Sunday, December 13, 2009

नए वकील के. पी. पवार को स्पेशल सिक्यूरिटी

मुंबई में पिछले साल हुए आतंकवादी हमलों के दौरान गिरफ्तार इकलौता टेररिस्ट अजमल आमिर कसाब के नए वकील के. पी. पवार को स्पेशल सिक्यूरिटी मुहैया कराई गई है। पहले इस तरह की खबरें थीं कि उन्हें 'जेड' स्तर की सुरक्षा दी गई है। लेकिन, पुलिस ने बाद में साफ किया कि कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें स्पेशल सिक्यूरिटी मुहैया कराई गई है। उधर, 26/11 मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने कहा कि इस बात की पड़ताल की जाएगी कि कसाब से पूछताछ का फुटिज न्यूज चैनलों पर दिखाया जाना अवमानना का मामला बनता है अथवा नहीं। जेड स्तर का सुरक्षा घेरा उच्च स्तर का सुरक्षा घेरा है, जो अमूमन आतंकवाद निरोधक मामलों की सुनवाई करने वाले वकीलों, अभियोजकों और न्यायाधीशों को दिया जाता है। पुलिस ने बताया कि पवार को यह सुरक्षा घेरा इस सप्ताह की शुरुआत में दिया गया। उसी समय उन्होंने बचाव पक्ष के वकील का काम संभाला था। पवार को 24 घंटों के लिए चार सशस्त्र सुरक्षाकर्मी और पुलिस की एक जीप दी गई है। विशेष सरकारी वकील उज्जवल निकम और जज एम.एल. तहिलयानी को 'जेड' प्लस की सुरक्षा दी गई है। जज तहिलयानी ने विशेष सरकार वकील उज्जवल निकम से उन चैनलों के नाम बताने के लिए कहा है जिन्होंने सीडी दिखाई है। जज का मानना है कि सीडी केस डायरी का एक हिस्सा है और चूंकि मामले की सुनवाई अभी चल रही है, इस दौरान इसे नैशनल चैनलों पर दिखाया जाने से अवमानना की कार्रवाई हो सकती है।

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