Friday, August 14, 2009

चीनी मुंबई की ,पकडी गई इन्दौर में, चीनी जमाखोरो की वजह से कडवी हुई

चीनी की कीमतें यूं ही आसमान नहीं छू रही हैं। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जमाखोरी के बड़े गोरखधंधे का भंडाफोड़ करते हुए 8200 क्विंटल चीनी जब्त की गई है। इसका बाजार मूल्य करीब ढाई करोड़ रुपये है। खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग की यह बड़ी मुहिम गुरुवार देर रात तक चली। इस दौरान शहर के चार ट्रांसपोर्टरों के ठिकानों पर छापे मारे गए। वहां बडे़ पैमाने परचीनी के अवैध भंडारण का खुलासा हुआ। प्रदेश सरकार ने जमाखोरी और कालाबाजारी पर शिकंजा कसने के लिये शक्कर के कारोबार पर लाइसंस प्रणाली लागू की है। इसके तहत 20 क्विंटल से ज्यादा शक्कर के कारोबार या भंडारण के लिये व्यापारियों को लाइसंस लेना जरूरी कर दिया गया है। जिला खाद्य और नागरिक आपूर्ति नियंत्रक एच. एस. परमार ने बताया कि शहर में ट्रांसपोर्टरों की मिलीभगत से अवैध रूप से जमा की गई शक्कर भोपाल, छतरपुर, सागर और टीकमगढ़ के व्यापारियों की है। यह कथित तौर पर कालाबाजारी की नीयत से पखवाड़े भर से ट्रांसपोर्टरों के गोदामों में रखी गई थी। उन्होंने कहा कि जब्त चीनी महाराष्ट्र से 2200 से 2300 रुपये प्रति क्विंटल में खरीदी गई थी, जबकि फिलहाल यहां इसका थोक भाव 3000 रुपये प्रति क्विंटल के आस-पास है। शक्कर की जमाखोरी के मामले में 37 लोगों के खिलाफ सात केस दर्ज कराए गए हैं। इनमें चार ट्रांसपोर्टर शामिल हैं। यह कार्रवाई ऐसे वक्त हुई है जब शकर की त्योहारी मांग में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है। साथ ही, आम ग्राहक के लिये भाव बढ़ने के कारण शकर कड़वी होती जा रही है।

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