भाईंदर की जैसलपार्क चौपाटी पर अब किसी प्रकार का धार्मिक, सांस्कृतिक व अन्य आयोज न करना पहले से पांच गुना महंगा पड़ेगा। इसके लिए अब उपयोगकर्ता को एक हजार रुपये की जगह पांच हजार रुपये चुकाने पड़ेंगे। इसके अलावा डिपॉजिट मनी भी पांच हजार रुपये से बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दी गई है। यह फैसला मीरा-भाईंदर मनपा की स्थायी समिति की बैठक में लिया गया है। हालांकि, समिति के सदस्य तथा बीजेपी नगरसेवक मदन सिंह ने फैसले पर विरोध जताते हुए कहा कि किराया बढ़ने से उक्त क्षेत्र में होने वाले धार्मिक, सांस्कृतिक आयोजनों में कमी आएगी। इसके अलावा किराया वसूली का अधिकार मनपा प्रशासन को नहीं, बल्कि जिलाधिकारी को है। ऐसे में, यह वसूली अवैध मानी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि किराया बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव मनपा प्रशासन द्वारा रखा गया, जिसे बीजेपी, शिवसेना के विरोध के बावजूद सत्ताधारी कांग्रेस, एनसीपी व एमएनएस ने बहुमत के आधार पर पारित करा दिया। सिंह ने विरोध जताते हुए प्रस्ताव को निरस्त करने की मांग की है। उनकी दलील है कि पहले ही तमाम नये कर थोपे गये हैं, साथ ही कई करों में वृद्धि भी की गई है। उनके मुताबिक नागरिक टैक्स देते हैं, तो उन्हें सुविधाएं देना मनपा प्रशासन की जिम्मेदारी है। शिवसेना के प्रवीण पाटील एवं बीजेपी की वर्षा भानुशाली ने भी सिंह का समर्थन किया है।
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