बीजेपी के पूर्व
राष्ट्रीय अध्यक्ष गडकरी ने दावा किया कि शिवसेना के दिवंगत नेता बालासाहेब की
इच्छा थी कि उद्धव और राज ठाकरे साथ आएं। गडकरी ने कहा है कि वे इस इच्छा को पूरा
करने के लिए काम करेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से मुक्ति पाने के बाद गडकरी पहली
बार एक टेलिविजन चैनल को इंटरव्यू दे रहे थे। अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद
वे राज से मिलने उनके निवास भी गए थे।
गडकरी ने कहा कि दिल्ली की राजनीति में उनका मन कभी नहीं लगा। उनके अनुसार, जब से उन्हें बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पेश किया जाने लगा, तभी से उनके खिलाफ साजिश शुरू हो गई। हालांकि गडकरी ने इस बात से इनकार किया है कि महाराष्ट्र बीजेपी में उनका अपना गुट है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी में गुटबंदी नहीं है।
उन्होंने यह कयास भी लगाया है कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 200 सीटें मिलेंगी। एनडीए की साथी पार्टियों को लेकर सरकार बनाने में उसे कोई दिक्कत नहीं आएगी। यह इंटरव्यू कर्नाटक के चुनावी परिणाम घोषित होने से पहले रिकॉर्ड किया गया था।
गडकरी ने कहा कि दिल्ली की राजनीति में उनका मन कभी नहीं लगा। उनके अनुसार, जब से उन्हें बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पेश किया जाने लगा, तभी से उनके खिलाफ साजिश शुरू हो गई। हालांकि गडकरी ने इस बात से इनकार किया है कि महाराष्ट्र बीजेपी में उनका अपना गुट है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीजेपी में गुटबंदी नहीं है।
उन्होंने यह कयास भी लगाया है कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 200 सीटें मिलेंगी। एनडीए की साथी पार्टियों को लेकर सरकार बनाने में उसे कोई दिक्कत नहीं आएगी। यह इंटरव्यू कर्नाटक के चुनावी परिणाम घोषित होने से पहले रिकॉर्ड किया गया था।
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