Monday, August 18, 2014

विधायक कृष्णा हेगड़े प्रतिष्ठान की दही हंडी

गोकुलाष्टमी मुंबई में लेकर आई, गोविंदाओं की मस्ती, गोविंदा आला की आवाजें और मस्ती में झूमते गोविंदा पथकों की टोलियां। जहां एक तरफ शहर में हर जगह दही हंडियां टंगी नजर आई, वहीं उन्हें फोड़ने के लिए जूझते गोविंदाओं की दीवानगी भी दिल कश रही। आगामी चुनावों को देखते हुए राजनीतिक दल भी गोविंदा महोत्सव के आयोजन में कोई कमी नहीं रखना चाहते थे। हालांकि मटकी फोड़ने के प्रयास में मुंबई में 84 गोविंदा घायल हुए। इनमें से 12 अस्पताल में भर्ती हैं जबकि एक की हालत गंभीर है।
सोमवार को मुंबई से दही हंडी फोड़ने ठाणे शहर में आए एक 46 वर्षीय गोविंदा की मौत हो गई है। इसके अलावा करीब 15 गोविंदा जख्मी हुए हैं। जख्मी गोविंदा को ठाणे शहर के विभिन्न हॉस्पिटलों में भर्ती कराया गया है। बताया गया है की मुंबई के लाल बाग स्थित साईं सदन गोविंदा मंडल ठाणे में मटकी फोड़ने आया था।

पुलिस के अनुसार इस मंडल का सदस्य राजेंद्र आंबेकर अपने साथियों के साथ नाश्ता कर रहा था। उसी समय उसे चक्कर आया और बेहोश होकर गिर पड़ा। साथियों द्वारा आंबेकर को तुरंत ठाणे सिविल हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया।
समाचार लिखे जाने तक डॉक्टरों ने राजेंद्र आम्बेकर की मौत के कारणों का खुलासा नहीं किया था। सिविल हॉस्पिटल के चीफ सर्जन डॉ. कुलकर्णी ने बताया है कि मौत के सही कारण का पता पोस्टमॉर्टम के बाद ही चलेगा। अन्य जख्मी गोविंदाओं में सभी की हालत सामान्य बताई गई थी।
संघर्ष के अध्यक्ष, ठाणे के विधायक और मंत्री जितेंद्र आव्हाड की तरफ से शहर के पांचपाखाडी परिसर में लगाई गई दही हंडी मुंबई तथा ठाणे के तमाम गोविंदा मंडलों के आकर्षण का केंद्र रही। इस बार जितेंद्र आव्हाड खुद गोविंदा के बीच शामिल हुए और मानव पिरामिड के चौथे थर पर चढ़े। इस मंडल द्वारा बांधी गई दही हंडी को मुंबई में जोगेश्वरी के जय जवान गोविंदा मंडल के सदस्यों ने 9 मानवीय पिरामिड बनाकर फोड़ा।
विले पार्ले ईस्ट के भोगले चौक में विधायक कृष्णा हेगड़े प्रतिष्ठान की दही हंडी में पूर्व खिलाड़ी करसन घावरी, विनोद कांबली, दिलीप वेंगसरकर समेत विवादित खिलाड़ी श्रीसंथ भी मौजूद रहे। लोगों की मांग पर कांबली ने सिंघम रिटर्न फिल्म के गाने आता माझी सटकली पर गोविंदा के बीच जाकर डांस किया। मराठी गीत दाजी बा फेम वैशाली सावंत के गानों पर लोग झूमते नजर आए।
इस दही हंडी के लिए लगभग 150 गोविंदा पथक मंडलों ने नामांकन करवाया था। मानव पिरामिड की ऊंचाई और इसमें घायल होने वाले गोविंदाओं पर हुए विवाद ने बाद इस समारोह से बारह वर्ष के बच्चों को दूर रखा गया, साथ ही, मानव पिरामिड की ऊंचाई भी छह टियर से अधिक ना रखने का नियम तय किया गया।
दही हंडी में पहुंचे विनोद कांबली ने गोविंदा पथकों से पर्याप्त सावधानी रखने की अपील की। उन्होंने कहा,' खेल में चोट तो लगती ही है, लेकिन, जिस तरह हम क्रिकेटर पैड, हैलमेट के साथ मैदान पर उतरते है, उसी तरह गोविंदाओं को भी सावधानी बरतनी चाहिए।' कांबली ने दही हंडी को अपने बचपन की खास यादों से जुड़ा त्यौहार बताया।
कल्याण, डोंबिवली, उल्हासनगर, अंबरनाथ, बदलापुर, कर्जत तक दही हंडी की धूम रही। इनमें कल्याण की दही हंडी सबसे भारी रही, जहां आवाज प्रतिष्ठान द्वारा 25 लाख की दही हंडी टांगने के बाद सैकड़ों गोविंदाओं की टोलियां उसे फोड़ने की कोशिश में देर रात तक लगी रहीं। मिली जानकारी के अनुसार आवाज प्रतिष्ठान के प्रमुख और कल्याण डोंबिवली के कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सचिन पोटे ने कल्याण पश्चिम के मैक्सी गार्डन पर बहुत बड़ी दही हंडी का कार्यक्रम रखा था।
पुणे के मालिण गांव के लिए आवाज प्रतिष्ठान के तरफ से 51 हजार रुपए भी दिया गया। रात 10 बजे तक 157 गोविंदा पथक ने सलामी दी, पिछले कई वर्षों से सचिन पोटे दही हंडी आयोजन कर रहे हैं। इस दही हंडी को कांग्रेस पार्टी की दही हंडी भी कहा जाता है। डोंबिवली के विधायक रविंद्र चव्हाण ने भी डोंबिवली में दही हंडी का आयोजन किया। उल्हासनगर के अनिल मित्र मंडल ने भी दही हंडी कार्यक्रम आयोजित किया, जिसके आयोजक उल्हासनगर के पूर्व उपमहापौर विनोद ठाकुर थे।

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