मंगलवार की शाम छह
बजे चुनाव प्रचार बंद हो गया, शोर-शराबा थम गया। पसीने से तर-बतर
उम्मीदवारों के साथ उनके कार्यकर्ताओं और प्रचारकों ने चैन की सांस ली। प्रचार
करने वाले अपने घरों की तरफ निकल लिए। उम्मीदवार पंखे की हवा खाते के लिए
कुर्सियों पकड़ ली। या फिर एसी मरने में पसीने पोछते दिखाई दिए।
यहीं नहीं, राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे की चल रही प्रेंस वार्ता रोकनी पड़ी। मंगलवार की शाम छह बजे चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा। इसकी जानकारी उम्मीदवारों को पहले से ही थी। इसके चलते आखिरी दिन का प्रचार का पूरा फायदा उठाते की फिराक में रहे। चुनाव प्रचार पर अंतिम समय पुलिस और चुनाव विभाग की पैनी नजर रही। उनके डर की छाप उम्मीदवारों के चेहरे पर साफ दिखाई देता है।
यहीं नहीं, राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे की चल रही प्रेंस वार्ता रोकनी पड़ी। मंगलवार की शाम छह बजे चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा। इसकी जानकारी उम्मीदवारों को पहले से ही थी। इसके चलते आखिरी दिन का प्रचार का पूरा फायदा उठाते की फिराक में रहे। चुनाव प्रचार पर अंतिम समय पुलिस और चुनाव विभाग की पैनी नजर रही। उनके डर की छाप उम्मीदवारों के चेहरे पर साफ दिखाई देता है।
चुनाव आयोग के
आदेशानुसार मतदान के दिन मतदान केंद्रों से 100 मीटर की दूरी पर मौजूद सभी दुकान
बंद रखी जाएंगी। यही नहीं मतदान केंद्रों के परिसर में किसी भी तरह के फेरीवाले को
बैठने नहीं दिया जाएगा। बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा कि हर साल चुनाव के पहले आयोग
के आदेश के बाद मतदान केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में
सारी दुकानें आदि बंद कर दी जाती है।
आदेश का पालन करते हुए बीएमसी फेरीवालों को हटा देती है। 24 अप्रैल को होनेवाले लोकसभा चुनाव में मुंबई में करीब 10 हजार मतदान केंद्र हैं। इसके अलावा बेस्ट ने भी इलेक्शन ड्यूटी अपने बेड़े से 10 फीसदी बसें भेजी हैं। हालांकि, इनका रोजाना सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
आदेश का पालन करते हुए बीएमसी फेरीवालों को हटा देती है। 24 अप्रैल को होनेवाले लोकसभा चुनाव में मुंबई में करीब 10 हजार मतदान केंद्र हैं। इसके अलावा बेस्ट ने भी इलेक्शन ड्यूटी अपने बेड़े से 10 फीसदी बसें भेजी हैं। हालांकि, इनका रोजाना सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
No comments:
Post a Comment