महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना में बातचीत अंतिम
चरण में पहुंच चुकी है। बीजेपी चाहती है कि महाराष्ट्र विधानसभा के 8 दिसंबर से शुरू होने वाले
शीतकालीन सत्र से पहले शिवसेना सरकार का हिस्सा बन जाए। देर रात मुख्यमंत्री
देवेंद्र फडणवीस के घर उनके साथ शिवसेना नेताओं अनिल देसाई और सुभाष देसाई की बैठक
हुई। सूत्रों का कहना है कि आज यह मुद्दा सुलझ सकता है।
फडणवीस के घर पर हुई मीटिंग के बाद शिवसेना के एक नेता ने कहा कि सरकार में शामिल होने को लेकर बातचीत अंतिम चरण में हैं और आज इसका हल निकल सकता है। मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि वह चाहते हैं कि शिवसेना सरकार का हिस्सा बने। दोनों पार्टियों के नेता इस रणनीति में जुटे हैं कि शिवसेना को किस फॉर्म्युले से सरकार का हिस्सा बनाया जाए।
फडणवीस के घर पर हुई मीटिंग के बाद शिवसेना के एक नेता ने कहा कि सरकार में शामिल होने को लेकर बातचीत अंतिम चरण में हैं और आज इसका हल निकल सकता है। मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि वह चाहते हैं कि शिवसेना सरकार का हिस्सा बने। दोनों पार्टियों के नेता इस रणनीति में जुटे हैं कि शिवसेना को किस फॉर्म्युले से सरकार का हिस्सा बनाया जाए।
खबरों की मानें तो बीजेपी, शिवसेना के कोटे से आठ लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल
करने के लिए राजी होती दिख रही है,
जिसमें चार कैबिनेट और चार राज्यमंत्री होंगे।
सूत्रों का कहना है कि शिवसेना अब भी कुछ बातों को लेकर अड़ी हुई है। बीजेपी ने
उप-मुख्यमंत्री और गृह मंत्री का पद दिए जाने की मांग को पहले ही ठुकरा दिया है।
शिवसेना ने गृह मंत्रालय समेत कुछ और अहम मंत्रालय दिए जाने की मांग की है।
सूत्रों का कहना है कि कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उद्धव ठाकरे में पहले ही इस बात पर सहमति बन चुकी है शिवसेना फडणवीस सरकार में शामिल होगी और उसके कोटे से कम-से-कम चार कैबिनेट स्तर के मंत्री होंगे। केंद्रीय नेतृत्व में मोटी-मोटी बातों पर सहमति बनने के बाद शिवसेना कोटे के मंत्रियों की संख्या और महकमे को लेकर फॉर्म्युला निकालने का काम राज्य नेतृत्व को दे दिया था।
288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के 122 सदस्य है, जबकि शिवसेना के विधायकों की संख्या 63 है। समझौता दोनों पार्टियों को फायदे का सौदा लग रहा है। बीजेपी शिवसेना के बिना विधानसभा में बहुमत नहीं पा सकती है, दूसरी तरफ शिवसेना केंद्र में सरकार में है और ऐसे में राज्य में दमदार विपक्ष की भूमिका नहीं निभा सकती है।
सूत्रों का कहना है कि कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और उद्धव ठाकरे में पहले ही इस बात पर सहमति बन चुकी है शिवसेना फडणवीस सरकार में शामिल होगी और उसके कोटे से कम-से-कम चार कैबिनेट स्तर के मंत्री होंगे। केंद्रीय नेतृत्व में मोटी-मोटी बातों पर सहमति बनने के बाद शिवसेना कोटे के मंत्रियों की संख्या और महकमे को लेकर फॉर्म्युला निकालने का काम राज्य नेतृत्व को दे दिया था।
288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी के 122 सदस्य है, जबकि शिवसेना के विधायकों की संख्या 63 है। समझौता दोनों पार्टियों को फायदे का सौदा लग रहा है। बीजेपी शिवसेना के बिना विधानसभा में बहुमत नहीं पा सकती है, दूसरी तरफ शिवसेना केंद्र में सरकार में है और ऐसे में राज्य में दमदार विपक्ष की भूमिका नहीं निभा सकती है।
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