लोगों की अंतिम विदाई स्वीकारने की औपचारिकता में डूब गए।

'मातोश्री' बंगले से जब बालासाहेब के पार्थिव शरीर को लेकर विशाल खुला ट्रक निकला, तो दोनों पिता-पुत्र इसके दोनों तरफ हाथ जोड़े नजर आए। इस बार पूरा परिवार उनके साथ नजर आया। बालासाहेब ठाकरे के मंझले पुत्र जयदेव साथ थे। उम्र में उद्धव से बड़े हैं जयदेव। जयदेव और उसके कुछ वर्षों बाद उनकी पत्नी स्मिता को बालासाहेब के रहते ही बारी-बारी घर छोड़ना पड़ा था। जयदेव का बड़ा बेटा भी था, जो अभी भी 'मातोश्री' में ठाकरे परिवार के साथ रह रहा है। जयदेव एनसीपी और स्मिता कांग्रेस में जाने की धमकी सार्वजनिक तौर पर दे चुके थे। दुख और अवसाद की घड़ी में पूरा परिवार साथ था। एक अर्से बाद लोग सार्वजनिक तौर पर ठाकरे परिवार को साथ देख रहे थे।

फूलों से विशेष रूप से सजाए ट्रक के आगे बालासाहेब का बड़ा सा फोटो। ट्रक के ऊपर एक युवा शिवसेना का 'ट्रेडमार्क' परंपरागत वाद्य तुतारी बजाते हुए और दूसरा भगवा ध्वज लहराते हुए। ट्रक पर कंधे तक की ऊंचाई पर रखा तिरंगे में लिपटा 'साहेब' का पार्थिव शरीर। ट्रेलर ट्रक के दो हिस्से थे, अगले हिस्से में परिवार के लोग थे। जबकि दूसरे हिस्से में शिवसेना, बीजेपी और रिपब्लिकन पार्टी के तमाम बड़े नेता।

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