Wednesday, May 13, 2015

किसानों के आक्रोश को निमंत्रण न दे और न ही उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करे

शिवसेना ने बीजेपी को नसीहत दी है कि वह प्राकृतिक आपदाओं और आत्महत्याओं का दंश झेल रहे किसानों के आक्रोश को निमंत्रण न दे और न ही उनकी समस्याओं को नजरअंदाज करे।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में लिखा है कि हम बेशक केंद्र और राज्य में बीजेपी के सहयोगी हैं, लेकिन हम बीजेपी के सामने झुकने वाले नहीं हैं। जब कभी जरूरत होगी हम लोगों के हित में आवाज उठाएंगे। शिवसेना ने किसानों के हितों को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि वे 2014 के चुनाव के दौरान किसानों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए सरकार से टक्कर लेने से भी नहीं चूकेगी।

पार्टी ने खुलासा किया है कि जब शिवसेना के सांसद अनिल देसाई ने राज्यसभा में किसानों की आत्महत्या का प्रश्न उठाया तो परेशान करने वाला जवाब सामने आया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बार-बार दावा करते हैं कि उन्होंने बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों की सहायता के लिए केंद्र से मांग की है, लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह का जवाब मुख्यमंत्री के दावे को झुठलाता है।
गौरतलब है कि केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने किसानों की मदद के लिए महाराष्ट्र सरकार से किसी तरह का प्रस्ताव मिलने से इनकार किया है। शिवसेना ने बीजेपी से पूछा है कि कौन है जो किसानों की जिंदगी से खेल रहा है? राज्य के कृषि मंत्री एकनाथ खडसे कह रहे हैं कि केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने जो कहा वह गलत है। दोनों मंत्री एक-दूसरे को झूठा करार देने का प्रयास कर रहे हैं तो फिर सच कौन बोल रहा है? शिवसेना ने कहा कि जब भी कभी कोई प्राकृतिक आपदा आती है, सरकार उनके लिए तुरंत सहायता की घोषणा करती है, लेकिन असल प्रश्न यह है कि क्या वह मदद उन तक पहुंचती भी है, जिनके लिए इसे जारी किया गया है।

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