Monday, March 23, 2009

मैं चाहती हूं कि मेरे पिता को फांसी की सजा दी जाए

नौ साल तक हवस का शिकार बनाने वाले वहशी पिता को युवती ने फांसी देने की मांग की है। उसका कहना है कि पिता उसकी मां की मदद से उसके साथ सप्ताह में कम से कम तीन बार रेप करता था और प्रेग्नेंसी से बचाने के लिए गर्भनिरोधक गोलियां देता था। पीड़ित युवती ने बताया कि उसके पिता के तांत्रिक दोस्त ने भी कई बार उसके साथ बलात्कार किया। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को युवती ने कहा, 'आप मुझसे पूछ सकते हैं कि मैं इतने दिनों तक खामोश क्यों रही। हर पल मुझ पर मेरे पैरेंट्स की नजर होती थी, कि कहीं मैं भाग न जाऊं। मैं दो मिनट के लिए भी घर से बाहर निकलती थी तो मेरे पिता मोबाइल के जरिए लगातार मुझसे संपर्क में रहते थे। मुझे किसी भी तरह की आजादी नहीं थी।' 21 वर्षीय पीड़ित युवती ने कहा,'मैं अपनी बर्बादी को कबूल कर चुकी थी लेकिन जब उन्होंने मेरी छोटी बहन पर काली नजर डाली तो मैंने यह तय कर लिया कि इन्हें किसी भी कीमत पर रोकना होगा। इसके बावजूद तांत्रिक ने मेरी छोटी बहन के साथ 1 नवंबर 2008 को बलात्कार कर लिया।' उसका कहना है कि मैंने अपनी मां को इस बारे में बताया था लेकिन मेरे पिता के सामने वह बेबस थी। उसने मुझे मुंह बंद रखने के लिए कह दिया। अपनों से मिले दर्द से उबरते हुए नई जिंदगी शुरू करने की कोशिश में जुटी इस युवती का कहना है कि मैं नहीं चाहती कि किसी की जिंदगी में इतना बुरा दिन आए। मैं चाहती हूं कि मेरे पिता को फांसी की सजा दी जाए। इस केस की जांच कर रहीं मीरा रोड थाने की सब-इंस्पेक्टर मैथिली झा ने बताय कि पीड़ित युवती खुदकुशी करने के कगार पर पहुंच गई थी लेकिन एक ऑनलाइन फ्रेंड ने उसे अंकल से बात करने और पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार किया। हालांकि अभी तक दोनों की मुलाकात नहीं हुई है।

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