Sunday, December 27, 2009

आतंकवादियों द्वारा किए जा सकने वाले हवाई हमले हो सकते हैं।

2008 के मुंबई हमलों की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति का कहना है कि मुंबई की अगली चुनौती आतंकवादियों द्वारा किए जा सकने वाले हवाई हमले हो सकते हैं। मुंबई हमलों की जांच के लिए गठित आर. डी. प्रधान समिति की रिपोर्ट में महाराष्ट्र की सुरक्षा प्रणाली की निंदा करते हुए कहा गया है कि आतंकवादी हमले के दौरान रक्षा प्रतिष्ठान पूरी तरह भ्रम की स्थिति में था। आईएएनएस के पास प्रधान समिति की 90 पृष्ठों वाली जांच रिपोर्ट है, जिसे पूर्व गृह सचिव आर.डी. प्रधान और पूर्व नौकरशाह वी.बालचंद्रन ने तैयार किया है। महाराष्ट्र सरकार ने पिछले हफ्ते इस रिपोर्ट को राज्य विधानसभा में पेश किया था लेकिन इसे अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में भविष्य में हवाई हमलों की आशंकाओं को किसी को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। समिति ने चेतावनी दी है कि सरकार और गैर सरकारी संस्थानों में हेलिकॉप्टरों का प्रयोग बढ़ गया है। ऐसे में कोई भी हमले के लिए एक हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर सकता है। समिति की रिपोर्ट में इस बात पर जोर नहीं दिया गया है कि हवाई हमले के बारे में कोई खुफिया रिपोर्ट मिली है लेकिन कहा गया है कि हमलों की आशंका के मद्देनजर विमानन सुरक्षा के लिए जरूरी उपायों पर ध्यान देना चाहिए। समिति ने मुंबई पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि उसने हमले से निपटने के लिए तेजी से कदम बढ़ाए थे। रिपोर्ट में इस बात पर चिंता जताई गई है कि पुलिस को आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण नहीं दिया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है, 'हमलों को लेकर खुफिया जानकारी का अभाव, खुफिया जानकारियों के इस्तेमाल और नेतृत्व में कमी थी।' समिति ने कहा कि सात अगस्त 2006को खुफिया जानकारी मिली थी कि पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा समुद्री मार्ग से भारत पर हमले की योजना बना रहा है। आईएएनएस को मिली रिपोर्ट में कहा गया है कि समुद्री हमले की छह, एक साथ कई हमले की 11 और तीन फिदायीन हमले की चेतावनी दी गई थी। मुंबई पुलिस ने भी स्वीकार किया है कि हमले से निपटने के लिए जो रास्ता चुना गया था उसमें कमी थी।

Sunday, December 20, 2009

तमाशा महोत्सव को वाशी के नेताजी सुभाषचंद्र बोस के मैदान में भव्य स्तर पर आयोजित

सिडको, नवी मुम्बई मनपा व महाराष्ट्र राज्य सांस्कृतिक कार्य संचनालय के संयुक्त तत्वाधान में तमाशा महोत्सव को वाशी के नेताजी सुभाषचंद्र बोस के मैदान में भव्य स्तर पर आयोजित किया गया है। यह कार्यक्रम रविवार 20 से 26 दिसम्बर तक के बीच रोज शाम सात बजे से शुरू होगा। सीमेंट के जंगल में बस चुके शहरी नागरिकों के कानों तक गांव की ढोल, घुंघरू व ग्रामीण बोली में लोकगीतों व नाटकों की बहार इस महोत्सव में बहने वाली है। महोत्सव में महाराष्ट्र के कोने-कोने से आए तमाशा मंडलों में पुणे से अमन-तांबे पुणेकर व सरस्वती बाई कोल्हापुर तमाशा मंडल (20 दिसम्बर से), तुकाराम खेडकर व पांडुरंग मुले-मांजर वाडीकर लोक नाट्य तमाशा मंडल (21 दिसम्बर), बंसोड़े करवड़ीकर कराड (22 दिसम्बर), दिलीप काटे- भुकर व छाया काटे-पुणेकर लिंपणगांव तालुका श्री गोंदा (23 दिसम्बर) तथा हनुमान वाड़ी की कुंदा पाटिल पिंपलेकर तमाशा मंडल (24 दिसम्बर) अपनी कला को बिखेरेंगे। महोत्सव सभी के लिए नि:शुल्क खुला रहेगा।

Wednesday, December 16, 2009

बॉलिवुड ऐक्ट्रिस कटरीना कैफ एक सफाई अभियान में मुंबई नगर निगम का साथ देंगी।

बॉलिवुड ऐक्ट्रिस कटरीना कैफ एक सफाई अभियान में मुंबई नगर निगम का साथ देंगी। इस अभियान में लोगों से शहर को कूड़ामुक्त बनाने की अपील की जाएगी। नगर निगम गैर सरकारी संगठन वे ऑफ मुंबई के साथ मिलकर यह अभियान चलाएगा। यह अभियान गरीब बस्तियों में चलाया जाएगा। निगम के एक अधिकारी के मुताबिक कटरीना इस परियोजना को शुरू करेंगी और अभियान में मदद करेंगी। अधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत स्टूडेंट्स, निगम के कर्मचारी, गैर सरकारी संगठन के अधिकारी समेत 150 से अधिक स्वयंसेवी नेहरू नगर में इकट्ठा होंगे।

Sunday, December 13, 2009

नए वकील के. पी. पवार को स्पेशल सिक्यूरिटी

मुंबई में पिछले साल हुए आतंकवादी हमलों के दौरान गिरफ्तार इकलौता टेररिस्ट अजमल आमिर कसाब के नए वकील के. पी. पवार को स्पेशल सिक्यूरिटी मुहैया कराई गई है। पहले इस तरह की खबरें थीं कि उन्हें 'जेड' स्तर की सुरक्षा दी गई है। लेकिन, पुलिस ने बाद में साफ किया कि कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें स्पेशल सिक्यूरिटी मुहैया कराई गई है। उधर, 26/11 मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने कहा कि इस बात की पड़ताल की जाएगी कि कसाब से पूछताछ का फुटिज न्यूज चैनलों पर दिखाया जाना अवमानना का मामला बनता है अथवा नहीं। जेड स्तर का सुरक्षा घेरा उच्च स्तर का सुरक्षा घेरा है, जो अमूमन आतंकवाद निरोधक मामलों की सुनवाई करने वाले वकीलों, अभियोजकों और न्यायाधीशों को दिया जाता है। पुलिस ने बताया कि पवार को यह सुरक्षा घेरा इस सप्ताह की शुरुआत में दिया गया। उसी समय उन्होंने बचाव पक्ष के वकील का काम संभाला था। पवार को 24 घंटों के लिए चार सशस्त्र सुरक्षाकर्मी और पुलिस की एक जीप दी गई है। विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम और जज एम.एल. तहिलयानी को 'जेड' प्लस की सुरक्षा दी गई है। जज तहिलयानी ने विशेष सरकार वकील उज्जवल निकम से उन चैनलों के नाम बताने के लिए कहा है जिन्होंने सीडी दिखाई है। जज का मानना है कि सीडी केस डायरी का एक हिस्सा है और चूंकि मामले की सुनवाई अभी चल रही है, इस दौरान इसे नैशनल चैनलों पर दिखाया जाने से अवमानना की कार्रवाई हो सकती है।

प्रवीण महाजन कोमा में

बीजेपी के सीनियर लीडर स्वर्गीय प्रमोद महाजन के भाई प्रवीण महाजन का शनिवार तड़के ब्रेन हेमरेज हो गया। वह कोमा में हैं। उन्हें ठाणे के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। अपने भाई और बीजेपी के सीनियर लीडर प्रमोद महाजन की हत्या के दोषी प्रवीण महाजन का हाई ब्लड प्रेशर के कारण ब्रेन हेमरेज हो गया। उन्हें ठाणे के जुपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रवीण की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रवीण महाजन के स्वास्थ्य के बारे में अगली जानकारी अस्पताल प्रशासन द्वारा शाम 4 बजे दी जाएगी। गौरतलब है कि प्रवीण के खराब स्वास्थ्य को देखते हुए उन्हें हाल ही में परोल पर रिहा किया गया था।

Tuesday, December 8, 2009

अभिषेक जल्द ही रियल लाइफ में 'पा' बनेंगे।

इन दिनों टीवी पर प्रसारित होने वाला एक विज्ञापन तो आप देख ही रहे होंगे, जिसमें ऐश्वर्या राय बच्चन एक गुड न्यूज सुनाना चाहती हैं और फिर अपने पति अभिषेक से कहती हैं कि वही यह बात लोगों को बताएं। खैर, वहां तो गुड न्यूज कुछ और होती है, लेकिन सूत्रों की मानें तो बच्चन बहू वाकई खुशखबरी देने वाली हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ऐश प्रेगनंट हैं और इस वजह से वह अगले साल अपने आप को काम से दूर रखना चाहती हैं। हाल ही में उन्होंने एक फिल्म 'क्रुकेड' भी इसी वजह से छोड़ दी है, जिसमें वह अनपे पति अभिषेक के साथ काम करने वाली थीं। गौरतलब है कि यह फिल्म रीतेश सिद्वानी और फरहान अख्तर प्रड्यूस कर रहे हैं। हालांकि इस फिल्म को छोड़ने की वजह अक्षय कुमार के साथ ऐश की एक और फिल्म 'एक्शन रीप्ले' में उनकी बिजी होना बताया जा रहा है। लेकिन अब यह तय माना जा रहा है कि असली वजह यह नहीं है।
दरअसल, एक्सल एंटरटेनमंट के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म की शूटिंग फरवरी महीने के आखिर में शुरू होगी, जबकि अक्षय के साथ उनकी फिल्म 'एक्शन रीप्ले' की शूटिंग मिड फरवरी में ही खत्म हो जाएगी। जाहिर है, डेट्स प्रॉ़ब्लम होना सिर्फ एक बहाना ही है। 'क्रुकेड' बनाने वाली प्रड्कशन कंपनी से जुड़े एक सूत्र ने बताया, फरहान और रीतेश नहीं चाहते थे कि ऐश यह फिल्म छोड़े। इसलिए उनके साथ ऐश की लंबी मीटिंग भी हूई थी, लेकिन बात बनी नहीं। यहां ऐश की मजबूरी भी है। दरअसल, इस फिल्म की शूटिंग इंडिया से बाहर चार अलग-अलग देशों में होगी, जबकि प्रेगनंट होने की वजह से ऐश यह सब मैनेज नहीं कर पाएंगी। जाहिर है, ऐश के पास मना करने के अलावा और कोई चारा नहीं था।

फिर ऐश्वर्या की न की वजह उतनी स्पष्ट भी नहीं है। खासकर तब जब कि ऐश हबी के साथ काम करने का हर मौका तलाशती हैं। ऐश्वर्या और अभिषेक पहले भी यह कह चुके हैं कि एक-दूसरे के साथ फिल्म करने का मौका वे कभी छोड़ना नहीं चाहते। ऐसे में अभिषेक के अपोजिट लीड रोल होने से बावजूद ऐश का यह फिल्म इतने लचर तर्क पर छोड़ना अजीब लगता है। इसके अलावा ऐश्वर्या-अभिषेक अभिनीत फिल्म 'रावण' भी पूरी हो चुकी है।

अब उनकी झोली में कुछ ऐसी फिल्में ही हैं, जिन्हें वह कुछ महीनों के लिए टाल सकती हैं। तो यह कहना गलत नहीं होगा कि रील लाइफ में अपने 'पा' के पापा का किरदार निभाने वाले अभिषेक जल्द ही रियल लाइफ में 'पा' बनेंगे।

Monday, December 7, 2009

हमारी ओर से शत्-शत् श्रृद्धंजली ।

प्रख्यात मराठी लेखिका और शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की बड़ी बहन सुशीला गुप्ते का संक्षिप्त बीमारी के बाद रविवार को निधन हो गया। बीते कुछेक महीनों से उनकी तबीयत खराब थी और बांद्रा स्थित अपने निवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। सुशीला (91) के परिवार में उनका बड़ा पुत्र पंकज गुप्ते है, जो संगीत निर्देशक हैं। हमारी ओर से शत्-शत् श्रृद्धंजली ।

Friday, December 4, 2009

2 किमी के रूट पर पहले मोनो रेल का ट्रायल होगा

एसएमआरडीए के कमिश्नर रत्नाकर गायकवाड़ ने बताया कि मोनो रेल उन्हीं जगहों पर ऑपरेट होगी जहां फिलहाल लोकल ट्रेन, मेट्रो या बेस्ट की की बसें कम चलती हैं या नहीं चलती हैं। बता दें कि जिस 2 किमी के रूट पर पहले मोनो रेल का ट्रायल होगा, वह चेम्बूर से वडाला के बीच बिछाई जानी वाली 20 किमी के प्रोजेक्ट का हिस्सा है। दूसरा प्रोजेक्ट वडाला से जैकब सकिर्ल के बीच है जो 10 किमी लंबा है और इसे साल 2010 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। गायकवाड़ के मुताबिक यूं तो मोनो रेल वहां से गुजारी जा रही है जो अभी तक यातायात के साधनों से अछूती रही है, मगर इसका भी खयाल रखा गया है कि मोनो रेल की कनेक्टिविटी, मेट्रो, लोकल ट्रेन या बेस्ट बसों के स्टॉप से भी हो। एक आंकड़े के मुताबिक जहां-जहां से मोनो रेल गुजरेगी वहां के आसपास के 23 लाख लोगों को इसका फायदा मिलेगा। गौरतलब है कि मोनो रेल के रास्तों को महालक्ष्मी, करी रोड, वडाला और चेम्बूर से गुजारा जा रहा है क्योंकि इन रास्तों पर सेंट्रल रेल, वेस्टर्न रेल और हार्बर लाइन की लोकल ट्रेनें गुजरती हैं। याद रहे कि मोनो रेल की स्पीड 32 किमी प्रति घंटा की होगी और इसे बनाने में 2460 करोड़ का खर्च आएगा जिसे एमएमआरडीए वहन कर रही है। इसकी फ्रीक्वेंसी 6 से 9 मिनट में एक मोनो रेल की तय की गई है और किराया मुम्बई मेट्रो की तर्ज पर 5 रुपए से लेकर 20 रुपए तक होगा।

Wednesday, December 2, 2009

पुलिस महानिदेशक कार्यालय को आईबी और रॉ से अलर्ट मिले थे।

मुम्बई आतंकी हमलों पर राम प्रधान समिति की रिपोर्ट से पता चला है कि राज्य खुफिया प्रमुख को आतंकी हमलों से पहले केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से कोई सूचना नहीं मिली थी, जबकि पुलिस महानिदेशक कार्यालय को आईबी और रॉ से अलर्ट मिले थे। जो राज्य खुफिया विभाग से शेयर नहीं किए गए। मुम्बई हमलों के समय राज्य खुफिया प्रमुख और अब मुम्बई पुलिय आयुक्त डी शिवानंदन के हवाले से समिति ने कहा है, 'केंद्रीय एजेंसियों से राज्य स्तर पर खुफिया जानकारी भेजने में एक और खामी उजागर हुई है।' शिवानंदन ने समिति को बताया कि राज्य खुफिया विभाग के मुख्य अधिकारी होने के बावजूद तमाम केंद्रीय खुफिया अलर्ट पहले डीजीपी और सीपी को भेजे गए और उन्हें कोई प्रति नहीं भेजी गई। शिवानंदन ने बताया कि ऐसे किसी अलर्ट की जानकारी उन्हें तब ही मिलती है जब डीजीपी उन्हें इसकी प्रति भेजते हैं। यहां तक की मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) की कार्रवाई से भी उन्हें अवगत नहीं कराया जाता। समिति की रिपोर्ट में बताया गया है कि आतंकवादियों के कब्जे के दौरान स्टैन्डर्ड ऑपरेटिंग प्रैक्टिस यानी एसओपी के प्रति समर्थन नहीं मिलने के कई उदाहरण हैं। इस रिपोर्ट को अभी सार्वजनिक किया जाना बाकी है। लेकिन एक अखबार में इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी पहले ही लीक कर दी गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि हमले तीन तारीखों को होंगे। 20 अगस्त 2006 को हमला होने के बारे में सात अगस्त को चेतावनी मिली थी जबकि 24 मई 2008 को हमला होने के बारे में 19 मई को और 11 अगस्त 2008 के बारे में 9 अगस्त को चेतावनी मिली थी। इसके तहत ताजमहल होटल और ओबरॉय होटल सहित कुछ निश्चित स्थानों को निशाना बनाये जाने की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।' इस रिपोर्ट में डीसीपी जोन वन द्वारा ताजमहल होटल के जीएम करमबीर कांग की उस मीटिंग का भी जिक्र किया गया है जिसमें पुलिस द्वारा होटल प्रबंधन को 24 सितम्बर को यह कहकर आगाह किया गया था कि लश्कर-ए-तैयबा फाइव स्टार होटलों को निशाना बनाने की फिराक में हैं। रिपोर्ट में एटीएस की कार्यक्षमता पर आक्षेप लगाते हुए कहा गया है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद आतंक विरोधी दस्ते में पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की घोर कमी है। 730 पुलिस कॉन्स्टेबल के मानक पर 240 कॉन्स्टेबल, चार पुलिस सुपरिटेंडेंट की जगह पर एक, नौ एसीपी की जगह पर तीन तथा पचास इंस्पेक्टर की संख्या बल वाले आतंक निरोधी दस्ते में महज 20 पुलिस इंस्पेक्टर काम कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि शिवनंदन के अधीन काम करने वाले राज्य खुफिया विभाग (एसआईडी) को बीते साल 26 नवंबर को मुम्बई पर हुए आतंकवादी हमलों से पहले किसी इंटेलीजेंस अलर्ट की जानकारी नहीं थी, जबकि सात अगस्त वर्ष 2006 के बाद से इस बात की आशंका के 17 अलर्ट जारी किए गए थे कि दहशतगर्द समंदर के रास्ते आकर तबाही मचा सकते हैं और फिदायीन हमलों को अंजाम दे सकते हैं।
प्रधान समिति ने उल्लेख किया है कि 26 नवंबर के बाद से राज्य खुफिया प्रमुख को अलर्ट भेजे जा रहे हैं। समिति ने यह भी पाया कि सुरक्षा खुफिया, खासतौर पर मुम्बई में आतंकवाद पर अतिरिक्त आयुक्त (विशेष शाखा) और अतिरिक्त आयुक्त (सुरक्षा) काम कर रहे थे। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने राम प्रधान कमेटी के सनसनीखेज अंशों को एक अखबार के माध्यम से सार्वजनिक किए जाने की आलेचना की है। भाजपा के प्रसिद्धि प्रमुख विवेकानंद गुप्ता द्वारा जारी की एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कांग्रेस-एनसीपी सरकार से इस्तीफा देने की भी मांग की गई है।