Tuesday, April 28, 2009

दक्षिण मुम्बई से कांग्रेस-एनसीपी के साझा उम्मीदवार मिलिंद देवड़ा के समर्थन में युवा शक्ति ने ताकत झोंक दी

दक्षिण मुम्बई से कांग्रेस-एनसीपी के साझा उम्मीदवार मिलिंद देवड़ा के समर्थन में युवा शक्ति ने ताकत झोंक दी है। इसकी झलक तब देखी गई जब सोमवार की शाम सभी वर्गों से जुड़े लोगों ने एक विशाल रैली निकाली, जिससे पूरा मरीन ड्राइव रोमांचित हो गया। रैली में 'मिलिंद मैटर्स' नाम के बैनर यह बता रहे थे कि लोग मिलिंद को फिर से क्यों सांसद के रूप में देखना चाहती है। छात्रों के वोटिंग ग्रुप को लेकर बने एनजीओ 'यस वी कैन मुम्बई' के आदित्य मलकानी का कहना था कि निश्चित रूप से मिलिंद हमारे लिए मायने रखते हैं और आज के हालात में मिलिंद की हम सबकी जरूरत है। इसी रैली में एक नौजवान का कहना था कि मिलिंद सिर्फ साउथ मुम्बई ही नहीं, पूरे देश के सबसे सक्षम उम्मीदवारों में से एक हैं। खास बात यह थी कि रैली में खुद मिलिंद देवड़ा नहीं थे। सैकड़ों की तादाद में स्वत:स्फूर्त शामिल हुए छात्रों के अलावा डिवेलपर निरंजन हीरानंदानी, समाजशास्त्री नंदिनी सरदेसाई, सोशल एक्टिविस्ट डा. मिठू अलूर, देविका भोजवानी, मालविका संघवी,कई एनजीओ और सीनियर सिटीजन इसमें शामिल थे। रैली की अगुवाई कर रहीं मिलिंद की पत्नी पूजा देवड़ा का कहना था कि बेशक मिलिंद युवाओं की आवाज हैं, मगर पिछले 5 सालों में उन्होंने ऐसा काम किया है वे पहली पसंद बन गए है। रैली में 26/11 के आतंकी हमलों के पीड़ित भी मौजूद थे, जो विशेष आकर्षण का केंद्र थे। इसी हमले में बेटी और दामाद को खो देने वाले इंदर चौधरी ने कहा कि मुश्किल की उस घड़ी में मिलिंद ही हमारे साथ थे। इसके अलावा मिलिंद के समर्थन में काफी सामाजिक, सांस्कृतिक संगठन भी आगे आए हैं। इनमें दिगंबर जैन समाज के नेता और उद्योगपति एस. पी. जैन, चार्टर्ड अकाउंटैंट असोसिएशन (वेस्टर्न जोन) के प्रेजिडेंट बी. सी. भालावत, तेरापंथ समाज के नेता खयाली तातेड़, पूर्व नगरसेवक और जैन फुलवारी के संयोजक प्रमुख रूप से हैं।

Sunday, April 26, 2009

मुख्यमंत्री और डीएमके नेता करुणानिधि अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर

श्रीलंका में तुरंत सीजफायर की अपनी मांग पर जोर देने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता करुणानिधि अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। सोमवार सुबह हड़ताल पर बैठने से पहले वह अपने राजनीतिक गुरु अन्नादुरई की प्रतिमा पर फूल चढाने गए। उन्होंने कहा, 'यह तमिल कॉज के लिए मेरा बलिदान है। मुझे भी राजपक्षे (श्रीलंकाई राष्ट्रपति)के जनसंहार की बलि चढ़ जाने दीजिए। ' गौरतलब है कि लिट्टे ने रविवार को इकतरफा युद्धविराम का ऐलान किया जिसे श्रीलंका सरकार ने नामंजूर कर दिया। लिट्टे का यह ऐलान तब आया जब रविवार को ही श्रीलंका सेना ने सामरिक लिहाज से महत्वपूर्ण व्लायरमदाम इलाके पर कब्जा करके बचे हुए करीब 6 किलोमीटर इलाके को चारों ओर से घेर माना जा रहा है कि इसी 6 किलोमीटर के इलाके में लिट्टे चीफ प्रभाकरन और उसके प्रमुख सहयोगी छिपे हुए हैं। शुक्रवार को करुणानिधि ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि अगर श्रीलंका सरकार सीजफायर के इसके सुझाव को स्वीकार नहीं करती तो उसके साथ सारे कूटनीतिक संबंध समाप्त कर लिए जाएं। इससे पहले वह प्रभाकरन को अपना अच्छा मित्र भी बता चुके हैं। मगर, केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि वह श्रीलंका में तमिल नागरिकों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहती है, लेकिन तमिल आतंकवादियों से कोई सहानुभूति नहीं रखती।

Saturday, April 25, 2009

बॉम्बे हाई कोर्ट को एक कुत्ते को राहत दिलाने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करना पड़ा।

बॉम्बे हाई कोर्ट को एक कुत्ते को राहत दिलाने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करना पड़ा। यह कुत्ता हत्या के मामले में शामिल एक परिवार के मकान में बंद हो गया था। कुत्ता ठाणे में भाइंदर के रहने वाले संजीव श्रीवास्तव का है। पुलिस को शक है कि संजीव ने मार्च में अपनी पत्नी रीति और अपने 'स्पेशल चाइल्ड' की हत्या कर दी थी। रीति को कथित तौर पर प्रताड़ित करने को लेकर संजीव की चार बहनें भी पुलिस की जांच के दायरे में हैं और इनकी अग्रिम जमानत याचिका सेशन कोर्ट में पेंडिंग है। उनकी बहनों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए मकान छोड़ दिया। इस चक्कर में उन्होंने कुत्ता गुरुवार शाम श्रीवास्तव के घर में ही छोड़ दिया था। इस बीच, चारों बहनें शुक्रवार को हाई कोर्ट गईं। उन्होंने निचली अदालत द्वारा जमानत याचिका पर फैसला किये जाने तक गिरफ्तारी से बचाने और कुत्ते को बाहर निकालने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस मकान को सील कर दिया था। अदालत ने परिवार के एक संबंधी को उनके घर जाकर कुत्ते को बाहर निकालने का आदेशदिया है ।

Tuesday, April 21, 2009

नवनिर्माण सेना (MNS)भी उत्तर भारतीयों की मेहनत की कायल हो ही गई

आखिरकार महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS)भी उत्तर भारतीयों की मेहनत की कायल हो ही गई। ठाणे लोकसभा सीट से एमएनएस प्रत्याशी राजन राजे ने मंगलवार को ठाणे में पत्रकारों के समक्ष मराठी युवकों से आह्वान किया कि वे उत्तर भारतीयों की कठिन मेहनत की आदत को अपनाएं तथा अपना जीवन सफल बनाएं। चुनाव प्रचार के तीसरे दौर के बाद वह पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे। उत्तर भारतीयों की मेहनत के अलावा उन्होंने गुजरातियों व राजस्थानियों की उद्यमिता और बुद्धिमानी को अपनाने की सलाह दी। विरोधी प्रत्याशियों पर मराठी वोट बैंक को मराठी नोट बैंक में बदलने का आरोप लगाते हुए राजे ने कहा कि एमएनएस जल्द ही अपना सच्चा मराठी वोट बैंक बनाने में सफल हो जाएगी।

Sunday, April 19, 2009

रुबीना के पिता रफीक ने 2 लाख पाउंड यानी करीब 1 करो़ड़ 80 लाख रुपये की मांग की।

ऑस्कर विजेता फिल्म 'स्लमडॉग मिलिनेअर' में लतिका के बचपन का किरदार निभाने वाली नौ साल की रुबीना अली को उनके पिता रफीक कुरैशी ने करीब एक करोड़ 80 लाख रुपये में बेचने की कोशिश की। ब्रिटने के अखबार 'न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड' ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए इसका खुलासा किया है । न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड की वेबसाइट के मुताबिक उनके रिपोर्टर दुबई के शेख बनकर रुबीना के पिता से मिले और रुबीना को गोद लेने की बात की। स्टिंग ऑपरेशन के जरिए रिपोर्टर ने रुबीना के पिता को रंगे हाथों कैमरे में कैद किया है। बेबसाइट का दावा है कि रुबीना के पिता रफीक ने 2 लाख पाउंड यानी करीब 1 करो़ड़ 80 लाख रुपये की मांग की। रुबीना के पिता के साथ उसके चाचा भी इस डील में हिस्सा ले रहे थे। हालांकि रुबीना के परिवार वालों ने ब्रिटिश अखबार के दावे को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि सारी बातें विज्ञापन के लिए हुई थीं। रुबीना की चचेरी बहन ने कहा कि कोई पिता अपनी बेटी को बेचने की बात सोच भी नहीं सकता।

Thursday, April 16, 2009

अजमल कसाब और शाहरूख भाई भाई, यह भी चमत्कार

जिस नीलम विज ने खुद को अजमल कसाब की मां होने का दावा किया, उसी नीलम ने कुछ महीने पहले खुद को फिल्म स्टार शाहरुख खान की भी मां बताया था। क्राइम ब्रांच के एक सीनियर अधिकारी ने गुरुवार को इस बात का खुलासा किया। यहां बताना जरूरी है कि नीलम के नये दावे से विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी तक भ्रमित हो गए थे और तीन दिन पहले वह खुलासा कर बैठे थे कि अजमल कसाब की मां कसाब से मिलने मुम्बई आ रही है। लेकिन बुधवार को मुखर्जी ने इस खुलासे के फौरन बाद ही अपनी सफाई में कहा कि कसाब की मां के भारत आगमन के संबंध में उन्हें कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। यहां बताना जरूरी है कि नीलम मूल रूप से गाजियाबाद की रहने वाली है। उसने अजमल की मां होने का दावा करते हुए कहा कि जब अजमल कसाब पैदा हुआ था, तब नीलम का अपने पति से झगड़ा हो गया था और इस कारण से उसने अजमल को पाकिस्तान भिजवा दिया था। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार नीलम खुद को अजमल और शाहरुख खान की मां बताने से पहले खुद को एक और हस्ती की भी मां बता चुकी है। पुलिस का दावा है कि नीलम खुद को अलग-अलग लोगों की मां बताकर या तो सस्ता प्रचार चाहती है या वह मानसिक रूप से बीमार है।

Wednesday, April 15, 2009

मशहूर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) में पढ़नेवाली विदेशी छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला

मुंबई के मशहूर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) में पढ़नेवाली विदेशी छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। अमेरिका की रहनेवाली इस 23 साल की छात्रा ने 6 लोगों ने गैंगरेप किया। खबर है कि TISS में पढ़नेवाली एक विदेशी छात्रा के साथ 6 लोगों ने गैंगरेप किया है। इस छात्रा की उम्र 23 साल बताई जा रही है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस इस मामले के आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

वर्सोवा पुलिस ने हफ्तावसूली मामले में एक वकील को गिरफ्तार

वर्सोवा पुलिस ने हफ्तावसूली मामले में एक वकील को गिरफ्तार किया है। वकील सैय्यद वाजिद हुसैन पर एक डॉक्टर मुनीर खान से आठ करोड़ रुपए का हफ्ता मांगने का आरोप है। इस मामले में पुलिस में शिकायत मुनीर खान के बेटे मोहसिन खान ने करवाई थी। इस संबंध में मोहसिन ने पुलिस को एक ऑडियो टेप भी सबूत के तौर पर पेश किया। पुलिस के अनुसार वाजिद हुसैन ठाणे व बांबे हाईकोर्ट में प्रेक्टिस करते हैं। हुसैन का आरोप है कि उसे इस मामले में फंसाया गया है। हुसैन के अनुसार उन्होंने डॉक्टर मुनीर खान का अखबारों में व टीवी में विज्ञापन देखा था, जिसमें दावा किया गया था कि उनकी दी गई दवाइयों से मरीज फौरन ठीक हो जाता है। हुसैन के अनुसार पर उन्होंने जब डॉक्टर मुनीर की दवाइयां लीं, तो वे तीन दिन तक कोमा में चले गए थे। इसके बाद उन्होंने ठाणे में मुनीर के खिलाफ केस दाखिल किया हुआ है। हुसैन का दावा है कि उन्हें इसलिए फंसाया गया है, पर पुलिस के अनुसार उनके पास शिकायतकर्ता द्वारा दिया टेप है, जिसमें हुसैन बाकायदा पैसा मांग रहे हैं।

Saturday, April 11, 2009

शूटिंग के दौरान बिना मंजूरी के ट्रेन को रोके रखने के आरोप में अभिनेता सनी देओल को जमानत दे दी है।

अडिशनल चीफ मैजिस्ट्रेट (रेलवे )जयपुर ने फिल्म 'बजरंगी' की शूटिंग के दौरान बिना मंजूरी के ट्रेन को रोके रखने के आरोप में अभिनेता सनी देओल को जमानत दे दी है।

फिल्म स्टार सनी देओल राजस्थान हाई कोर्ट के 17 अप्रैल से पूर्व रेलवे कोर्ट में पेश होने के आदेश का पालन करते हुए अपने वकील के साथ अदालत में पेश हुए। सनी देओल के वकील के अनुसार रेलवे कोर्ट ने सनी देओल को 25-25 हजार के मुचलके पेश करने पर जमानत दी।

गौरतलब है कि नरैना के असिस्टेंट स्टेशन मास्टर ने सनी देओल और ऐक्ट्रिस करिश्मा कपूर समेत अन्य के खिलाफ 11 मार्च 1997 को फुलेरा में बिना इजाजत के ट्रेन को रोकने का मामला दर्ज करवाया था। पुलिस ने करिश्मा कपूर और सनी देओल समेत अन्य के खिलाफ चालान पेश करने पर सुनवाई शुरू की थी।

करिश्मा कपूर, सनी देओल व अन्य ने इसके खिलाफ राजस्थान हाई कोर्ट में पुननिरीक्षण याचिका दायर कर सुनवाई पर रोक लगाने की मांग की थी। हाई कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई कर दखल देने से इंकार करते हुए रेलवे कोर्ट में पेश होने के आदेश दिये थे।

Thursday, April 9, 2009

बहुत जल्द मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलिज और बाकी 500 कॉलिज मुंबई यूनिवर्सिटी से अलग हो जाएंगे।

कॉलिजों को यूनिवर्सिटियों के अंडर में रखने का ब्रिटिश जमाने से चला आ रहा सिस्टम अब ज्यादा दिन नहीं चलेगा। बहुत जल्द मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलिज और बाकी 500 कॉलिज मुंबई यूनिवर्सिटी से अलग हो जाएंगे। अभी ये सभी मुंबई यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए हैं। इसी तरह, मिरांडा हाउस और दिल्ली यूनिवर्सिटी के दूसरे कॉलिजों, चेन्नै के लोयॉला और कोलकाता यूनिवर्सिटी से जुड़े प्रेजिडेंसी कॉलिज को भी अलग कर दिया जाएगा। मौजूदा सिस्टम की जगह पर नैशनल नॉलिज कमिशन ने एक अंडरग्रैजुएट बोर्ड बनाने का प्रस्ताव दिया है। इससे यूनिवर्सिटीज भी कॉलिज की देखरेख के काम से मुक्त हो जाएंगी। इससे उनके टाइम और एनजीर् की भी बचत होगी और वे इसे दूसरे बड़े कामों, मसलन, रिसर्च और पोस्ट ग्रैजुएट स्टडीज में भी लगा सकेंगे। आश्चर्यजनक रूप से कमिशन का यह प्रस्ताव काफी आसानी से स्वीकार कर लिया गया, क्योंकि ज्यादातर राज्य अपने यहां पहले से ही ऐसे ड्राफ्ट बिल और दूसरे उपायों को अमल में लाने की तैयारी कर रहे थे। जिन राज्यों ने पॉजिटिव रुख दिखाया है, उनमें दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और पुडुचेरी शामिल हैं। कमिशन के प्रस्ताव को मिले समर्थन से साफ है कि मौजूदा सिस्टम में यूनिवर्सिटी अपने कंधों पर जरूरत से ज्यादा बोझ लिए हैं। अंडरग्रैजुएट बोर्ड आईसीएसई या सीबीएसई बोर्ड की तरह काम करेगा। यह शैक्षिक और प्रशासनिक दोनों काम करेगा। इनमें सिलेबस, एग्जाम, डिग्री और फाइनैंस से जुडे़ काम शामिल होंगे।

Tuesday, April 7, 2009

ज्यादा बोलोगे तो फंसोगे, लालू तो बडबोलेपन में माहिर है, मुंबई में जातिवाद की देन यही सोच है

राष्ट्रीय जनता दल ( आरजेडी ) प्रमुख और रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव मुश्किल में फंसते नज़र आ रहे हैं। बिहार के किशनगंज जिले में 6 अप्रैल को एक रैली में भाषण के दौरान लालू ने कहा था कि अगर वह गृहमंत्री होते तो वरुण गांधी पर बुल्डोजर चलवा देते। किशनगंज के डीएम ने पुलिस को लालू के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इस मामले में लालू को गिरफ्तार करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि वरुण गांधी पर आरोप है कि उन्होंने पीलीभीत में एक चुनाव सभा के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था। गौरतलब है कि डीएम पदेन जिले का चुनाव अधिकारी भी होता है।
किशनगंज में लालू ने कहा था कि यदि वह गृह मंत्री होते तो अल्पसंख्यकों के खिलाफ आग उगलने वाले वरुण गांधी पर रोलर चलाकर उसे नेस्तनाबूद कर देते। उन्होंने कहा कि चाहे इसका अंजाम जो भी होता , उसकी वह तनिक भी परवाह नहीं करते। गौरतलब है कि इससे पहले उनकी पत्नी राबड़ी देवी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडी ( यू ) के प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणी पर जमकर विवाद हुआ था। केंद्रीय मंत्री और आरजेडी प्रत्याशी तस्लीमुद्दीन के नामांकन भरने के बाद किशनगंज के रुईघासा मैदान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि सोनिया गांधी को विदेशी मूल का कहने वाली बीजेपी को पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान सत्ता में आने से उन्होंने ही रोका था। लालू ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बाबरी मस्जिद ढहाने वाले लालकृष्ण आडवाणी की गोद में बैठे होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नीतीश उन्हें प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं , लेकिन उनका यह सपना कभी पूरा होने वाला नहीं है।

पंडित नेहरू और लेडी एडविना माउंटबेटन के बीच कथित प्रेम प्रसंग ही देश के विभाजन की वजह बना था।

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में आजादी के समय देश के विभाजन के पीछे एक नई ही थिअरी पेश की है। इस वयोवृद्ध नेता का कहना है कि पंडित नेहरू और लेडी एडविना माउंटबेटन के बीच कथित प्रेम प्रसंग ही देश के विभाजन की वजह बना था। ठाकरे के मुताबिक, लॉर्ड माउंटबेटन ने इसी दीवानगी का फायदा उठाया और देश के साथ धोखा हो गया। पाकिस्तान से भारत को खतरे की बाबत पूछे एक सवाल में ठाकरे ने कहा कि मेरे पास एक फिल्म है जिसमें नेहरू-एडविना प्रसंग और पाकिस्तान के निर्माण को फिल्माया गया है। इस फिल्म को इंग्लैंड में बैन कर दिया गया था, क्योंकि इससे देश की बदनामी का डर था। देशभक्ति इसे कहा जाता है।
ठाकरे ने अपने भतीजे राज ठाकरे का नाम लिए बिना सामना में लिखा है कि अब कुछ लोग मेरे स्टाइल की नकल कर रहे हैं। उनका दावा है कि वे मराठियों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ध्यान हो कि राज की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना भी मराठियों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करती है। शिवसेना प्रमुख ने अपराधियों को टिकिट देने, मतदाताओं को धन या शराब बांटने पर भी ऐतराज जताया। उन्होंने दावा किया कि मैंने पूर्व में शिवसेना सांसद और अब कांग्रेस में शामिल हो चुके संजय निरुपम को मतदाताओं को शराब देकर लुभाने पर फटकार लगाई थी।

Monday, April 6, 2009

बाल ठाकरे ने अपनी सेहत को देखते हुए सिगरेट और शराब जैसे अपने 'दोस्तों' को त्याग दिया है

शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने अपनी सेहत को देखते हुए सिगरेट और शराब जैसे अपने 'दोस्तों' को त्याग दिया है। उनके फेफड़े का इलाज कर रहे डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने ऐसा किया है। शिवसेना के मुखपत्र में छपे एक इंटरव्यू में ठाकरे ने यह भी साफ किया कि भले ही उनके बेटे उद्धव ठाकरे पार्टी का काम संभाल रहे हैं, लेकिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर वह उनकी सहमति जरूर लेते हैं। ठाकरे ने कहा कि मैं सिगरेट नहीं पीता और मैंने शराब भी छोड़ दी है क्योंकि मेरा अब शराब पीने का मन भी नहीं करता। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डॉक्टर मेरे फेफड़े में हो गये छिद्रों को भरने की कोशिश कर रहे हैं। 82 साल के ठाकरे ने कहा कि उन्हें अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें नेबुलाइजर का उपयोग करना पड़ता है।

Friday, April 3, 2009

मुंबई और दिल्ली विदेशियों की राय में रहने के लिहाज से दुनिया के 10 सबसे महंगे शहरों में

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और दिल्ली विदेशियों की राय में रहने के लिहाज से दुनिया के 10 सबसे महंगे शहरों में चौथे और आठवें नंबर पर हैं। ग्लोबल ह्यूमन रिसोर्स कंसल्टेंट फर्म मर्सर के एक सर्वे में यह बात सामने आई है। कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जब काम के लिए विदेश भेजा जाता है, तो उसमें कर्मचारी के रहने के खर्च के अलावा दूसरे खर्चों को जोड़कर उस शहर में रहने के खर्च का आकलन किया जाता है। महंगे शहरों की लिस्ट में रूस का मॉस्को शहर टॉप पर है। तोक्यो दूसरे और हांगकांग तीसरे नंबर पर है। अमेरिका का न्यू यॉर्क शहर मुंबई के बाद पांचवें नंबर पर है। सर्वे के मुताबिक, विदेशियों के लिए रहने के लिहाज से मुंबई तो अमेरिका के न्यू यॉर्क शहर और चीन की राजधानी पेइचिंग से भी महंगा साबित हुआ है। फरवरी 2009 के लिए किए गए सर्वेक्षण के मुताबिक, विदेशियों के लिए किराए के रहने की जगह के लिहाज से मुंबई दुनिया का चौथा सबसे महंगा शहर है। महंगे शहरों की सूची में दिल्ली आठवें नंबर पर है। सितंबर 2008 में हुए सर्वेक्षण में मुंबई महंगे शहरों की सूची में पांचवें नंबर पर था। तब लिस्ट में दिल्ली का नंबर छठा था।

Thursday, April 2, 2009

संजय एक अच्छे इंसान, हेमा मालिनी

Bollywood actor and Rajya Sabha MP Hema Malini on Wednesday sympathized with colleague Sanjay Dutt for being debarred from contesting elections. Her reaction came contrary to feelings expressed by state unit of the BJP one day ahead of her visit. "I know that he is a good man just like his father Sunil Dutt. He had good chances of winning the Lucknow seat if he contested. It is a different matter that he went to jail earlier and was found unfit to contest under present laws," said Malini. She was talking to reporters in Ranchi before setting out to campaign in four districts of the state. "Since Sanjay Dutt represents Bollywood the apex court verdict will not go down well with other silver screen artistes," she added. Earlier on Tuesday state BJP spokesperson Sanjay Seth had welcomed the Supreme Court's verdict. He said it was a historical judgment that indicated electoral reforms to prevent criminalization of politics are well in place. Hema also emphasized the role of young politicians in national politics. "Encouraging children to join politics is a must. I always encourage my daughters to taken interest in politics otherwise very soon the entire system will be handled by outdated and unfit people," she said adding, "Rahul Gandhi is a good and promising youth politician." Refusing to comment Varun Gandhi being booked under the National Security Act she said, "His speech was immature and indicates his political immaturity. I am sure that he failed to express his feelings properly and this is mainly because of lack of experience. Once he matures in politics he will be able to handle such issues better". On being asked if she would prefer contesting instead of just campaigning for the party Hema said, "I am not prepared to handle responsibilities of a large constituency. I don't want to contest polls and take additional responsibility when I am aware that I cannot deliver my 100 per cent because of other engagements. I am an artiste first and by campaigning in favour of a national party I am trying to contribute to society what I have gained as a Bollywood actor". Hema, however, negated role of sportspersons like Dhoni to fray into politics. "Let him play cricket and earn laurels for the country instead of deviating his energy into politics. He is doing best in his role as captain and we should not distract him from that," Hema said