Monday, September 22, 2014

शिवसेना-बीजेपी में तनाव अपने चरम पर

शिवसेना-बीजेपी में तनाव अपने चरम पर है। शिवसेना को लग रहा है कि महाराष्ट्र बीजेपी के नेता गठबंधन तोड़ने पर आमादा है। इस स्थिति में शिवसेना और भी ज्यादा आक्रामक हो गई है। शिवसेना सूत्रों का कहना है कि अब हमें मोदी से ही उम्मीद है, क्योंकि मोदी इस समय बीजेपी की सर्वेसर्वा हैं। इसी सोच के तहत रविवार को शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बांद्रा के रंगशारदा सभागृह में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिवंगत शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे के उपकार की याद दिलाई।
उद्धव ठाकरे ने पूछा, 'क्या मोदी जी बालासाहेब के उपकार को भूल गए।' उन्होंने कहा, 'हर कोई जानता है कि गोधरा दंगे के समय स्थिति कितनी भयावह थी। हर कोई कह रहा था कि मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री पद से तुरंत हटा दिया जाना चाहिए। उस वक्त केवल बालासाहेब ने लालकृष्ण आडवाणी से कहा था कि मोदी को बने रहना चाहिए क्योंकि वह हिंदुत्व विचाराधारा का अनुसरण करते हैं।' उद्धव ने कहा कि बालासाहेब ने आडवाणी से कहा था कि 'मोदी गया तो गुजरात गया।'
उद्धव ने मोदी को याद दिलाया कि जिस तरह से लोकसभा चुनावों में बीजेपी के 'मिशन 272' में शिवसेना ने खलल नहीं डाला, उसी तरह बीजेपी को अब महाराष्ट्र चुनाव में शिवसेना के 'मिशन 150' का सम्मान करना चाहिए। उद्धव ने कहा, 'शिवसेना के कार्यकर्ता उत्तरप्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी हैं। वे सभी चुनाव लड़ना चाहते थे। कार्यकर्ता कह रहे थे कि वे लंबे समय से शिवसेना में हैं और उन्हें मौका मिलना चाहिए, लेकिन हमने उन्हें बीजेपी और एनडीए उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ने दिया। अब हमारा मिशन 150 विधायकों को विधानसभा में भेजना है। बीजेपी को इस पर विचार करना चाहिए।'
उन्होंने कहा, 'मैं तहेदिल से चाहता हूं कि गठबंधन बना रहे, क्योंकि यह गठबंधन मुख्यमंत्री पद के लिए नहीं है बल्कि हिंदुत्व के लिए है । अगर गठबंधन टूटता है तो वह मेरी किस्मत होगी। हम सभी सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं।'

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