महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री ने एक पुलिस ऑफिसर से बहस करने के लिए लिए
अपने बेटे को 1000 रुपये का
जुर्माना भरने का आदेश दिया।
परिवन मंत्री दिवाकर रावते ने कहा कि उनके 38 वर्षीय बेटे उन्मेष ने पुलिस द्वारा मंगलवार रात को ड्रंक ड्राइविंग की जांच के लिए उसे रोके जाने पर पुलिस से बहस करनी शुरू कर दी थी।उन्मेष और पुलिसवालों के बीच मामला एक इंस्पेक्टर के हस्तक्षेप से शांत हुआ था।
जब अगली सुबह रावते को इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने अपने बेटे से सरकारी कर्मचारी को ऑन ड्यूटी काम में बाधा डालने के लिए अपने बेटे को पुलिस के पास जाकर जुर्माना भरने को कहा।
रावते ने कहा, 'पुलिस अपना काम कर रही थी। वे सबकी जांच कर रहे और दूसरों पर जुर्माना भी लगाया। मंत्री का बेटा हो या फिर कोई और हो नियम कानून तोड़ने पर पुलिस किसी को बख्शेगी नहीं।' उन्होंने कहा कि उनका बेटा शराब नहीं पीता। इसी तरह की एक और घटना में रावते ने बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले पुलिस कॉन्सटेबल पर जुर्माना लगवाया था।
परिवन मंत्री दिवाकर रावते ने कहा कि उनके 38 वर्षीय बेटे उन्मेष ने पुलिस द्वारा मंगलवार रात को ड्रंक ड्राइविंग की जांच के लिए उसे रोके जाने पर पुलिस से बहस करनी शुरू कर दी थी।उन्मेष और पुलिसवालों के बीच मामला एक इंस्पेक्टर के हस्तक्षेप से शांत हुआ था।
जब अगली सुबह रावते को इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने अपने बेटे से सरकारी कर्मचारी को ऑन ड्यूटी काम में बाधा डालने के लिए अपने बेटे को पुलिस के पास जाकर जुर्माना भरने को कहा।
रावते ने कहा, 'पुलिस अपना काम कर रही थी। वे सबकी जांच कर रहे और दूसरों पर जुर्माना भी लगाया। मंत्री का बेटा हो या फिर कोई और हो नियम कानून तोड़ने पर पुलिस किसी को बख्शेगी नहीं।' उन्होंने कहा कि उनका बेटा शराब नहीं पीता। इसी तरह की एक और घटना में रावते ने बिना हेलमेट बाइक चलाने वाले पुलिस कॉन्सटेबल पर जुर्माना लगवाया था।
रावते ने कहा कि सोशल मीडिया
में यह मामला सामने आने पर उन्होंने अपने बेटे से फोन कर पूछा कि मामला क्या है।
उन्मेष ने पूरा वाकया रावते को बता दिया। इस पर रावते ने कहा कि वह तुरंत वहां जाए
और पुलिस से बहस करने के लिए जुर्माना भर कर आए। इसलिए पुलिस से बहस करने की गलती
पर उन्होंने ही बेटे को पेनल्टी भरने का आदेश दिया।
No comments:
Post a Comment