बाल ठाकरे के पुत्र और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव
ठाकरे के भाई जयदेव ठाकरे ने बॉम्बे हाई कोर्ट को बताया कि वे अपने भाई उद्धव के
साथ पिता की संपत्ति पर चल रहे विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने को तैयार हैं।
दोनों भाइयों में उनके पिता द्वारा तैयार की गई 'वसीयत' को लेकर विवाद चल रहा है। हालांकि, इस समझौते के प्रति उद्धव ने फिलहाल कोई रुचि नहीं
दिखाई है। उनके वकील ने कोर्ट को बताया कि अपने मुवक्किल का पक्ष पेश करने के लिए
उन्हें कुछ समय चाहिए।
वकील की दलील थी कि जयदेव ने उनके मुवक्किल के विरुद्ध जो आरोप लगाए हैं, वे काफी आपत्तिजनक हैं और विवाद के निपटारे में बाधा बन रहे हैं। कोर्ट ने दोनों भाइयों से यह विवाद आपस में सुलझाने को कहा था। अब इस मुद्दे पर 6 जनवरी को सुनवाई होगी। तब तक उनसे इस विवाद का आपसी सहमति से कोई हल निकालने को कहा गया है।
वकील की दलील थी कि जयदेव ने उनके मुवक्किल के विरुद्ध जो आरोप लगाए हैं, वे काफी आपत्तिजनक हैं और विवाद के निपटारे में बाधा बन रहे हैं। कोर्ट ने दोनों भाइयों से यह विवाद आपस में सुलझाने को कहा था। अब इस मुद्दे पर 6 जनवरी को सुनवाई होगी। तब तक उनसे इस विवाद का आपसी सहमति से कोई हल निकालने को कहा गया है।
No comments:
Post a Comment