Friday, July 31, 2015

महाराष्ट्र देश का सबसे पसंदीदा निवेश स्थान

महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि ऑटोमोबाइल कंपनी जनरल मोटर्स ने पुणे में अपने मौजूदा संयंत्र का विस्तार करने के लिए 6,400 करोड़ रुपये निवेश करने और पड़ोसी राज्य गुजरात में अपनी परियोजना समेटने का निर्णय किया है। महाराष्ट्र विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान राज्य की औद्योगिक विकास नीति पर बहस के दौरान जवाब देते हुए उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने कहा कि महाराष्ट्र देश का सबसे पसंदीदा निवेश स्थान है। 
मंत्री ने कहा, 'कंपनी द्वारा पुणे में 6,400 करोड़ रुपये का ताजा निवेश और गुजरात में अपना संयंत्र बंद करने का निर्णय यह साबित करता है कि महाराष्ट्र निवेश के लिए पसंदीदा जगह है।' देसाई ने कहा कि जनरल मोटर्स ने बुधवार को दिल्ली में अपनी निवेश योजनाओं का खुलासा किया।

Tuesday, July 28, 2015

भावपूर्ण श्रद्धांजलि – शत शत नमन

पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने जिस वक्त आखिरी सांस ली थी, उस वक्त उनके करीबी सहयोगी सृजन पाल सिंह वहीं थे। उन्होंने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर डॉक्टर कलाम के आखिरी पलों का जिक्र किया है। हम सृजन पाल सिंह की फेसबुक पोस्ट से उन पलों की कहानी आपके सामने रख रहे हैं:
"
हम लेक्चर हॉल में गए। वह लेट नहीं होना चाहते थे। वह हमेशा कहते थे कि छात्रों से इंतजार नहीं करवाया जाना चाहिए। मैंने तुरंत उनका माइक सेट किया, लेक्चर के बारे में थोड़ा ब्रीफ किया और कंप्यूटर संभाल लिया। जैसे ही मैंने उनका माइक सेट किया, वह मुस्कुराए और बोले, 'Funny Guy! सब ठीक है न?'
जब कभी वह Funny guy कहते, इसके कई मतलब निकलते। इसका मतलब इस बात पर निर्भर करता कि उनकी टोन कैसी थी और आपने क्या अंदाजा लगाया। इसका मतलब यह हो सकता है कि तुमने बहुत बढ़िया काम किया और यह भी कि तुमने कुछ गड़बड़ कर दी है। पिछले 6 सालों में मुझे 'Funny guy' का मतलब समझ आना शुरू हो गया था। इस बार इसे समझने का आखिरी मौका था।
'Funny guy!
सब ठीक है?', उन्होंने कहा। मैंने मुस्कुराते हुए कहा, 'जी हां।' ये उनके कहे आखिरी शब्द थे। मैं उनके पीछे बैठा था। उनके दो मिनट के भाषण के बाद मैंने कुछ महसूस किया कि उन्होंने कुछ ज्यादा ही लंबा ठहराव ले लिया है। जैसे ही मैंने उनकी तरफ नजर उठाई, तभी वह गिर गए।
हमने उन्हें उठाया। डॉक्टर दौड़ता हुआ आया और हमने वह सब कुछ किया, जो कर सकते थे। मैं उनकी बिल्कुल थोड़ी सी खुली आंखों का वह मंजर नहीं भूल सकता। एक हाथ से मैंने उनका सिर पकड़ा था। उनका हाथ मेरी उंगली पर भिंचा हुआ था। उनके चेहरे पर स्थितरता थी और उनकी उन खामोश आंखों से मानो ज्ञान की आभा बिखर रही थी।
उन्होंने कुछ नहीं कहा। उनके चेहरे पर दर्द का भी नामो-निशान तक नहीं था। पांच मिनट के अंदर हम नजदीकी अस्पताल में थे। कुछ ही मिनटों में उन्होंने हमें बताया कि मिसाइल मैन ने उड़ान भर ली है, हमेशा के लिए। मैंने आखिरी बार उनके चरण स्पर्श किए। अलविदा बुजुर्ग दोस्त! महान परमार्शदाता! विचारों में दर्शन करूंगा और अगले जन्म में मुलाकात।"


हमारी ओर से उस महान हस्ती को भावपूर्ण श्रद्धांजलि – शत शत नमन 

Monday, July 27, 2015

वे लोग क्लब में नहीं जा सकते क्योंकि वे भारतीय हैं

एक युवा जोड़े ने मुंबई के एक नाइट क्लब में काम करने वाले 2 कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उनका कहना है कि रविवार को उन्हें यह कहकर क्लब में नहीं घुसने दिया गया क्योंकि वह भारतीय हैं। 2 में से एक आरोपी विदेशी है। हालांकि, नाइट क्लब ने इस तरह के किसी भेदभाव से इनकार किया है।
शानू मलिक, जो कि एक इवेंट मैनेजमेंट एग्जेक्युटिव हैं, रविवार रात करीब 2.30 बजे अपना जन्मदिन मनाने के लिए जुहू रोड स्थित होटेल सी प्रिंसेस के ट्रिलॉजी पहुंचे। उनके साथ उनकी मंगेतर जेनिफर चावन भी थीं।
जेनिफर ने बताया कि उनका इरादा ट्रिलॉजी में अपने कजन और कुछ दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने का था। वह और शानू वहां पहुंच चुके थे, जबकि बाकी को कुछ देर में वहां पहुंच जाना था।
शानू ने कथित घटना की जानकारी देते हुए बताया कि क्लब के दरवाजे पर एक महिला स्टाफ ने उनसे रुकने को कहा। शानू के मुताबिक, उक्त स्टाफ ने उनसे कहा कि वे लोग क्लब में नहीं जा सकते क्योंकि वे भारतीय हैं। शानू बताते हैं कि उन्हें और जेनिफर को यह दलील बहुत अजीब लगी।
दोनों ने फिर एक अन्य स्टाफ से संपर्क किया, लेकिन उसने भी उन्हें फिर से उसी महिला स्टाफ के पास जाने का निर्देश दिया। शानू के मुताबिक, दूसरे स्टाफ ने उनसे कहा कि वह महिला स्टाफ ही इंचार्ज हैं। शानू का कहना है कि जब उन्होंने अंदर ना आने देने के बारे में बात करने की कोशिश की तो विवाद खड़ा हो गया।
शानू के मुताबिक, इसी बात को लेकर उनकी दोनों क्लब स्टाफ से बहस हो गई। शानू का कहना है कि वह उन दोनों स्टाफ से यह पूछने की कोशिश कर रहे थे कि भारत में क्लब चलाकर कोई कैसे भारतीयों को ही अंदर आने देने से मना कर सकता है।

Thursday, July 23, 2015

जरा इधर भी नजर कीजिए

एक लड़की ने चुपचाप एक स्कूल टीचर को पिछले हफ्ते चिट्ठी दी थी। यह कोई साधारण खत नहीं था। इस खत के जरिए लड़की ने छुट्टी नहीं मांगी थी। इस हताश लड़की ने परेशान होकर टीचर को खत लिख मदद मांगी थी। लड़की ने चिट्ठी में लिखा था कि पिता उसके साथ रेप करता है। उसकी मां चुपचाप देखती है लेकिन कुछ करती नहीं।
टीचर ने खत पाने के बाद वाशी में एक लोकल एनजीओ से संपर्क साधा। एनजीओ ने उस विकृत माता-पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पिछले हफ्ते आठवीं क्लास में पढ़ने वाली 13 साल की इस स्टूडेंट ने अपने टीचर को खत लिखा तो डराने वाला वाकया सामने आया। उसने लिखा थामेरा पिता मुझसे रेप करता है और मां चुप रहती है।'
लड़की के खत को पढ़ने के बाद बुरी तरह से टूट चुके टीचर इस मामले में एक भी शब्द कहने में खुद को असमर्थ पा रहे हैं। उन्होंने चिट्ठी को पढ़कर तत्काल फेंक दिया। उन्हें डर था कि उसकी चिट्ठी कोई और पढ़ सकता है। टीचर ने लोकल एनजीओ से संपर्क साधा था। एनजीओ की मदद से ही एफआईआर दर्ज की गई थी। सोमवार की रात पिता और लड़की की मां दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
पुलिस ने कहा, '45 साल के लड़की का पिता फल बेचता है। पुलिस को दिए बयान में लड़की ने कहा है, 'मां के सामने मुझसे मेरा पिता रेप करता है। रेप के बाद मेरी मां मुझे खाने के लिए कुछ दवाई देती थी। जब मैं सात साल की थी तब से ही मेरा बाप मेरे साथ रेप कर रहा है।'  शिकायत के बावजूद मेरी मां ने मदद करने से इनकार कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वह प्रेगनेंसी से बचने के लिए मां की तरफ से दी जाने वाली दवाई की जांच कर रही है। रेप पीड़िता की एक बड़ी बहन और एक बड़ा भाई है। इसके साथ ही पीड़िता के दो और छोटे भाई हैं। पीड़िता ने दावा किया है कि जब भाई-बहन घर पर नहीं होते थे तब पिता रेप करता था।  उसने पुलिस से कहा, 'जब मेरे भाई घर पर नहीं होते थे तब पिता रेप करता था। मेरे भाई का घर पर न होना पिता के लिए रेप करने का सुरक्षित मौका होता था। मेरी मां के सामने वह घर में रेप करता रहा लेकिन मां ने मेरी कभी मदद नहीं की।लड़की ने पुलिस से कहा कि उसने अपनी 17 साल की बहन को भी इस वाकये के बारे में बताया था।
पुलिस ने बताया कि उसकी बड़ी बहन परिवार के साथ नहीं रहती थी। लड़की ने बताया कि उसकी बड़ी बहन पर भी पिता ने यौन हमले किए थे। लड़की ने यह भी बताया कि उसने इससे पहले रेप के बारे में अपने पड़ोसियों को बताया था लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था। पड़ोसियों ने कहा था कि वह खुद ही पुलिस से संपर्क साधे।
वाशी पुलिस स्टेशन के एक पुलिस ऑफिसर ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया, 'कुछ एनजीओ नवी मुंबई के स्कूलों में यौन उत्पीड़न पर काउंसलिंग क्लास शुरू की थी। इसी क्लास के दौरान लड़की ने महसूस किया कि उसे अपने पैरंट्स के खिलाफ बोलना चाहिए।'
पुलिस ने इस मामले में रेप पीड़िता की मां से पूछताछ की है। मां ने अपनी बेटी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। महिला ने दावा किया कि उसे 15 दिन पहले पता चला कि उसका पति बेटी के साथ रेप करता है। महिला ने कहा कि उसने जानने के बाद अपने पति को डांटा और बेटी से अलग रहने को कहा है। फिलहाल लड़की को एनजीओं के संरक्षण में रखा गया है।
लड़की के माता-पिता के खिलाफ इंडियन पिनल कोड के सेक्शन 376(रेप)सेक्शन और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रोम सेक्शुअल ऑफेंस ऐक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। इस मामले अभी केवल पिता को अरेस्ट किया गया है। लड़की के पिता को थाणे कोर्ट में मंगलवार को पेश किया गया था। फिलहाल उसे गुरुवार तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
डेप्युटी कमिश्नर ऑफ पुलिस शाहजी उमा ने इस वाकये की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पिता को अरेस्ट कर लिया गया है। शाह ने कहा कि इस वारदात में मां की भूमिका की जांच की जा रही है। पीड़िता ने दावा किया है कि उसकी मां के सामने रेप होता था और वह चुप रहती थी। पीड़ित लड़की ने मां पर रेप के बाद दवाई देने का भी आरोप लगाया है।

Wednesday, July 22, 2015

बारिश से मंगलवार को रद्द ट्रेनें

मुंबई में मॉनसून ने जोरदार वापसी करते हुए सड़कों की मरम्मत और नाला सफाई के बीएमसी प्रशासन के दावों की एक बार फिर से पोल खोल दी। मुंबई शहर, पूर्वी उपगनरों और पश्चिमी उपनगरों के निचले इलाकों में जलभराव हुआ। कई जगह नालों का पानी सड़कों पर बहने लगा।

'लाइफ लाइन' प्रभावित
निचले इलाकों, जैसे हिंदमाता, दादर, परेल, माटुंगा, सायन, किंग्स सर्कल, कुर्ला, घाटकोपर, सांताक्रुज, लिंकिंग रोड, बांद्रा, वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे, अंधेरी, मालाड और एयरपोर्ट परिसर में जलभराव हुआ। यहां परिवहन सेवा बाधित होने से लोगों को घंटों ट्रैफिक समस्या से जूझना पड़ा। मुंबई की लाइफ लाइन कही जाने वाली 'लोकल सेवा' भी प्रभावित हुई। वहीं कुछ ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं। हालांकि, बारिश से मुंबई और आसपास की झीलों का जलस्तर बढ़ गया है।

इमारत गिरी, बच्चे की मौत
बीएमसी सूत्रों के मुताबिक, बारिश के दौरान मंगलवार सुबह सम्राट अशोक नगर गोवंडी पश्चिम में इमारत का हिस्सा गिरने से दो महीने के बच्चे की मौत हो गई, जबकि उसकी मां खुशबू परवेज शेख (26) को गंभीर चोटें आईं। सीपी टैंक रोड स्थित खत्तर गली में पांच मंजिला इमारत और मालवणी में भी एक इमारत का हिस्सा गिरा। दोनों ही घटनाओं में कोई जनहानि नहीं हुई।

पेड़ गिरे, दो जख्मी
बीएमसी डिजास्टर विभाग के मुताबिक, मंगलवार को मुंबई समेत पूर्व और पश्चिम उपनगरों में 14 पेड़ गिरे। सांताक्रुज में पेड़ गिरने से साइकल सवार जयंत कांतिलाल वोरा (61) और मोटरसाइकल सवार वासुदेव रामचंद्रानी (34) को चोटें आई हैं। रामचंद्रानी की स्थिति गंभीर है।

शॉर्ट सर्किट
मुंबई में 5 से 6 जगहों पर शॉर्ट सर्किट के मामले सामने आए। हालांकि इससे किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

मंगलवार को हुई बारिश
मुंबई शहर : 30.08 मिमी.
पूर्व उपनगर : 47.72 मिमी.
पश्चिम उपनगर : 58.66 मिमी.
चेतावनी
बीएमसी के मुताबिक, बुधवार सुबह 9.11 बजे समुद्र में 1.60 मीटर की लहरें उठने की संभावना है। बीएमसी ने लोगों से अपील की है कि वे दो से तीन दिनों तक समुद्र की ओर न जाएं।

रेलवे पर असर
पालघर में भारी बारिश से रेलवे ट्रैक की मिट्टी धसने के कारण गुजरात की ओर जाने वाली कई ट्रेनें प्रभावित हुईं। बांद्रा स्टेशन पर 'पॉइंट फेल्योर' होने पर वेस्टर्न लाइन की कई लोकल ट्रेनें रद्द की गईं। ट्रेनें 15 से 20 मिनट की देरी से चल रही थीं। सेंट्रल रेलवे की लोकल ट्रेन सेवा कुछ समय के लिए बंद रही। सायन और कुर्ला के बीच रेलवे ट्रैक पूरी तरह जलमग्न होने से कुर्ला और सीएसटी के बीच की 10 ट्रेनें रद्द की गईं।

बारिश से मंगलवार को रद्द ट्रेनें
19011 बांद्रा-अहमदाबाद एक्सप्रेस
12935 बांद्रा-सूरत इंटर सिटी एक्सप्रेस
12009 मुंबई सेंट्रल-अहमदाबाद शताब्दी एक्सप्रेस
19215 मुंबई सेंट्रल-पोरबंदर एक्सप्रेस
59045 बांद्रा टर्मिनस-वापी पैसेंजर

Tuesday, July 21, 2015

मुंबई का जनजीवन अस्त-व्यस्त

मुंबई की बारिश ने एक बार फिर अपना रंग दिखा दिया। मंगलवार को हुई भारी बारिश की वजह मुंबई का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। रेलवे स्टेशन लेकर सड़कों तक, लोगों और शहर की रफ्तार पर लगाम लग गई। कई सबअर्बन ट्रेनों के संचालन में देरी के साथ-साथ सड़कों पर यातायात में भी समस्या आई। एयरपोर्ट पर प्लेन की लैंडिंग के लिए भी पायलेट्स को कई बार ट्राइ करना पड़ा।
कई जगहों पर घरों और सड़कों पर जलभराव की भी समस्या आई। और तो और, कई जगहों पर दीवारें तक गिर गईं। मुंबई एयरपोर्ट पर उतरने वाली चार फ्लाइट्स के पायलेट को लैंडिंग के लिए दोबारा प्रयास करने के लिए कहा गया। मौसम इतना खराब था कि एक बार में सेफ लैंडिंग की गुंजाइश नहीं थी।
थाने आपदा प्रबंधन सेल ने शाम को पांच बजे के आसपास हाई टाइड की चेतावनी देते हुए लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी है। तेज बारिश की वजह से मुंबई में सेंट्रल रेलवे की ट्रेनें आधे घंटे की देरी से चल रही हैं और वेस्टर्न रेलवे की ट्रेनें 15-20 मिनट की देरी से चल रही हैं। इसके अलावा बारिश के चलते खराब हुए मौसम की वजह से वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर भी यातायात प्रभावित हुआ।

Monday, July 20, 2015

नियमावली तैयार करने का निर्णय- गणेशोत्सव मंडप

गणेशोत्सव मंडप को लगाने की मंजूरी देने के लिए बीएमसी ने हाई कोर्ट के आदेश पर नई नियमावली तैयार करने का निर्णय लिया है। बीएमसी कमिश्नर अजोय मेहता ने बताया कि बीएमसी द्वारा ट्रैफिक से मुंबईकरों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए बीएमसी द्वारा नई नियमावली दो-तीन दिन में पेश की जाएगी और जुलाई के अंत तक गणेशोत्सव मंडप लगाने के लिए मंडलों को मंजूरी देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बीएमसी सूत्रों के मुताबिक, अब तक बीएमसी द्वारा मात्र 4 मंडलों को गणेशोत्सव मंडप लगाने की मंजूरी दी गई हैं, जबकि मुंबई में कुल 11,554 गणेशोत्सव मंडल हैं। हालांकि इन मंडलों को जुलाई के अंत तक मंडप लगाने की मंजूरी मिलने की संभावना है।
बीएमसी कमिश्नर ने बताया कि नई नियमावली के मुताबिक गणेशोत्सव के दौरान मुंबईकरों को कोई भी समस्या नहीं झेलनी पड़ेगी। स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, रिक्शा स्टैंड जैसे भीड़भाड वाली जगहों पर ट्रैफिक की गंभीर समस्या पर नियंत्रण रखने की पूरी कोशिश की जाएगी, ताकि गणेशोत्सव के दौरान मुंबईकरों को कोई परेशानी नहीं हो। साथ ही ध्वनिप्रदूषण पर भी नियंत्रण रखा जाएगा।
बीएमसी सूत्रों के अनुसार, हाई कोर्ट ने रेलवे स्टेशन, हॉस्पिटल, स्कूल, कॉलेज, रिक्शा व बस स्टैंड के रास्तों से सटे हुए गणेशोत्सव के मंडपों को लगाने की मंजूरी देने से इनकार किया है। इस कारण मुंबई के तीन हजार से ज्यादा मंडलों पर फिलहाल खतरा बना हुआ हैं। बता दें कि मुंबई में कुल 11,554 गणेशोत्सव मंडल हैं। इनमें 40 पर्सेंट गणेश मंडल सार्वजनिक होने के कारण रास्तों पर लगाए जाते हैं।

Thursday, July 16, 2015

स्कूल बैग का बोझ कम करने का वादा

शिवसेना ने अपने चुनावी घोषणापत्र में छात्रों के स्कूल बैग का बोझ कम करने का वादा किया था। शिवसेना ने सुवर्ण महोत्सव वर्ष में इस योजना को मुंबई के कई स्कूलों के छात्रों को टैब बांटकर इसकी शुरुआत कर दी है। शिवसेना की इस योजना को पूरे राज्य में लागू करने के संबंध में सरकार इसी अधिवेशन में घोषणा करेगी। यह जानकारी शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने दी।
बुधवार को आदित्य ठाकरे ने विधानभवन में शिक्षा मंत्री विनोद तावडे से मुलाकात की और छात्रों का बोझ टैब के माध्यम से किस प्रकार से कम किया जा सकता है, इसकी पूरी जानकारी दी। आदित्य ठाकरे के साथ शिवसेना नेता व उद्योग मंत्री सुभाष देसाई, परिवहन मंत्री दिवाकर रावते, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री रवींद्र वायकर, सार्वजनिक निर्माण मंत्री एकनाथ शिंदे, पर्यावरण मंत्री रामदास कदम, विधायक सुनील प्रभु भी शिक्षा मंत्री तावडे के साथ हुई बैठक में उपस्थित थे।

बैठक के बाद आदित्य ठाकरे के साथ पत्रकारों से बातचीत में तावडे ने कहा कि सरकार भी छात्रों का बोझ कम करने के पक्ष में है। आदित्य ठाकरे ने टैब के बारे में जो जानकारी दी है, वह बहुत अच्छी और बच्चों का भविष्य उज्ज्वल करने वाली है। सरकार इस योजना को कैसे लागू करेगी, इस संबंध में विचार-विमर्श करके इसी अधिवेशन में योजना को लागू करने के संबंध में घोषणा करेगी। आदित्य ठाकरे ने तावडे को बताया कि एक टैब की कीमत मात्र तीन हजार रुपये हैं। अगर इसे बड़ी संख्या में खरीदा गया गया तो कीमत और कम हो जाएगी। उन्होंने इस टैब में सभी पाठ्यक्रम से लेकर शिक्षकों को होने वाले फायदे की भी जानकारी तावडे को दी। उन्होंने बताया कि टैब के साथ सोलर चार्जर भी मुफ्त में दिया जा रहा है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी बिजली न होने पर भी इसे चार्ज कर सकें। उन्होंने बताया कि इस कदम से प्रधानमंत्री की 'डिजिटल इंडिया योजना' को भी प्रोत्साहन मिला है। तावडे के साथ बातचीत में शिवसेना विधायकों ने इस योजना को विधायक निधि से होने वाले कामों की श्रेणी में शामिल करने का भी सुझाव दिया।

Tuesday, July 14, 2015

दोन दोन बायका (दो पत्नियां)...हाहाहा'

महाराष्ट्र विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत सोमवार को दिलचस्प अंदाज में हुई। विपक्षी विधायकों ने 'चिक्की घोटाले' में फंसी महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे पर अन्य मंत्रियों पर दिलचस्प अंदाज में कविता सुनाकर हमला बोला। विधायकों ने मुंडे के खिलाफ नारेबाजी की और इसके लिए बच्चों की अंग्रेजी कविता 'जॉनी जॉनी यस पापा' का इस्तेमाल किया।
पंकजा पर आंगनवाडी कर्मियों के लिए खरीद मामले में कथित तौर पर 206 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। इस हंगामे के दौरान विनोद तावड़े को उनकी शैक्षिक योग्यता के लिए और बिना ई-टेंडर जारी किए स्कूलों के लिए अग्निशामक यंत्रों की खरीद करने के लिए भी विरोध का सामना करना पड़ा।
एनसीपी के शशिकांत शिंदे ने इस विरोध का नेतृत्व करते हुए 'पंकजा पंकजा यस पापा, ईटिंग चिक्की...यस पापा' और 'विनोद विनोद... बोगस डिग्री...यस पापा' और 'लोनीकर लोनीकर...दोन दोन बायका (दो पत्नियां)...हाहाहा'

मेट्रो का किराया बढ़ाने पर सरकार कोर्ट जाएगी

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि रिलायंस इन्फ्रा द्वारा मेट्रो का किराया बढ़ाने पर सरकार कोर्ट जाएगी। उन्होंने कहा कि महज 11.4 किलोमीटर मेट्रो का किराया 110 रुपए तक बढ़ाना उचित नहीं होगा।
मौजूदा किराया 10 से 40 रुपए है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि फिलहाल उन्हें किराया निर्धारण समिति (एफएफसी) द्वारा प्रस्तावित बढ़ोतरी की प्रति नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कैग के विशेष ऑडिट से पहले इस प्रकार कोई फैसला लिया जाता है तो वह यात्रियों के हित में नहीं होगा।
सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर आधारित मुंबई मेट्रो रेल किराया निर्धारण को लेकर पिछले लंबे समय से विवाद में है। किराए को मुंबई महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) ने बॉम्बे हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। उसके बाद ही न्यायालय ने एफएफसी को अपनी सिफारिशें देने के लिए समय निर्धारित किया था।

Friday, July 10, 2015

पांच साल में सबकुछ नहीं बदला जा सकता

व्यापम से बैकफुट पर आई बीजेपी से कार्यकर्ताओं की निराशा को दूर करने के लिए पार्टी चीफ अमित शाह ने कमान संभाल ली है। मुंबई में गुरुवार को अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से साफ तौर पर कह दिया है कि पांच साल में सबकुछ नहीं बदला जा सकता। 
शाह ने कहा कि कुछ लोग हमारे खिलाफ अजेंडा लेकर खबर चला रहे हैं, छोटी सी बात को बार-बार चैनल पर चलाने से कुछ फर्क नहीं पड़ता। खबर है कि शाह ने कार्यकर्ता से कहा कि पार्टी के कामों में जुट जाएं, मीडिया रिपोर्ट्स से विचलित न हों।
अमित शाह बीजेपी के महासंपर्क अभियान की बैठक को संबोधित करने मुंबई आए थे। यहां के एक होटल में गुरुवार को हुई बैठक में महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, दमन दीव और दादरा नगर हवेली के अहम पदाधिकारियों को उपस्थित रहने को कहा गया था।
शाह का ये बयान ऐसे वक्त आया है जब व्यापम घोटाले की खबर लगातार सुर्खियां बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने जांच सीबीआई को सौंप दी है। इसी के साथ पिछले एक महीने में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से लेकर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तक पर गंभीर आरोप सामने आए हैं।
करीब 7 घंटे चली इस बैठक में महाराष्ट्र बीजेपी तमाम दिग्गज नेता शामिल थे। जानकार बता रहे हैं कि आलाकमान ने मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर इन मंत्रियों को फिलहाल अभयदान दिया है। कार्यकर्ताओं की इस बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और शायना एनसी भी मौजूद थीं।

Wednesday, July 8, 2015

अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया

टीवी और फिल्म की जानी-मानी अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसा करके उन्होंने साफ कर दिया कि वे गजेंद्र चौहान को संस्थान के अध्यक्ष पद से हटाने की मांग कर रहे आंदोलनरत छात्रों के साथ हैं।
पल्लवी ने एनबीटी से हुई खास मुलाकात में बताया, 'सरकार ने मेरे अनुभवों का लाभ लेने के लिए मुझे इस पद के लिए चुना था और अगर मैं संस्थान को कोइ लाभ न दे सकूं तो मेरा पद पर बने रहने का क्या फायदा?' गौरतलब है कि पिछले 25 दिनों से एफटीआईआई के छात्र आंदोलन कर रहे हैं। मुझे भारतीय सिनेमा का भविष्य खतरे में दिख रहा है। ये छात्र आगे चलकर फिल्म और टीवी उद्योग के भविष्य को तराश सकते हैं। सिनेमा मनोरंजन से परिपूर्ण एक कला है। इस विलक्षण कला और यथार्थवाद के बीच एक संतुलन कायम रखने के लिए आपको बड़े सपने देखने की आवश्यकता है। कोई भी सिनेमा लार्जर दैन लाइफ ख्वाबों के बिना नहीं बन सकता। अगर संस्थान से असंतुष्ट छात्र निकलेंगे तो आगे चलकर इंडस्ट्री में आत्मविश्वास की कमीवाले उलझे निर्माता, निर्देशक, टेक्निशंस की पौध तैयार होगी और मैं अपनी इंडस्ट्री का ऐसा भविष्य हरगिज नहीं चाहती।
छात्रों और मेरे इस कदम को कई जानी-मानी हस्तियों का समर्थन मिला है। उनके इस फैसले पर मैं खुश भी हूं और दुखी भी। खुशी इस बात की है कि वे छात्रों के समर्थन में आगे आए और दुख इस बात का है कि नौबत यहां तक क्यों आई! मुझे लगता है इसमें सरकार सबसे ज्यादा गलती पर है।
मैं सोच रही हूं कि अगर एफटीआईआई का निजीकरण किया गया तो छोटे कस्बों और शहरों से आईं आर्थिक तौर पर पिछड़ी प्रतिभाएं अपने सपनों को कैसे पूरा करेंगी। आपको लगता है कि ये लोग विसलिंग वुड्स जितनी फीस अदा कर पाएंगे? जिस तरह से यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वे देश में विश्व स्तर के इंजिनियर दे और इसके लिए आईआईटी की कई प्रस्तावित शाखाएं अभी भी कतार में है।
बेहतरीन मैनेजर्स और सीईओज की पैदावार की जिम्मेदारी भी सरकार की है और इसीलिए आईआईएम और बी-स्कूलों के प्रस्तावों पर जोर दिया जाता है। ऐसे में क्या सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती कि विश्व स्तर के फिल्मकार, टेक्निशंस, कलाकार की नई पैदावार दे? मनोरंजन उद्योग का भारतीय अर्थव्यवस्था में सालाना तकरीबन 1.40 बिलियन का योगदान होता है। ये कोई छोटी-मोटी इंडस्ट्री नहीं है। इंडस्ट्री को भी इस बारे में सोचना चाहिए।

पिछले दिनों गवर्निंग काउंसिल के सदस्य रह चुके छायाकार संतोष सिवन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने एनबीटी को बताया, 'मैं नहीं चाहता था कि छात्र हड़ताल करें, इसलिए मैंने अपना पद त्याग दिया था। हालांकि उसके बाद स्थिति उलझती चली गई। मेरे लिए यह दुखद है।
मैं इस संस्थान का छात्र भी रहा हूं। मैं इसके राजनीतिक पहलू में नहीं पड़ना चाहता। इससे पहले भी बीजेपी की सरकार रही और तब एफटीआईआई के गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष पद पर विनोद खन्ना विराजमान थे। मुद्दा यहां यह है कि संस्थान की गरिमा और पद की जिम्मेदारी के अनुरूप ऐसी हस्ती हो, जिससे छात्र सामंजस्य स्थापित करके मार्गदर्शन हासिल कर सकें।'

Monday, July 6, 2015

मुसलमान हिंदू राष्ट्र पर कब्जा करना चाहते हैं

महाराष्ट्र में मदरसों को स्कूल श्रेणी से बाहर किए जाने के बाद बीजेपी सरकार के सहयोगी दल शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में मुसलमानों की जनसंख्या का मामला उठाया है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र में लिखा है कि मुसलमान हिंदू राष्ट्र पर कब्जा करना चाहते हैं। 
सामना के संपादकीय में लिखा है कि मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या के चलते देश की एकता में दरार आ सकती है। मुसलमान देश के कानून का पालन करें और परिवार नियोजन अपनाएं। शिवसेना ने साथ ही यह भी कहा है कि मुसलमानों से ये बात खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करनी चाहिए। 
सामना में असम और नॉर्थ ईस्ट में मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या का जिक्र करते हुए लिखा है कि हरियाणा और दिल्ली जैसे राज्यों में भी मुसलमानों की जनसंख्या लगातार बढ़ रही है। ये हिंदू राष्ट्र पर कब्जा करना चाहते हैं।
इसके अलावा सामना में लिखा है कि अगर मुसलमान खुद को भारतीय मानते हैं तो वे देश के कानून का पालन करें जो कि परिवार नियोजन है। समय आ गया है जब प्रधानमंत्री इस मुद्दे पर स्वयं मुसलमानों से बात करें।
गौरतलब है कि हाल ही में महाराष्ट्र सरकार द्वारा मदरसों को स्कूल कैटिगरी से बाहर करने का भी शिवसेना ने समर्थन किया था।

Thursday, July 2, 2015

एक रुपये की भी अनियमितता नहीं हुई

चिक्की घोटाले में फंसी राज्य की महिला बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से पल्ला झाड़ लिया है। उन्होंने मीडिया से कहा, 'मैं बिना सोए लगातार 56 घंटे तक दस्तावेज के अध्ययन के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची हूं कि मैंने और मेरे विभाग ने ऐसा कोई घोटाला नहीं किया है। हम पर लगाए गए सभी आरोप राजनीति से प्रेरित है, जिसकी जांच कराने के लिए मैं पूरी तरह तैयार हूं।'
इधर, विपक्ष ने पंकजा की सफाई को मानने से इनकार कर दिया है। विपक्ष ने कहा है कि पंकजा इस घोटाले में लिप्त हैं, इसलिए उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। विरोधी पक्ष नेता राधाकृष्ण विखे-पाटील ने कहा है कि जब तक शिक्षा मंत्री विनोद तावडे और पंकजा मुंडे इस्तीफा नहीं देते, तब तक 13 जुलाई से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र की बैठक नहीं चलने देंगे।
पंकजा मुंडे ने अपनी सफाई देने के लिए बुधवार को सरकारी अतिथिगृह सहयाद्री में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई, जिसमें उनके समर्थक भी आए। उनकी बहन व सांसद प्रीतम मुंडे, एमएलसी महादेव जानकर, एमएलसी माधुरी मीसल, विधायक संगीता थोम्बरे और विभाग के अधिकारी मौजूद थे। पंकजा ने कहा, 'यह शब्दों का घोटाला है। इसी नियम के तहत ही कांग्रेस-एनसीपी की सरकार ने सन 2010 से 2014 के बीच 408 करोड़ रुपये का यही सामान खरीदा था। रेट कॉन्ट्रैक्ट खरीदी प्रक्रिया सही है और एक रुपये की भी अनियमितता नहीं हुई है।'

शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई देने के लिए मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। तावडे का बचाव करने के लिए वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और सहकार मंत्री चंद्रकांत पाटिल दौड़े चले आए, पर पंकजा के बचाव में कोई नहीं आया। दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे के कभी करीबी रहे गृह निर्माण मंत्री प्रकाश मेहता देर से पहुंचे। उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आए मेहता के चेहरे की मुस्कराहट गायब थी। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए पंकजा ने कहा कि वित्त मंत्री और सहकार मंत्री का कार्यक्रम पहले से तय था, इसलिए वे नहीं आए। उन्होंने कहा कि उनके समर्थन में करोड़ों लोग हैं। अहमदनगर की एक जिला अदालत में दीवानी मामला दायर किया गया है, जिसमें राज्य के अधिकारियों और महाराष्ट्र की मंत्री पंकजा मुंडे को एक स्थानीय कंपनी द्वारा आदिवासी छात्रों को बेची जाने वाली 'चिक्की' पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश देने की मांग की गई है।

Wednesday, July 1, 2015

देवेंद्र फडणवीस करीब डेढ़ घंट देर से

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अमेरिका जाने वाली फ्लाइट 371 करीब डेढ़ घंट देर से छूटी। उनके प्रमुख सचिव आईएएस अफसर प्रवीणसिंह परदेशी की वजह से ऐसा हुआ। बताया जाता है कि परदेशी बिना 'वीजा' के ही एअरपोर्ट पहुंच गए थे। वीजा उनके पुराने पासपोर्ट में दर्ज था और परदेशी नया पासपोर्ट लेकर एअरपोर्ट पहुंचे थे। रात डेढ़ बजे पुराना वाला पासपोर्ट घर से मंगवाया गया। इसके आने के बाद ही न्यूयार्क की फ्लाइट उड़ान भर पाई। सूत्रों ने बताया कि समस्या मुंबई से ज्यादा न्यू यार्क की थी, वीजा न पाए जाने पर आईएएस अफसर को अमेरिकी एअरपोर्ट से वापिस लौटा दिया जाता।
मजेदार बात ये है कि इसी तरह की जांच चेक-इन और इमिग्रेशन के दौरान की जाती है। परदेशी को दोनों की जगह क्लीयर कर दिया गया था। वे विमान में चढ़ने ही वाले थे कि अधिकारी ने उनसे बोर्डिंग पाइंट पर वीजा मांगा और वह उनके पास था ही नहीं।

'वैलिड वीजा' के बिना उन्हें आगे जाने से रोक दिया गया। इसके बाद घर से वीजा वाला पासपोर्ट मंगवाने की भागदौड़ शुरू हुई। रात का समय होने की वजह से ट्रैफिक की समस्या नही आई। फिर भी वीजा मंगवाने और जांच के बाद उन्हें प्लेन में बैठने में डेढ़ घंटे का समय लग गया। उनकी वजह से सामान्य यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी और वे प्लेन में बैठे आईएएस अफसर के कागजात पहुंचने का इंतजार करते रहे। रात तीन बजे के बाद मुख्यमंत्री के काफिले के साथ हवाई जहाज ने उड़ान भरी।