Thursday, April 15, 2010

शोरूम का पूरा स्टाक गायब है तथा दोनों आरोपी भी फरार

मुम्बई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सेल्समैन बनकर मशहूर शोरूमों में से डिजाइनर कपड़े चुराने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी लूटे गए सामान को अपने खुद के शोरूम के जरिए बेच देते थे और लाखों रुपए का लाभ कमाते थे। तीनों आरोपियों का नाम दाउद खान उर्फ विकास (27), घेवरचंद मेघवाल उर्फ रोहित माली (28) और विक्रम सिंह (28) को गिरफ्तार किया है। मामला उस समय प्रकाश में आया, जब दुल्हन के डिजाइनर कपड़ों का कारोबार करने वाले ओमप्रकाश पंचारिया ने 29 मार्च को भांडुप पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने अपने यहां बतौर सेल्समैन काम करने वाले विकास और रोहित पर चीटिंग का आरोप लगाया। शिकायतकर्ता के मुताबिक उसने विकास और रोहित के बिजनेस प्लान पर यकीन कर भांडुप के गाडव नाका इलाके में अपना शोरूम खोल लिया और इसे संभालने की पूरी जिम्मेदारी दोनों को दे दी। नए शोरूम का नाम दुल्हन था। क्राइम ब्रांच की युनिट 8 के सीनियर पीआई श्रीरंग नाडगौडा ने बताया कि विकास और रोहित ने कुछ सप्ताह तक शोरूम को अच्छे तरीके से चलाया तथा अच्छी बिक्री दिखाई। हालांकि, 29 मार्च को शिकायतकर्ता को पता चला कि शोरूम का पूरा स्टाक गायब है तथा दोनों आरोपी भी फरार है। यहां तक कि विकास और रोहित के सेलफोन भी बंद थे। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि दोनों आरोपी शिकायतकर्ता के लिए फर्जी नाम से काम कर रहे थे। पुलिस ने सघन जांच और करीब 100 लोगों से पूछताछ के बाद दोनों को दक्षिण मुम्बई के वी. पी. रोड से पकड़ा। पीआई वस्त विनायक ने बताया कि चुराया गया अधिकांश माल आरोपियों के पास से जब्त कर लिया गया। दोनों के सहयोगी विक्रम ने शोरूम से स्टाक को दूसरे स्थान पर ले जाने का काम किया था। उसे भी बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने जांच के दौरान कबूला कि वे पुणे में डिजाइनर कपड़ों का शोरूम खोलना चाहते थे, इसलिए वे चोरी के जरिए डिजाइनर कपड़े एकत्रित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने मीरा रोड, भाईंदर और नालासोपारा में स्थित शोरूमों से कपड़े सेल्समैन बनकर चुराए थे।

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