बीएमसी ने विकास कार्य
के लिए चालू साल में 8,111 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, पर छह महीने
बीतने के बाद भी महज 10 प्रतिशत रकम खर्च कर सकी है। आने
वाले दिनों में विधानसभा चुनाव है और चुनाव आचार संहिता लग जाने के बाद बकाया रकम
खर्च नहीं की जा सकेगी। कई काम अभी भी लटके पड़े हैं।
बीएमसी का सालना बजट करीब 31,400 हजार करोड़ रुपये है। साल 2014-15 का बजट खर्च न करने के पीछे बीएमसी बाबू हवाला देते हैं कि बजट लागू होने के बाद टेंडर प्रक्रिया में समय लगता है। जब तक टेंडर प्रक्रिया पूरी होती है तब तक बारिश शुरू हो जाती है। इससे छह महीने में मामूली रकम खर्च हो पाती है। आने वाले दिनों में बकाया राशि खर्च की जाएगी। हालांकि, प्रशासन खुद स्वीकार करता है कि इस साल विधानसभा चुनाव है इसलिए फंड कम खर्च होगा।
बीएमसी का सालना बजट करीब 31,400 हजार करोड़ रुपये है। साल 2014-15 का बजट खर्च न करने के पीछे बीएमसी बाबू हवाला देते हैं कि बजट लागू होने के बाद टेंडर प्रक्रिया में समय लगता है। जब तक टेंडर प्रक्रिया पूरी होती है तब तक बारिश शुरू हो जाती है। इससे छह महीने में मामूली रकम खर्च हो पाती है। आने वाले दिनों में बकाया राशि खर्च की जाएगी। हालांकि, प्रशासन खुद स्वीकार करता है कि इस साल विधानसभा चुनाव है इसलिए फंड कम खर्च होगा।
No comments:
Post a Comment