Tuesday, July 2, 2013

मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के बाहर ये ट्रक सीज

इतना कैश कि आंखें फटी की फटी रह जाएं...! मुंबई में सोमवार रात एक छापे में चार ट्रकों से करीब 2500 करोड़ कैश और जूलरी बरामद की गई । नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक जॉइंट ऑपरेशन में रात करीब 9 बजे मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के बाहर ये ट्रक सीज किए। ट्रकों में लदे 1400 बोरों में यह कैश और जूलरी भरी हुई थी। अधिकारियों को शक है कि यह पूरा पैसा हवाला कारोबार से जुड़ा है। इस मामले में करीब 45 अंगाड़ियों (कूरियर वालों) को अरेस्ट किया गया है।
अंगाड़िये पारंपरिक रूप से जूलरी एक जगह से दूसरी जगह ले जाने का काम करते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, यह पैसा मुंबई के अंगाड़ियों के जरिए गुजरात के अलग-अलग शहरों में भेजा जा रहा था। गुजरात मेल में ये बोरे लोड किए जाते, उससे पहले इन्हें जब्त कर लिया गया। सूत्रों के मुताबिक रेड के वक्त वीपी रोड पुलिस स्टेशन के कुछ पुलिसवाले इस कैश की सुरक्षा में लगे मिले। पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर राजेंद्र चौहान से इस बारे में और ज्यादा जानकारी ली जा रही है।


छापे की कार्रवाई के बाद रात करीब 1 बजे यह पूरा कैश सिंधिया हाउस में लाया गया। इन बोरों को जब खोला गया, तो अधिकारी भी दंग रह गए। बोरों में भारी मात्रा में कैश और जूलरी भरी हुई थी। जब्त कैश और जूलरी की कीमत करीब 2500 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया, 'कैश करोड़ों में है। कैश और जूलरी 140 बोरों में रखी गई थी। इन्हें गुजरात मेल में लोड किया जाना था। इसकी सूचना मिलने के बाद एनआईए और आईटी डिपार्टमेंट के 40 अधिकारियों ने छापे की यह कार्रवाई की।'
एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि हवाला के जरिए पैसा बाहर भेजने की बात नई नहीं है, लेकिन इतनी भारी मात्रा में कैश पहली बार पकड़ा गया है। अधिकारियों के मुताबिक शुरुआती जांच में यह पैसा किसी एक का नहीं लग रहा है। अंगाडियों से इस बारे में पूछताछ की जा रही है।
उधर, गिरफ्तार अंगाड़ी खुद को निर्दोष बता रहे हैं। उनका कहना है कि यह पैसा किसने कूरियर किया, वह इसकी जानकारी देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कूरियर से क्या भेजा जा रहा था, उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। उनमें से एक अमर शर्मा ने कहा कि हमारा बिजनेस भरोसे पर चलता है। हम वजन के हिसाब से पैसा लेते हैं। हमारे बिजनेस की खास बात यह है कि हम भेजने वाले से पार्सल के बारे में पूछते नहीं हैं

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