गर्मी का मौसम आते ही मुंबईकरों को पानी की समस्या झेलनी पड़ रही है।
बीएमसी द्वारा मुंबई के कई इलाकों में दो से तीन दिन तक पानी सप्लाई नहीं की जा
रही है। साथ ही पानी कम दबाव के साथ छोड़ा जा रहा है। इस कारण लोगों को पानी के
लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
एनबीटी द्वारा सर्वे किए जाने पर पता चला कि मुंबई के मानखुर्द, विक्रोली पार्क साइट, अंबुज वाडी, मालाड पश्चिम स्थित राथोडी, खाबोडी, आजमी नगर, कच्चा रास्ता, दहिसर का भगवान पाटील नगर, भांडुप स्थित जनशक्ति नगर, कुलाबा स्थित गीतानगर, गणेश कृपा नगर, बांद्रा का गरीब नगर, पाइपलाइन, शास्त्री नगर, माहिम, माटुंगा, कुर्ला क्षेत्र और धारावी में
पिछले कई दिनों से लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। शिकायतों के बावजूद बीएमसी
पानी की समस्या पर कोई विशेष ध्यान नहीं दे रही है। इसलिए यहां के लोग ज्यादा कीमत
पर टैंकर से पानी खरीदने को मजबूर हैं।
सूत्रों के मुताबिक, मुंबई
के इन दिनों कई जगह बड़े स्तर पर बीएमसी का पानी बेचा जा रहा है। पानी माफिया रात
को बीएमसी के बड़े-बड़े पाइप लाइनों में कनेक्शन जोड़कर टैंकर भरते हैं। कांदिवली
स्थित चिक्कू वाडी परिसर में पिछले कई सालों से टैंकर माफियाओं ने अपना जाल बिछा
रखा है। यहां रात को पानी भरने के लिए कई टैंकर खड़े नजर आते हैं। एक ओर बीएमसी का
पानी बेचकर करोड़ों रुपये कमाने वाले इन पानी माफियाओं का व्यापार तेजी से चल रहा
है, दूसरी ओर मुंबई के कई भागों में
लोगों को पानी ही नहीं मिल रहा है।
बीएमसी सूत्रों के मुताबिक, टैंकर
माफियाओं को अवैध तरीके से पानी मुफ्त में मिल जाता है लेकिन ये लोग मुंबईकरों से
पानी के लिए मनचाही राशि वसूलते हैं। इस कारण बीएमसी को करोड़ों रुपये का नुकसान
भी हो रहा है।
बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि
टैंकर माफियाओं का धंधा बीएमसी के अधिकारियों की मिलीभगत से जोरों पर चल रहा है।
टैंकर माफिया बीएमसी के संबंधित अधिकारियों को उनका हिस्सा देते है। टैंकर माफिया
एक टैंकर पानी की कीमत करीब दो से तीन हजार रुपये तक वसूलते हैं। जलआपूर्ति विभाग के मुताबिक, फिलहाल मुंबई को प्रतिदिन 3,750 मिलियन लीटर पानी सप्लाई की जाती
है। इसमें से करीब 40 पर्सेंट
पानी चोरी और लीकेज में बर्बाद हो जाता है, यानी
1200 से 1300 लाख लीटर पानी प्रतिदिन बर्बाद होता है। मुंबई को प्रतिदिन करीब 4,600 मिलियन लीटर पानी की जरूरत है।
बीएमसी की कई पाइपलाइनें सालों से फूटी हैं, लेकिन
बीएमसी इनकी मरम्मत नहीं करा रही है।