Thursday, July 9, 2009

रैकिट का भंडाफोड़

कुर्ला क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे रैकिट का भंडाफोड़ किया है, जो टूर ऐंड ट्रेवल्स की गाड़ियों को हायर करने के बाद उनके ड्राइवरों का या तो मर्डर कर देता था या गंभीर रूप से घायल कर देता था। बाद में यह रैकिट के लोग इन गाड़ियों को बहुत सस्ते दामों में खुले बाजार में बेच देते थे। इस मामले में पांच लोगों को पकड़ा गया है, जिनमें भोजपुरी अभिनेता संजय त्रिपाठी भी शामिल है। संजय ने भोजपुरी फिल्मों के अलावा भोजपुरी धारावाहिकों में भी काम किया है। सीनियर इंस्पेक्टर रुपवते, महिला उप निरीक्षक सातोसे और हेड कॉन्स्टेबल माने की टीम ने इस मामले में संजय त्रिपाठी के अलावा भरत भानुशाली, दीपक दुबे, नागेश्वर राव और शब्बीर अली को भी गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने पिछले कुछ महीनों में महाराष्ट्र, गुजरात में चार वारदातों में दो ड्राइवरों का मर्डर किया, जबकि दो को गंभीर रूप से घायल कर दिया। बाद में भोजपुरी कलाकार संजय त्रिपाठी इन गाड़ियों का खुद ड्राइव करके बंगलुरु ले जाता था, जहां गैंग के कुछ अन्य लोग इनोवा और तवेरा जैसी महंगी गाड़ियों को महज 1 लाख 30 हजार रुपए में बेच देते थे और फिर आपस में अपना हिस्सा बांट लेते थे।
कुछ समय पहले अडिशनल सीपी देवेन भारती को टिप मिली, कि कुछ लोग चोरी की गाड़ियों के ग्राहक ढूंढ रहे हैं। इसी के बाद कुर्ला क्राइम ब्रांच के अधिकारी फर्जी ग्राहक बनकर इनके पास गए। इसी के बाद इस रैकिट का भंडाफोड़ हुआ। क्राइम ब्रांच अधिकारियों के अनुसार संजय त्रिपाठी लूटी गई गाड़ियों में अपनी फिल्मों और धारावाहिकों के फोटो जरूर रखता था, ताकि यदि कभी पुलिस उस पर शक करे, तो वह इन फोटो को पुलिस को दिखा दे कि देखो, वह भला आदमी है। खास बात यह है कि संजय ने भोजपुरी फिल्मों व धारावाहिकों में पुलिस वालों का भी रोल किया है। क्राइम ब्रांच चीफ राकेश मारिया के अनुसार इस गैंग के लोग ड्राइवरों की नींद की गोलियां की लिक्विड बनाकर जबरन पिला देते थे और बस अंडरवेअर को छोड़कर उनके सारे कपड़े उतार देते थे। बाद में वे उनका गला दबा देते थे और फिर सड़क पर फेंक देते थे। कपड़े उतारकर सड़क पर ड्राइवर को फेंकने के पीछे इस गैंग की सोच यह थी कि यदि कई घंटे के बाद ड्राइवर को होश आ जाए, तो उसे नंगा या सिर्फ अंडरवेअर में देखकर लोग उसे पागल समझें और उसे लिफ्ट ही न दें।

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