Tuesday, February 1, 2011

विभिन्न ऑप्शनों पर विचार

मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी विभिन्न ऑप्शनों पर विचार कर रही है। इसमें एक यह है कि प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे की विधानपरिषद की सीट से चव्हाण की राज्यसभा की सीट की अदला-बदली की जाए। यानी ठाकरे को राज्यसभा भेजकर उनकी जगह चव्हाण को विधानपरिषद में निर्वाचित किया जाए। राज्य के नेताओं को यही ऑप्शन राजनीतिक दृष्टि से सही और सुविधाजनक लग रहा है। इसलिए कि ठाकरे की टर्म का अभी साढ़े चार साल बचा है। हालांकि मुख्यमंत्री ने अभी तय नहीं किया है कि वे विधानपरिषद से चुनाव चाहते हैं या विधानसभा से! चव्हाण के गृह-क्षेत्र सातारा जिले के खटाव-माण विधानसभा सीट के निर्दलीय सदस्य जयकुमार गोरे ने भी चव्हाण के लिए सीट खाली करने का ऑफर किया है। किंतु वह सीट कांग्रेस-एनसीपी समझौते में एनसीपी कोटे की है। अत: इस बात को लेकर असमंजस है कि वह सीट सुविधाजनक होगी या नहीं। चव्हाण के लिए विधानपरिषद को ही सही माना जा रहा है। आदर्श घोटाले के कारण अशोक चव्हाण को हटाए जाने के बाद गत दिसंबर में पृथ्वीराज मुख्यमंत्री बने। उन्हें छह माह के भीतर दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना होगा। इस बीच विधान परिषद की दो सीटों के लिए उपचुनाव की मंगलवार को घोषणा की गई। शिवसेना के किरण पावसकर द्वारा इस्तीफे और एनसीपी के गुरूनाथ कुलकर्णी के निधन के कारण दो स्थान रिक्त हुए है। यह चुनाव 21 फरवरी को होगा। पावसकर की सीट पर शिवसेना का दावा होगा और कुलकर्णी की सीट पर एनसीपी का ही उम्मीदवार होने की संभावना है। पावसकर चूंकि एनसीपी में गए है। दोनों सीटों पर उसी की उम्मीदवार को खड़े किए जाने के आसार है। मुख्यमंत्री के लिए यदि दो में से एक सीट मांगी गई तो एनसीपी देने को तैयार होगी, पर कांग्रेसी सूत्रों ने बताया कि वह ऐसी मांग करने के मूड में नहीं है। यह भी बताया गया कि माणिकराव ठाकरे को यदि चव्हाण की जगह राज्यसभा की सीट दी गई तो उन्हें प्रदेशाध्यक्ष पद पर कायम रखा जाएगा।


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