Friday, March 28, 2014

नरेंद्र मोदी के नाम और उनके चित्रों का 'दुरुपयोग'

राज ठाकरे की एमएनएस से शुरुआत में बढ़ाई गई दोस्ती अब शायद बीजेपी को रास नहीं आ रही। पार्टी ने पोस्टरों और प्रचार में नरेंद्र मोदी के नाम और उनके चित्रों का 'दुरुपयोग' करने वालों पर रोक लगाने की मांग की है। मुंबई की दो दिन की यात्रा पर आए मुख्य चुनाव आयुक्त वी.एस. संपत से बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई ने इस चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन पर कार्रवाई की मांग की है।
हालांकि पार्टी ने कहीं भी एमएनएस के नाम का उल्लेख नहीं किया है, मगर चुनाव आयुक्त को दिए ज्ञापन में संकेत साफ है। ज्ञापन में कहा गया है कि 'हमें पता चला है कि कुछ पार्टियां और व्यक्ति (जनता को) भ्रमित करके भ्रष्ट तरीके से मोदी के चित्रों, प्रतीकों और उनके नाम का इस्तेमाल बैनरों और पोस्टरों पर कर रहे हैं। वो वोटरों के सामने ऐसे बन रहे है कि उनका हमारी पार्टी के साथ गठबंधन है, ताकि वोटर भ्रमित होकर उन्हें वोट दे दें।'
बीजेपी चुनाव समिति के वॉर रूम के इंचार्ज श्रीकांत भरतिया, महासचिव अतुल भातखलकर और मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे। बताया जाता है कि उन्होंने यह भ्रम राज्यभर में फैलाए जाने की शिकायत की। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनके 'महायुति' गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना, रिपब्लिकन (आरपीआई-ए), राष्ट्रीय समाज पक्ष और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन- यहीं 5 पार्टियां शामिल हैं। इनके अलावा कोई और पार्टी हमारे गठबंधन में शामिल नहीं है। इसलिए उन्हें हमारे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी के प्रतीक, चित्र, नारों और नाम का इस्तेमाल करने का कोई अधिकार नहीं है।

Monday, March 24, 2014

चुनाव में एमएनएस सिर्फ हराने का काम कर रही

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को ऐरोली में आयोजित कार्यकर्ता रैली में एमएनएस और एनसीपी के बीच छिपे गठबंधन का आरोप लगाया है। उनका कहना है चुनाव में एमएनएस सिर्फ हराने का काम कर रही है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि, एनसीपी बिकाऊ और गद्दारों की पार्टी है। पार्टी मुखिया शरद पवार हमेशा इस ताक में रहते हैं कि कहाँ से क्या मिल सकता है।
कांग्रेस के बारे में ठाकरे ने कहा कि यह आत्मविश्वास-विहीन पार्टी है। एनडीए गठबंधन ने बहुत पहले ही मोदी के रूप में पीएम कंडीडेट घोषित कर दिया, किंतु कांग्रेस के यूपीए ने अभी तक यह साहस क्यों नहीं दिखाया? गुजरात दंगों का उल्लेख करते हुए ठाकरे ने सवाल उठाया कि उन्हें सिर्फ गुजरात दंगे दिखाई देते हैं, आखिर ये लोग गोधरा रेल सामूहिक हत्याकांड पर चुप्पी क्यों साध लेते हैं।
शिर्डी लोकसभा क्षेत्र के बारे में उद्धव ने स्पष्ट किया कि अभी इस सीट के प्रत्याशी का फैसला नहीं किया गया है। दो-चार दिन में प्रत्याशी के नाम की घोषणा करने की बात कही।

Friday, March 21, 2014

गोवा से बैंगलोर जाने वाले फ्लाइट में खेली गई होली का वीडियो

होली के अवसर पर उड़ान के दौरान फ्लाइट में डांस आयोजित करना और होली मनाना स्पाइसजेट को काफी भारी पड़ रहा है। गोवा से बैंगलोर जाने वाले फ्लाइट में खेली गई होली का वीडियो इंटरनेट पर फैलने के बाद डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने स्पाइसजेट एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस गुरुवार को जारी किया गया, जिसमें नियामक संस्था ने एयर लाइन से चार प्रश्न किए है। डीजीसीए ने पूछा है कि क्यों न आपके लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया जाए। गौरतलब है कि स्पाइसजेट ने पहले ही अपने दो दोषी पायलटों को सस्पेंड कर दिया है। 
डीजीसीए ने अपने नोटिस में कहा है कि इस हरकत से यात्रियों की सुरक्षा पर असर पड़ सकता था और लोगों के डांस करने से फ्लाइट का संतुलन खराब हो सकता था। ऐसे में एयरलाइन का लाइसेंस रद किया जाना जरूरी है। डीजीसीए ने एयरलाइन को नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया है। जवाब में कंपनी के गुड़गांव मुख्यालय से जुड़े प्रवक्ता का कहना है कि डांस यात्रियों को खुश करने के लिए किया गया था, ढ़ाई मिनट के डांस से फ्लाइट का बैलेंस ख़राब होने की संभावना निराधार है। कंपनी ने नियामक को सहयोग देने का भरोसा जताया है। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक नियामक को शीघ्र जवाब भेजा जाएगा। जवाब भेजने के लिए कंपनी विमान निर्माता बोईंग से सहायता ले रही है, जिससे यह सिद्ध किया जा सके कि चंद मिनटों के डांस से फ्लाइट पर असर नहीं होता।
 

Tuesday, March 18, 2014

ठाणे बीजेपी में आतंरिक कलह रुकने का नाम नहीं ले रहा

एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी को प्रधानमत्री बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी ने एड़ी छोटी का जोर लगाया है, वहीं दूसरी तरफ ठाणे बीजेपी में आतंरिक कलह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आतंरिक कलह से परेशान शहर बीजेपी अध्यक्ष मिलिंद पाटणकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
पिछले दिनों पाटणकर ने शहर की नई कार्यकारणी घोषित की थी। कार्यकारणी का विरोध करते हुए स्थानीय पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र फडणवीस के पास शिकायत की थी। जिसके बाद फडणवीस ने नई कार्यकारणी पर स्टे लगा दिया था। इससे नाराज शहर बीजेपी अध्यक्ष मिलिंद पाटणकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 23 दिसंबर को ठाणे मनपा ट्रांसपोर्ट कमिटी के लिए हुए चुनाव के दौरान पाटणकर द्वारा बागी सदस्य अजय जोशी का साथ दिए जाने से नाराज शिवसेना बीजेपी के कुछ लोगों ने पाटणकर के साथ मारपीट की थी। इसके बाद नई कार्यकारणी में पाटणकर ने विरोधियों को कोई जगह नहीं दी थी। इसलिए उस पर स्टे लगा दिया गया।
दूसरी तरफ स्टैंडिंग कमिटी में सदस्य पद को लेकर भी बीजेपी में खींचतान जोरों पर चल रही है। बीजेपी के 8 नगरसेवकों में से 4 को अभी तक किसी भी समिति में सदस्य बनने का मौका नहीं मिला है। नाराज नगरसेवक राजकुमार यादव, आशा शेरबहादुर सिंह, रेखा पाटिल,तथा प्रतिमा लोखंडे कि मांग है की इस बार उनके बीच से लोगो को मेंबर बनाया जाये। इन नाराज नगरसेवकों ने भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओ नितिन गडकरी, गोपीनाथ मुंडे, विनोद तावड़े तथा देवेंद्र फडणवीस के पास अपनी गुहार लगाई है। बीजेपी में शुरू इस कलह का नुकसान आगामी लोकसभा चुनाव में शिवसेना बीजेपी के उम्मीदवार को भुगतना पड़ सकता है।

Friday, March 14, 2014

उद्धव ठाकरे ने शिवसेना से गठबंधन से स्पीड ब्रेकर हटाने को कहा

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शिवसेना से गठबंधन से स्पीड ब्रेकर हटाने को कहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दो दिन के भीतर उनसे स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। गुरुवार को नितिन गडकरी पर परोक्ष रुप से हमला करते हुए कहा कि बीजेपी को उन नेताओं ने निपटना चाहिए जो गठबंधन में दरार डालने का प्रयास कर रहे हैं।
उद्धव ने संवाददाताओं से कहा, 'हम इस महायुति (पांच दलों का गठबंधन) को नहीं तोड़ना चाहते। अभी इस महायुति में कोई खरोंच नहीं आई है। हमारे गठबंधन के पक्ष में माहौल है और यह गठबंधन केंद्र एवं राज्य की सत्ता में आ रहा है। ऐसे में कोई नेता दरार पैदा करने की कोशिश करे तो उसकी पार्टी को उसे ऐसा करने से रोकना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'महायुति अब भी मजबूत है बहरहाल, किसी को हमें मूर्ख बनाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।' गडकरी की एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात करने के बाद से ही शिवसेना नाराज दिख रही है। उद्धव ने दोहराया कि बीजेपी नेतृत्व को सिर्फ एक नेता को अधिकृत करना चाहिए जो राज्य के मामलों को देख सके। उन्होंने कहा, 'एक दिन पहले राजनाथ सिंह ने मुझे फोन किया था। उन्होंने कहा कि पार्टी की बैठक के बाद अगले दो दिनों में वह मुझे फिर से फोन करेंगे।'
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि राजनाथ सिंह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि बीजेपी एनडीए में किसी नए दल को शामिल नहीं करेगी। उन्होंने कहा, 'राजनाथ सिंह, नरेंद्र मोदी, देवेंद्र फडणवीस तथा मैं एक साझा लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं। कुछ लोग हमारे प्रयास में अवरोध पैदा करने की कोशिश में हैं। उनके दलों के नेतृत्व को उन्हें ऐसा करने से रोकना चाहिए।' पूर्व बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुधीर मुनगंटीवार ने उद्धव पर टीका-टिप्पणी की है। इसी संदर्भ में किसी का नाम लिए बगैर उद्धव ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष उनसे बातचीत कर रहे हैं तो फिर किसी दूसरे को इसमें दखल नहीं देना चाहिए।

Wednesday, March 12, 2014

मेंबर(स्टाफ) महेश कुमार सहित सभी आरोपियों के खिलाफ अभियोग निर्धारित करने का निर्देश

10 करोड़ के रेलवे घूसकांड मामले में पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे विजय कुमार सिंगला और नौ अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा शुरू हो गया है। अदालत ने मंगलवार को सभी 10 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी(आपराधिक साजिश) और भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत आरोप तय किए।
आरोपियों ने खुद को दोषी मानने से इनकार कर दिया जिसके बाद अदालत ने उनके खिलाफ मुकदमा शुरू करने का निर्देश दिया। आरोपियों ने स्पेशल सीबीआई जज स्वर्ण कांता शर्मा के सामने कहा कि वे खुद को दोषी नहीं मानते। उन्होंने ट्रायल के लिए दावा पेश किया। इसके बाद अदालत ने मामले की सुनवाई 25 अगस्त के लिए टाल दी ताकि मामले में अभियोजन पक्ष के गवाहों के बयान दर्ज किए जा सकें।
इस कांड के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल को रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बंसल को सीबीआई ने अभियोजन पक्ष का गवाह बनाया है। अदालत ने सात मार्च को रेलवे बोर्ड के तत्कालीन मेंबर(स्टाफ) महेश कुमार सहित सभी आरोपियों के खिलाफ अभियोग निर्धारित करने का निर्देश दिया था। सीबीआई ने पिछले साल दो मई को दस आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
इनमें कुमार, सिंगला, बेंगलुरु की कंपनी जी जी ट्रॉनिक्स इंडिया प्रा. लि. के मैनेजिंग डायरेक्टर एन आर मंजूनाथ, मिडलमैन अजय गर्ग और संदीप गोयल, राहुल यादव, समीर संधीर, सुशील डागा, सी वी वेणुगोपाल व एम वी मुरलीकृष्णन शामिल हैं। अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि भारत में भ्रष्टाचार कल्पना की भी हद पार कर चुका है। इस मामले ने मकसद को हासिल करने के लिए रिश्वत देने के एक अनूठे तरीके का खुलासा किया है।
अदालत ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि सिफारिश की संस्कृति और ताकतवर लोगों से सही संपर्क आज जल्दी पैसा कमाने का जरिया बन गई है। अनौपचारिक रूप से अदालत ने सात मार्च को आरोपियों के खिलाफ आरोप तय कर दिए थे।

Monday, March 10, 2014

अपना नाम जुड़वाने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा की गई पहल के तहत जगह- जगह लंबी कतारें

मुंबई उपनगरों में सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं द्वारा वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा की गई पहल के तहत जगह- जगह लंबी कतारें देखी गईं। रविवार की सुबह 10 बजे से शुरू हुई इस मुहिम में कई जगहों पर मतदाताओं के बीच असंमजस की स्थिति दिखाई दी। हालंकि राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन के माध्यम से पूरी जानकारी मुहैया कराई थी कि मतदाता किस तरह से अपना नाम वोटर लिस्ट में जुड़वा सकते हैं। 
पश्चिमी उपनगर कांदिवली ईस्ट स्थित ठाकुर विलेज में लगभग पांच मतदान केंदों पर वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने की व्यवस्था की गई थी, जहां नए मतदाता अपना नाम वोटर लिस्ट में जुड़वाने के लिए रजिस्टे्रशन करा रह थे। सिर्फ एक दिन के चलाए गए इस अभियान में ठाकुर विलेज के सभी मतदान केंद्रों पर आने वाले मतदाता यही जानने को उत्सुक थे कि वे किस तरह से अपना नाम वोटर विस्ट में जुड़वा सकते हैं।
 
ठाकुर विलेज के समता नगर मतदान केंद्र पर मागाठाणे निर्वाचन केंद्र 154 विभाग के अधिकारी मौजूद थे। यहां पर अलग- अलग तीन चार काउंटर बनाए गए थे। इन काउंट पर मौजूद निर्वाचन आयोग के अधिकारी लोगों
 
को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के बारे में पूरी जानकारी दे रहे थे। साथ ही नए मतदाताओं को फार्म भरवाने के लिए उपलब्ध कराइ जा रहे थे।
 
यहां विभाग के अन्य कर्मचारी साथ ही लोगों को यह भी बता रहे थे कि फार्म के साथ क्या- क्या डॉक्युमेंट दिखाए जाने हैं और किस डॉक्युमेंट की फोटो कॉपी फार्म के साथ लगानी है। साथ ही लोगों को यह भी जानकारी दी गई कि यदि किसी के वोटर आई डी में फोटो नहीं है, तो उन्हें फॉर्म के साथ अपनी दो फोटो भी संलग्न करनी होंगी।
 

Friday, March 7, 2014

नवी मुंबई और ठाणे क्लस्टर मंजूरी पर मचा घमासान

राज्य सरकार द्वारा सिर्फ ठाणे व नवी मुंबई के लिए मंजूर किए गए क्लस्टर डिवेलपमेंट योजना की मंजूरी मिलते ही इसके समर्थन और विरोध में अभी से ही कई सवाल उठने शुरू हो गए हैं। सबसे पहले तो यह कि मुख्यमंत्री द्वारा इसकी मंजूरी दिए जाने की घोषणा के बाद से ही इसका श्रेय लेने के लिए लगभग सभी राजनीतिक दलों में होड़ शुरू हो गई है। 
स्थानीय ग्रामीणों का विरोध
 
इस कड़ी में दूसरी बात यह है कि गांवठाण (ठाणे/नवी मुंबई शहर के बीच में आ चुके सैकड़ों साल पुराने सभी गांव) क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय ग्रामीणों में से अधिकांश ने इस योजना को सिरे से नकारना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि वे अपने बाप-दादा के पुराने घरों को छोड़कर इमारतों के फ्लैट में रहने के लिए किसी भी सूरत में नहीं जाएंगे। इन गांवों में आज भी सैकड़ों (या शायद हजारों) दर्जनों कमरों वाले खासे बड़े घर हैं तथा उनके घर के आगे-पीछे बने कंपाउंड में आज भी खासी खुली जगह बची हुई है।
 

5.50 लाख लोगों को मिलेगा लाभ 
सरकारी आकलन के अनुसार, इस क्लस्टर योजना से ठाणे व नवी मुंबई को मिलाकर करीब 5 लाख 50 हजार लोगों को सीधा फायदा पहुंचेगा। इसमें से नवी मुंबई क्षेत्र के करीब 20 हजार लोगों को इसका सीधा लाभ मिलने वाला है। इस समय ये सभी नागरिक जर्जर हो चुकी पुरानी इमारतों में अपनी और अपने परिवार की जान जोखिम में डाल कर रह रहे हैं। इसके तहत कम से कम 18 मीटर चौड़ी सड़क पर निम्नतम 4000 वर्गमीटर क्षेत्र पर क्लस्टर योजना को लागू किया जाने वाला है।
 
क्लस्टर योजना की खास विशेषताएं
 
* साल 2000 तक बनी सभी अवैध झोपड़ियों को भी विकसित करने की योजना इसमें शामिल है। इसी के साथ साल 2000 तक बने सभी अवैध निर्माणों, 30 साल से अधिक पुरानी उम्र की सभी वैध इमारतें व निर्माण, 30 साल से कम उम्र की सभी जर्जर इमारतें व झोपड़ों का पुनर्निर्माण इस क्लस्टर नागरी पुनर्निर्माण समूह योजना के तहत शामिल किया गया है।
 
* इस नागरी पुनर्निर्माण योजना के लिए 4.00 एफएसआई अथवा पुनर्वसन करने के क्षेत्र के दुगुने क्षेत्र में से जो भी अधिक होगा, उसका एफएसआई लाभ दिया जाने वाला है।
 
*
 निवासी पुनर्वसन हेतु निम्नतम 30 वर्गमीटर  व्यापारिक पुनर्वसन हेतु निम्नतम 16.70 वर्गमीटर क्षेत्र देयहोगा। इसी के साथ निवासी पुनर्वसन हेतु अगर किसी नागरिक का पुराना निवासी क्षेत्र 30 वर्गमीटर से अधिकजितना भी होगा , उतना ही क्षेत्र उन्हें नई विकास योजना में मिलेगा। 
*
 पुनर्वसन से पहले वैध इमारत में रहने वाले निवासी को नई इमारत में जहां मुफ्त में फ्लैट मिलेगा , वहींअवैध इमारतों में रहने वाले निवासी को नई इमारत में बाजार भाव की दर के अनुसार निम्नतम 25 फीसदी दरसे  100 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र के घर के लिए बाजार भाव से घर मिलेगा। 
*
 पुनर्वसन के बाद के 15 वर्षों तक सभी लाभार्थी को अपने घर के बेचने पर प्रतिबंध रहेगा और अगर किसीकारण से ऐसा कोई करना भी चाहेगा तो अधिमूल्य भरना पडे़गा। 
*
 इस विकास योजना के तहत नए निर्माण हेतु 70 फीसदी भूभाग के मालिक को पूर्वनिर्देशित अवधि में प्रस्तावसादर करना होगा और इसके लिए आधारभूत अधिमूल्य के रुपये भरने के बाद कोऑपरेटिव हाउजिंग सोसायटीकी स्थापना द्वारा निर्माण किया जा सकेगा। तय समय में आवेदन मिलने के बाद स्थानीय मनपा प्रशासन खुलाटेंडर निकालकर डेवलपर ( बिल्डर ) की नियुक्ति करेगा। 
नवी
 मुंबई की स्थिति  क्लस्टर की विशेषताएं 
नवी
 मुंबई क्षेत्र में सिडको ने राज्य सरकार के मार्फत ठाणे जिले के ठाणे शहर तालुका  रायगड जिले के उरण वपनवेल तालुकों में स्थित 95 गांवों की निजी जमीन को अधिग्रहीत करके और उसे संपादित करके नवी मुंबई शहरका विकास किया है। पर इसमें इन सभी 95 गांवों के गांवठाण ( गाव क्षेत्र ) की जमीन का संपादन नहीं कियागया था। इन्हीं 95 गांवों के गांवठाण क्षेत्र ( मूल गांव क्षेत्र ) में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बीते तीन से चार दशकों मेंजैसे - जैसे उनका परिवार बढ़ता गया , उसके अनुसार वे बिना सिडको / मनपा की मंजूरी के करीब 20 हजार कीसंख्या में निर्माण अभी तक किया है। इसी 20 हजार निर्माण को वैध कराने के लिए नवी मुंबई शहरपरियोजनाग्रस्तों ने कई बार आंदोलन भी किए हैं। वैसे ये सभी निर्माण बिना किसी योजना के ' जैसा जहां मिला, वैसा निर्माण किया ' की हालात में बने हैं। इनमें कोई भी नियोजन नहीं है। अब क्लस्टर योजना के तहत इनक्षेत्रों में भी खुली जगह , चौड़ी सड़क , स्कूल , मैदान , गटर , शौचालय आदि की सुविधा मिल सकेगी। 
नवी
 मुंबई क्लस्टर की खास विशेषताएं 
*
 सिडको  नवी मुंबई मनपा के क्षेत्र में मिलेगा लाभ 
*
 निम्नतम 18 मीटर चौड़ी सड़क पर  निम्नतम 4000 वर्गमीटर भूखंड पर समूह विकास के लिए 4.00एफएसआई की सुविधा दी जाएगी। 
*
 नवी मुंबई और सिडको क्षेत्र के सभी परियोजनाग्रस्तों के सभी निर्माण पुनर्वसन के लिए पात्र और ग्राह्य समझेजाएंगे। 
*
 इसके तहत अगर समूह विकास हेतु भूखंड में एक या इससे अधिक इमारत उनकी वर्तमान मजबूती के आधारपर उसे ऐसे ही रखने की सहमति है , तो उसके 125 फीसदी तक के क्षेत्र में बिना उसे तोड़े उसे ऐसे ही रखाजाएगा। 
*
 नवी मुंबई क्षेत्र की 20 हजार इमारतों को मौजूदा स्थिति में वैध घोषित करना संभव नहीं है , इसलिए इनकेपुनर्निर्माण  पुनर्वसन से करीब 20 हजार परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। 
*
 गांवठाण क्षेत्रों का सीमांकन निश्चित कर पुर्निनर्माण योजना बनाई जाएगी। 
एक
 तरफ इस क्लस्टर योजना को लेकर सभी दलों में उत्साह है , तो इसके खिलाफ आवाज भी उठनी शुरू होगई है। ठाणे में जहां शिवसेना क्लस्टर के पक्ष में है ,वहीं नवी मुंबई में कई मुद्दों को लेकर आंशिक रूप से इसकेखिलाफ है। नवी मुंबई के संदर्भ में शिवसेना का कहना है कि यहां के गांवठाण क्षेत्र के स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं को पूरी तरह से सुने बिना और उसे दूर किए बिना क्लस्टर योजना को लागू करना ठीकनहीं होगा। फिलहाल तो नवी मुंबई में क्लस्टर योजना के तहत पहले पायलट प्रोजेक्ट कोपरखैरणे से शुरू करनेकी घोषणा भी कर दी गई है। शेष क्षेत्रों के लिए वहां के स्थानीय नागरिकों के ऊपर यह निर्भर है कि वे इसे किसरूप में स्वीकार करते हैं।