Friday, December 12, 2014

बीएमसी में पानी के मुद्दे को लेकर सभी दलों के नगरसेवकों ने जमकर किया हंगामा

बुधवार को बीएमसी में पानी के मुद्दे को लेकर सभी दलों के नगरसेवकों ने जमकर हंगामा किया। नगरसेवकों ने प्रशासन से मुंबई में पानी की समस्या को जल्द से जल्द खत्म करने की मांग की। सबसे पहले नगरसेवक प्रवीण छेड़ा ने प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मुंबई को करीब 3750 एमएलडी पानी सप्लाई किया जाता है, जबकि मुंबई में 1800 से 2000 हजार एमएलडी पानी की जरूरत है, तो बाकी का पानी कहां जाता है?
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले चार दिनों से घाटकोपर में पानी की सप्लाई बंद है, इसके बावजूद आम जनता को उसका अनायास ही बिल भरना पड़ेगा, ऐसे में जिन दिनों पानी की सप्लाई नहीं हुई है, उतने दिन का बिल न भेजने की मांग की गई। इस पर बीएमसी के अडिशनल कमिश्नर एन. श्रीनिवासन ने कहा कि प्रशासन की ओर से इस तरह बिल काटकर नहीं भेजा जा सकता।
कांग्रेस के नगरसेवक आसिफ जकारिया ने कहा कि एच वेस्ट वॉर्ड में पानी का प्रेशर हमेशा कम ही रहता है, जबकि यह रेजिडेंशल एरिया है। बीएमसी प्रशासन जनता को 24 घंटे पानी सप्लाई करने की बात करके महज बरगलाता है। अगर प्रशासन जनता को सुविधा देने में सक्षम नहीं है, तो उसे कुछ भी कहने से बचना चाहिए।

शिवसेना नगरसेविका अनुराधा पेडणेकर ने कहा कि बीएमसी पिछले सात-आठ महीनों से एल वॉर्ड में वॉटर बिल ही नहीं भेज रही है। बीएमसी के कर्मचारी वॉटर बिल एल-वॉर्ड स्थित एक पान वाले की टपरी पर छोड़ जाते हैं, जिससे वे किसी के पास नहीं पहुंच पाते हैं। कर्चचारियों की इस घोर लापरवाही के खिलाफ प्रशासन को ठोस कदम उठाने चाहिए।

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