शहर में चल रहे सभी ऑटोरिक्शा चालकों के लिए ट्रैफिक पुलिस
विभाग द्वारा नई स्मार्ट कार्ड योजना लाई जा रही है। इसके तहत सभी ऑटो चालकों के
लिए अपना एक पहचानपत्र रखना अनिवार्य कर दिया जाएगा। यह स्मार्टकार्ड सभी ऑटो में
ऐसी जगह लगाया जाएगा, जहां से
पीछे बैठा यात्री खुद ही कार्ड को स्कैन कर ऑटोरिक्शा व उसके चालक का पूरा विवरण
आसानी से जान सकेगा। स्वप्नाली केस के बाद हाल ही में इस योजना को ठाणे शहर में
सफलतापूर्वक शुरू किया गया था और अब यह यहां भी शुरू होने जा रही है।
सूत्रों ने बताया, यह कार्ड एक स्टिकर के रूप में होगा
जिसे शहर के सभी ऑटोरिक्शा वालों को दिया जाएगा। इस स्टिकर पर छपे कोड को यात्री
अपने स्मार्टफोन से स्कैन कर ऑटोरिक्शा की पूरी जानकारी जान सकेगा। इस योजना को
लेकर ट्रैफिक पुलिस द्वारा बीते सोमवार को शहर के ऑटोरिक्शा यूनियन के साथ एक बैठक
रखी गई थी, जिसमें
उन्हें इस योजना के बारे में बताया गया था। दो दिन पहले बुधवार को इस कार्ड को सभी
ऑटो रिक्शा चालकों के लिए उपलब्ध करा दिया गया है, जिसके लिए उन्हें एक फॉर्म भरने के साथ 100 रुपये का शुल्क अदा करना होगा। इस
फॉर्म में ऑटो चालकों को अपना नाम, पता, संपर्क-क्रमांक, ऑटोरिक्शा क्रमांक समेत कई और
जानकारियां देनी होंगी। इसके बाद इन सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को स्टिकर में
एनकोड कर ऑटो चालकों को रिक्शा में चिपकाने के लिए दे दिया जाएगा।
ट्रैफिक पुलिस विभाग द्वारा शुरू की जा रही इस योजना का शहर की
महिलाओं व महिला संगठनों ने खुलकर स्वागत किया है। उनका कहना है कि कई बार वे कुछ
आपराधिक प्रवृत्ति के ऑटो चालकों से बचने में खुद को असहाय पाती हैं और डरी हुई
स्थिति में यात्रा करने के लिए विवश हो जाती हैं।
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