Friday, October 12, 2012

उनके लिए कोई न कोई मकान-प्लॉट तो ढूंढ ही निकालेंगे।


हर तरह से काबिल होने के बावजूद अपनी मनपसंद जगह परआमिर खान को बंगला नहीं मिल पा रहा है। जानकार इसेरीयल एस्टेट के काले धंधे से जोड़कर देख रहे हैं और उनकाकहना है कि अगर आमिर ने अपने 'परफेक्शनिस्ट' के सिद्धांतोंसे समझौता किया होता तो वह अब तक नई इमारत में शिफ्टहो चुके होते। आज रीयल एस्टेट संबंधी हर लेन-देन में 'कैश'का 50 फीसदी इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही कई दफाप्रॉपर्टी के टाइटल में भी दिक्कत होती है। आमिर को यह बातबखूबी मालूम है और वह इस तरह कोई झमेला मोल लेनानहीं चाहते हैं।

कई फिल्म स्टारों को फ्लैट और प्लॉट दिला चुके एक ब्रोकर ने बताया, 'कोई जरूरी नहीं कि आमिर को प्लॉट हीमिले, अगर कोई पुराना बंगला या इमारत मिल जाती है तो भी वह खरीदने को तैयार हैं और फिर उसका अपनेहिसाब से रीडिवेलपमेंट कराकर उसमें अपना काम-काज शिफ्ट करना चाहते हैं। इसमें पैसा मुद्दा नहीं है, मुद्दा हैतो सही ट्रांजैक्शन का। उन्होंने कहा कि आमिर की सख्त हिदायत है कि उन्हें प्लॉट का टाइटल एकदम क्लियरचाहिए। उनके लिए प्लॉट ढूंढ रहे इस ब्रोकर ने कहा, 'हमने हिम्मत नहीं हारी है। उनके लिए कोई  कोई मकान-प्लॉट तो ढूंढ ही निकालेंगे।

पिछले कुछ सालों में सफलता की सीढ़ियां चढ़े आमिर खान का बिजनेस और इसका मॉडल दोनों बढ़ा है औरइसकी डिमांड को पूरा करने के लिए उन्होंने बांद्रा में ही एक बंगला बनाने का फैसला किया, जहां से वह अपनीफिल्मों और प्रॉडक्शन का काम-काज संभाल सकें। ब्रोकर के मुताबिक, 'उनकी चाहत है कि उन्हें कोई प्लॉट पेरीक्रॉस रोड स्थित सचिन तेंडुलकर के घर के आस-पास ही मिले, लेकिन जिस तरह से सचिन बिना ओसी केपजेशन के पचड़े में पड़ गए थे, वैसा कोई बवाल उनके साथ ना हो।

गौरतलब है कि आमिर खान फिलहाल बांद्रा के यूनियन पार्क के मरीना अपार्टमेंट में रहते हैं। सूत्र बताते हैं कियह अपार्टमेंट भी कम बड़ा नहीं है, लेकिन आमिर अपने प्रॉडक्शन हाउस के लिए अब एक अलग से डेडीकेटेडबंगला या इमारत चाहते हैं।

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