मुंबई के गड्ढों की गूंज मंगलवार को विधानपरिषद में गूंजी। गड्ढों से
खिसियाए उपसभापति वसंत डावखरे ने सरकार को आदेश दिया कि घटिया काम करने वाले
ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करे। सरकार ने सड़कों के ठेके की जांच और सलाहकार फर्म की
नियुक्ति एसआईटी से कराने से मना कर दिया, किंतु
सदस्यों को जांच का भरोसा जरूर दिलाया। मॉनसून पूर्व तैयारियों के बाबत सरकार ने
सहज स्वीकार किया कि इस साल मुंबई में मॉनसून पूर्व की तैयारियां नहीं हुई।
मुंबई महानगरपालिका ने पूर्वी उपनगर की सड़कों की निविदा मंगाई थी, जो विवाद में है। इस बाबत कांग्रेस के सदस्य चरणजीतसिंह सप्रा ने आवाज उठाई। उन्होंने दूसरे नंबर के ठेकेदार (सुप्रीम-महावीर) को ठेका देने का विरोध करते हुए फिर से निविदा मंगाने की मांग की। सप्रा ने डामर के सड़क की गारंटी अवधि तीन साल से बढ़ाकर पांच साल और सीमेंट की सड़क की 5 साल से 10 साल करने की मांग रखी
मुंबई महानगरपालिका ने पूर्वी उपनगर की सड़कों की निविदा मंगाई थी, जो विवाद में है। इस बाबत कांग्रेस के सदस्य चरणजीतसिंह सप्रा ने आवाज उठाई। उन्होंने दूसरे नंबर के ठेकेदार (सुप्रीम-महावीर) को ठेका देने का विरोध करते हुए फिर से निविदा मंगाने की मांग की। सप्रा ने डामर के सड़क की गारंटी अवधि तीन साल से बढ़ाकर पांच साल और सीमेंट की सड़क की 5 साल से 10 साल करने की मांग रखी