Tuesday, May 12, 2009

पुलिस कमिश्नर को ही इसका शिकार बना दिया

मुंबई में जमीन-फ्लैट के नाम पर धोखाधड़ी आम बात है, पर पुलिस कमिश्नर को ही इसका शिकार बना दिया जाए तो बात हैरान करने वाली है। यहां गिरगांव के खेतवाड़ी में एक पुरानी इमारत है। 3440 वर्ग फुट में फैली इस इमारत में आठ अपार्टमेंट थे, जो पुलिस कमिश्नर सहित आठ पुलिस अफसरों को किराए पर दिए जाते थे। सन 2000 में एक बिल्डर ने इसे रिडेवलेप कर पुलिस अफसरों को ही देने का वादा किया। इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ, पर नौ साल बीत रहे हैं पुलिस वाले अभी फ्लैट का इंतजार ही कर रहे हैं। जबकि डेवलेपर ने फ्लैट बना कर इन्हें ओपेन मार्किट में ऊंचे दाम पर बेच दिया। पिछले हफ्ते इस मामले पर मुंबई हाई कोर्ट के जज दिलीप भोसले ने बिल्डर प्रदीप गोरगांधी को गिरफ्तार करने के आदेश दिए। यह भी आदेश दिया कि अगर वह एंटिसिपेटरी बेल की अर्जी लगाता है तो उसे 25000 की जमानत राशि पर छोड़ा जाए। यह इमारत 1940 के पहले की है। रिडेवलेप करने की योजना पर 1990 से काम शुरू किया गया था। 2007 में पुलिस कमिश्नर ने इस मामले में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी।

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