Thursday, January 2, 2014

लोकपाल कानून को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए

भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले प्रख्यात समाज सेवी अन्ना हजारे ने गुरुवार को कहा कि आदर्श घोटाले की जांच करने वाले न्यायिक आयोग द्वारा आरोपित सभी नौकरशाहों एवं राजनीतिक नेताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
अन्ना ने इस बात पर भी बल दिया कि लोकपाल कानून को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि इस नवनिर्मित कानून से केवल 40 से 50 फीसदी भ्रष्टाचार पर ही लगाम लग पाएगी। हजारे ने अपने गांव रालेगण सिद्धी में संवाददाताओं से कहा, 'भ्रष्टाचार मुक्त भारत का हमारा सपना केवल लोकपाल कानून से ही साकार नहीं हो सकता। समय की जरूरत है कि इसको प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। इसी के साथ हमें खारिज करने का अधिकार, वापस बुलाने का अधिकार, गांव सभाओं को अधिकार संपन्न बनाने, सिटीजन चार्टर जैसे कानूनों के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।'
बहु प्रतीक्षित लोकपाल विधेयक को गुरुवार को ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंजूरी दी है। इस कानून के तहत भ्रष्टाचार निरोधक नियामक गठित किया जाएगा और इसके दायरे में प्रधानमंत्री कार्यालय को भी लाया गया है।

हजारे ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में जागरुकता फैलाने के मकसद से ईमानदार एवं प्रभावी नागरिकों को एकजुट करने के लिए जल्द ही राष्ट्रव्यापी दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे संगठन तहसील, जिला एवं राज्य स्तर पर गठित कर दिए जाएं तो राज्य विधायिका एवं संसद पर भ्रष्टाचार निरोधी कानून बनाने के लिए दबाव डाला जा सकता है। अपने पूर्व सहयोगी एवं दिल्ली के मुख्मंत्री अरविंद केजरीवाल की सराहना करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस आम आदमी पार्टी सरकार से समर्थन वापस लेती है तो जनता कांग्रेस को सबक सिखाएगी। 

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