Sunday, October 4, 2009

गोली शेट्टी की मौत की वजह बन जाती अगर पर्स में रखे पांच रुपये के सिक्के ने गोली को रोका न होता।

सत्तर के दशक के बीचोबीच एक फिल्म आई थी 'दीवार'। यश चोपड़ा की इस फिल्म में अमिताभ बच्चन को एक बदमाश गोली मारता है। लेकिन गोली अमिताभ की शर्ट की जेब में रखे कुली बैज से टकरा जाती है और अमिताभ बच्चन को कुछ नहीं होता है। ये थी रील लाइफ। लेकिन कभी-कभी पर्दे पर दिखनी वाली कहानी 70 एमएम का स्क्रीन पार करके हकीकत की दुनिया में दाखिल हो जाती है। अगर फिल्मी पर्दे पर बैज ने हीरो की जान बचाई तो रियल लाइफ में पर्स कृष्णा शेट्टी और गोली के बीच आ गया। मुंबई के कलिना में गुरुवार की शाम एक विडियो पार्लर के मालिक के पॉकेट में रखा पर्स गोली और उसकी तय मौत के बीच दीवार बन गया। कृष्णा शेट्टी अब मुंबई के एक अस्पताल में हैं। अस्पताल में वह अपने परिवार और दोस्तों को दिखा रहे हैं किस तरह से पर्स में रखे गए पांच रुपये के सिक्के पर गोली आकर लगी। नहीं तो वह उनके सीने को छेदते हुए दिल को छलनी कर डालती। कृष्णा की एक एक अजीब-ओ-गरीब आदत ने उनकी जान बचाई। दरअसल, आमतौर पर लोग पैंट की जेब में पर्स या वैलेट जैसी चीजें रखते हैं। लेकिन कृष्णा अपना पर्स शर्ट की जेब में रखते हैं। इसलिए जब गोली चली तो वह उनके पर्स में ही उलझकर रह गई। हालांकि, बकौल कृष्णा उनको अपनी इस 'अजीब' आदत के चलते बहुत कुछ सुनना पड़ा है। शेट्टी और उनका पड़ोसी निकोला गोम्स विडियो पार्लर के बाहर बैठे हुए थे। तभी तीन मोटरसाइकल सवार लोग आए और दोनों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली गोम्स को लगी और दो गोलियां शेट्टी को। शेट्टी को एक गोली पेट में तो दूसरी सीने पर लगी। लेकिन सीने पर लगी गोली पर्स में रखे पांच रुपये के सिक्के में उलझ कर रह गई। मुंबई पुलिस के एसीपी अरविंद महाबादी के मुताबिक गोली शेट्टी की मौत की वजह बन जाती अगर पर्स में रखे पांच रुपये के सिक्के ने गोली को रोका न होता। शेट्टी और गोम्स दोनों अब ख़तरे से बाहर बताए जा रहे हैं।

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