Tuesday, June 16, 2015

छोटा राजन के लोगों की धरपकड़



चार साल पहले जे डे मर्डर के बाद जब क्राइम ब्रांच ने छोटा राजन के लोगों की धरपकड़ की थी, तो यह डॉन लगभग खामोश हो गया था। पर 15 करोड़ रुपये की हफ्ता वसूली के एक मामले में उसका नाम फिर सामने आया है। इस केस में मुंबई क्राइम ब्रांच के हफ्ता निरोधक प्रकोष्ठ ने पिछले सप्ताह विनोद राजपेटे और शैलेश उतेकर नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सोमवार को क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपी गोपाल शेट्टी को भी अरेस्ट कर लिया। गोपाल को किला कोर्ट ने 20 जून तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
क्राइम ब्रांच को शक है कि गोपाल विदेश में बैठे एक व्यक्ति के जरिए छोटा राजन के संपर्क में था। गोपाल ने अपने मोबाइल और सिम कार्ड को नष्ट कर ऐविडेंस खत्म करने की भी कोशिश की, पर क्राइम ब्रांच ने उसके खिलाफ फिर भी कुछ महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार , पश्चिम उपनगर के एक बिजनसमैन को पिछले कुछ दिनों से विदेश से 15 करोड़ रुपये के हफ्ते के धमकी भरे फोन आ रहे थे। हफ्ता मांगनेवाला खुद को हांगकांग से कॉल करने का दावा कर रहा था । कुछ दिनों पहले इस बिजनसमैन को मुंबई के एक पीसीओ से भी कॉल्स आने लगे। बिजनसमैन की शिकायत पर जब क्राइम ब्रांच ने इस पीसीओ को लोकेट किया, तो वहां पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में विनोद राजपेटे का चेहरा दिखा। इसी के बाद विनोद को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के बाद जब विनोद ने शैलेश उतेकर का नाम लिया, तो उसे भी अरेस्ट कर लिया गया। हालांकि, शैलेश का दावा है कि इस हफ्तावसूली केस में उसका कोई भी रोल नहीं है, पर क्राइम ब्रांच ने शैलेश को अभी क्लीन चिट नहीं दी है। एक अधिकारी के अनुसार , इस केस में कुछ मिसिंग लिंक है। हम जब उन्हें गिरफ्तार करेंगे, तो तभी पता चलेगा कि शैलेश निर्दोष होने का जो दावा कर रहा है, वह सच है या झूठ।
शैलेश और विनोद को सोमवार को न्यायिक हिरायत में भेज दिया गया। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, इस केस के मुख्य आरोपी गोपाल शेट्टी पर पहले से मर्डर के दो केस दर्ज हैं। जब एनबीटी ने सीनियर इंस्पेक्टर विनायक वस्त से इस केस में उनकी प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से साफ मना कर दिया। क्राइम ब्रांच सूत्रों ने एनबीटी से माना कि यह बहुत ही हाई प्रोफाइल केस है और इसमें छोटा राजन का नाम सीधे तौर पर सामने आ रहा है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि बिजनसमैन को जो कॉल्स हांगकांग से किए जाने की बात आ रही थी , हकीकत में वे कॉल्स मलयेशिया से की जा रही थीं। हांगकांग और मलयेशिया छोटा राजन के छिपने के पुराने गढ़ रहे हैं। जे डे मर्डर के बाद कम से कम दो और केसों में छोटा राजन के लोग पकड़े गए थे। इनमें से एक केस में पिछले साल घाटकोपर क्राइम ब्रांच ने राजन के पुराने साथी संजय कांबले उर्फ डॉक्टर को गिरफ्तार किया था, जबकि दूसरे केस में सन 2013 में नवी मुंबई के बिल्डर से 50 लाख रुपये का हफ्ता मांगने के आरोप में भी छोटा राजन के दो लोग पकड़े गए थे। राजन के आदमी होते हुए भी उन दोनों केसों में छोटा राजन का नाम सीधे सामने नहीं आया था। पर पिछले सप्ताह के 15 करोड़ रुपये के केस में राजन सीधे तौर पर जुड़ा पाया जा रहा है।

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