Tuesday, December 30, 2014

इस साल 1,661 भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों और उनके बिचौलियों को गिरफ्तार किया

महाराष्ट्र की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने इस साल हर दिन चार से ज्यादा अधिकारियों और उनके दलालों को भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार किया है। इससे नौकरशाही में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों के साथ-साथ एसीबी के जाल में अनेक पूर्व मंत्री, एमपी और एमएलए भी फंसे। इनमें पूर्व उप मुख्यमंत्री अजित पवार, पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री छगन भुजबल और उनके परिवार के कई सदस्य और कांग्रेस नेता कृपाशंकर सिंह भी शामिल हैं।
एसीबी ने इस साल 1,661 भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों और उनके बिचौलियों को गिरफ्तार किया। यह संख्या पिछले साल की तुलना में 117% ज्यादा है। एसीबी के डायरेक्टर प्रवीण दीक्षित ने बताया कि 2013 में 574 बार जाल बिछाकर 764 भ्रष्ट सरकारी अधिकारियों और उनके सहयोगियों को पकड़ा गया था।
एसीबी के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल की तरह ब्यूरो ने सबसे ज्यादा राजस्व विभाग के अधिकारियों को पकड़ा। इसके बाद पुलिसकर्मी गिरफ्त में आए। सबसे कम शिकायतें शहर के ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट, बेस्ट, चैरिटी कमिशन और ग्रामीण विकास विभाग के खिलाफ आई। इन विभागों में जाल बिछाने के बाद गिरफ्तारियां की गईं। यहां 319 ट्रैप में राजस्व विभाग के कुल 419 कर्मियों को पकड़ा गया। 292 मामलों में पुलिस विभाग के 408 कर्मी घूस लेते हुए पकड़े गए।

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