Tuesday, March 31, 2009
संजय दत्त के मामले की समानता बीजेपी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के मामले से नहीं की जा सकती,
Wednesday, March 25, 2009
प्रिया दत्त को भाई पर विश्वास,जब चाहेंगी वापिस बुला लेंगी
वरूण के बयान पर हंगामा, पर मालेगांव आरोपी चुनाव लड सकते है
थ्री जी स्पेक्ट्रम सर्विस 15 अप्रैल से शुरू हो जाएगी। इसके लिए आदर्श आचार संहिता में कोई फर्क नहीं
Monday, March 23, 2009
मैं चाहती हूं कि मेरे पिता को फांसी की सजा दी जाए
Thursday, March 19, 2009
पुलिस इंस्पेक्टर को धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज
पुलिस ने महाराष्ट्र के कपड़ा मंत्री अनीस अहमद के खिलाफ कथित तौर पर एक पुलिस इंस्पेक्टर को धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। अहमद पर 15 मार्च को तहसील पुलिस स्टेशन के सेकंड पुलिस इंस्पेक्टर एस. एस. देशमुख को धमकी देने का आरोप है। पुलिस ने कहा कि मामला बुधवार रात दर्ज किया गया। मंत्री के समर्थकों ने एक पुलिस पार्टी पर हमला किया था और इस बारे में उन्होंने पुलिस अधिकारी को मामला दर्ज नहीं करने का हुक्म दिया। लेकिन पुलिस इस अफसर ने उनकी बात नहीं मानी। पुलिस ने कहा कि अहमद ने रविवार को चार बार इंस्पेक्टर को फोन कर मामला दर्ज नहीं करने को कहा। यहां तक कि उन्होंने धमकी भी दी। मंत्री पर धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले अहमद पर तत्कालीन कांग्रेस एमएलए नितिन राउत के निजी सहायक के खिलाफ गाली-गलौज करने पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज की गई थी। उन्होंने मुंबई पुलिस के एक सिपाही को उसके सरकारी घर पर थप्पड़ भी मारा था।
हत्या के एक मामले को बाइक दुर्घटना बताकर हत्यारों की मदद करने वाले नारपोली पुलिस स्टेशन के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस इंसपेक्टर सहित चार लोगों के विरुद्ध नारपोली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। नारपोली पुलिस ने अपने ही पुलिस स्टेशन अधिकारी के विरुद्ध मामला न्यायालय के आदेश पर दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार ठाणे के लोकमान्य नगर निवासी सचिन मनोहर, रासम व संदीप पाटील एक मोटरसाइकिल से और उनके मित्र अमोल रतिलाल पाटील (पूर्णा) और विक्रांत मोतीराम भोईर (कोपरी, ठाणे) दूसरी मोटरसाइकिल से 5 दिसंबर 2008 की शाम को भिवंडी एक कार्यक्रम में आए थे। रात में वापस घर जाते समय पूर्णा गांव के पास जागरण वजन काटा के सामने तेज गति से आ रही चार चक्के की एक गाड़ी ने सचिन व संदीप की मोटरसाइकिल को ठोक दिया। जिसमें दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, लेकिन इस दुर्घटना की जानकारी मृतक के मित्र अमोल व विक्रांत ने नहीं दी। जिसके कारण नारपोली पुलिस ने बाइक दुर्घटना बताकर मामला रफा दफा कर दिया था। बताया जाता हे कि वह चार चक्के की गाड़ी नारपोली पुलिस की ही थी। जिससे यह दुर्घटना हुई थी। उस गाड़ी को पुलिस निरीक्षक आनंद रावराणे स्वयं चला रहे थे। उनके विरुद्ध मामला दर्ज न हो इसलिए उसे सड़क दुर्घटना बताकर मामला दर्ज कर लिया था। लेकिन इस दुर्घटना को लेकर मृतक के पिता मनोहर देवजी रासम को शक हुआ और उन्होंने भिवंडी न्यायालय में एक याचिका दायर कर कहा कि उनके लड़के सचिन की बाइक दुर्घटना में मौत नहीं हुई है, बल्कि नारपोली पुलिस स्टेशन के तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रदीप भोसले एवं पुलिस निरीक्षक आनंद रावराणे की मिलीभगत से हत्या करके बाइक दुर्घटना बताया गया। न्यायालय के आदेश पर नारपोली पुलिस ने प्रदीप भोसले एवं आनंद रावराणे सहित अमोल विक्रांत के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुम्बई उत्तर पश्चिम से विधायक गजानन कीर्तिकर, दक्षिण मुम्बई से वापस मोहन रावले और दक्षिण मध्य से
Monday, March 16, 2009
पडोसी के बच्चे को चुराकर फरार
शादी के 8 सालों के बाद भी जब इंदू राकेश सिंह मां नहीं बन पाई, तो वह अपने पड़ोस में रहने वाली महिला के 6 माह के बेटे को चुराकर फरार हो गई। रबाले पुलिस ने बड़ी सूझबूझ के साथ चुराए गए बच्चे को बिहार के गोपालगंज जिले में जाकर सकुशल बरामद कर लिया। महिला अपने भाई के साथ गिरफ्तार कर ली गई है। सहायक पुलिस निरीक्षक पुरुषोत्तम कराड़ व रबाले पुलिस के मुताबिक, संतोष वानखेड़े अपने परिवार के साथ घणसोली गांव में रहता है। संतोष को 6 महीने का एक सुंदर चेहरे मोहरे वाला आदेश नामक बेटा है। संतोष के घर की ऊपरी मंजिल पर इंदू सिंह अपने भाई विजय ठाकुर के साथ रहती थी। इंदू की शादी राकेश सिंह के साथ 8 वर्ष पहले हुई थी तथा उसे अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ था।
इससे दुखी रहने वाली इंदू ने अपने भाई विजय के साथ मिलकर संतोष वानखेड़े के 6 महीने के आदेश को चुरा लिया व बिहार के गोपालगंज स्थित अपने मूल गांव चली गई। इंदू का पति दुबई में नौकरी करता है। अपहरण की यह घटना 6 फरवरी को घटी थी। संतोष वानखेड़े ने इसकी शिकायत रबाले में दर्ज करा दी थी। रबाले पुलिस ने सहायक पुलिस आयुक्त पुरुषोत्तम कराड़ के मार्गदर्शन में जांच की और बिहार जाकर बच्चे को सुरक्षित वापस लेकर नवी मुम्बई आ गई व उसके माता पिता को सौंप दिया। पुलिस ने इंदू सिंह व विजय ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है।
Sunday, March 15, 2009
मीठी नदी को चौड़ा, गहरा और इसके डिसिलटिंग का काम अब भी अधर में
मीठी नदी को चौड़ा, गहरा और इसके डिसिलटिंग का काम अब भी अधर में है। 26 जुलाई 05 की बाढ़ जैसी विभीषिका से बचने के लिए यह निर्णय किया गया था, परंतु प्रशासनिक शिथिलता की वजह से यह काम लंबे समय से अधूरा है। राज्य सरकार ने जून, 2010 तक नदी के सभी कार्यों को पूरा कराने का वादा किया था, परंतु विशेषज्ञों का मानना है कि निर्धारित अवधि तक काम पूरा होने की संभावना न के बराबर है। माहिम काउजवे से 2 किलोमीटर की दूरी पर एक तरफ अरब सागर में और दूसरी तरफ बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर एक 60 मीटर चौड़े चैनल के निर्माण की योजना है। इससे नदी का रुख गहरे समुद्र की ओर हो सकेगा। चैनल निर्माण के लिए 80,000 क्यूबिक मीटर सिल्ट और 17,000 क्यूबिक मीटर रॉक को हटाना होगा। यद्यपि मुम्बई मेट्रोपोलिटन रिजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) का मॉनसून से पहले एक-तिहाई काम पूरा करने का लक्ष्य है, परंतु अभी तक उच्चतम निविदा आकलित लागत (22 करोड़) का केवल 45 प्रतिशत मिली है। एमएमआरडीए के जॉइंट डाइरेक्टर दिलीप कावथकर के मुताबिक इतने कम लागत में बगैर मैनिपुलेशन के काम पूरा करना संभव नहीं है। एजेंसी ने निविदा को अंतिम रूप नहीं दिया है। एमएमआरडीए समय पर माहिम खाड़ी के मुहाने को गहरा भी नहीं कर सका है, जहां नदी सागर से मिलती है। 1,600 क्यूबिक मीटर रॉक एक्सकेवेशन का काम पूरा हो चुका है, जबकि योजना 2.15 लाख क्यूबिक मीटर रॉक एक्सकेवेशन की है। कांट्रेक्ट की डेडलाइन इस साल जून महीने तक बढ़ाई गई है।
मीठी नदी को चौड़ा, गहरा और इसके डिसिलटिंग का काम अब भी अधर में
मीठी नदी को चौड़ा, गहरा और इसके डिसिलटिंग का काम अब भी अधर में है। 26 जुलाई 05 की बाढ़ जैसी विभीषिका से बचने के लिए यह निर्णय किया गया था, परंतु प्रशासनिक शिथिलता की वजह से यह काम लंबे समय से अधूरा है। राज्य सरकार ने जून, 2010 तक नदी के सभी कार्यों को पूरा कराने का वादा किया था, परंतु विशेषज्ञों का मानना है कि निर्धारित अवधि तक काम पूरा होने की संभावना न के बराबर है। माहिम काउजवे से 2 किलोमीटर की दूरी पर एक तरफ अरब सागर में और दूसरी तरफ बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर एक 60 मीटर चौड़े चैनल के निर्माण की योजना है। इससे नदी का रुख गहरे समुद्र की ओर हो सकेगा। चैनल निर्माण के लिए 80,000 क्यूबिक मीटर सिल्ट और 17,000 क्यूबिक मीटर रॉक को हटाना होगा। यद्यपि मुम्बई मेट्रोपोलिटन रिजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) का मॉनसून से पहले एक-तिहाई काम पूरा करने का लक्ष्य है, परंतु अभी तक उच्चतम निविदा आकलित लागत (22 करोड़) का केवल 45 प्रतिशत मिली है। एमएमआरडीए के जॉइंट डाइरेक्टर दिलीप कावथकर के मुताबिक इतने कम लागत में बगैर मैनिपुलेशन के काम पूरा करना संभव नहीं है। एजेंसी ने निविदा को अंतिम रूप नहीं दिया है। एमएमआरडीए समय पर माहिम खाड़ी के मुहाने को गहरा भी नहीं कर सका है, जहां नदी सागर से मिलती है। 1,600 क्यूबिक मीटर रॉक एक्सकेवेशन का काम पूरा हो चुका है, जबकि योजना 2.15 लाख क्यूबिक मीटर रॉक एक्सकेवेशन की है। कांट्रेक्ट की डेडलाइन इस साल जून महीने तक बढ़ाई गई है।
मीठी नदी को चौड़ा, गहरा और इसके डिसिलटिंग का काम अब भी अधर में
मीठी नदी को चौड़ा, गहरा और इसके डिसिलटिंग का काम अब भी अधर में है। 26 जुलाई 05 की बाढ़ जैसी विभीषिका से बचने के लिए यह निर्णय किया गया था, परंतु प्रशासनिक शिथिलता की वजह से यह काम लंबे समय से अधूरा है। राज्य सरकार ने जून, 2010 तक नदी के सभी कार्यों को पूरा कराने का वादा किया था, परंतु विशेषज्ञों का मानना है कि निर्धारित अवधि तक काम पूरा होने की संभावना न के बराबर है। माहिम काउजवे से 2 किलोमीटर की दूरी पर एक तरफ अरब सागर में और दूसरी तरफ बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर एक 60 मीटर चौड़े चैनल के निर्माण की योजना है। इससे नदी का रुख गहरे समुद्र की ओर हो सकेगा। चैनल निर्माण के लिए 80,000 क्यूबिक मीटर सिल्ट और 17,000 क्यूबिक मीटर रॉक को हटाना होगा। यद्यपि मुम्बई मेट्रोपोलिटन रिजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएमआरडीए) का मॉनसून से पहले एक-तिहाई काम पूरा करने का लक्ष्य है, परंतु अभी तक उच्चतम निविदा आकलित लागत (22 करोड़) का केवल 45 प्रतिशत मिली है। एमएमआरडीए के जॉइंट डाइरेक्टर दिलीप कावथकर के मुताबिक इतने कम लागत में बगैर मैनिपुलेशन के काम पूरा करना संभव नहीं है। एजेंसी ने निविदा को अंतिम रूप नहीं दिया है। एमएमआरडीए समय पर माहिम खाड़ी के मुहाने को गहरा भी नहीं कर सका है, जहां नदी सागर से मिलती है। 1,600 क्यूबिक मीटर रॉक एक्सकेवेशन का काम पूरा हो चुका है, जबकि योजना 2.15 लाख क्यूबिक मीटर रॉक एक्सकेवेशन की है। कांट्रेक्ट की डेडलाइन इस साल जून महीने तक बढ़ाई गई है।
बीएमसी ने नागरिकों के लिए 'वाटर हेल्पलाइन' शुरू
के लिए 'वाटर हेल्पलाइन' शुरू करने का मन बनाया है। हेल्प लाइन शुरू होने के बाद नागरिकों की शिकायतें 24 घंटे में दूर की जा सकेंगी। इस संबंध में 23 मार्च को 'जल मेला' वर्कशॉप का भी आयोजन किया जा रहा है। इस बाबत बीएमसी के चीफ हाइड्रोलिक इंजीनियर एस. एस. कोरलेकर ने बताया कि हर महीने पानी के पाइप फटने या उनमें लिकेज आदि से संबंधित औसतन दो हजार शिकायतें मिलती हैं। इन्हें ध्यान में रखते हुए बीएमसी वाटर हेल्पलाइन शुरू करने तैयारी में है, ताकि नागरिकों को एक मंच मिल सके। कोरलेकर के मुताबिक वाटर हेल्पलाइन के जरिए मुम्बईकरों की पानी संबंधी समस्याएं सीधे हम तक पहुंचेंगी, जिससे विभाग को इन शिकायतों को दूर करने में आसानी होगी और नागरिकों को भी सुचारु रूप से पानी की सप्लाई मिलेगी। उन्होंने बताया कि पाइप लाइन में लीकेज व अन्य गड़बड़ी के कारण प्रतिदिन कुल सप्लाई का न्यूनतम 20 फीसदी पानी बर्बाद होता है। हेल्पलाइन के जरिए यदि समय पर इन गड़बड़ियों की सूचना मिल जाए, तो पानी की इस बर्बादी को रोका जा सकता है। इस हेल्पलाइन से खासतौर पर झोपड़ पट्टियों व आसपास के क्षेत्रों में होने वाली वाटर लाइन की गड़बड़ियों की सूचना आसानी से मिलने की उम्मीद की जा रही है। कोरलेकर ने बताया कि एमटीएनएल द्वारा एप्रूवल होने के बाद 4 डिजिट वाले वाटर हेल्पलाइन नंबर पर अंतिम फैसला होगा। इस हेल्पलाइन के शुरू होने पर मुम्बईकरों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों पर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में हाजी अली स्थित आल इंडिया इंजीनियर्स असोसिएशन पर 23 मार्च को 'जल मेला' वर्कशॉप का भी आयोजन किया जा रहा है। वर्कशॉप का उद्देश्य जल संरक्षण की महत्ता के प्रति नागरिकों को जागरूक बनाना है। कोरलेकर का कहना है कि इस अभियान से जल विद्युत विभाग और नागरिकों के बीच विचारों का आदान प्रदान भी होगा, जिससे जल संचयन की धारणा को मजबूती मिलेगी। उन्होंने बताया कि बीएमसी द्वारा पोस्टर्स, बैनर्स और एफएम चैनलों के माध्यम से भी मुम्बईकरों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक बनाने की कोशिश की जाएगी। इसके अलावा स्कूली बच्चों से जागरूकता संबंधी संदेश व ड्राइंग भी तैयार कराए जाएंगे, जिन्हें वर्कशॉप में प्रदर्शित किया जाएगा।
Friday, March 13, 2009
मराठी व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाए
Tuesday, March 10, 2009
सीनियर कम्यूनिस्ट नेता प्रभाकर सांजगिरि का सोमवार देर रात निधन
सांजगिरि के परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मुंबई के सबर्ब विकरोली में अपने घर उन्होंने आखिरी सांस ली।
सांजगिरि सीपीएम की महाराष्ट्र इकाई के 17 वर्ष तक महासचिव रहे और उन्होंने कार्यकर्ताओं और किसान मजदूरों के लिए अनेक आंदोलनों का नेतृत्व किया।
Sunday, March 8, 2009
अनुदान का चेक देने के बदले 4500 रुपये की रिश्वत मांगने वाले एंजीनियर इंगले को रंगे हाथों गिरफ्तार
Friday, March 6, 2009
दोस्त पर बिजनसमन की वाइफ ने गे रिलेशनशिप रखने के आरोप में मुकदमा ठोक दिया
Thursday, March 5, 2009
आतंकवादी बड़ी आसानी से बच निकले
Monday, March 2, 2009
गैंगरेप केआरोप में समता नगर के चार युवक पकडे गए
गैंगरेप केआरोप में समता नगर के चार युवक पकडे गए
समता नगर पुलिस ने चार युवकों को 17 साल की एक लड़की के साथ गैंगरेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। चारों युवक 19 से 22 साल की उम्र के हैं। हालांकि युवकों के परिवार वालों को कहना है कि लड़की द्वारा इन युवकों को फंसाया गया है। परिवारवालों के अनुसार लड़की का आरोप है कि यह रेप करीब छह हफ्ते पहले हुआ था। ऐसे में लड़की ने उस समय शिकायत दर्ज क्यों नहीं करवाई। गिरफ्तार युवकों के नाम हैं-दीपक पांडे, सुजीत मोहिते, अभिजीत गायकवाड और महेश पाटिल। पांडे पर पिछले साल एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल की पिटाई का भी आरोप है। लड़की ठाकुर विलेज में अपनी बहन और मां-बाप के साथ रहती है। लड़की का आरोप है कि चारों लड़कों ने उसके साथ छह हफ्ते पहले गैंगरेप किया और बाद में उसे धमकी दी कि यदि उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तो उसकी खैर नहीं। इस बीच आरोप है कि लड़के उसे इस बात के लिए ब्लैकमेल करते रहे कि उसकी न्यूड फोटो उनके पास है। इसके लिए उससे 2 लाख रुपये की मांग की जा रही थी।
Sunday, March 1, 2009
नई पार्टी में शामिल होना आम बात है
महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गोविंद राव आदिक ने रविवार को
कांग्रेस छोड़कर नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)का दामन थाम लिया। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही गोविंद राव आदिक ने यह कहकर ध्यान खींचा था कि एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार को अगला प्रधानमंत्री होना चाहिए। इस बयान के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि आदिक कांग्रेस छोड़ सकते हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र आदिक का जाना कांग्रेस के लिए खासा नुकसानदेह हो सकता है।