Tuesday, March 18, 2014

ठाणे बीजेपी में आतंरिक कलह रुकने का नाम नहीं ले रहा

एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी को प्रधानमत्री बनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी ने एड़ी छोटी का जोर लगाया है, वहीं दूसरी तरफ ठाणे बीजेपी में आतंरिक कलह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आतंरिक कलह से परेशान शहर बीजेपी अध्यक्ष मिलिंद पाटणकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
पिछले दिनों पाटणकर ने शहर की नई कार्यकारणी घोषित की थी। कार्यकारणी का विरोध करते हुए स्थानीय पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र फडणवीस के पास शिकायत की थी। जिसके बाद फडणवीस ने नई कार्यकारणी पर स्टे लगा दिया था। इससे नाराज शहर बीजेपी अध्यक्ष मिलिंद पाटणकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 23 दिसंबर को ठाणे मनपा ट्रांसपोर्ट कमिटी के लिए हुए चुनाव के दौरान पाटणकर द्वारा बागी सदस्य अजय जोशी का साथ दिए जाने से नाराज शिवसेना बीजेपी के कुछ लोगों ने पाटणकर के साथ मारपीट की थी। इसके बाद नई कार्यकारणी में पाटणकर ने विरोधियों को कोई जगह नहीं दी थी। इसलिए उस पर स्टे लगा दिया गया।
दूसरी तरफ स्टैंडिंग कमिटी में सदस्य पद को लेकर भी बीजेपी में खींचतान जोरों पर चल रही है। बीजेपी के 8 नगरसेवकों में से 4 को अभी तक किसी भी समिति में सदस्य बनने का मौका नहीं मिला है। नाराज नगरसेवक राजकुमार यादव, आशा शेरबहादुर सिंह, रेखा पाटिल,तथा प्रतिमा लोखंडे कि मांग है की इस बार उनके बीच से लोगो को मेंबर बनाया जाये। इन नाराज नगरसेवकों ने भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओ नितिन गडकरी, गोपीनाथ मुंडे, विनोद तावड़े तथा देवेंद्र फडणवीस के पास अपनी गुहार लगाई है। बीजेपी में शुरू इस कलह का नुकसान आगामी लोकसभा चुनाव में शिवसेना बीजेपी के उम्मीदवार को भुगतना पड़ सकता है।

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