शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने अपनी सेहत को देखते हुए सिगरेट और शराब जैसे अपने 'दोस्तों' को त्याग दिया है। उनके फेफड़े का इलाज कर रहे डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने ऐसा किया है। शिवसेना के मुखपत्र में छपे एक इंटरव्यू में ठाकरे ने यह भी साफ किया कि भले ही उनके बेटे उद्धव ठाकरे पार्टी का काम संभाल रहे हैं, लेकिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर वह उनकी सहमति जरूर लेते हैं। ठाकरे ने कहा कि मैं सिगरेट नहीं पीता और मैंने शराब भी छोड़ दी है क्योंकि मेरा अब शराब पीने का मन भी नहीं करता। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डॉक्टर मेरे फेफड़े में हो गये छिद्रों को भरने की कोशिश कर रहे हैं। 82 साल के ठाकरे ने कहा कि उन्हें अक्सर सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें नेबुलाइजर का उपयोग करना पड़ता है।
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सिगरेट और दारू तो बड़े घराने के लोगों की चीज हैं। इन्हें कभी नहीं त्यागना चाहिये।
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