सचिन तेंडुलकर 14 नवंबर को
वानखेड़े स्टेडियम में जब अपने करियर का 200वां और अंतिम
टेस्ट मैच खेलने उतरेंगे, तब मुंबई के डब्बावाले उन्हें अपनी
तरह की सलामी देंगे। यह पहला मौका होगा, जब 100 के करीब डब्बावाले अपना काम छोड़कर स्टेडियम पहुंचेंगे। नूतन मुंबई टिफिन
बॉक्स सप्लायर्स (एनएमटीबीएसटी) के प्रवक्ता सुभाष तालेकर ने कहा, ''50 से 100 डब्बावाले दैनिक काम से कुछ दिनों की फुर्सत
लेकर स्टेडियम पहुंचेंगे और क्रिकेट से संन्यास ले रहे महान सचिन को अपनी सलामी
पेश करेंगे।''
तालेकर ने कहा कि डब्बावाले बीते 123 साल से मुंबई की सेवा कर रहे हैं और सचिन लगभग तीन दशक से भारतीय क्रिकेट की सेवा कर रहे हैं, ऐसे में डब्बावाले सचिन को मुंबई का प्रतीक मानने लगे हैं। तालेकर ने कहा,''सचिन मुंबई की पहचान हैं। उन्होंने पूरे देश का मान बढ़ाया है। हम इस महान क्षण में सचिन को सलामी देना अपनी ड्यूटी समझते हैं।'' डब्बावाले अपने पैसों से 14 से 18 नवंबर तक वेस्टइंडीज के साथ खेले जाने वाले टेस्ट मैच के लिए टिकट खरीदेंगे।
इस मैच में सचिन की मां भी उपस्थित रहेंगी। सचिन की मां पहली बार कोई मैच देखने जाएंगी। तालेकार ने कहा कि डब्बावाले सचिन के सम्मान में बैनर लिए रहेंगे और उन्हें एक टिफिन (डब्बा) भी भेंट करने का फैसला किया गया है। इस तरह का डब्बा ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स को भी भेंट किया जा चुका है। मुंबई में लगभग 5000 डब्बावाले काम करते हैं। ये शहर भर में काम कर रहे लोगों तक लगभग 20,000 टिफिन पहुंचाते हैं। खास बात यह है कि सबके टिफिन उनके दफ्तरों तक साल के 365 दिन समय से और सुरक्षित पहुंचते हैं।
तालेकर ने कहा कि डब्बावाले बीते 123 साल से मुंबई की सेवा कर रहे हैं और सचिन लगभग तीन दशक से भारतीय क्रिकेट की सेवा कर रहे हैं, ऐसे में डब्बावाले सचिन को मुंबई का प्रतीक मानने लगे हैं। तालेकर ने कहा,''सचिन मुंबई की पहचान हैं। उन्होंने पूरे देश का मान बढ़ाया है। हम इस महान क्षण में सचिन को सलामी देना अपनी ड्यूटी समझते हैं।'' डब्बावाले अपने पैसों से 14 से 18 नवंबर तक वेस्टइंडीज के साथ खेले जाने वाले टेस्ट मैच के लिए टिकट खरीदेंगे।
इस मैच में सचिन की मां भी उपस्थित रहेंगी। सचिन की मां पहली बार कोई मैच देखने जाएंगी। तालेकार ने कहा कि डब्बावाले सचिन के सम्मान में बैनर लिए रहेंगे और उन्हें एक टिफिन (डब्बा) भी भेंट करने का फैसला किया गया है। इस तरह का डब्बा ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स को भी भेंट किया जा चुका है। मुंबई में लगभग 5000 डब्बावाले काम करते हैं। ये शहर भर में काम कर रहे लोगों तक लगभग 20,000 टिफिन पहुंचाते हैं। खास बात यह है कि सबके टिफिन उनके दफ्तरों तक साल के 365 दिन समय से और सुरक्षित पहुंचते हैं।
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