Wednesday, July 16, 2014

गड्ढे और नालों की सफाई के बारे में जनता को भ्रमित किया

मुंबईकरों की सवारी भले ही गड्ढों के बीच से गुजर रही है लेकिन बीएमसी प्रशासन मुंबई की सड़कों पर नाममात्र के गड्ढे होने का दावा कर रही है। प्रशासन का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस साल बेहद कम गड्ढे हुए हैं। हालांकि, प्रशासन के इस दावे की विपक्ष ने हवा निकाल दी।
सभागृह की बैठक में कांग्रेस, एनसीपी ने सत्तापक्ष को घेर लिया। इसके अलावा पानी की कमी से हो रही समस्या पर भी विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। कांग्रेस नगरसेवक देवेंद्र आंबेरकर ने सभागृह में निवेदन कर पानी की समस्या, गड्ढे और नालों की सफाई के बारे में जनता को भ्रमित किया है। आंबेरकर ने कहा कि 2009 में कुओं की सफाई और खुदाई पर 48 करोड़ रुपये खर्च किए गए लेकिन 2010 में अच्छी बारिश के बाद जस का तस छोड़ दिया।

आंबेरकर ने सड़कों की दुर्दशा के बारे में सवाल उठाया। इस पर अडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर संजय देशमुख ने बताया कि सिर्फ छोटे रास्तों पर ही गड्ढे हैं। बड़े रास्तों पर गड्ढे ही नहीं हैं। देशमुख ने कहा कि इस साल अब तक सिर्फ 9800 गड्ढे हुए हैं।

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