Tuesday, January 26, 2010

40 दिनों के भीतर मराठी बोलना सीख लें या फिर अपने घरों को लौट जाएं।

महाराष्ट्र में भाषा विवाद को और आगे बढ़ाते हुए राज ठाकरे की पार्टी ने आज हिंदी भाषी राज्यों बिहार और उत्तर प्रदेश के टैक्सी चालकों से कहा कि वे 40 दिनों के भीतर मराठी बोलना सीख लें या फिर अपने घरों को लौट जाएं। अपने मराठी मानूस के एजेंडे के तहत एमएनएस की परिवहन शाखा के सदस्य आज सड़कों पर उतरे और उन्होंने कुर्ला में मराठी वर्णमाला की पुस्तकें टैक्सी चालकों में बांटीं और उनसे जल्द मराठी सीख लेने को कहा। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की वाहतुक सेना के अध्यक्ष हाजी अराफात शेख ने कहा, कुर्ला में 300 उत्तर भारतीय टैक्सी चालकों को मराठी वर्णमाला की पुस्तकें वितरित कीं और उनसे 40 दिनों के भीतर मराठी सीख लेने को कहा। संगठन की उन टैक्सी और ऑटो चालकों में 50 हजार मराठी पुस्तकें वितरित करने की योजना है जो मराठी नहीं बोल सकते। शेख ने कहा, ' यह बेहद चौंकाने वाली बात है कि लोग यहां 15 साल से अधिक समय से रोजी-रोटी कमा रहे हैं, लेकिन मराठी बोल नहीं सकते। उन्हें निश्चित तौर पर भाषा सीखनी चाहिए अन्यथा उत्तर प्रदेश और बिहार लौटने का टिकट बुक करा लेना चाहिए।' एमएनएस कार्यकर्ताओं ने शहर में होर्डिंग्स भी लगाई है जिनमें कहा गया है कि टैक्सी चालक जल्द से जल्द मराठी सीख लें।

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