राष्ट्रीय
स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम से प्रेरणा लेते हुए महाराष्ट्र सरकार ने इस
साल स्कूलों में आपदा प्रबंधन कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत शिक्षकों और छात्रों को भूकंप और बाढ़ जैसी आपदाओं से
निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
राज्य की आपदा प्रबंधन
इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि प्रायोगिक आधार पर पुणे और सतारा जिले के 200-200 स्कूलों में पहले ही यह प्रशिक्षण
दिया गया है।
निदेशक सुहास दिवसे ने कहा, 'हमारा जून से शुरू हो रहे अकैडमिक वर्ष से राज्य के प्रत्येक जिलों में 100 स्कूलों के शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। हम अगले 3-4 वर्षों में पूरे राज्य के स्कूलों में प्रशिक्षण मुहैया कराएंगे।'
निदेशक सुहास दिवसे ने कहा, 'हमारा जून से शुरू हो रहे अकैडमिक वर्ष से राज्य के प्रत्येक जिलों में 100 स्कूलों के शिक्षकों और छात्रों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य है। हम अगले 3-4 वर्षों में पूरे राज्य के स्कूलों में प्रशिक्षण मुहैया कराएंगे।'
उन्होंने बताया कि इस
कार्यक्रम में शिक्षकों और छात्रों को प्राकृतिक आपदाओं के कारणों और प्रभावों के
साथ-साथ बताया जाएगा कि इस दौरान क्या करें और क्या नहीं।
इसी के साथ ही मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया जाएगा। बच्चों को आपदा प्रबंधन योजना बनाने के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को संपूर्ण प्रशिक्षण सामग्री दी जाएगी और उनसे गृहकार्य के तहत आपात स्थिति में जोखिम की पहचान करने और उसके प्रभाव को कम करने के बारे में कहा जाएगा।
इसी के साथ ही मॉक ड्रिल का आयोजन भी किया जाएगा। बच्चों को आपदा प्रबंधन योजना बनाने के बारे में बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को संपूर्ण प्रशिक्षण सामग्री दी जाएगी और उनसे गृहकार्य के तहत आपात स्थिति में जोखिम की पहचान करने और उसके प्रभाव को कम करने के बारे में कहा जाएगा।
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