अपने काम से ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स तक को प्रभावित करने वाले मुंबई के डब्बेवाले देश की व्यावासयिक राजधानी के लिए एक बार फिर गौरव का सबब बनने वाले हैं। मुम्बई के डब्बेवाले इस वर्ष गणतंत्र दिवस की परेड में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले हैं। प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति सचिव आनंद कुलकर्णी ने बताया कि हम इस बार दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में डब्बेवालों की निर्बाध सेवा को प्रदर्शित करने वाले हैं। लगभग 100 साल से इस व्यवसाय का सफलतापूर्वक संचालन करने वाले डब्बेवाले उस समय अंतरराष्ट्रीय तौर पर सुर्खियों में आ गए थे, जब लंदन के प्रिंस चार्ल्स ने मुंबई यात्रा के दौरान उनसे भेंट की थी। प्रिंस ने बाद में उन्हें अपनी शादी में भी बुलाया था। डब्बेवालों का बेहतरीन प्रबंधन देखते हुए उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रबंधन स्कूलों ने अपने छात्रों को व्याख्यान देने के लिए भी आमंत्रित किया था। संस्कृति मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होना इस मेहनतकश समूह के लिए गौरव का विषय है। ये इस दौरान मुंबई की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करेंगे। अधिकारी ने बताया कि परेड के लिए लगभग 15 डब्बेवालों का चयन किया गया है, जिन्हें संगीत और नृत्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसका वे परेड के दौरान प्रदर्शन करेंगे।' अपने सफल व्यवसाय के दौरान कोडिंग सिस्टम का उपयोग करने वाले डब्बेवाले मुंबई के लगभग दो लाख कामकाजी लोगों और स्कूली बच्चों को प्रति दिन टिफिन पहुंचाते हैं। नूतन मुंबई टिफिनबॉक्स सप्लायर्स के अध्यक्ष रघुनाथ मेडगे ने कहा, 'यह किसी सपने के सच होने जैसा है...हमने हमेशा से दिल्ली के बारे में सुना और पढ़ा है, लेकिन हम में से कोई भी वहां गया नहीं है। हम इस मौके के लिए सरकार को धन्यवाद देते हैं। मेडगे ने कहा कि उनके ग्राहक उनका अब और सम्मान करेंगे और उनका व्यवसाय अब और फले-फूलेगा। महाराष्ट्र पिछले तीन साल से गणतंत्र दिवस की परेड में अपनी प्रस्तुति को लेकर प्रथम आ रहा है।'
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